"पर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय-क्षेत्र है" कोई उदाहरण देते हुए इस कथन का समर्थन करें।
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आप अपनी कक्षा/ स्कूल में खिलौना क्षेत्र कैसे सृजित करेंगे – इस बारे में सोचें। डी-आई-वाई खिलौनों का सृजन करने में बच्चों की सहायता के लिए ...
Paryavaran adhyayan ke madhyam se ped paudhe tatha jeev jantu ke bare mein Janna news samjhenge
ReplyDeleteenviorment is a important part for our life.
Deleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है।इसमें गणित,सामाजिक, भाषा आदि अनेकों विषयों का समावेश होता है।
Deleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है।इसमें गणित,सामाजिक, भाषा आदि अनेकों विषयों का समावेश होता है।
Deleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है क्योंकि इसका क्षेत्र इतना विस्तृत है कि इसमें विभिन्न विषयों जैसे हिंदी ,विज्ञान,गणित , सामाजिक विज्ञान आदि विषयों के विषय वस्तु समाहित हैं।
Deleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है क्योंकि इसका क्षेत्र इतना विस्तृत है कि इसमें विभिन्न विषयों जैसे हिंदी ,विज्ञान,गणित , सामाजिक विज्ञान आदि विषयों के विषय वस्तु समाहित हैं।
Deleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है क्योंकि इसमें विज्ञान,गणित,सामाजिक विज्ञान ,भाषा की विषय वस्तु समाहित है।जैसे हम पेड़ पौधों को पढ़ाते है जिसे हम विज्ञान में भी पढ़ाते हैं।इसके उत्पादन को सामाजिक विज्ञान में भी।इसी प्रकार जल ,ऊर्जा बहुत से उदाहरण हैं।
DeleteJis tarah ek pariwar me sabhi ek sath miljulkar rahte hai thik usi tarah ek pariyawaran hai
ReplyDeleteHow to cultivate various grain cropslike rice ..flower...various tree e.t.c.are known from. Studying Environment studies. Environment studies is not only a subject but It is apart of life.
ReplyDeleteअंको के स्थान को ज्ञान नहीं था
ReplyDeleteReply
अंको के स्थान को ज्ञान नहीं था
ReplyDeleteEvs topics are related to all aspects of life. We bigin from a simple thing in my neighborhood and can travel to serious learning ofvarried subjects envolving students participations.
ReplyDeleteWe must study environment related topics to understand the importance of natural things
ReplyDeleteपर्यावरण के बिना हम सभी जिवित नहीं रह सकते हैं.
ReplyDeleteनरसिंह प्रसाद दास
We should study more about environment
ReplyDeleteपर्यावरण के अंतर्गत सभी विषय एक दूसरे से जुड़ जाती है अतः यह एक एकीकृत विषय के अंतर्गत देखा जाता है।
ReplyDeleteपर्यावरण के बिना हम सभी जिवित नहीं रह सकते हैंl
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अंतर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित भौतिक विज्ञान आदि सभी शामिल है।
ReplyDeleteअपने आस पास की सभी वस्तुओ की जानकारी जीवन का महत्वपुर्ण अध्याय है ।
ReplyDeleteपर्यावरण के बिना हम सभी जिवित नहीं रह सकते हैं.
ReplyDeleteनरसिंह प्रसाद दास
पर्यावरण एक ऐसा विषय है जो, सभी विषयों का समावेश हैं ।
ReplyDeleteParyawaran adhyayan ke madhyam se bhasha aur ganit sikhaya ja Sakta hai
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन परिवेश के सामाजिक और भौतिक घटकों की अंतःक्रियाओं का अध्ययन हैं । वास्तव में ये घटक मिलकर ही हमारे सम्पूर्ण परिवेश का निर्माण करते हैं ।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन कलाएककीकृत द्वारा पाठ्यक्रम द्वारा पठान संभव है।उदाहरण के लिए बारिश की गतिविधि द्वारा मौसम ,बाढ़ कृषि आदि सर जोड़ा जा सकता है।
ReplyDeleteअंकों के स्थान का ज्ञान नहीं था ।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अंतर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित भौतिक
ReplyDeleteअंको की समझ नही था
ReplyDeleteEnvironmental is related to my daily life he sourrousurr their
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अन्तर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित हिंदी इत्यादि ।
ReplyDeleteEVS is related to our life
ReplyDeleteGood question
ReplyDeleteYe ak wisy he
ReplyDeleteHi
ReplyDeleteEvs is related to our life
ReplyDeleteTreating and tree management to imposibal the national
ReplyDeleteGood topic
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अंतर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित भौतिक विज्ञान आदि सभी शामिल है।
ReplyDeleteEnviroment is the mixture of all subject
ReplyDeleteWe should encourage student as well as society to save and grow environment.
ReplyDeleteपर्यावरण के अंतर्गत सभी विषय एक दूसरे से जुड़ जाती है अतः यह एक एकीकृत विषय के अंतर्गत देखा जाता है।
ReplyDeleteपर्यावरण का संबंध हमारे जीवन से है
ReplyDeleteपर्यावरण संरक्षण आवश्यक है
ReplyDeleteHow to cultivate various grain cropslike rice ..flower...various tree e.t.c.are known from. Studying Environment studies. Environment studies is not only a subject but It is apart of life.
Good topic
ReplyDeleteParyavaran adhyayan ke madhyam se ped paudhe tatha jeev jantu ke bare mein Janna news samjhenge
ReplyDeleteपर्यावरण सभी विषयो के केंद्र में है, इसलिए सभी विषय एक
ReplyDeleteदूसरे से जुड़ जाती है अतः यह एक एकीकृत विषय के अंतर्गत देखा जाता है।
EVS is related with our life.
