गतिविधि 3 : अपने विचार साझा करें
बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान मिशन के महत्व के बारे में विचार करें और सोचें कि बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान के लक्ष्यों व उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसीई की क्या भूमिका हो सकती है? अपने विचार साझा करें।
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आप अपनी कक्षा/ स्कूल में खिलौना क्षेत्र कैसे सृजित करेंगे – इस बारे में सोचें। डी-आई-वाई खिलौनों का सृजन करने में बच्चों की सहायता के लिए ...
चूंकि ईसीसीई खेल पर और सृजनात्मक विधि से बच्चों में अक्षर,अंक एवं शब्दों के भेद एवं भावार्थ को विकसित करेगा जिससे बिना अतिरिक्त तनाव महसूस किये ही बच्चे प्रारंभिक कक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार होंगे जिससे आगे का विकास सहज होगा|
ReplyDeletehttps://tinyurl.com/fln01hindi03
DeleteECCE KE DWARA BACCHOON KI RACHNATMAK CHAMTA KO BADAHAYA JATA H ISME BACCHE PPRARAMBHIK STAR PR PRABHAWI TTARIKE SELIKHNA PADHNA AUR SANWAD KRNA SIKHTE H TAKI AAGE KE CLASS M SHIKSHA KE UDDESHYON KO PRAPT KARNE M UPYAGI SIDH HO SAKE
DeleteFLN Misson has significant role in child's development as it built physical and mental development along with emotional development child built concepts as his exposure to our side world. I think ECCE has great importance in this regard.
Deleteईसीसीई बच्चों को अक्षर एवं संख्या ग्यान करवाने में सहजता प्रदान करता है।
DeleteIt is most important game for children development many ways.
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन बेहतरीन कर्यक्रम है।यदि यह सफल हो जाता है।शिक्षा के प्रारंभिक ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण शिक्षा के लिये मिल का पत्थर साबित होगा।यंही से बच्चों की शिक्षा का बुनियाद का निर्माण होता है।इसलिये बुनियाद सही हो इसके लिये यह बेहतर कार्यक्रम है।
Deleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन से बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सकता है।
DeleteECCE me khel avm behtar mahaol pr bal jo buniyadi sikshan ke
Deleteliye upyukt hai.
Kamal Champia
Goilkera
W. Singhbhum.
हाँ, बच्चे बहुत हद तक सक्षम होंगे|
ReplyDeleteDuniya ki Saksharta aur sankhya Gyan mission se bacchon ka sarvangeen Vikas hoga jismein e c c e ki Bhumika mahatvpurn hai
DeleteThe playing method of numbers will be develope the inner power of children
ReplyDeleteIt is the most important game for children development many ways.
ReplyDeleteIt is the most importent game for children development many ways.
Deleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के उद्देश्यों और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ईसीसीई की भूमिका महत्वपूर्ण है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ईसीसीई की महत्वपूर्ण योगदान है।
ReplyDeletebuniyadi saksharta aur sankhya gyan ke uddeshyon aur lakshyon ki prapti ke liye ECCEek bahuthi upyogi madhyam siddh hoga jis se bachcho ka sarvangeen vikas khel khel main gativdhi dwara poorn hoga
ReplyDeleteनिश्चित तौर पर इ सी सी इ बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता है अगर इसे सही तरीके से संचालन किया जाय।इससे बच्चों का समुचित विकास होंना तय है।क्योंकि बच्चें बिना कोई दबाव के सीखते हैं।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की संकल्पना पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के लिए अति महत्वपूर्ण है यह भविष्य के अधिकगम संकल्पना को स्पष्टता प्रदान करने में सहायक होता है। बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के विकास में लिए ECCE उपयोगी व सहायक है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की संकल्पना पूर्व प्राथमिक कक्षों के लिए अति महत्वपूर्ण है। ईसीसीई इसके विकास में उपयोगी व सहायक होगी।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता कि अवधारणा कोई नई चीज तो है नहीं जो आजादी के इतने वर्षों बाद इस पर इतना जोर दिया जा रहा है, आज तो सोचना यह है कि आज भी बच्चों में यह विकसित क्यों नहीं हो पा रही है, क्या इसके लिए शिक्षक जिम्मेवार है या शिक्षकों पर थोपी गई बहुवर्गीय शिक्षा प्रणाली, या रोज बदलती शिक्षा व्यवस्था या शिक्षकककों पर काम का अत्यधिक बोझ, एक बार विचार
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता कि अवधारणा कोई नई चीज तो है नहीं जो आजादी के इतने वर्षों बाद इस पर इतना जोर दिया जा रहा है, आज तो सोचना यह है कि आज भी बच्चों में यह विकसित क्यों नहीं हो पा रही है, क्या इसके लिए शिक्षक जिम्मेवार है या शिक्षकों पर थोपी गई बहुवर्गीय शिक्षा प्रणाली, या रोज बदलती शिक्षा व्यवस्था या शिक्षकककों पर काम का अत्यधिक बोझ
Deleteबुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता का ज्ञान , इसे मजबूती प्रदान करने में ई सी सी ई की महत्वपूर्ण भूमिका है खेल खेल में सिखाने से बच्चे तनावमुक्त होकर जल्दी सीखते हैं ।
ReplyDeleteबच्चों को संख्या ज्ञान खेल खेल के माध्यम से अच्छे से समझ में आएगा और वो गणित की समस्याएं सुलझा पाएंगे
ReplyDeleteबच्चों को सृजनात्मक विधि द्वारा संख्याओं की जानकारी दी जा सकती है तथा उन संख्याओं को व्यवहारिक जीवन में उपयोग में लाया जाता है जिनके बिना जीवन अधूरा है।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा बच्चों के बेहतर भविष्य का निर्धारण कर सकती है । अतः FLN के लक्ष्य और उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए ईसीसीई की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती है |इसके द्वारा बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास की नींव रखी जा सकती है ,जो उन्हें आगे आने वाली कक्षाओं के लक्ष्यों को प्राप्त करने में उपयोगी हो सकती है । पूर्व प्राथमिक शिक्षा खेल ,गीत एवं कला पर आधारित होने के कारण बच्चों का सर्वांगीण विकास में मदद कर सकती है । बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के लक्ष्यों व उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए ECCE को भूमिका महत्वपूर्ण है |
ReplyDeleteनई शिक्षा नीति 2020 में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के महत्व को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं !शिक्षा की बुनियाद को मजबूती प्रदान करने में एफ एल एन मिशन की महत्वपूर्ण एवं सकारात्मक भूमिका है! इस मिशन के द्वारा बच्चों की बुद्धि क्षमता, शारीरिक विकास ,मानसिक परिपक्वता ,मूल्यों के विकास आदि सर्वांगीण विकास की दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है! बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसी की भूमिका भी महत्वपूर्ण है !इसके द्वारा लचीली ,बहु स्तरीय ,बहुआयामी ,खेल आधारित, गतिविधि आधारित शिक्षा जिसमें अक्षर, भाषाएं, संख्याएं, गिनती आधारित सोच का विकास ,समस्या समाधान, संगीत ,व्यवहार कुशलता ,नैतिकता, शिष्टाचार ,व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक स्तर पर स्वच्छता ,टीमवर्क के साथ सहयोग की भावना आदि गुणों को विकसित करना शामिल किया गया है !यह सभी निश्चित रूप से बच्चों के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेंगे !धन्यवाद🙏🏼🙏🏼🙏🏼🇮🇳🇮🇳🇮🇳
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता कि अवधारणा कोई नई चीज तो है नहीं जो आजादी के इतने वर्षों बाद इस पर इतना जोर दिया जा रहा है, आज तो सोचना यह है कि आज भी बच्चों में यह विकसित क्यों नहीं हो पा रही है, क्या इसके लिए शिक्षक जिम्मेवार है या शिक्षकों पर थोपी गई बहुवर्गीय शिक्षा प्रणाली, या रोज बदलती शिक्षा व्यवस्था या शिक्षकककों पर काम का अत्यधिक बोझ
ReplyDeleteसीखने के प्रतिफल आधारित योग्यताएं उन्नत और सक्रिय की प्रक्रियाएं बेहतर गुणवतापूर्ण शिक्षण और अधिक उपयुक्त योगताएं प्रदान करती है।
ReplyDeletePremlata devi
G.M.S Pancha Ormanjhi Ranchi Jharkhand
FLN बहुत ही उपयोगी हो सकता है-कब? जब हम 3 से 9 आयु वर्ग कक्षा 3 तक के बच्चों के एक एक गतिविधियों का अवलोकन बहुत अच्छे एवं ध्यान पुर्वक से करेंगे। और हर बच्चे मे अपना सम्पुर्ण effort लगाएँगे,क्योंकि ये बच्चे बहुत छोटे हैं। इन्हे बहुत ही एकाग्रता के साथ all round development की ओर अग्रसर करना होगा।
ReplyDeleteSahi hai.isme student school teacher gargian our samaj ke sath milkar kam karne se lakshya tak pahucha ja sakega.
