Think about this Scenario: Ms. Lakshmi is a Class XI student. One day, during the lockdown due to COVID-19 pandemic, she found that the tubelight was not working in her study room. Since she was doing the vocational course of Field Technician - Other Home Appliances, she could apply her learning and replace the tubelight. In your own words, write about your experience of a similar kind where you could utilize your vocational or life skills to help others.
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वास्तव में सफलता पहला कदम प्रयास के पहला कदम का परिणाम है
ReplyDeleteSimilarly the cook in the house did not turn up due to lockdown so with the help of the prior knowledge the child could prepare the lunch for the entire family with great confidence.
ReplyDeleteवास्तव में सफलता पहला कदम प्रयास के पहला कदम का परिणाम है
ReplyDeleteवास्तव में सफलता पहला कदम प्रयास के पहला कदम का परिणाम है
ReplyDeletePatients were afraid of covid-19's treatment.They didn't want to go to the doctor or hospital for treatment.
ReplyDeleteThere was a patient of esnophilia. He was in need of an injection intermuscular. I had heard about intermuscular injection. That is not a tidious process. I cover my hands with thin gloves and prepared medicine and needle. I made up my mind and injected medicine.
कहा जाता है कि समय बलवान होता है. कोरोना महामारी के लोक डाउन अवधि में लोग घरों में कैद थे . इस दौरान लोग कई समस्याओं से जूते रहे. भयंकर गर्मी और फिर लोक डाउन के समय पानी वाले पाइप का नल टूट गया नल टूटा आधा हिस्सा पाइप में फंसा रह गया. मुझे फिटर व्यवसाय और पाइप फिटिंग काम करने आता है. मैंने स्वयं पाइप में फंसे नल के हिस्से को हेक्सा ब्लेड की मदद से निकाला और नये नल को फिट कर दिया.अत: ज्ञान किसी न किसी समय काम आता है सच ही कहा गया है.
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ReplyDeleteIn the period of covid_19 some other technical knowledge is used to solve problems.
ReplyDeleteIn the period of covid-19 some other technical knowledge is used to solve problems.
Deleteआवश्यकता ही आविष्कार की जननी है ।कोरोना महामारी के कारण संपूर्ण देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था ।जिंदगी ठहर सी गई थी। लोगों को काफी कठिनाइयों से गुजारना पड़ रहा था ऐसे तो मैं बिजली के कार्य का कोई व्यवसायिक प्रशिक्षण नहीं लिया हूं लेकिन देख देख कर कुछ काम जानता था लॉकडाउन की अवधि में मेरे घर में बिजली की कुछ समस्या हो गई थी बिजली मिस्त्री किसी के घर नहीं आ जा रहे थे ऐसी विषम परिस्थिति में मैं घर के वायरिंग एवं फ्यूज को मैंने ठीक किया और वाशिंग मशीन के तार को चूहे ने काट दिया था उसको भी मैंने तारों के रंगों का मिलान करके जोड़ दिया और वाशिंग मशीन को चलने लायक बनाया
ReplyDeleteकहा जाता है कि समय बलवान होता है. कोरोना महामारी के लोक डाउन अवधि में लोग घरों में कैद थे . इस दौरान लोग कई समस्याओं से जूते रहे. भयंकर गर्मी और फिर लोक डाउन के समय पानी वाले पाइप का नल टूट गया नल टूटा आधा हिस्सा पाइप में फंसा रह गया. मुझे फिटर व्यवसाय और पाइप फिटिंग काम करने आता है. मैंने स्वयं पाइप में फंसे नल के हिस्से को हेक्सा ब्लेड की मदद से निकाला और नये नल को फिट कर दिया.अत: ज्ञान किसी न किसी समय काम आता है सच ही कहा गया है.
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ReplyDeleteA rat cut the wire which is connected with holder outside of the house. I Dont know how to connect the wire each other in electric current flowing situation. So I collect some meter wire, one peace two pin plug and one holder and connect to each other with the help of tester. At last I setup the bulb with holder and connect the two pin plug with socket of the electric board. I done this work during the lockdown period because Nobody comes any house in this lockdown period.
ReplyDeleteसफलता प्रयास से ही संभव है lockdown के समय में सिलाई और हेयरकटिंग प्रशिक्षण बहुत कारगर सिद्ध हुआ
ReplyDeleteIf something goes wrong in the water supply pipeline and it is an emergency to repair it ,and there are no plumber in the vicinity.luckily I was trained in my vocational course about repairing pipeline so I could repair it easily.