ReplyDeleteपर्यावरण जिसमें सभी जीव जंतु ना रहते हैं सभी विषयों का मूल केंद्र है उसके समग्र उन्नयन एवं एकीकृत विकास की आवश्यकता है
ReplyDeleteEves relaited with daily life
ReplyDeleteEVESCRELAIED WITH DAILYVLIFE Ajay mishra GuHS purio RatuvRanchi jharkhand
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteVaryawaran dainik jiwan sesambandhit hai
DeleteVaryawaran dainik jiwan se gahra sambandh rakhta hai Akmishra guhs purio ratu ranchi jharkhand udise ode 20140207501
DeleteDainik jivan se ghara sambandh hai Ajay kumar mishra guhs purio ratu ranchi jharkhand
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अन्तर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित हिंदी इत्यादि ।
ReplyDeleteAgr koi v pradushan Hoti hai to hm svi ke jiavan me iska Adar EK SATH dekhne ko milta h Jaise AVI corona kal me Hua h
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन के को एकीकृत विषय केद़े रूप में देखा जाना चाहिए ।
ReplyDeleteपर्यावरण के अन्तर्गत सभी विषयों का समावेश देखने को मिलता है और पर्यावरण के मध्यम से सभी विषय को जोड सकते हैं।
ReplyDeleteपर्यावरण के अन्तर्गत कला और विज्ञान दोनों शाखाएं आती हैं ।
ReplyDeleteहमारा जीवन पर्यावरण पर निर्भर है। पर्यावरण के अन्तर्गत विभिन्न विषयों का समावेश देखा जाता है।
ReplyDeleteपर्यावरण एक ऐसा विषय है जो सभी विषयों का समावेश है
ReplyDeleteParyawaran swayam me ek ekikrit ka path parhata hai
ReplyDeleteEVS is related to our life
ReplyDeleteParaya varan humare Jeevan ke leye bahot laabdayak hota hai.parayavaran par hamara jeevan nirbhar hota h.
ReplyDeletewe should keep the value of our environment
ReplyDeleteEnvironment covers large area of topics.
ReplyDeleteEnvironment is important part of life
ReplyDeleteEnvironment is important part of life
ReplyDeleteEnvironmental is important part of life
ReplyDeleteEnvironment is important part of life
DeleteParyabaran jibo ke liye bahut mahattvapurn hi
ReplyDeleteParyabaran jiv jantu per pahdho ke liye bahut jaruri hi
ReplyDeletePrithwi ka bahri awran pryawaran ke ek ex.hai.
ReplyDeletePARYAVARAN AK AISA VISHAY HAI JISME SABHI VISHAYON KA SAMAVESH HOTA HAI.
ReplyDeleteEnvironment is essential part of life
ReplyDeleteEve is inclusion of many subjects so very essential for schools
ReplyDeleteपर्यावरण की शिक्षा के बिना ज्ञान अधूरा है । इसलिए बच्चों को वृक्षों को जितना संभव हो दिखाकर उसके संबंध में जानकारी देना जरूरी है ।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अन्तर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित हिंदी इत्यादि ।
ReplyDeleteपर्यावरण के अंतर्गत सभी विषयों का समावेश देखने को मिलता है.
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अंतर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित भौतिक विज्ञान आदि सभी शामिल है।
ReplyDeleteहम प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से कई प्राकृतिक घटनाओं और तत्वों से हमसे घिरे होते हैं जिनका सम्बन्ध ज्ञान के कई क्षेत्र यथा गणित,भाषा,विज्ञान,सामाजिक संबंधों से है|हम जीव और निर्जीव सभी से प्रभावित होते हैं |अतः पर्यावरण एकीकृत विषय है जिसमें कई विषयों का समावेश है |
ReplyDeleteparyavaran adhyayan ek ekikrit vishay hai paryavaran ke Bina Jeevan ki Kalpana nahin ki ja sakti isliye swachh paryavaran ka hona ati avashyak hai
ReplyDeleteप्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन की संस्तुति एकीकृत पाठ्यक्रम के रूप में की गई है इसमें सामाजिक अध्ययन विज्ञान एवं पाठ्यक्रम के अन्य पहलुओं को समाहित किया गया है ताकि बच्चों को धीरे धीरे संकीर्णता से व्यापकता की और ले जाया जा सके यदि हम बच्चों को जल के बारे में क्या जल के वितरण के बारे में पढ़ाते हैं तो यह सामाजिक अध्ययन का विषय हुआ जबकि जल में मिले हुए अशुद्धियों के बारे में जानकारी देते हैं तो यह विज्ञान क्षेत्र के विषय विषय हुआ l
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन के अंतर्गत अनेक विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान,गणित ,भौतिक विज्ञान आदि| हमलोग किसी ना किसी रूप से प्राकृतिक घटनाओं से जुड़े होते हैं जो कि हमें प्रभावित भी करती है, इसलिए हमें बच्चों को पर्यावरण कि शिक्षा देना अत्यंत आवश्यक है, और पर्यावरण अध्ययन को एकीकृत विषय केन्द्र के रूप में देखने कि आवश्यकता हैं |
ReplyDeleteपर्यावरण एक एकीकृत विषय है। इसमे सभी विषयो का समावेश है। हिन्दी गणित समाजिक विज्ञान इत्यादि। छात्र दैनिक जीवन मे होने वाले आसपास के कार्य मे सभी विषय को समाहित पाते है। जैसे अस्पताल मे कितने कर्मचारी है कितने बेड है लोग कैसे रहते है।
ReplyDeleteParyabaran ,ganit main vi samil hai jaise Ex- Ek hathi Ka 4 pair to 5 hathion Ke kul kitne pair hinge?Is prasn main hum Na kewal ganit padha rahe Hain balki hathion Ke pairon ki Sankhya ki jankari de rahen hai.
