क्षेत्र का भ्रमण एक शैक्षिक प्रक्रिया है, जिसके द्वारा प्रत्येक छात्र कार्यस्थल पर घटनाओं और एनी वास्तविक जीवन गतिविधियों को देखकर जानकारी प्राप्त करता या सीखता है I व्यावसायिक अध्ययन के लिए क्षेत्र के दौरे के संगठन में आप किन समस्याओं का सामना कर सकते हैं और आप उन समस्याओं का समाधान कैसे करेंगे ? इस पर अपने विचार साझा करें I
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Kshetra vishesh ka adhdhayan karke
ReplyDeleteकई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सामाजिक परिवेश, अभिभावकों का आर्थिक स्थिति, शिक्षा आदि। क्षेत्र भ्रमण कर लोगों को जागरूक करके समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
ReplyDeleteइसमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सामाजिक परिवेश, अभिभावकों की आर्थिक स्थिति ,शिक्षा एवं लोगों की जागरूकता तथा स्वयं की क्षेत्र भ्रमण करने में भी कई तरह की समस्याएं आ सकती है।
ReplyDeleteइस समस्याओं का समाधान करने के लिए क्षेत्र विशेष के लोगों विद्यालय के शिक्षकों और सरकार के द्वारा दी गई सुविधाओं का बहुत ही सावधानी पूर्वक प्रयोग करने से समाधान करने की पहल की जा सकती है।
विद्यार्थियों एवं अभिभावकों की इस भ्रमण के प्रति उदासीनता, इनके प्रति अपेक्षित जागरूकता एवं उत्साह का अभाव, आर्थिक समस्याएँ आदि। इन समस्याओं का समाधान लोगों में जागरूकता फैलाकर और उनका उत्साह बढ़ाकर एवं इन समस्याओं के प्रति सकारात्मक सोच पैदा कर किया जा सकता है।
ReplyDeleteकई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है |सामाजिक परिवेश अभिभावकों का आर्थिक स्थिति, शिक्षा आदि| इस प्रकार क्षेत्र भ्रमण कर लोगों को जागरूक किया जा सकता है|
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ReplyDeleteग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षण स्थल का अभाव है जिस कारण ग्रामीण शिक्षार्थी को सुदूर भ्रमण करने की जरूरत पड़ सकती है। अभिभावकों की आर्थिक स्थिति एवं उनके अनुचित दृष्टिकोण, सीखने का माध्यम, प्रशिक्षित अध्यापकों का अभाव एवं प्रायोगिक शिक्षा की उपेक्षा आदि की समस्याएं भ्रमण के दौरान हो सकती है। इसके लिए हमें शारीरिक श्रम के प्रति जनता का दृष्टिकोण बदलना होगा एवं अभिभावकों को इसके प्रति जागरूक करना होगा। भ्रमण करने वाले पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षण स्थलों को स्थापित कर विकसित करने होंगे। विद्यालयों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित करना होगा। पाठ्यचर्या में सामान्य शिक्षा का भी स्थान देना होगा। विद्यालय एवं भ्रमण किए जाने वाले प्रशिक्षण स्थल का माध्यम राष्ट्रीय भाषा एवं मातृभाषा होनी चाहिए। प्रायोगिक शिक्षा का तकनीकी विद्यालयों में महत्वपूर्ण स्थान दिया जाना चाहिए।
ReplyDeleteइसमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सामाजिक परिवेश, अभिभावकों की आर्थिक स्थिति ,शिक्षा एवं लोगों की जागरूकता तथा स्वयं की क्षेत्र भ्रमण करने में भी कई तरह की समस्याएं आ सकती है।विद्यालयों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित करना होगा। पाठ्यचर्या में सामान्य शिक्षा का भी स्थान देना होगा। विद्यालय एवं भ्रमण किए जाने वाले प्रशिक्षण स्थल का माध्यम राष्ट्रीय भाषा एवं मातृभाषा होनी चाहिए। प्रायोगिक शिक्षा का तकनीकी विद्यालयों में महत्वपूर्ण स्थान दिया जाना चाहिए।
ReplyDeleteकई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है |सामाजिक परिवेश अभिभावकों का आर्थिक स्थिति, शिक्षा आदि।
ReplyDeleteविद्यार्थियों एवं अभिभावकों की इस भ्रमण के प्रति उदासीनता, इनके प्रति अपेक्षित जागरूकता एवं उत्साह का अभाव, आर्थिक समस्याएँ आदि। इन समस्याओं का समाधान लोगों में जागरूकता फैलाकर और उनका उत्साह बढ़ाकर एवं इन समस्याओं के प्रति सकारात्मक सोच पैदा कर किया जा सकता है।
The children in initial age or education in primary school of different mental ity and different languages which they could learn in their homes are send by their parents to schools to learn and to get education. The friendly atmosphere should be developed not only in schools but also in homes from which they come to read. Both parents and school are responsible for their education.Maximum time the spent in homes. Where parents should take adequate steps to watch them in friendly manners with their reading and writing. But unfortunately some of their parents or guardians are not educated, while some of them are not taking proper actions. In govt. Schools most children come from weaker , financial poor classes of the society. So such children are suffering with education. Although some of the parents taking well care for their education.