DeleteSahi baat
ReplyDelete3 से 6 आयु वर्ग बच्चों के लिए बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान हेतु ईसीसीई वर्तमान समय मे महत्वपूर्ण भूमिका में है।जिससे खेल- खेल में शिक्षा और सृजनात्मक विधि से बच्चों में अक्षर,अंक एवं शब्दों के भेद एवं भावार्थ को विकसित करेगा जिससे बिना अतिरिक्त तनाव महसूस किये ही बच्चे प्रारंभिक कक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार होंगे जिससे आगे का विकास सहज होगा|
ReplyDeletePHUL CHAND MAHATO
UMS GHANGHRAGORA
CHANDANKIYARI
BOKARI
बुनियादी और संख्या ज्ञान मिशन का बच्चों के सर्वांगिण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है, मिशन के निर्धारित लक्ष्यों एवं उद्देश्यों को पूरा करने में ईसीसी सहायता प्रदान करेगा ।
Deleteबुनियादी शिक्षा और संख्याज्ञान मिशन वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में अत्यंत जरूरी एवं महत्वपूर्ण है।एक सर्वे के अनुसार भारत के लगभग 5 करोड़ बच्चों में बुनियादी शिक्षा का अभाव है। इसलिए 3-9 आयु वर्ग के बच्चों में यह मिशन चलाकर हम आशातीत सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन के निर्धारित लक्ष्यों एवं उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसीई महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।ईसीसीई से खेल -खेल एवं आनंददायी वातावरण में सक्रियता से भाग लेकर बुनियादी साक्षरता को प्राप्त कर सकते हैं।
संख्याज्ञान मिशन वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में अत्यंत जरूरी एवं महत्वपूर्ण है।एक सर्वे के अनुसार भारत के लगभग 5 करोड़ बच्चों में बुनियादी शिक्षा का अभाव है। इसलिए 3-9 आयु वर्ग के बच्चों में यह मिशन चलाकर हम आशातीत सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
Deleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन के निर्धारित लक्ष्यों एवं उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसीई महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।ईसीसीई से खेल -खेल एवं आनंददायी वातावरण में सक्रियता से भाग लेकर बुनियादी साक्षरता को प्राप्त कर सकते हैं।
FLN बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के उद्देश्य को सफल बनाने में बच्चों को बचपन से ही ध्वनि संबंधी जागरूकता,ध्वनि भेदभाव,दृश्य धारणा एवं सीखने की कला
ReplyDeleteसीखना बच्चो के समग्र विकास में सहयोग करेगा ।
Buniyadi Saksharta aur sankhya Gyan ki sankalpana purv Prathmik kaksha ke liye Ati mahatvpurn Hai Ya Bhavishya ke adhigam sankalpana ko sahayata pradan karne mein Sahayak hota hai buniyadi Saksharta aur sankhya Gyan ke Vikalp Mein CCE upyogi vah Sahayak hai
ReplyDeleteबच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की प्रारंभिक दक्षता हासिल करवाने की सर्वोत्तम विधि खेल विधि है जो ईसीसीई के साथ सुगमता पूर्वक संभव है .
ReplyDeleteनई शिक्षा नीति 2020 में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के महत्व को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं !शिक्षा की बुनियाद को मजबूती प्रदान करने में एफ एल एन मिशन की महत्वपूर्ण एवं सकारात्मक भूमिका है! इस मिशन के द्वारा बच्चों की बुद्धि क्षमता, शारीरिक विकास ,मानसिक परिपक्वता ,मूल्यों के विकास आदि सर्वांगीण विकास की दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है! बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसी की भूमिका भी महत्वपूर्ण है !इसके द्वारा लचीली ,बहु स्तरीय ,बहुआयामी ,खेल आधारित, गतिविधि आधारित शिक्षा जिसमें अक्षर, भाषाएं, संख्याएं, गिनती आधारित सोच का विकास ,समस्या समाधान, संगीत ,व्यवहार कुशलता ,नैतिकता, शिष्टाचार ,व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक स्तर पर स्वच्छता ,टीमवर्क के साथ सहयोग की भावना आदि गुणों को विकसित करना शामिल किया गया है !यह सभी निश्चित रूप से बच्चों के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेंगे !
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन में ECCE महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है। इससे बच्चे संख्या के विषय मे सीख कर व्याहारिक उपयोग कर सकते हैं।
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ReplyDeleteनिश्चित रूप ईसीसीईबहुत हीउपयोगीसाबित होगा।यदि इससे सही तौर तरीके से संचालन किया जाए।इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होना तय है क्योंकि बिना दबाव के ही बच्चे सीख सकते हैं।
ReplyDeleteनई शिक्षा नीति 2020 में ईसीसीई को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते इसके द्वारा बच्चों का सर्वांगीण विकास निश्चित रूप से किया जा सकता है क्योंकि आज के समय में बच्चे जिस दबाव में शिक्षा ग्रहण करते हैं और बीच में ही पढ़ाई छोड़ जाते हैं उसके लिए यह काफी उपयोगी सिद्ध होगा आजकल खेल खेल में नई गतिविधियों के द्वारा, संगीत विधियों के द्वारा जो आज के बच्चों को काफी पसंद है! उन सब कलाओं को जोड़कर शिक्षा देने की बात ईसीसीई में ही संभव है! ऐसी परिस्थिति में हम शिक्षकों को भी इसमें अहम भूमिका निभानी होगी एवं ईसीसीई को सही तरीके से लागू करना और इसमें सफलता पाना हम शिक्षकों अभिभावकों पर निर्भर करेगा!
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के बारे सोच ने पर ज्ञात होता है कि बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्यों व उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसीई की महत्वपूर्ण भूमिका है ।इसके द्वारा बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव है इससे बच्चों के शारीरिक मान्सिक एवं बौद्धिक विकास की नींव रखी जा सकती है जो उन्हें आगे वाली कक्षाओं के लक्ष्यों को प्राप्त करने में उपयोगी हो सकता है पूर्व प्राथमि क शिक्षा खेल गीत एवं कला पर आधारित होने के कारण बच्चों में सर्वांगीण विकास में मदद कर सकता है बुनियादी साक्षरता एवं संंख्या ज्ञान के लक्ष्यों उद्देश्यों को प्राप्त करना सरल होगा ।
ReplyDeleteशिक्षा के बुनियाद को मजबूत आधार प्रदान करने में ई सी सी ई की महत्वपूर्ण भूमिका है जो बच्चो की बुद्धि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य एवं मानसिक परिपक्वता लाने में सहायक होती है।
ReplyDeleteगणित के अंक ,अंकात्मक और संख्या ज्ञान ECC के लिए उत्तम माध्यम उत्तम है। इसमे 3 से 9 आयु वर्ग को कामयाब कर सकते हैं। गणित के सामान अंक प्राप्त करने के लिए सक्षम होने के साथ-साथ कंप्यूटर भी सक्षम हो सकता है।
ReplyDeleteबच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान का विकास ई सी सी ई के बगैर अकल्पनीय है।
ReplyDeleteनिश्चित तौर पर ई सी सी ई बहुत उपयोगी साबित हो सकता है यदि इसे सही से कार्यान्न्वित किया जाए।बुनियादी साक्षरता एवम संख्या ज्ञान के बारे में जनक्कारि प्राप्त होने से प्राथमिक कक्षाओं में आने पर उन्हें कठिनाई कम होगी ।प्रीस्कूल में बच्चे को सीखने का माहौल उनके अपनी मातृभाषा मिल सकेगी जिससे वे अधिक तेजी से सीख पायेंगे ।
ReplyDeleteआशुतोष कुमार पाण्डेय
सहायक शिक
umsurduchandrikala pratap our chatra jharkhand
शिक्षा के बुनियाद को मजबुत आधार प्रदान करने मे ई सी सी ई की महत्वपुर्ण भुमिका है जो बच्चों के सर्वांगीण विकास मे सहायक होती है।
ReplyDeleteबच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान दक्षता हासिल करने में ईसीसीई के साथ खेल विधि सुगमता पूर्वक संभव है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का बहुत ही महत्व है। इससे प्रारंभिक बाल्यावस्था के बच्चों को पढ़ने और लिखने में सक्षम बनाता है।
ReplyDeleteराष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्य एवम उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसीई की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 बताती है कि शैक्षिक विकास में पिछड़ गए बच्चे जो लगभग 5 करोड़ से अधिक है जैसी समस्या का निदान खेल और बहुआयामी गतिविधि आधारित लचीली शिक्षा जो ईसीसीई की विशेषता है से प्राप्त करने में हमसबों को सहायता मिलेगी। बच्चों में शारीरिक,मानसिक,मूल्यों के विकास में सहायक होगा।
ReplyDeleteECCE के द्वारा बच्चों को संख्यात्मक ज्ञान, पढने लिखने का ज्ञान विभिन्न गतिविधियों से सिखाने से बच्चों का सर्वागीण विकास संभव है बशर्ते इसका इमप्लीमेन्ट सूचारु रुप से हो|