ReplyDeleteपर्यावरण एक विषय है कि इसमें सभी विषयों का समावेश है। पर्यावरण के बिना जीवन का हम कल्पना नहीं कर सकते। पर्यावरण से सभी जीव जंतु एवं मनुष्यों केपर्यावरण में सभी विषयों का समावेश है एवं हमारे दैनिक जीवन एवं जीव जंतुओं के बारे में एवं उनके खानपान इत्यादि सभी विषयों का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं एवं उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए पर्यावरण एक महत्वपूर्ण विषय है।
ReplyDeleteपर्यावरण एक एकीकृत विषय है। इसमे सभी विषयो का समावेश है,बच्चे के अपने परिवेश में विभिन्न पौधों का अवलोकन यह कितना बड़ा है,इसमें कितनी पत्तियाँ हैं,यह कितना मोटा है आदि करते समय यह गणित से जुड़ जाता है,इसी प्रकार यह हमें ओक्सिजन देता है,वायु को शुद्ध करता है,विज्ञान से और पर्यावरण से जुड़ जाता है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अंतर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित भौतिक विज्ञान आदि सभी शामिल है।
ReplyDeleteparyavaran adhyayan ek ki kripa vishay hai paryavaran ke Bina Jeevan ki Kalpana nahin ki ja sakti isliye swachh paryavaran ka hona ati avashyak hai
ReplyDeleteParyavaran adhyayan ek ikrit vishay hai paryavaran ke Bina Jeevan ki Kalpana nahin ki ja sakti swachh paryavaran ka hona ati avashyak hai
ReplyDeleteपर्यावरण से संबंधित चित्रांकन कर
ReplyDeleteपर्यावरण के अंतर्गत सभी विषय एक दूसरे से जुड़ जाती है अतः यह एक एकीकृत विषय के अंतर्गत देखा जाता है।
ReplyDelete
ReplyDeleteपर्यावरण के अंतर्गत सभी विषय एक दूसरे से जुड़ जाती है अतः यह एक एकीकृत विषय के अंतर्गत देखा जाता है।
पयावरण एक ऐसा विषय है जो सभी विषयों का समावेश है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अंतर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित भौतिक विज्ञान आदि सभी शामिल है।
ReplyDeleteपर्यावरण एक एकीकृत विषय है। इसमे सभी विषयो का समावेश है,बच्चे के अपने परिवेश में विभिन्न पौधों का अवलोकन यह कितना बड़ा है,इसमें कितनी पत्तियाँ हैं,यह कितना मोटा है आदि करते समय यह गणित से जुड़ जाता है,इसी प्रकार यह हमें ओक्सिजन देता है,वायु को शुद्ध करता है,विज्ञान से और पर्यावरण से जुड़ जाता है।
ReplyDeleteपर्यावरण एक एकीकृत बिषय हैं, क्यौंकि इसमें सभी विषयो का समावेश होता हैं।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है क्योंकि इसमें सभी विषयों का समावेश होता है। इसमें परिवार,पौधों,जानवरों,भोजन,पानी जलवायु आदि अध्ययन शामिल होते हैं।
ReplyDeleteParyaavaran adhyayan ek ekikrit vishay hai isame sabhi vishayo ka samavesh hai.yah students ke unake aas paas ke vatavaran aur dainik jiwan se sambandhit hai. Yah na sirf plants ke baare me balki sampurn sajiv jagat ke baare me bhi batata hai,isake alawa ye swachhata ke baare me bhi batata hai.
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन सभी विषयों का समन्वय है ।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है इसमें बच्चों को अपने आसपास के प्राकृतिक चीजों का अवलोकन कराते हुए बच्चों का मानस पटल पर पर्यावरण के महत्व को समझाने के लिए सार्थक एवं सहायक है।
ReplyDeleteजैसे अगर हम जल के बारे में बच्चों को बताएंगे-
जल के विभिन्न रूप, जल के स्रोत एवं जल के उपयोग से संबंधित बातों को बच्चों के बीच विश्लेषणात्मक रुप से रखने का प्रयास करेंगे।। ताकि बच्चे जल के बारे में सभी ज्ञान प्राप्त करने में सहायक हो सके।। वास्तव में पर्यावरण का अध्ययन बहुत महत्वपूर्ण है कक्षा एक से पांचवीं तक के विद्यार्थियों के लिए।।
We should know about the environment to understand about the the affect of green house gases
ReplyDeleteParyavaran ke Bina ham jeevit nahin rah sakte hain. Yah adhyayan sabhi vishayon ka samanwaya hai.
ReplyDeleteRakesh Kumar Ranjan
M S Ranibahal Dumka
Knowledge is incomplete without environmental education. Therefore, it is important to give children information about trees by showing them as much as possible.
ReplyDeleteKnowledge is incomplete without environmental education. Therefore, it is important to give children information about trees by showing them as much as possible.
ReplyDeleteKnowledge is incomplete without environmental education. Therefore, it is important to give children information about trees by showing them as much as possible.