ReplyDeleteक्षेत्र भ्रमण के दौरान कई प्रकार की समस्याओं सामाजिक परिवेश, रहन सहन,शैक्षिक स्थिति,महिलाओं की स्थिति,बाल श्रमिकता,क्षिजित छात्र,उपेक्षित बच्चे खासकर अत्यंत पिछड़े और अभिवंचित वर्ग के बच्चों का चिंताजनक जीवन स्तर झकझोर देती है।सरकारी योजनाओं के बावजूद उसका असर नहीं दिखता।ऐसे में लोगों को जागरूक करने और ऐसे खास वर्ग के लिए सरकार को भी गंभीर होकर समुचित प्रयत्न करने की आवश्यकता होगी।
ReplyDeleteTransportation may be problem, field trip is time consuming, safety precautions essential, carefully planning required.
ReplyDeleteKuchh samasyaye hai lekin prayas karne se ho sakta hai
ReplyDeleteGovernment should grant money and at least two tour should be compulsory throughout the year
ReplyDeleteव्यवसायिक अध्ययन के लिए क्षेत्र के दौरे के संगठन के साथ अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे कि किसी विद्यार्थी के पास रूपयों की कमी है किसी के पास पाठय पुस्तक का अभाव है तो किसी के पास लैपटाप का अभाव है इन सभी कमियों को दूर करते हुए एक साथ काय करेंगे तथा एक दूसरे की परस्पर आर्थिक सहायता भी करेंगे। धन्यवाद।
ReplyDeleteBahut s samasya ka samna karna pad skta hai jaise samajik , aarthik aadi .
ReplyDeleteShiksha ka vyavsayikaran ka Arth bacchon ko Shiksha dene ke sath sath vyavsay se sambandhit Shiksha di jaaye Taki ki bacche a Bhavishya mein Main Kuchh Rojgar prapt kar sake
ReplyDeleteउपयुक्त क्षेत्र के चयन की समस्या नहीं, परन्तु गन्तव्य तक जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था करना कठिन है। इस समस्या का समाधान अभिभावकों के सहयोग और सरकारी सहायता से किया जा सकता है।
ReplyDeleteKai samasyaon ka Samna karna pad sakta hai. samajik Parivesh abhibhavak Kaun ka arthik sthiti Shiksha etc.
ReplyDeleteVyavsayik Shiksha ki Shahar tatha Gramin kshetron mein protsahan Dena hoga iske liye Prashikshan Kendra kholna hoga Sarkar ko ismein Udhar Niti Lana Hoga tatha Kaushal Shiksha ke liye vibhinn kendron ko kholna hoga Samanya Shiksha ke sath Vyavsayik Shiksha per bhi Jor Dena hoga Sarkar ko ismein Udar Niti Lana hoga Samanya Shiksha ke sath vyavastha iksha per Jor Dena hoga ismein Kuchh samasya a sakti hai Jaise Jay Mata Pita abhibhavak tatha chhatron ki jagrukta ki Kami Kuchh Arthik samasya bhi a sakti hai Kaushal Shiksha ke liye Ye Raksha Kaun ki bahali Karni Hogi gi gi
ReplyDeleteव्यवसाय के अध्ययन से संबंधित क्षेत्र के दौरे में उचित जागरूकता का अभाव रूढ़िवादी मानसिकता इत्यादि समस्याएं आ सकती हैं इनके समाधान के लिए सकारात्मक सोच के साथ नई जागरूकता पैदा करना नितांत आवश्यक होगा
ReplyDeleteकिसी क्षेत्र के दौरे में की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कुछ विद्यार्थी तो निश्चय ही नहीं कर पाते और कुछ आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण दौरे में जाने के लिए आनाकानी करते हैं जिससे संगठन में समस्या होती है।
ReplyDeleteइसके समाधान के लिए छात्रों में इस दौरे के महत्व के बारे में बताकर उन्हें शैक्षणिक भ्रमण के लिए जागरूक करना होगा।