ReplyDeleteसामन्य शिक्षा के साथ साथ व्यवसायिक शिक्षा कक्षा 8वीं तक के बच्चों के लिए कौशल विकास शिक्षा भावी समयान्तगर्त रोजगारपरक हो सकता है, जैसे_बीजली फिटिंग, कढ़ाई बुनाई,राजमिस्त्री, नल फिटिंग,उन्नत कृषि तकनीकि का शिक्षा इत्यादि।
ReplyDeleteकोरोना वैश्विक महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण लोग घरों में रहने के लिए विवश थे। इस दौरान लोग कई समस्याओं से जो जीते रहे। लॉक डाउन की अवधि में मैंने कुछ कपड़ों की सिलाई की। व्हाट्सएप के माध्यम से डीजी साथ कार्यक्रम को बच्चों तक पहुंचाने के लिए मोबाइल संचालन करने का भरपूर अवसर प्राप्त हुआ।
ReplyDeleteउ उ वि गुंजरडीह बोकारो
आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है ।कोरोना महामारी के कारण संपूर्ण देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था ।जिंदगी ठहर सी गई थी। लोगों को काफी कठिनाइयों से गुजारना पड़ रहा था ऐसे तो मैं बिजली के कार्य का कोई व्यवसायिक प्रशिक्षण नहीं लिया हूं लेकिन देख देख कर कुछ काम जानता था लॉकडाउन की अवधि में मेरे घर में बिजली की कुछ समस्या हो गई थी बिजली मिस्त्री किसी के घर नहीं आ जा रहे थे ऐसी विषम परिस्थिति में मैं घर के वायरिंग एवं फ्यूज को मैंने ठीक किया। मैंने राजमिस्त्री का काम भी घर में किया । कुछ टूट-फुट हो गई थी ,मैंने उस भाग का मरम्मत भी किया।
ReplyDeleteकहावत है कि समय बलवान होता है। इस करोना महामारी के लोग लोकडाउन अवधि में लोग घरों में कैद थे इस दौरान लोग कई समस्याओं से जूझ रहे थे जैसे भयंकर गर्मी और फिर लॉकडाउन के समय पानी वाले पाइप का नल टूट जाना। नल का टूटा हिस्सा पाइप में फंसा रह गया मुझे फिटर व्यवसाय और पाइप फिटिंग का कार्य करने आता है । मैंने स्वयं पाइप में फंसे नल के हिस्से को हेक्सा ब्लेड की मदद से निकाला और नए नल को ठीक कर दिया। अतः ज्ञान किसी ना किसी समय काम आता है सच ही कहा गया है।
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ReplyDeleteमुझे एक घटना याद आ गया जब मैं कारपेंटर का काम करने दिल्ली गया था ।दिल्ली से लखनऊ ताज होटल में काम करने के लिए मैं गया हुआ था ।वहां पर बहुत से कारपेंटर फर्नीचर का काम कर रहे थे ।इसी बीच एक डोर क्लोजर सेट करना था ।बड़े बड़े अनुभवी कारपेंटर इस कार्य में फेल हो गए सेट नहीं कर पाए ।मैं भी इस कार्य को गौर से देख रहा था ,अचानक से मैं अपने अनुभव से उस डोर क्लोजर को सेट करने में सफल हो गया।
ReplyDeleteसभी अनुभवी कारीगर मुझे
One day on the way to school my saree was caught in a nail and tore. I used a needle and stiched it as there was no other alternative. stiching helped me
ReplyDeleteइस कोरोना काल में लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बावजूद भी मैंने कुछ बिजली के उपकरण भी बनाने को सीखा इससे हम कह सकते हैं कि गंभीर परिस्थिति में भी कुछ बेहतर किया जा सकता है।
ReplyDeleteमैंने बिजली का कुछ बहुत काम सीखा है।लोकडौन कि दौरान जब भयंकर गर्मी पड़ रही थी,ऐसे समय में दो पंखे और एक कूलर खराब हो गया था। मैंने स्वयं उन्हें खोलकर ठीक किया। घर वाले परेशान थे कि नही बना तो कैसे रह पाएंगे।पर उन्हें आश्चर्य हुआ कि कैसे मैंने ठीक कर दिया।
ReplyDeleteमेरा सीखा हुआ हुनर गंभीर परिस्थितियों में काम आया।
एहसानुल हक
भरनो,गुमला।
विद्यालय सरस्वती का मंदिर है।यहां बच्चों में शारीरिक,मानसिक,सामाजिक,नैतिक,सांस्कृतिक और भावनात्मक कौशल का विकास किया जाता है।यहां बच्चों को एक स्वस्थ जागरूक,जिम्मेदार, चरित्रवान नागरिक बनाया जाता है। अतः बाल लैंगिक उत्पीड़न को रोकने में विद्यालय की जिम्मेवारी अत्यधिक है । विद्यालय अपनी भूमिका निम्न रूप से निभा सकता है