ReplyDeleteपर्यावरण के बिना हम एक मिनट भी रह नहीं सकते अतः यह एक एकीकृत विषय के अंतर्गत देखा जाता है।
ReplyDeleteEnvironmental studies is a multidisciplinary academic field which systematically studies human interaction with the environment. Environmental studies connects principles from the physical sciences, commerce/economics, the humanities, and social sciences to address complex contemporary environmental issues.
ReplyDeleteHow to cultivate various grain cropslike rice ..flower...various tree e.t.c.are known from. Studying Environment studies. Environment studies is not only a subject but It is apart of life.
ReplyDeleteइसमें सभी विषयों का समावेश है तथा पर्यावरण के बिना कोई भी जीव सुरक्षित नहीं है
ReplyDeletePryavaran sabhi vishayon ka sar hai
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय क्षेत्र के रुप में बिल्कुल सहमत हूं क्योंकि पर्यावरण अध्ययन के अंतर्गत सभी विषय जैसे भाषा, गणित, विज्ञान, एवं सामाजिक विज्ञान विषयों का समावेश है। उदाहरण स्वरूप "बारिश"को गतिविधि के रूप में लेने पर इसमें कहानी , मौसम, कौन सी कितने महीनों बाद, मिट्टी, कीचड़, बाढ़ आदि भिन्न भिन्न विषयों का समावेश पर्यावरण अध्ययन में किया जा सकता है ।
Deleteअत: मैं इस कथन को समर्थन करता हूं ।
ANJU KUMARI KISKU,UMS BENA JAMTARA
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय क्षेत्र है क्योकि इसमें कक्षा 3 से 5 तक एक ऐसे विषय के रूप में देखते हैं, जो विज्ञान(प्राकृतिक और भौतिक)सामाजिक अध्ययन( प्राकृतिक,भौतिक,सामाजिक सांस्कृतिक) और पर्यावरण शिक्षा की अवधारणाओं तथा मुद्दों को समावेशित करता है।
पयार्वरण अध्यन जीवन के हर पहलू को छुता है और जीवन के साथ-साथ चलता है।मानव रूपी कौशल जैव-अजैव ,सजीव-निर्जिव के आनुरूप शिक्षा का अध्ययन है।
ReplyDeleteपर्यावरण के बिना हम सभी जिवित नहीं रह सकते हैं.
ReplyDeleteनरसिंह प्रसाद दास
Environment is very important
ReplyDeleteParyavaran adhyayan ek ikrit vishay hai paryavaran ke Bina Jeevan ki Kalpana nahin ki ja sakti swachh paryavaran ka hona hai Aarti avashyak hai
ReplyDeleteजीवन के साथ-साथ चलता है।मानव रूपी कौशल जैव-अजैव ,सजीव-निर्जिव के आनुरूप शिक्षा का अध्ययन है
DeleteParyavaran ke Bina ham song kojivit rahana sambha
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन में सभी विषय समाहीत रहती है जैसे गणित से लेकर इतिहास और भूगोल तक। इसके द्वारा हम सभी विषयों का कुछ न कुछ ज्ञान प्राप्त करते है। गणित सीखने के लिए भी हमें पर्यावरण की आवश्यकता हो सकती है और इतिहास को जानने के लिए भी हमें उस समय पर्यावरण का अध्ययन जरूरी होता है।
ReplyDeleteइस प्रकार हम देखते है कि ये एक एकीकृत विषय है।
अपने आस पास की सभी वस्तुओ की जानकारी जीवन का महत्वपुर्ण अध्याय है ।
ReplyDeleteपर्यावरण में विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, इतिहास, भूगोल साथ ही भाषा का समावेश एकीकृत रूप में दिखाई पड़ता है। जैसे पर्यावरण ही हमें सर्व प्रथम गणना के रूप में गणित, पशु पक्षियों से संबंधित पहचान और साथ ही साथ अन्य विषयों से संबंधित ज्ञान प्रदान करता है।
ReplyDeleteParyavaran mein lagbhag sabhi vishayon ka samavesh hota hai
ReplyDeleteEvs is related to daily life use and all subject related in evs.
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन परिवेश के सामाजिक और भौतिक घटकों की अंतर क्रियाओं का अध्ययन है। अतः जब हम अपने परिवेश, अर्थात इर्द-गिर्द उपस्थित उपरोक्त सामाजिक और बौद्धिक घटकों को समझने का प्रयास करते हैं, तो वहीं पर्यावरण अध्ययन कहलाता
ReplyDeleteEvs is attitude in life
ReplyDeleteEvs is related to daily life use and all subject related in evs.
ReplyDeleteनिश्चत रूप से र्यावरण अध्ययन एक एकीकृत बिषय है,क्योंकि इसमें सभी बिषयों का समावेश परिलक्षित होता है। चाहे हम कोई भी टाॅपिक क्यों ना पढ़ायें ,सभी का संबंध अन्य बिषयों से बनता ही है। उदाहरण- जल,वायु,मृदा,जंगल, जमीन,पर्यावरण संरक्षण आदि सभी में अन्य बिषयों का समावेश रहता है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन के अंतर्गत अनेक विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान,गणित ,भौतिक विज्ञान आदि| हमलोग किसी ना किसी रूप से प्राकृतिक घटनाओं से जुड़े होते हैं जो कि हमें प्रभावित भी करती है, इसलिए हमें बच्चों को पर्यावरण कि शिक्षा देना अत्यंत आवश्यक है, और पर्यावरण अध्ययन को एकीकृत विषय केन्द्र के रूप में देखने कि आवश्यकता हैं |
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन के माध्यम से बच्चे अपने आसपास की विभिन्न प्रकार की जानकारी से अवगत हो पाते हैं और वे अपने पूर्व ज्ञान के साथ नये ज्ञान को जोडते हैं। इस प्रकार सीखना सरल हो जाता है तथा ज्ञान स्थायी होता है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय ही है क्योंकि इसमें गणित विज्ञान भाषा तथा सामाजिक विज्ञान आदि सभी विषय सम्मिलित हैं ।
ReplyDeleteParyavaran adhyayan ek aisa vishay hai jisse chhatron mein samajik gun ka Vikas hota hai tatha bacche ek saksham samaj banane ki Kalpana kar sakte hain tatha tha kuchh mahatvpurn jankariyan Jaise yatayat ke niyam Om ped paudhon se Labh etc...