ReplyDeleteDinesh Prasad Shanti Rani middle school Bara Ghaghra Ranchi
ReplyDeleteECCE के द्वारा छात्रों को अपने संख्यातमकज् ज्ञान. पढऩे लिखने मे सहायक होगा और बच्चो का विकास होगा
ReplyDeleteFLN अर्थात बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान प्रारंभिक विद्यालयों के बच्चों के लिए बहुत ही जरूरी है। Pre primary एवं प्राइमरी स्कूल के बाद काफी संख्या में बच्चों का विद्यालय छोड़ना या ड्रॉपआउट होना बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान पर ध्यान नहीं देने का परिणाम है। प्राथमिक स्तर पूरी करने वाले प्रत्येक बच्चों में एम एल एल यानी मिनिमम लर्निंग लेबल का ज्ञान होना ही चाहिए .NAS सर्वे के अनुसार बच्चों में समझ के साथ पढ़ने एवं अंक ज्ञान का अभाव पाया गया। बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान आने वाली पीढ़ियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
ReplyDeleteBuniyadi shakshrta mission ke antergat bacchon me padhne likhne aur sankhya gyan ke kaushalon ka vikas kerna hai.EccE ke tahat bachhon me khel khel me in kaushalon ka kerne ka prayas kiya jata hai
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की संकल्पना पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के लिए अति महत्वपूर्ण है यह भविष्य के अधिगम संकल्पना को स्पष्टता प्रदान करने में सहायक होता है। बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के विकास में लिए ईसीसीई उपयोगी व सहायक है।
ReplyDeleteवर्तमान में स्कूली शिक्षा शिक्षा के विभिन्न चरणों के अंतर्गत बच्चों के सीखने के स्तर के खराब प्रदर्शन को लेकर आज राष्ट्रीय स्तर पर चिंता की जा रही है ।अनुसंधानों से यह सुनिश्चित हो गया है कि बच्चे एक बार बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान में पीछे रह जाते हैं तो वे वर्षों तक इसी पिछड़ी अवस्था में रहते हैं तथा निरंतर पीछे होते जाते हैं ।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में यह दोहराया गया है कि सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल सके ।सभी बच्चों के लिए बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त करना एक अनिवार्य राष्ट्रीय मिशन बनना चाहिए।विभिन्न अनुसंधान यह संकेत करते हैं कि बुनियादी स्तरों की अवधि में सीखने की गति अधिकतम तीव्र होती है ।इस स्तर पर प्राप्त हर सकारात्मक अनुभव आजीवन सीखने और विकास में सहयोग करता है ।इसलिए इस मिशन के माध्यम से विकास और आजीवन सीखने के लिए इन बुनियादी वर्षो का उपयोग किया जा रहा है ।इसके लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) के महत्व की अनुशंसा करती है और दृढ़ता के साथ इस पर जोर देती है ।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसीई की प्रमुख भूमिका है ।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने प्री-स्कूल की शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित कर इसे शिक्षा प्रणाली का अभिन्न अंग बनाया है । बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के निर्माण के लिए शिक्षकों को बच्चों के बचपन से ही ध्वनि संबंधी जागरूकता,ध्वनि भेदभाव,दृश्य धारणा व दृश्य जुड़ाव को विकसित करने पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि बच्चे भविष्य में बेहतर पाठक और लेखक के रूप में विकसित हो सकें । यह चरण बुद्धि,क्षमता,शारीरिक विकास,मानसिक परिपक्वता और मूल्यों के विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है । इसलिए शिक्षकों को बच्चों के समग्र विकास और सीखने पर अधिक जोर देना होगा और बच्चों को सीखने की कला सिखानी होगी ।
सीखने के प्रतिफल अवलोकन और मापने योग्य होने चाहिए।
ReplyDeleteराष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 बताती है कि शैक्षिक विकास पिछड़ गए हैं उनकी समस्या का निदान गतिविधि आधारित शिक्षा जो ईसीसीई की विशेषता है से प्राप्त करने में हम लोगों की सहायता मिलेगी
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के उद्देश्यों औरलक्ष्यों को प्राप्त करने में ईसीसीई की प्रमुख भूमिका है।इसके द्वारा बच्चों के शारिरीक मानसिक एवं वौद्धिक विकास की निंव रखी जा सकती है जो उन्हे आगे आने वाली कक्षाओं के लक्ष्यों को प्राप्त करने मे उपयोगी हो सकती है।
ReplyDeleteECCE सही अर्थों में खुला आकाश है,जैसे पक्षी खुले आसमान में मनचाहे ढंग से विचरण,कलाबाजियां और नए नए कला सीखते हैं, ठीक उसी तरह ECCE में बच्चों के अंदर विद्यमान गुण स्वयं झलकने लगते हैं।हमें सिर्फ उन गुणों का पालन पोषण और आत्मसाद करना होता है।यह मानवीय मूल्यों और संवेदनाओ के विकास की महत्वपूर्ण और प्रथम श्रेणी है।अगर यहाँ उचित देखभाल और आत्मसाद हो जाए तो वह एक सम्पूर्ण प्रगतिशील मानव के रूप में देश और समाज को मिलेगा। अतः यह कहा जा सकता है कि सम्पूर्ण मानव जीवन की मूल कड़ी ECCE ही है और इसे NEP(National Education Policy)2020 में विशेष बल डालकर रखा जाना यह नीति निर्माताओं की दूरदर्शिता को दिखाता है|
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की कल्पना पूर्व प्राथमिक कक्षा के लिए बहुत जरूरी है| यह बच्चों के भविष्य की कल्पना को अस्पष्टता प्रदान करने में सहायक है| ECCE इसके लिए उपयोगी और सहायक है|
ReplyDeleteईसीसीई खेल पर और सृजनात्मक विधि से बच्चों में अक्षर,अंक एवं शब्दों के भेद एवं भावार्थ को विकसित करेगा जिससे बिना अतिरिक्त तनाव महसूस किये ही बच्चे प्रारंभिक कक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार होंगे जिससे आगे का विकास सहज होगा|
ReplyDeleteछात्रों के जीवन के पहले 6 छः वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इन वर्षों में छात्र बहुत कुछ सीख सकते हैं तथा भाषाओं और संख्यायों का ज्ञान इस उम्र में प्राप्त करने से जीवनपर्यंत काम आता है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की संकल्पना पूर्व प्राथमिक कक्षों के लिए अति महत्वपूर्ण है। बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की कल्पना पूर्व प्राथमिक कक्षा के लिए बहुत जरूरी है| यह बच्चों के भविष्य की कल्पना को अस्पष्टता प्रदान करने में सहायक है| ECCE इसके लिए उपयोगी और सहायक है|
ReplyDeleteवुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की संकल्पना पूर्व प्राथमिक कक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है।एसीसी ई इसके विकाश में उपयोग व सहायक होगी।
ReplyDeleteसिखने की परिणाम अवलोकन ओर मापनीय होना चाहिये
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान एक अच्छा कार्यक्रम है, इस मिशन से बच्चों में सभी तरह का विकास संभव है
ReplyDeleteउमेश चंद्र साह, मध्य विद्यालय सालतोला रानीशवर दुमका
बुनियादी मजबूत भाषा और संख्या ज्ञान यदि पूर्व प्राथमिक कक्षाओं में बच्चे प्राप्त कर सकें तो उसके आगे का पढ़ाई में दिक्कतें कम हो जाएगी,जो ईसीसीई के खेल और सृजनात्मक तरीके से प्राप्त हो सकता है।
ReplyDeleteबुनियादी शिक्षा और संख्या ज्ञान साक्षरता के लिए आवश्यक है
ReplyDeleteयह कार्यक्रम बहुत ही उपयोगी है।इसे सफल बनाने के लिए सबका सहयोग आमंत्रित है।
ReplyDeleteबुनियाद सुद्रिढ होने पर भवन सशक्त होगा।सिखने के परिणाम सुस्पष्ट,पारदर्शी, प्रभावी होने हेतु बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ग्यान कार्यक्रम सटीक है।
ReplyDeleteउ म वि पुटकी नं 10 (धनबाद)।
ECCEबुनियादी शिक्षा के सुदृढ़ीकरण यथा अक्षर ज्ञान भाषा का विकास मात्रा का ज्ञान संख्याज्ञान हेतु एक बेहतरीन कार्यक्रम है.अगर यह सही से लागू हो जाय तो बच्चों में सर्वांगीण विकास दिखेगा
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान मिशन को नजर अंदाज करके शिक्षा के बुनियाद को मजबूत नहीं किया जा सकता है ।
ReplyDeleteSumitra Mahato
ReplyDeleteUMS Kurnabera :- FLN mission has segnificant role in child's development as it built physical & mental (cognitive) development along with emotional development child built concepts as his exposer to outside world,he learns a lot from playing building blocks dancing skipping etc. Togeatherness teaches him how to solve problems easily.