ReplyDelete1)बाल उत्पीड़न रोकने से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करके,
2)अभिभावक-शिक्षकों को मिलकर इस विषय पर विस्तार से चर्चा कर,
3)लैंगिक शोषण शिकायत,सुझाव पेटी लगाकर,
4)प्रकटीकरण के लिए सुरक्षित स्थान बनाकर,
5)बाल यौन शोषण,लिंग,आत्मरक्षा पर विस्तार से खुली चर्चा आयोजित कर,
6)बाल सुरक्षा नियमों के तहत कार्यनीति बनाकर,
7)सभी शिक्षकगणों,अभिभावकों,कर्मचारियों आदि से सकारात्मक माहौल में चर्चा करके,
8)ऑनलाइन सुरक्षा पर ध्यान देकर,
9) स्कूलों का निरंतर ऑडिट करके,
10)विद्यालय में चाइल्डलाइन नम्बर,नजदीकी पुलिस थानों एवं बाल कल्याण केंद्रों के संपर्क में रहकर ।
During covid19 lock down period I learnt to coock many food dishes like making roti, rice, dal, halwa etc
ReplyDeleteVocational education enables a person to acquire some skills to be used in real life. In this scenario I have a experience when my mixer grinder did not work so I opened it and make some greasing and fitted then it finally starts working. All credit goes tothe FITTER Vocational education.
ReplyDeleteLogo ne paristhiti ke sath samanway sthapit karna sikh liya.chhoti-moti kam ke liye log dusare par nirver rahte the unhe aabhas ho gaya ki atmnirverta kya hoti hai.
ReplyDeleteA rat cut the wire which is connected with holder outside of the house. I Dont know how to connect the wire each other in electric current flowing situation. So I collect some meter wire, one peace two pin plug and one holder and connect to each other with the help of tester. At last I setup the bulb with holder and connect the two pin plug with socket of the electric board. I done this work during the lockdown period because Nobody comes any house in this lockdown period.
ReplyDeleteVidyalay ek Mandir hai aur iska uddeshy bacchon ko ek Insan banana hona chahie sabhi
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteDue to covid pandemic. We are been in good habit to sanitize our hands regular.
ReplyDeleteCongratulations.
ReplyDeleteGood content.
ReplyDeleteGood content
ReplyDeleteसफलता प्रयास से ही संभव है lockdown के समय में सिलाई और हेयरकटिंग प्रशिक्षण बहुत कारगर सिद्ध हुआ
ReplyDeletecorona mahamari se logo ko sath me rahne ka ek alag hi anubhaw hua.is bhag dor ki jngi se kuchh rahat mila.pradoosa n kam hua,
ReplyDeleteआवश्यकता ही आविष्कार की जननी है ।कोरोना महामारी के कारण संपूर्ण देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था ।जिंदगी ठहर सी गई थी। लोगों को काफी कठिनाइयों से गुजारना पड़ रहा था ऐसे तो मैं बिजली के कार्य का कोई व्यवसायिक प्रशिक्षण नहीं लिया हूं लेकिन देख देख कर कुछ काम जानता था लॉकडाउन की अवधि में मेरे घर में बिजली की कुछ समस्या हो गई थी बिजली मिस्त्री किसी के घर नहीं आ जा रहे थे ऐसी विषम परिस्थिति में मैं घर के वायरिंग एवं फ्यूज को मैंने ठीक किया। मैंने राजमिस्त्री का काम भी घर में किया । कुछ टूट-फुट हो गई थी ,मैंने उस भाग का मरम्मत भी किया।
ReplyDeleteकहा जाता है कि समय बलवान होता है. कोरोना महामारी के लोक डाउन अवधि में लोग घरों में कैद थे . इस दौरान लोग कई समस्याओं से जूते रहे. भयंकर गर्मी और फिर लोक डाउन के समय पानी वाले पाइप का नल टूट गया नल टूटा आधा हिस्सा पाइप में फंसा रह गया. मुझे फिटर व्यवसाय और पाइप फिटिंग काम करने आता है. मैंने स्वयं पाइप में फंसे नल के हिस्से को हेक्सा ब्लेड की मदद से निकाला और नये नल को फिट कर दिया.अत: ज्ञान किसी न किसी समय काम आता है सच ही कहा गया है.