ReplyDeleteपर्यावरण के अन्तर्गत सभी विषयों का समावेश देखने को मिलता है और पर्यावरण के मध्यम से सभी विषय को जोड सकते हैं
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन के अंतर्गत समानता, न्याय, मानवता, समाज,
ReplyDeleteपरिवार, पेड़-पौधे, रोग, स्वास्थ्य आदि विषयों का समावेश होने के कारण यह एक एकीकृत विषय क्षेत्र है।
पर्यावरण अध्ययन का क्षेत्र ब्यापक है । इसमें समस्त पृथ्वी पर अवस्थित सभी घटकों का समावेश है ।पाठ्यचर्या में निर्मित सभी विषयों को स्वीकृत व शामिल कर बच्चों का बौद्धिक विकास कर सकते हैं ।
ReplyDeleteManuel Baske
UHS Madhura
Meharma Godda
EVS ek aisa subject hai jo sabhi subject ka samawesh hai. Kyonki iske bina koi bhi prani jiwit nahi rah sakta hai.
Deleteपर्यावरण के अंतर्गत सभी विषय एक दूसरे से जुड़ जाती है अतः यह एक एकीकृत विषय के अंतर्गत देखा जाता है।पर्यावरण अध्ययन के अंतर्गत समानता, न्याय, मानवता, समाज,
ReplyDeleteपरिवार, पेड़-पौधे, रोग, स्वास्थ्य आदि विषयों का समावेश होने के कारण यह एक एकीकृत विषय क्षेत्र है।
हम बच्चों को पर्यावरण से संबंधित पेड़ों का महत्व और हमारे जीवन में उनकी उपयोगिता के बारे में बताएंगे ताकि आगे जाकर वह पर्यावरण को सुरक्षित रख सके।
ReplyDeleteparyavaran hi hamara jivan hai iske Bina jivan ki Kalpana nahin ki ja sakti paryavaran adhyayan ka Kshetra atyant vistrit hai ismein ham vibhinn ghatko Ko Shamil kar sakte hain jaise Bhumi hawa Pani hamare aas paas ke ped paudhe aadi tatha isase varsh aur surakshit banane ke upay baat lakar bacchon Ko vistrit jankari de ja sakti hai
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन के अंतर्गत सभी बिषय आते हैं। NCF - 2005 के अनुसार कक्षा(1-2)के बच्चों को हिंदी एवं गणित के माध्यम से सम्पूर्ण परिवेश काअध्ययन कराया जाता है। अतः पर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत बिषय क्षेत्र है। राम चन्द्र मिश्र, धनबाद।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक समेकित विषय है क्योंकि इसके अध्ययन में सभी विषय की शिक्षा साथ- साथ चलती है जैसे जानवरों के बारे में पढ़े है तो वह हमारे आस-पास के परिवेश पर्यावरण को खाना पाचन विज्ञान ,दूध की मात्रा गणित एवं अध्ययन हिन्दी का बोध कराता है
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में जाना चाहिए क्योंकि इसमें विज्ञान,सामाजिक विज्ञान तथा गणित जैसे सभी विषयों का समावेश होता है। जैसे जल को हम विज्ञान सामाजिक विज्ञान तथा गणित तीनो में जोड़कर पढ़ा सकते है।
ReplyDeleteEvs topics are related to all aspects of life. We bigin from a simple thing in my neighborhood and can travel to serious learning ofvarried subjects envolving students participations.
ReplyDeleteParyawaran me jaiv aur ajaiv ghatak milkr jeevan ko saral banate ha. Is prakar paryawaran sabhi subject ke kendra me jiske paridhi me sabhi subject ek dusre se jude hue ha.
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण अध्ययन परिवेश के सामाजिक और भौतिक घटकों की अ त क्रियाओं का अध्ययन है
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है क्योंकि पर्यावरण अध्ययन में सभी विषयों का समावेश है|यह हमारे पारिवारिक,सामाजिक और राष्ट्रीय जीवन को प्रभावित करता है|
ReplyDeleteWe should encourage students as well as society to save environment.
ReplyDeleteParyavaran sabhi vishay ka samavesh hai. Paryavaran pashu aur manushya ke liye labhdayak hai. Hamen paryavaran ko pradushit hone se rokna chahie.