I find ECCE has great importance in this regard.
ई सी सी ई बच्चों में बुनियादी भाषा विकास एवं संख्या ज्ञान में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम साबित हो सकता है |यदि यह सफल होता है तो बच्चों का सर्वागीण विकास होने के साथ साथ ड्रॉप-आउट की समस्या भी कम की जा सकती है | बजरंग महतो ,उत्क्रमित मध्य विद्यालय देवघरा,बाघमारा |
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्यों और उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए ईसीसीई की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है, क्योंकि इससे बच्चे खेल खेल के माध्यम से सीखने में रूचि लेते हैं और सहजता पूर्वक अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकते हैं|इस प्रकार इससे बच्चों के समूचित विकास में मदद मिल सकती है |
ReplyDeleteसंख्या ज्ञान खेल माध्यम अनेक प्रकार से बच्चों के विकास में उपयोगी है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के उद्देश्यों और लक्ष्यों को प्राप्त करने में ईसीसीई की प्रमुख भूमिका है। इसके द्वारा बच्चों के शारीरिक मानसिक एवं बौद्धिक विकास की नींव रखी जा सकती है जो उन्हें आगे आने वाली कक्षाओं के लक्ष्यों को प्राप्त करने में उपयोगी हो सकती है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के उद्देयोउ और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ईसीसीई की भूमिका महत्वपूर्ण है। बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए ईसीसीई महत्वपूर्ण योगदान है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान मिशन शिक्षा की बुनियाद को मजबूती प्रदान करती है। जिससे बच्चों के विकास में उपयोगी व सहायक होगी।
ReplyDeleteECCE की भूमिका बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण है। बच्चे के अक्षर ज्ञान और संख्यात्मक ज्ञान को विभिन्न गतिविधियों,खेल और गत्यात्मक क्रियाओं द्वारा मनोरंजक ढंग से सिखाया जाता है, ये तीव्र एवं निश्चित शिक्षण की ओर बच्चों को आगे बढ़ाने में मदद करता है।
ReplyDeleteIt is most important game for children development many ways to have better understanding in learning process
ReplyDeleteशिक्षा के बुनियादी को मजबूत आधार प्रदान करने मे ई.सी.
ReplyDeleteसी.ई की महत्वपूर्ण भूमिका है जो बच्चो के सभी अंगो के बिकास में सहायक है! अत:बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की संकल्पना पूर्व प्राथमिक कक्षा के लिए उपयोगी है
शिक्षा के बुनियादी पहलू को सशक्त बनाने में इस module की यहां भूमिका होगी
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का लक्ष्यो और उद्देश्यो को प्राप्त करने के लिए ECCE का महत्वपूर्ण भूमिका है। बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सहायक हो सकती है।
ReplyDeleteअनिल कुमार दास
नया प्राथमिक विद्यालय अल्लाटांड
निरसा धनबाद
Buniyadi shaksharata or sankhaya sankhya gyan mission se bacchon ka sarwagin vikas ho sakta hai
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के महत्व (विचारोपरांत) :
ReplyDelete१) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन, सभी बच्चों के लिए मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान को प्राप्त करने हेतु तत्काल रूप से एक राष्ट्रीय अभियान है |
२) यह मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान के सार्वभौमिक अर्जन हेतु सक्षम परिवेश का निर्माण कराता है |
३) यह शिक्षा के व्यापक लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक साधन है |
४) यह तीन वर्ष से नौ वर्ष तक के आयुवर्ग के बच्चों की अधिगम आवश्यकताओं को पूरा कराने की व्यवस्था कराता है|
५) कक्षा तीन तक के बच्चों को पठन, लेखन और संख्या ज्ञान कौशल की अपेक्षित शिक्षण क्षमता प्राप्त कराने की व्यवस्था कराता है |
बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्यों व उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसीई की भूमिका :
१) बच्चों की पहली भाषा के बारे में सकारात्मक दृष्टिकोण रखकर |
२) मातृभाषा/घरेलू भाषा को बढ़ावा देकर |
३) बच्चों को भाषा सीखने हेतु " सुनो- बोलो- पढो़- लिखो "क्रम हेतु सुझाव तथा मार्गदर्शन प्रदान कर |
४) औपचारिक स्कूली- भाषा का अनावरण कर |
५) बहुभाषी कक्षा में बच्चों को अपनी भाषा में खुद को अभिव्यक्त करने और एक दूसरे से सीखने और पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित कर |
६) शैक्षिक प्रणाली की समस्या को संबोधित कर उचित समाधान खोजने की क्षमता विकसित कर |
७) बच्चे के "विविधता को स्वीकार करने और इसे समावेशी बनाने के अधिकार मॉडल " पर ध्यान केंद्रित कर अक्षरशः अपनाकर |
८) बच्चों को उनके व्यक्तिगत, शैक्षिक, सामाजिक, भावनात्मक या शारीरिक बाधाओं के आधार पर अलग करने के बजाय समान व्यवहार प्रदान कर |
९) बच्चों की विशेष जरूरतों के प्रति संवेदनशील और उत्तरदायी बनाकर |
१०) कम उम्र में बच्चों की विशेष शिक्षा की जरूरतों की पहचान कर उन्हें बाद के जीवन की चुनौतियों का सामना करने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन
कर |
बुनियादी साक्षरता और स॔ख्याज्ञान मिशन एक बहुत ही सुंदर कार्यक्रम है।इस के उद्देश्य भी अच्छे है।मानव रूपी मकान का यह न्यू है,बुनियाद है।जिस तरह एक मकान की मजबूती उसके बुनियाद पर निर्भर करती है। उसी तरह एक व्यक्ति की मानवीय मूल्यों का आधार उसके शिक्षा से मापा जाता है,उसकी बुनियादी शिक्षा कैसे थी?
ReplyDeleteयह मिशन यदि सही रूप से अपनाया जाए तो मिशन के लक्ष्य को प्राप्त करना कोई बड़ी बात नहीं है।पर समस्य यहाँ ये है कि हम सरकारी शिक्षकों स्वतंत्र रूप से कार्य को पूरा करने नहीं दिया जाता ।यदि कोई कार्य हम करते है तो तुरंत प्रश्न किया जाता है कि किसके आदेश से आपने यह काम किया है?पत्रांक दिनांक पर हम फसं जाते है।
यह निसंदेह बहुत ही अच्छी मिशन है बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बुनियादी साक्षरता और स॔ख्याज्ञान मिशन एक अच्छा प्रयास होगा।इसके लक्ष्य और उदेश्य को प्राप्त करने में ईसीसीई का महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।
FLN के क्रिया्वयन में ई सी सी ई सहयोगी है इसमें भी हम देखते थे कि छात्र छात्राएं समझने में कहां अटक गए हैं वहीं से फिर से पढ़ाना शुरू कर ते थे जिससे बच्चों को समझने में आसानी होती थी और सरलता पूर्वक सीख कर आगे बढ़ जाते थे
ReplyDeleteBuniyadi saksharata aur sankhyagyan ke lakshyon,uddeshyon ko prapt karne ke liye ECCE atyant aawashyak hai. Bachchon me sawangeen vikash ewam buniyadi samajh hetu maukhik ewam gatividhi aadharit kriyakalap se bachchon me thos anubhav hetu aawashyak hai.
ReplyDeleteECCE has contributed much in educating children.
ReplyDeleteIt is a better way to developing our country.
निश्चय ही बूनियादी साक्षऱता और संख्या ज्ञान मिशन एक अति लाभकारी प्रयास प्रतीत होता है लेकिन इसकी सफलता विद्यालय में उपलब्ध आधारभूत सुविधाओं और छात्र शिक्षक अनुपात पर निर्भर करेगा सारे के सारे शिक्षकों की कमी की समस्या से ग्रस्त है
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान बच्चों के लिए बहुत ही लाभकारी है और इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरताऔर संख्या ज्ञान बच्चों के लिए बहुत ही अच्छा है और इससे सर्ंवागीण विकास होता है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान बच्चों के लिए बहुत आवश्यक होता है
ReplyDeleteBuniyadi shiksha se hi bachhon me Sarandon Vikas hogi
ReplyDeleteBuniyadi sikhsha bacho ke sampurn vikas me madad krti hai.....ye sikhsha ghr se hi shuru kr deni chahiye taki bachhe har tarah se kamyab hoye
ReplyDeleteनिश्चय ही बूनियादी साक्षऱता और संख्या ज्ञान मिशन एक अति लाभकारी प्रयास प्रतीत होता है लेकिन इसकी सफलता विद्यालय में उपलब्ध आधारभूत सुविधाओं और छात्र शिक्षक अनुपात पर निर्भर करेगा सारे के सारे शिक्षकों की कमी की समस्या से ग्रस्त है .....