ReplyDeleteIf something goes wrong in the water supply pipeline and it is an emergency to repair it ,and there are no plumber in the vicinity.luckily I was trained in my vocational course about repairing pipeline so I could repair it easily.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteGood content
ReplyDeleteOnline classes is very useful during lockdown
ReplyDeleteSimilarly the cook in the house did not turn up due to lockdown so with the help of the prior knowledge the child could prepare the lunch for the entire family with great confidence
ReplyDeleteIn this corona virus pandemic vocational education also helps us a lot whether it may be hearcuting wire repairing etc
ReplyDeleteकोरोना महामारी के दौरान लोगों ने भिन्न-भिन्न प्रकार के पाठ शिखा जैसे कि अपने आप को दूरी रखते हुए अपना काम खुद करना जैसे घर का साफ-सफाई इत्यादि
ReplyDeleteकोरोना महामारी के दौरान लोगों ने भिन्न-भिन्न प्रकार के पाठ शिखा जैसे कि अपने आप को दूरी रखते हुए अपना काम खुद करना जैसे घर का साफ-सफाई इत्यादि
ReplyDeleteIf something goes wrong in the water supply pipeline and it is an emergency to repair it ,and there are no plumber in the vicinity.luckily I was trained in my vocational course about repairing pipeline so I could repair it easily.
ReplyDeleteहमारे क्लास रूम में बच्चे अलग-अलग स्वभाव,अलग-अलग रुचि, अलग-अलग अधिगम-स्तर के होते हैं ! कुछ विशेष आवश्यकता वाले बच्चे होते हैं तो कुछ सामाजिक, आर्थिक रूप से पिछड़े हुए बच्चे होते हैं !
ReplyDeleteकोरोना वैश्विक महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण लोग घरों में रहने के लिए विवश थे। इस दौरान लोग कई समस्याओं से जो जीते रहे। लॉक डाउन की अवधि में मैंने कुछ कपड़ों की सिलाई की। व्हाट्सएप के माध्यम से डीजी साथ कार्यक्रम को बच्चों तक पहुंचाने के लिए मोबाइल संचालन करने का भरपूर अवसर प्राप्त हुआ।
ReplyDeleteउ उ वि गुंजरडीह बोकारो
आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है ।कोरोना महामारी के कारण संपूर्ण देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था ।जिंदगी ठहर सी गई थी। लोगों को काफी कठिनाइयों से गुजारना पड़ रहा था ऐसे तो मैं बिजली के कार्य का कोई व्यवसायिक प्रशिक्षण नहीं लिया हूं लेकिन देख देख कर कुछ काम जानता था लॉकडाउन की अवधि में मेरे घर में बिजली की कुछ समस्या हो गई थी बिजली मिस्त्री किसी के घर नहीं आ जा रहे थे ऐसी विषम परिस्थिति में मैं घर के वायरिंग एवं फ्यूज को मैंने ठीक किया। मैंने राजमिस्त्री का काम भी घर में किया । कुछ टूट-फुट हो गई थी ,मैंने उस भाग का मरम्मत भी किया।
ReplyDeleteलेकिन इसके बावजूद भी मैंने कुछ बिजली के उपकरण भी बनाने को सीखा इससे हम कह सकते हैं कि गंभीर परिस्थिति में भी कुछ बेहतर किया जा सकता है।
ReplyDeleteA man can do any kind of work if they try. They should be taught some simple hand work.
ReplyDeleteThey should be taught properly.
ReplyDeleteपरिस्थितियाँ व्यक्ति को बहुत कुछ सीखा देती हैं।
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