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अन्तर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित हिंदी इत्यादि ।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है।इसके अंतर्गत सभी विषय निहित है।
ReplyDeleteपर्यावरण शिक्षा अधिगम की एक प्रक्रिया है जो पर्यावरण व इससे जुड़ी चुनौतियों के सम्बन्ध में लोगों की जानकारी और जागरूकता को बढ़ाती हैं, चुनौतियों का सामना करने के लिए आवश्यक कुशलताओं व प्रवीणता को विकसित करती हैं और सुविज्ञ निर्णय तथा ज़िम्मेदारी पूर्ण कदम बढ़ाने के लिए इस ओर प्रवृत्ति, प्रेरणा व प्रतिबद्धता का प्रोत्साहन करती हैं
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन के एकीकृत विषय के रूप में देखा जाता है इसके अंतर्गत सभी विषयों का समावेश होता है वास्तव में ये घटक मिल कर हमारे सम्पूर्ण परिवेश का निर्माण होता है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है। इसमें गणित समाजिक विज्ञान भाषा आदि अनेक विषयों का समावेश है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एकीकृत विषय क्षेत्र है जिसमें अनेक विषय समेकित है जैसे कि विज्ञान के साथ, गणित के साथ, सामाजिक विज्ञान के साथ आदि! यदि हम वनस्पति विज्ञान के साथ इसे जोड़ते हैं तो वनस्पतियों की उत्पत्ति, प्रकार, विकास, वृद्धि, उनके लाभ हानि पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव की चर्चा कर सकते हैं!
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अंतर्गत सभी विषयों का समावेश देखा जाता है जैसे कि विज्ञान गणित भौतिक विज्ञान आदि सभी शामिल है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अन्तर्गत सभी विषयों का समावेश है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय क्षेत्र है । इसका मैं समर्थन करता हूँ । पर्यावरण अध्ययन के अन्तर्गत प्रायः अनेक विषयों का समावेश रहता है । यदि हम नदी तालाब कुआँ पहाड़ आदि के बारे में पढ़ाई करते हैं तो यह भूगोल विषय के अन्तर्गत आता है । इन कुओं तालाबों का निर्माण किसने किया, यह इतिहास में पढ़ते हैं । इन सभी के पानी में क्या भिन्नता है अर्थात पानी के गुणों के बारे में पढ़ते हैं तो यह विज्ञान विषय हो जाता है ।इनपर लिखी गई कविता हिन्दी विषय में पढ़ते हैं । ऐसे अनेक उदाहरण हैं। वास्तव में पर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय क्षेत्र है ।
ReplyDeleteप्रशान्त कुमार दत्त
शिक्षक
रा0म0वि0 गढ़गाँव (ईटकी)राँची, झारखण्ड
Paryavaran ahdhyan ke bina swasth siksha , ganit aadi sabhi siksha adhure hai yaha tak ki eske bina hamara jivan ekangi ho jayega.
ReplyDeletePlace value ki samajh nahi hai
ReplyDeleteAnil Kumar Verma
ReplyDeleteUMS HUDMUD SIMARIA CHATRA
पर्यावरण जिसमें सभी जैविक एवं भौतिक संसाधन रहते हैं। यह सभी विषयों का मूल केंद्र है। पर्यावरण में सभी विषयों का समावेश है । अतः पर्यावरण का समग्र उन्नयन एवं एकीकृत विकास एवं संरक्षण की आवश्यकता है। हमारा जीवन पर्यावरण पर निर्भर है। पर्यावरण शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है।प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन की संस्तुति एकीकृत पाठ्यक्रम के रूप में की गई है। इसमें सामाजिक अध्ययन विज्ञान एवं पाठ्यक्रम के अन्य पहलुओं को समाहित किया गया है। ताकि बच्चों को धीरे धीरे संकीर्णता से व्यापकता की और ले जाया जा सके यदि हम बच्चों को जल के बारे में क्या जल के वितरण के बारे में पढ़ाते हैं। तो यह सामाजिक अध्ययन का विषय हुआ जबकि जल में मिले हुए अशुद्धियों के बारे में जानकारी देते हैं।
पर्यावरण अध्ययन के अंतर्गत विज्ञान, समाजिक विज्ञान ,भाषा तथा गणित सभी विषयों का समावेश है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन के अंतर्गत विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान शामिल हैं। इन दो विषयों को एकीकृत कर सरल, सुगम और आकर्षक बनाया गया है, इसमें आसपास में अवस्थित मूर्त वस्तुओं के द्वारा निर्माण किया गया है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक ऐसा विषय है जिसमें सामाजिक विज्ञान के साथ-साथ विज्ञान, राजनितिक शास्त्र,कला इत्यादि विषयों की जानकारी प्राप्त होती है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्धयन एक एकीकृत विषय है,क्योंकि इसका क्षेत्र बहुत विस्तृत होता है,इसमें भाषा, विज्ञान, गणित जैसे सभी विषयों के विषय अध्ययन में शामिल होते हैं ।
ReplyDeleteराजेंद्र प्रसाद
U. M. S. Ichatu
Paryawaran ek ekikrit subject hai isme savi subjects ka mishran hai Paryawaran ke bina ham sab jivit nahi rah sakte hai
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है क्योंकि इसका क्षेत्र इतना विस्तृत है कि इसमें विभिन्न विषयों जैसे हिंदी, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान आदि विषयों के विषय वस्तु समाहित है। प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन के एकीकृत पाठ्यक्रम के रूप में की गई है, ताकि बच्चों को धीरे-धीरे संकीर्णता से व्यापकता की ओर ले जाया जा सके। यदि हम बच्चों को जल के वितरण के बारे में पढ़ाते हैं, तो यह सामाजिक अध्ययन का विषय हुआ। जबकि जल में मिले हुए अशुद्धियों के बारे में जानकारी देते हैं तो यह विज्ञान क्षेत्र से हुआ। इस प्रकार यह सभी विषयों का मूल केंद्र है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है क्योंकि इसमें कई विषयों का समावेश होता है जैसे की विज्ञानं, सामाजिक विज्ञानं, गणित, हिंदी इत्यादि l यह एक व्यापक विषय है और प्राथमिक वर्गे के लिए काफी उपयोगी विषय है l इस विषय में बच्चे अपने दैनिक जीवन से सम्बंधित गतिविधियों को सीखता है l अपने परिवेश को समझाने में उसे काफी आसानी होती हैl एकीकृत विषय होने से पाठ्यक्रम भी आसान हो जाता है l
ReplyDeleteयुगल किशोर पत्रलेख
पर्यावरण अध्ययन एकीकृत विषय है क्योंकि इसमें गणित विज्ञान भाषा तथा सामाजिक विज्ञान आदि विषयों का समावेश है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है क्योंकि इसका क्षेत्र इतना विस्तृत है कि इसमें विभिन्न विषयों जैसे हिंदी ,विज्ञान,गणित , सामाजिक विज्ञान आदि विषयों के विषय वस्तु समाहित हैं।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है जिसमें सभी विषयों का समावेश है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन सभी विषयों से समाहित एक एकीकृत विषय है ।इस विषय का क्षेत्र इतना विस्तृत है कि इसमें विभिन्न विषयों जैसे हिंदी,विज्ञान,गणित,सामाजिक विज्ञान आदि विषयों के विषय वस्तु समाहित हैं। इस विषय को अध्ययन कर बच्चे अपने दैनंदिन जीवन से जुड़े हुए हर प्रकार के गतिविधियों से जुड़कर कौशल हासिल करते हैं।
ReplyDelete* दयामय माजि (शिक्षक).