ReplyDeleteBuniyadi saksharta aur sankhya gyaan prambhik star ke bachhon ko prapt karne me ecce important role nibhata h. Kyonki isme bachhe khule man se khel khel me hi sikh pate h.
ReplyDeleteBuniyadi Saksharta aur sankhya Gyan prarambhik kaksha ke vidyarthiyon ke liye bahut hi mahatvpurn hai buniyadi Saksharta aur sankhya Gyan ke uddeshy aom aur Lakshman ki Prapti ke liye ISI ki mahatvpurn Bhumika Hai isase bacchon ka sarvangeen Vikas hota hai is CCE bacchon ke sarvangeen Vikas mein maukhik aur Gati Vidhi aadharit Shiksha dene Mein Aham Bhumika Nibhata hai
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए बच्चों से संबंधित विभिन्न प्रकार के खेल और गतिविधियों की रचना करना ताकि बच्चों को खेल खेल और गतिविधियों के माध्यम से बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान दी जा सके इसके लिए ECCE के साथ-साथ शिक्षक शिक्षिका को भी कार्य करने की आवश्यकता है।
ReplyDeleteECCE will be very important to achieve basic literacy and numeracy and its goals.
ReplyDelete3 से 6 आयु वर्ग बच्चों के लिए बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान हेतु ईसीसीई वर्तमान समय मे महत्वपूर्ण भूमिका में है।जिससे खेल- खेल में शिक्षा और सृजनात्मक विधि से बच्चों में अक्षर,अंक एवं शब्दों के भेद एवं भावार्थ को विकसित करेगा जिससे बिना अतिरिक्त तनाव महसूस किये ही बच्चे प्रारंभिक कक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार होंगे जिससे आगे का विकास सहज होगा|
ReplyDelete
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा बच्चों के बेहतर भविष्य का निर्धारण कर सकती है । अतः FLN के लक्ष्य और उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए ईसीसीई की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती है |इसके द्वारा बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास की नींव रखी जा सकती है ,जो उन्हें आगे आने वाली कक्षाओं के लक्ष्यों को प्राप्त करने में उपयोगी हो सकती है । पूर्व प्राथमिक शिक्षा खेल ,गीत एवं कला पर आधारित होने के कारण बच्चों का सर्वांगीण विकास में मदद कर सकती है । बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के लक्ष्यों व उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए ECCE को भूमिका महत्वपूर्ण है |
Jagannath Bera
Oriya MS Arong, Baharagora-1
ECCE can play very important role to achieve the target and goal of FLN mission. ECCE refers to teaching through game, activities leading to search various ways to find solution. Children touch and utilize teaching aids.
Deleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता कि अवधारणा कोई नई चीज तो है नहीं जो आजादी के इतने वर्षों बाद इस पर इतना जोर दिया जा रहा है, आज तो सोचना यह है कि आज भी बच्चों में यह विकसित क्यों नहीं हो पा रही है, क्या इसके लिए शिक्षक जिम्मेवार है या शिक्षकों पर थोपी गई बहुवर्गीय शिक्षा प्रणाली, या रोज बदलती शिक्षा व्यवस्था या शिक्षकककों पर काम का अत्यधिक बोझ, एक बार विचार करने की आवश्यकता है।
ReplyDeleteईसीसीई बुनयादी शिक्षा एवं संख्या ज्ञान हासिल करने मै यह अवस्था का महत्त्पूर् स्थान है। यही उम्र होती है सीखने की जिसमे बच्चों का शृजनशीलता का विकाश होता है और आगे चल कर उसका शिक्षा बोझ नही बनता।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की संकल्पना पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के लिए अति महत्वपूर्ण है यह भविष्य के अधिकगम संकल्पना को स्पष्टता प्रदान करने में सहायक होता है। बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के विकास में लिए ECCE उपयोगी व सहायक है।
ReplyDeleteRakesh Kumar
ECCE ने बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान सीखने के लिए बहुत ही अच्छी योजना बनाई है।
ReplyDeleteBuniyadi saksharta ar sankhyan gyan baccho ke agge ki class ke liye ati aawasyak hai .
ReplyDeleteप्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षण बच्चों के लिए बहुत ही आवश्यक है ।इस काल में बच्चा जो कुछ भी सीखता है या नहीं सीखता इसकी भरपाई आने वाले दिनों में नहीं हो सकती ।ई सी सी ई को बहुत ज्यादा मजबूत और प्रभावशाली करने की आवश्यकता है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन से बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सकता है।ईसीसीई बुनयादी शिक्षा एवं संख्या ज्ञान हासिल करने मै यह अवस्था का महत्त्पूर् स्थान है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और बाल्यावस्था देखभाल शिक्षा व संख्या ज्ञान के माध्यम से बच्चों का मानसिक, शारीरिक तथा शैक्षिक योग्यता तीव्र गति से विकास संभव हो पाएगा।हम जानते हैं कि बच्चे के मस्तिष्क का 85% विकास छः वर्ष की आयु से पहले ही हो जाता है। अतः ईसीसीई के सभी विद्यालयों में पूर्णतया इमानदारी से लागू कर 2026-27के लक्ष्य को प्राप्त करना आसान हो जाएगा।
ReplyDelete*शकील अहमद*
रा म विद्यालय बड़ेपुर हुसैनाबाद पलामू
ईसीसीई बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की संकल्पना हेतु पूर्व प्राथमिक कक्षाओं में अति महत्वपूर्ण है.
ReplyDeleteबच्चों में ईसीसीई के द्वारा संख्यात्मक ज्ञान,पढ़ने तथा लिखने का ज्ञान विभिन्न गतिविधियों से सिखाने से बच्चों का सर्वागींण विकास संभव है।
ReplyDeleteBy ECCE technique children can learn and understand most practical knowledge without being tensonised. Drop out and unwillingness to attend school can be solved easily if this program is guided properly. It is a gateway for preparing skills and brain resources for all early childhood of our nation.
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन शिक्षा की बुनियाद को मजबूती प्रदान करती है जिससे बच्चों के सर्वागीण विकास में उपयोगी व सहायक होगी
ReplyDeleteबच्चों के बाल स्वभाव को ध्यान में रखते हुए उनके क्रिया कलाप का सम्मान कर कार्य कोप्रोत्साहन देकर सीखने को बढावा देना ही ई सी सी ई का उद्देश्य है।
ReplyDeletebuniyadi shiksha bachchon k liye bahut hi aawashyak hai
ReplyDeleteBuniyadi shiksha se baccho ka smarg bikas hoga
ReplyDeleteनिश्चित तौर पर ई सी सी ई बहुत उपयोगी साबित हो सकता है यदि इसे सही से कार्यान्न्वित किया जाए।बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के बारे में जानकारी प्राप्त होने से प्राथमिक कक्षाओं में आने पर उन्हें कठिनाई कम होगी ।प्रीस्कूल में बच्चे को सीखने का माहौल उनके अपनी मातृभाषा मिल सकेगी जिससे वे अधिक तेजी से सीख पायेंगे ।
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ReplyDeleteFLN अर्थात बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान प्रारंभिक विद्यालयों के बच्चों के लिए बहुत ही जरूरी है।प्री प्राइमरी एवं प्राइमरी स्कूल के बाद काफी संख्या में बच्चों का विद्यालय छोड़ना या ड्रॉपआउट होना बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान पर ध्यान नहीं देने का परिणाम है। प्राथमिक स्तर पूरी करने वाले प्रत्येक बच्चों में एम एल एल यानी मिनिमम लर्निंग लेबल का ज्ञान होना ही चाहिए। नास सर्वे के अनुसार बच्चों में समझ के साथ पढ़ने एवं अंक ज्ञान का अभाव पाया गया। बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान आने वाली पीढ़ियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। Motiur Rahman, UPS CHANDRA PARA, PAKUR
ReplyDeleteECCE Se bache achi tarh se likh skate hai
ReplyDeleteECCE is very helpful for students
Deleteबुनियादी साक्षरता और संख्या gayan 3-9 आयु वर्ग के बचचों के लिए अति आवश्वयक है। बचचे का मानसिक एवं शारीरिक विकास इसी आयु वर्ग में होता है।
ReplyDeleteबच्चों के संज्ञानात्मक विकास में बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान का विशेष महत्व है। बिना उपरोक्त ज्ञान के बच्चों के लिए शिक्षा धीरे-धीरे अधिगम प्राप्ति कठीन होता जाता है और अन्ततः बच्चे छिजन का शिकार हो जाते हैं।
ReplyDeleteइसलिए यदि बच्चों के लिए कक्षावार न्यूनतम अधिगम स्तर निर्धारित कर 3 वर्ष की अवस्था से ही ध्यान दिया जाए तो उनमें समझ के साथ पढ़ने एवं संख्याज्ञान का बोध होगा जिससे वे चिंतित नहीं होंगे क्योंकि 6 वर्ष की आयु तक बच्चों में 85% तक मानसिक विकास हो जाता है।
बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन में ईसीसीई की महत्वपूर्ण भूमिका है।सीसीई प्रारंभिक बाल्यावस्था में बच्चों में खेल खेल में सृजनात्मक अधिगम के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। बच्चे अपनी आरंभिक शिक्षण अवस्था से ही खेल खेल में बिना किसी अतिरिक्त बोझ के बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त करने में सक्षम हो पाएंगे।
ReplyDeleteBuniyadi swachhata aur sankhya Gyan ki sankalpana purv Prathmik ashaon ke liye Ati mahatvpurn Hai yah Bhavishya ke adhigam sankalpana ko ashtapradhan karne mein Sahayak Hota Hai buniyadi swachhata aur sankhya Gyan ke Vikas ke liye ECCE upyogi AVN Sahayak hai.