*उ.म.वि.चौका (कुकड़ू).
सरायकेला-खरसावां ।
पर्यावरण के अंतर्गत सभी विषय एक दूसरे से जुड़ जाती है अतः यह एक एकीकृत विषय के अंतर्गत देखा जाता है।
ReplyDeleteParyavaran adhyyan ek ekikrit visay chhetra hai kyonki isme samajik adhyyan ke saath saath vigyan,ganit,hindi v juda huwa hai. Jaise jab hum pani ki rang yaa swad kii baat karte hai to yah vigyan se jood jata hai. Jab pani ki matra ki baat karte hai to yah ganit se jood jata hai. Jab pani ke baare me chhatro se class me bolne ko kahte hai to yah hindi se jood jata hai. Isi prakar aur aage. Mukesh chakravorty U.m.s.Haridih Baliapur Dhanbad
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय है जिसमें सभी विषयों अर्थात-भाषा, गणित, विज्ञान, नागरिक-शास्त्र इत्यादि के अतिरिक्त समस्त प्राणी जगत के जीवन-यापन के आवश्यक तत्वों, तौर-तरीकों और प्राकृतिक अवयवों के संतुलन समावेश है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन का क्षेत्र विस्तृत है जिसमें गणित, भाषा, विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान का समावेश है। इसके अभाव में जीना मुश्किल है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एकीकृत विषय क्षेत्र है जिसमें अनेक विषय समेकित है जैसे कि विज्ञान के साथ, गणित के साथ, सामाजिक विज्ञान के साथ आदि! यदि हम वनस्पति विज्ञान के साथ इसे जोड़ते हैं तो वनस्पतियों की उत्पत्ति, प्रकार, विकास, वृद्धि, उनके लाभ हानि पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव की चर्चा कर सकते हैं!
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय के रूप में बिल्कुल देखा जाना चाहिए क्योंकि पर्यावरण के अन्तर्गत सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, गणित, स्वास्थ्य शिक्षा, कला शिक्षा इत्यादि समावेश देखा जाता है। इसके अलावे परिवार, मित्र,भोजन,आवास,जल,यात्रा और कुछ करना या बनना बहूविषयकता को एकीकृत रूप में साथ साथ रखा जा सकता है |
ReplyDeleteSANDIP KUMAR
UPG HIGH SCHOOL KORCHE RAMGARH
पर्यावरण अध्ययन में हम सभी विषयों का समायोजित विषय क्षेत्र का संपुष्टि प्राप्त करते है|
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन के पाठ्यक्रम को एकीकृत स्वरूप प्रदान करने के लिए अनेक विषय क्षेत्र जैसे संबंध, कार्य, खेल, जानवर, पौधे, भोजन, आवास, जल यात्रा और कुछ करना व बनाना की पहचान की गई जिसमें बहू-विषयक्ता एकीकृत रूप में साथ-साथ रखा गया है। उदाहरण के लिए यदि हम बच्चों को जल के बारे में या जल के वितरण के बारे में पढ़ाते हैं तो यह सामाजिक अध्ययन का विषय हुआ परंतु जब जल में पाए जाने वाले अशुद्धियों के बारे में पढ़ाते हैं तो यह विज्ञान क्षेत्र का विषय हुआ।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन को एक एकीकृत विषय के रूप में देखा जाना चाहिए। बच्चा जब आंख खोलता है तो सबसे पहले पर्यावरण के साथ जुड़ता है। इसे मूर्त रूप में देखता है एवम इसको अनुभव करता है। पर्यावरण अध्ययन के माध्यम से सभी विषयों की अवधारणा आसानी से बच्चों में विकसित की जा सकती है।
ReplyDeleteThere are a lot of subjects included in invironment study. It is unification of language, civics,maths and science.
ReplyDeleteParyavaran addhyan ek anukriti vishay hai ; karan isme vibhinn vishyon jaise hindi ,ganit , vigyan , samajik vigyan , kala aadi jaise sabhi vishay samavesh hein. Jab hum kisi beej ko bote hein to vatavaran ke ghatakon ke prabhav sewa ankurit hota hai , usme vridhi hoti hai, wah jar tana patti phal Avom phoolaadi bhaga mein bat ker vridhi karta hai .In naye hindi shabdon ko hum sikhate hein.Paudho mein vridhi lambai Avon motai mein vridhi hoti hai yahan hum ganit paate hein. Vatavaran ke ghatakon ke prabhav se paudhe mein parivartan aata hai , yahan hum vigyan vishay paate hein. Vivid rangon Avon akar ke phool Avon phal kalika paudhon per ugte hein , yahan hamein kala ka ahsaas hota hai.Isprakar hum paayein hai ki paryavaran adhyayan ek anukriti vishay hai jisme ek saath kai vishay samahit hein. -Sanjay Kr Baranwal.M.S.,Katghare , D'ghar.
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन सभी विषयों के साथ एकीकृत है। जैसे जल की बात करें तो जल का उपयोग, जल का श्रोत आदि विज्ञान के क्षेत्र और जल का सामाजिक सांस्कृतिक महत्व, वर्षा का वितरण सामाजिक विज्ञान का क्षेत्र है। विज्ञान,भाषा को समृद्ध करती है तो विज्ञान किसी ना किसी भाषा में ही लिखी गई है।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन सभी विषयों के साथ एकीकृत है। जैसे विज्ञान,हिंदी समाजिक विज्ञान,गणित,भाषा
DeleteThere are lots of subjects included in environmental study.
ReplyDeleteEnvironment covers large area of topic such as science,math,social science etc.we know and understand the affect of green house gases.
ReplyDeleteEnvironment covers large area of topic such as science,math,social science etc.we know and understand the affect of green house gases.
ReplyDeleteEnvironment covers large area of topic such as science,math,social science etc.we know and understand the affect of green house gases.
ReplyDeleteकक्षा 3से 5 के लिए पर्यावरण अध्ययन में विज्ञान, सामाजिक अध्ययन, इतिहास एवं भूगोल विषयों को एकीकृत कर एक पाठ्यक्रम में समाहित करना सही शिक्षण पद्धति को चरितार्थ करती है।
ReplyDeleteप्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन की संस्तुति एकीकृत पाठ्यक्रम के रूप में की गई है इसमें सामाजिक अध्ययन विज्ञान एवं पाठ्यक्रम के अन्य पहलुओं को समाहित किया गया है ताकि बच्चों को धीरे धीरे संकीर्णता से व्यापकता की और ले जाया जा सके यदि हम बच्चों को जल के बारे में क्या जल के वितरण के बारे में पढ़ाते हैं तो यह सामाजिक अध्ययन का विषय हुआ जबकि जल में मिले हुए अशुद्धियों के बारे में जानकारी देते हैं तो यह विज्ञान क्षेत्र के विषय विषय हुआ l
ReplyDeleteपर्यावरण अध्धयन के बिना हम दैनिक जीवन में अपने आपको समायोजित नही कर पायेंगे।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन में सभी विषयों का समावेश है ,जब हम किसी क्षेत्र के पेड़ पौधों को अवलोकित करते हैं तब उनके आकार , व्यवस्था, विवरण आदि से विज्ञान , गणित का बोध होता है उसके ऐतिहासिक रूप को हम समझ पाते हैं उसके गुणवत्ता और उसके उपयोग को हम अलग-अलग विषयों के रूप में देख सकते हैं।
ReplyDeleteParyawaran adhiyan se chhatro mai mansik sarririk samajik vikash hota hai
ReplyDeleteParyavaran adhyayan mein sabhi vishay ka samavesh hai
ReplyDeleteParyavaran adhyayan mein sabhi vishay ka samavesh hai
ReplyDeleteपर्यावरण आध्यायन एक एकीकृत विषय है,जिसमें सभी विषय समाहित है।
ReplyDeleteParyavaran adhyayan ek akikrit visay hai. Jisme savi visay samahit hai
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन को एकीकृत विषय के रूप में माना गया है ।क्योंकि इसमें विज्ञान,गणित,समाजिक विज्ञान,भाषा की विषय -वस्तु समाहित है । जैसे हम पर्यावरण विज्ञान में पेड-पौधों के बारे में पढाते हैं एवं इसके उत्पादन को सामाजिक विज्ञान में । इस प्रकार जल,उर्जा इत्यादि अनेक उदाहरण हैं ।
ReplyDeleteपर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत विषय क्षेत्र है, इसे अन्य विषयों से अलग करके नही देखा जा सकता है। उदाहरणतः जल की उपलब्धता सामाजिक विज्ञान का हिस्सा है जबकि इसकी शुद्धता, इसमें मौजूद तत्व विज्ञान का वहीं इसकी मात्रा की गणना गणित का। यही बात पेड़-पौधों,जंगलों इत्यादि पर भी लागू होता है।
ReplyDeleteपंकज कुमार ओझा
ReplyDeleteसहायक शिक्षक
मध्य विद्यालय झखरा ठाकुरगंगटी,गोड्डा
पर्यावरण अध्ययन एक एकीकृत बिषय क्षेत्र है,यह बिल्कुल सत्य और लाजिमी है क्योंकि इस बिषय में कई विषयों का रूप समाहित है जैसे गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, भाषा आदि। इसके अलावा तर्किक, राजनीतिक, आदि कई विषय भी इसमें केन्द्रीत है।यह हमारे आस-पास के वातावरण, मौसम, पेड़ पौधे, जलवायु,जीव जंतुओं भौगोलिक स्थिति आदि सभी से जुड़ा हुआ है। अतः यह सभी क्षेत्रों से संबंधित रखता है।