ReplyDeleteबुनियादी शिक्षा और संख्या ज्ञान की मजबूती के लिए ई सी सी ई एक महत्वपूर्ण कड़ी है जिसके माध्यम से बच्चों में बुनियादी ज्ञान को मजबूत किया जा सकता है जो वर्तमान में नही हो पा रहा है जिसका परिणाम कक्षा स्तर में गिरावट देखने को मिल रहा है।
ReplyDeleteKrishna Kumar Baitha.
ReplyDeleteGovt.MS Parsodih, Ketar.jharkhand.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्य एवम उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसीई की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 बताती है कि शैक्षिक विकास में पिछड़ गए बच्चे जो लगभग 5 करोड़ से अधिक है जैसी समस्या का निदान खेल और बहुआयामी गतिविधि आधारित लचीली शिक्षा जो ईसीसीई की विशेषता है से प्राप्त करने में हमसबों को सहायता मिलेगी। बच्चों में शारीरिक,मानसिक,मूल्यों के विकास में सहायक होगा।
बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का लक्ष्य एवम् उद् देश्य पूर्व प्राथमिक शिक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस कार्यक्रम से शैक्षिक विकास में गुणात्मक परिवर्तन होगा।
ReplyDeleteDr.Sunil Kumar M.S. Sindri Sadar Chaibasa
बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का लक्ष्य पूर्व प्राथमिक शिक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है। इस हेतु ईसीसीई खेल खेल में सृजनात्मक विधि से बच्चों में अक्षर,अंक एवं शब्दों के भेद एवं भावार्थ को विकसित करेगा।
ReplyDeleteMd Serajuddin Ansari
SSA NPS Suratilouna, Satsang, Deoghar, Jharkhand.
FLN mission bahuthi गंभीर और। Mahatwapurnkarykram है जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा और बच्चे अपनी आगे की kaksha ke liye taiyar ho paye ge।
ReplyDeleteबच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की प्रारंभिक दक्षता हासिल करवाने की सर्वोत्तम विधि खेल विधि है जो ईसीसई के साथ सुगमतापूर्वक संभव है।
ReplyDeleteछोटे बच्चों में प्रिस्कूल या बुनियादी शिक्षा साक्षरता और संख्या ज्ञान की प्रारंभिक स्तर पर खेल ज्ञान को सर्वोत्तम माना गाया है।
ReplyDeleteईसीसीई खेल पर और सृजनात्मक विधि से बच्चों में अक्षर,अंक एवं शब्दों के भेद एवं भावार्थ को विकसित करेगा
SHYAM SUNDER KUMAR
UHS KAURA
ECCE ke madhyam se bachche khel khel ke dyara sankhya gyan aur buniyadi achchhar Sikhh payenge jisse unhe age ki kachchhao me asani hogi
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteसीखने के प्रतिफल अवलोकन और मापने योग्य होने चाहिए।पूर्व प्राथमिक शिक्षा खेल ,गीत एवं कला पर आधारित होने के कारण बच्चों का सर्वांगीण विकास में मदद कर सकती है । बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के लक्ष्यों व उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए ECCE को भूमिका महत्वपूर्ण है |
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के मिशन के उद्देश्यों को प्राप्त करने में ECCE की प्रमुख भूमिका है। बुनियादी स्तरों की अवधि में सीखने की गति अधिक तीव्र होती है।इस स्तर पर प्राप्त हर सकारात्मक अनुभव आजीवन सीखने और विकास करने में सहयोग करता है
ReplyDeleteसीखना खेल से शुरू होता है। खेल एक से लेकर समूह तक जाता है।इसके बाद समूस को संख्या के रूप मे सीखा जाता है।
ReplyDeleteईसीसीई खेल पर और गुणात्मक विधियों द्वारा बच्चों में अक्षर,अंक एवं शब्दों के बीच भेद एवं भावार्थ को विकसित करेगा जिसमें बच्चे तनाव मुक्त होकर प्रारंभिक शिक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार होंगे इससे आगे का विकास सहज होगा।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता एवं सख्या ज्ञान का प्रभाव बाल्य अवस्था पर बहुत ज्यादा है।यह ठीक होने पर आगे दिक्कत नहीं आती है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता कि अवधारणा कोई नई चीज तो है नहीं जो आजादी के इतने वर्षों बाद इस पर इतना जोर दिया जा रहा है, आज तो सोचना यह है कि आज भी बच्चों में यह विकसित क्यों नहीं हो पा रही है, क्या इसके लिए शिक्षक जिम्मेवार है या शिक्षकों पर थोपी गई बहुवर्गीय शिक्षा प्रणाली, या रोज बदलती शिक्षा व्यवस्था या शिक्षकककों पर काम का अत्यधिक बढ़ जाता है।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा बच्चों के बेहतर भविष्य का निर्धारण कर सकती है । अतः FLN के लक्ष्य और उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए ईसीसीई की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती है |इसके द्वारा बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास की नींव रखी जा सकती है ,जो उन्हें आगे आने वाली कक्षाओं के लक्ष्यों को प्राप्त करने में उपयोगी हो सकती है । पूर्व प्राथमिक शिक्षा खेल ,गीत एवं कला पर आधारित होने के कारण बच्चों का सर्वांगीण विकास में मदद कर सकती है । बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के लक्ष्यों व उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए ECCE को भूमिका महत्वपूर्ण है |Ravindra prasad mahto ups haraiya tandwa chatra jharkhand
ReplyDeleteमनोज कुमार
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन बहुत ही उपयोगी कार्यक्रम है। इससे बच्चों की शिक्षा की बुनियाद मजबूत होती है। इस मिशन के द्वारा बच्चों के बौद्धिक क्षमता शारीरिक विकास मानसिक परिपक्वता एवं जीवन के उच्च आदर्शों एवं मूल्यों के विकास में सहायता मिलती है। बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है। इसके द्वारा व्यवहार कुशलता नैतिकता शिष्टाचार व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक स्तर पर स्वच्छता अक्षर ज्ञान भाषा का ज्ञान संख्या अधारित ज्ञान आदि गुणों का विकास आसानी से किया जा सकता है।
Students ko numbers ka gyan game k through se achhe se samajh mein aayega.
ReplyDeleteईसीसीई कार्यक्रम बच्चों को प्रारंभिक स्तर पर बुनियादी शिक्षा प्रदान करने में बहुत ही सहायक होता है। इससे बिना अतिरिक्त तनाव महसूस किये बच्चे खेल-खेल में सृजनात्मक विधि से अक्षर,अंक एवं शब्दों को सरलता से समझता है जिस कारण प्रारंभिक कक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार रहता है और आगे का विकास सहज हो जाता है।
ReplyDeleteIt is most important game for children to learn
ReplyDeleteबचों को समझने समझाने मे आसानी होगी ।
ReplyDeleteIt is the bAsic knowledge child should learn in the age-group 3-6 .it helps in overall development of a child.
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है तथा निर्धारित लक्ष्यों एवं उद्देश्यों को पुरा करने में ईसीसीई सहायता प्रदान करता है|
ReplyDeleteईसीसीई ने बुनियादी साक्षरता और ज्ञान सीखने के लिए बहुत ही अच्छी योजना बनाई है |
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है तथा निर्धारित लक्ष्यों एवं उद्देश्यों को पुरा करने में सहायता प्रदान करते हैं साथ ही इससे बिना अतिरिक्त तनाव महसूस किये बच्चे खेल-खेल में सृजनात्मक विधि से अक्षर,अंक एवं शब्दों को सरलता से समझता है जिस कारण प्रारंभिक कक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार रहता है और आगे का विकास सहज हो जाता है।
ReplyDeleteBachon mebuneyadi sakcherta aur sankhya gyan kahona bachon ke sarvangen vikash ka aadhar mana gaya hai.
ReplyDeleteमेरे विचार से बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान के लक्ष्यों व उद्देश्यों को प्राप्त करने में ECCE की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है । इसके द्वारा बच्चों के शारीरिक , मानसिक एवं बौद्धिक विकास की नींव रखी जा सकती है । यह कार्यक्रम प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा को उच्च प्राथमिकता के रूप में उल्लेखित किया है । बच्चों को खेल गतिविधि द्वारा भाषा कौशल का ज्ञान पढ़ने, लिखने एवं गणितीय संख्याज्ञान को बहुत ही सरल तरीके से सिखलाया जाता है । बच्चे स्वतंत्र पूर्वक नई -नई प्रयोग , अपने आस-पास के वातावरण के बारे में जानकारी प्राप्त करना, छूकर, सुनकर महसूस करना आदि स्वयं से प्राप्त करते है । ECCE प्राथमिक खेल, गीत एवं कला पर आधारित होने के कारण बच्चे की पूर्ण क्षमता के अनुकूलतम विकास को सुविधाजनक बनाकर सर्वागींण विकास और आजीवन सीखने की नींव रखता है । ...धन्यवाद ।
ReplyDeleteसुना राम सोरेन(स.शि.)
प्रा.वि.भैरवपुर,धालभूमगढ ।
पूर्वी सिंहभूम, झारखंड ।
Buniyadi saksharata aur sankhya gyan mission se bachcho ka sarvangin bikash ho sakta hai.
ReplyDeleteईसीसीई ध्वनि संबंधित जागरूकता, ध्वनि भेदभाव, दृश्य धरना और दृश्य जुड़ाव को विकसित करने में अधिक जोर देती है। स्कूलों के सभी हितधारकों जैसे बच्चों शिक्षकों, माता पिता और समाज के अन्य सदस्यों को जोड़ कर आनंद दई वातावरण बना कर खेल गतिविधि के माध्यम से बच्चों को बुनियादी कौशल प्राप्त करने में सहयोग प्रदान करती है। इस प्रकार बच्चे आजीवन सीखने के लिए प्रेरित होते है। स्कूलों के सक्षम वातावरण बनाकर बुद्धि खसमता , शारीरिक विकास, मानसिक परिपक्वता और मूल्यों कर विकास में इसीसीई महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
ReplyDeleteएफ. एल.एन.मिशन बच्चों में शिक्षा रुपी विशाल महल की निर्माण में मजबूती आधारशिला बनाने में अहम भूमिका अदा कर सकेगी। ई. सी. सी. ई. के माध्यम से खेल खेल गतिविधि ओर अन्य गतिविधि के द्वारा बच्चों को शिक्षा प्रदान कर उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिया जा सकता है।
ReplyDeleteExcept कार्यक्रम उपयोगी था कारगर है ।इससे बच्चों में समुचित विकास होता हैं
ReplyDeleteEcce ek achhi pahal hai bachchon ki buniyad ka aadhar hai fln karyakaram bachchon ki buniyad I shikshan men achchi pahal hai
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक शिक्षा बच्चों के बेहतर भविष्य का निर्धारण कर सकती है । अतः FLN के लक्ष्य और उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए ईसीसीई की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती है |इसके द्वारा बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास की नींव रखी जा सकती है ,जो उन्हें आगे आने वाली कक्षाओं के लक्ष्यों को प्राप्त करने में उपयोगी हो सकती है स्कूलों के सभी हितधारकों जैसे बच्चों शिक्षकों, माता पिता और समाज के अन्य सदस्यों को जोड़ कर आनंद दई वातावरण बना कर खेल गतिविधि के माध्यम से बच्चों को बुनियादी कौशल प्राप्त करने में सहयोग प्रदान करती है। इस प्रकार बच्चे आजीवन सीखने के लिए प्रेरित होते है। स्कूलों के सक्षम वातावरण बनाकर बुद्धि खसमता , शारीरिक विकास, मानसिक परिपक्वता और मूल्यों कर विकास में इसीसीई महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान में ई सी सी ई की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। इससे बच्चे खेल और सृजनात्मक गति विधियां के साथ दिखेंगे। जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन बेहतरीन कर्यक्रम है।यदि यह सफल हो जाता है।शिक्षा के प्रारंभिक ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण शिक्षा के लिये मिल का पत्थर साबित होगा।यंही से बच्चों की शिक्षा का बुनियाद का निर्माण होता है।इसलिये बुनियाद सही हो इसके लिये यह बेहतर कार्यक्रम है।भानु प्रताप मांझी
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का मुख्य उद्देश्य एवं लक्ष्य है कि प्री स्कूलिंग एवं प्रारंभिक स्तर के मध्य मजबूत और व्यवस्थित संपर्क स्थापित करना।
ReplyDeleteराष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा प्रस्तावित 5+3+3+4 नई शिक्षा प्रणाली में,तीन साल की उम्र से प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा(ईसीसीई) का मजबूत आधार शामिल है। जिसमें कक्षा एक से पूर्व तीन वर्ष से छः वर्ष की आयु के मध्य तीन साल की आंगनबाड़ी, प्री स्कूल एवं बालवाटिका की व्यवस्था प्रस्तावित है।
प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा(ईसीसीई)मुख्य रूप से लचीली,बहुआयामी,बहुस्तरीय,खेल आधारित,गतिविधि आधारित शिक्षा प्रणाली है।जिसमेंअक्षर,भाषाएं,गिनती,रंग,आकार,इंडोर आउटडोर खेल,पहेली,तर्क आधारित सोच का विकास,समस्या का समाधान,संगीत,व्यवहार कुशलता,शिष्टाचार,नैतिकता,व्यक्तिगत व सार्वजनिक स्तर पर स्वच्छता, टीम वर्क के साथ सहयोग की भावना को विकसित करना शामिल किया गया है।
Ek achcha karkaram hai isse bachcho ka vikas hoga
ReplyDeleteबच्चों के संज्ञानात्मक विकास में बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान का विशेष महत्व है। बिना उपरोक्त ज्ञान के बच्चों के लिए शिक्षा धीरे-धीरे अधिगम प्राप्ति कठीन होता जाता है और अन्ततः बच्चे छिजन का शिकार हो जाते हैं।
ReplyDeleteIt is one of the most important part for the development of children through ECCE for achieving the target of FLN.
ReplyDeleteईसीसीई का उद्देश्य बच्चों को ऐसी रणनीतियां प्रदान करना है जो उन्हें आजीवन सीखने वाले बनने के लिए आवश्यक भावनात्मक, सामाजिक और संज्ञानात्मक कौशल विकसित करने में मदद करें।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान दोनो प्री स्कूल और प्रांभिक स्तर के मध्य एक कड़ी का काम करेगा। मेरे विचार से बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान के लक्ष्यों व उद्देश्यों को प्राप्त करने में ECCE की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है । इसके द्वारा बच्चों के शारीरिक , मानसिक एवं बौद्धिक विकास की नींव रखी जा सकती है । यह कार्यक्रम प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा को उच्च प्राथमिकता के रूप में उल्लेखित किया है । बच्चों को खेल खेल के माध्यम से ज्ञान देना बहुत ही अच्छा प्रयास होगा।
ReplyDeleteBuniyadi saksharta aur sankhyagyan ka mukhya uddheshya avam lakshya hai pre-schooling avam prarambhik star ke madhya majboot aur vyawastit sampark ssthapit karna.
ReplyDeleteECCE enhance the children their fundamental knowledge by fun & game.Children can enjoy & learn more than ever.
ReplyDeleteBacchon mein saksharta AVN sankhya Gyan ke Vikas mein eecc ki bhumika 10th math perne hai iske dwara bacchon ka sarvangeen Vikas Kiya ja sakta hai iske dwara bacchon ki buddhi Kaushal kshamta sharirik mansik paripakvata AVN mulya ka Vikas Kiya ja sakta hai
ReplyDeleteईसीसी बच्चों को अक्षर ज्ञान और संख्या ज्ञान करवाने में मदद करता है।
ReplyDeleteअक्षर ज्ञान और संख्या ज्ञान बच्चों के लिए ऊपर के वर्ग के लिए अच्छी पढ़ाई के लिए आवश्यक है।
ReplyDeleteIt is most important game for students development many ways
ReplyDeleteशिक्षा के बुनियाद को मजबूती प्रदान करने में FLNयानी बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान मिशन के महत्वपूर्ण और सकारात्मक भूमिका है जो खेल खेल के माध्यम से बच्चों के शारीरिक मानसिक बौद्धिक यानी बच्चों में सर्वांगीण विकास को विकसित करता है इसके द्वारा लचीली बहुस्तरीय बहुआयामी खेल आधारित गतिविधि आधारित शिक्षा जिसमें अक्षर भाषाएं संख्याएं गिनती आधारित सोच का विकास समस्या समाधान संगीत व्यवहार कुशलता नैतिकता शिष्टाचार य सहयोग की भावना जैसे गुणों को विकसित करना शामिल किया गया है जो बच्चों के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा धन्यवाद UMS पचपेड़ी अर्चना सिन्हा जिला गढ़वा प्रखंडमेराल झारखंड
ReplyDeleteAshok Kumar Singh
ReplyDeleteबच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ई सी सी ई मददगार है।बच्चे स्वाभाविक रूप से खेल में अपना जीवन दर्शन खोजते हैं।वे अपने क्रियाकलापों के द्वारा अपने परिवेश से परिचित होने की प्रवृत्ति रखते हैं।ये सारी चेजों को सहज रूप में उपलब्ध कराना ही तो ई सी सी ई का लक्ष्य है!
बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का मुख्य उद्देश्य एवं लक्ष्य है कि प्री स्कूलिंग एवं प्रारंभिक स्तर के मध्य मजबूत और व्यवस्थित संपर्क स्थापित करना।
ReplyDeleteराष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा प्रस्तावित 5+3+3+4 नई शिक्षा प्रणाली में,तीन साल की उम्र से प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा(ईसीसीई) का मजबूत आधार शामिल है। जिसमें कक्षा एक से पूर्व तीन वर्ष से छः वर्ष की आयु के मध्य तीन साल की आंगनबाड़ी, प्री स्कूल एवं बालवाटिका की व्यवस्था प्रस्तावित है।
प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा(ईसीसीई)मुख्य रूप से लचीली,बहुआयामी,बहुस्तरीय,खेल आधारित,गतिविधि आधारित शिक्षा प्रणाली है।जिसमेंअक्षर,भाषाएं,गिनती,रंग,आकार,इंडोर आउटडोर खेल,पहेली,तर्क आधारित सोच का विकास,समस्या का समाधान,संगीत,व्यवहार कुशलता,शिष्टाचार,नैतिकता,व्यक्तिगत व सार्वजनिक स्तर पर स्वच्छता, टीम वर्क के साथ सहयोग की भावना को विकसित करना शामिल किया गया है। KISHOR KUMAR ROY UHS.KATGHARI DEOGHAR
The children become healthy from in side through playing game.
ReplyDeleteNishchit rup se ECCE bahut hi upyogi sabit hoga yadhi ise sahi tour tarike se sanchalan kiya jay isse bacchon ka sarbhagheen vikash hona tay hai kyonki bina davaba ke hi bacche sheek sakte hain
ReplyDeleteBahut achchha hai
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान की अवधारणा बच्चों के सर्वांगीण विकास में मिल काम पत्थर साबित होगा।सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों में निरक्षरता एक अभिशाप के रूप में विद्यमान होती है।ऐसे वर्ग के बच्चों काम प्रारंभिक साक्षरता एवं संख्या ज्ञान काम स्तर बहुत ही निम्न कोटि काम होता है।सिधे वर्ग 1या2 में नामांकन लेने से अन्य वर्ग के बच्चों की तुलना में ये बच्चे काफी पीछे होते हैं। यह अंतर बाद में बढ़ता ही जाता है।ये अंतर बच्चों में हीन भावना को जन्म देता है।बच्चों काम सर्वांगीण विकास रुक जाता है।इसससे बच्चे विद्यालय से दूरी बनाने लगते हैं या विद्यालय छोड़ देते हैं।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान की अवधारणा बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।
सीसीई के सफलता के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों एवं सहयोगी की एक उत्कृष्ट टीम की आवश्यकता होगी।साथ ही एक ऐसे वातावरण कहां निर्माण करना होगा, जहां प्रत्येक वर्ग के बच्चों पर समान एवं प्रयाप्त समय दिया जा सके।
इसके लिए छाश्र शिक्षक अनुपात काम विशेष ध्यान देना होगा। पर्याप्त मात्रा में TLM उपलब्ध होना चाहिए। बच्चों को खुला वातावरण देना होगा।घर जैसे वातावरण कहां निर्माण करना होगा। स्थानीय भाषा काम ज्यादा से ज्यादा प्रयोग किया जाना चाहिए।TLM के रूप में स्थानीय बस्तुओं काम प्रयोग सबसे उपयुक्त होगा।
सभी चीजों काम प्रयोग यदि सोच समझकर एवं विवेकपूर्ण तरीके से किया जाए,, तो बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान की अवधारणा शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा।
अनिल तिवारी
सहायक शिक्षक
रा म विद्यालय,दुलदुलवा
मेराल, गढवा
ईसीसीई के माध्यम से बच्चों को अक्षर एवं संख्या ज्ञान करवाने में सरलता होती है।
ReplyDeleteECCE सही अर्थों में खुला आकाश है,जैसे पक्षी खुले आसमान में मनचाहे ढंग से विचरण,कलाबाजियां और नए नए कला सीखते हैं, ठीक उसी तरह ECCE में बच्चों के अंदर विद्यमान गुण स्वयं झलकने लगते हैं।हमें सिर्फ उन गुणों का पालन पोषण और आत्मसात करना होता है।यह मानवीय मूल्यों और संवेदनाओ के विकास की महत्वपूर्ण और प्रथम श्रेणी है।अगर यहाँ उचित देखभाल और आत्मसात हो जाए तो वह एक सम्पूर्ण प्रगतिशील मानव के रूप में देश और समाज को मिलेगा। अतः यह कहा जा सकता है कि सम्पूर्ण मानव जीवन की मूल कड़ी ECCE ही है और इसे NEP(National Education Policy)2020 में विशेष बल डालकर रखा जाना यह नीति निर्माताओं की दूरदर्शिता को दिखाता है|
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन से बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सकता है
ReplyDeleteFLN Misson has significant role in child's development as it built physical and mental development along with emotional development child built concepts as his exposure to our side world. I think ECCE has great importance in this regard.
ReplyDeleteSonamoni Soren
Berahatu
Ghatsila
बच्चों मे ंखेल खेल से संख्या बोध कराना।
ReplyDeleteBuniyadi saksharta aur sankhya Gyan mission mein e c c e
ReplyDeletemahatvapurna Bhoomika Ada kar sakti hai isase bacche sankhya ke vishay main Sikh kar aage ki class ke vishay ko acchi tarah se samajh sakte hain aur apne vyavaharik jivan main uska upyog bhi kar sakte hain
Anjani Kumar Choudhary 8809058368
ReplyDeleteनई शिक्षा नीति 2020 में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के महत्व को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं !शिक्षा की बुनियाद को मजबूती प्रदान करने में एफ एल एन मिशन की महत्वपूर्ण एवं सकारात्मक भूमिका है! इस मिशन के द्वारा बच्चों की बुद्धि क्षमता, शारीरिक विकास ,मानसिक परिपक्वता ,मूल्यों के विकास आदि सर्वांगीण विकास की दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है! बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने में ईसीसी की भूमिका भी महत्वपूर्ण है !इसके द्वारा लचीली ,बहु स्तरीय ,बहुआयामी ,खेल आधारित, गतिविधि आधारित शिक्षा जिसमें अक्षर, भाषाएं, संख्याएं, गिनती आधारित सोच का विकास ,समस्या समाधान, संगीत ,व्यवहार कुशलता ,नैतिकता, शिष्टाचार ,व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक स्तर पर स्वच्छता ,टीमवर्क के साथ सहयोग की भावना आदि गुणों को विकसित करना शामिल किया गया है !यह सभी निश्चित रूप से बच्चों के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेंगे !धन्यवाद🙏🏼🙏🏼
बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्यों और उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए ईसीसीई की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है, क्योंकि इससे बच्चे खेल खेल के माध्यम से सीखने में रूचि लेते हैं और सहजता पूर्वक अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकते हैं|इस प्रकार इससे बच्चों के समूचित विकास में मदद मिल सकती है
ReplyDeleteबुनयादी साक्षारता और सांख्यज्ञान मिशन बच्चों में पूर्ण विकास के लिए बहुत आवश्यक है | शिक्षा की यह पद्धति बच्चों को बस गणित या गणित के सवालों को समझने एवं हल करने के लिए नहीं बल्कि वास्तविक जीवन के समस्याओं को समझने में उनकी मदद करता है, एवं कक्षा में पढाई गयी चीजों को बच्चे वास्तविक जीवन के पहलुओं में देखने के लिए प्रेरित करता है |
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन एक बेहतरीन कार्यक्रम है।इसे सफल बनाने के लिए सभी क्रियाकलापों पर समय रहते विचार करनी होगी। सभी संसाधनों यथा प्रशिक्षित शिक्षक, सीखने के संसाधन, बच्चों की देखभाल हेतु सहायिका, सुरक्षित वातावरण जैसे उपायों की व्यवस्था नहीं कर लेते तबतक हड़बड़ी में इसे लागू नहीं करनी चाहिए।काश ऐसा हो गया तो सफलता निश्चित है।
ReplyDeleteनई शिक्षा नीति 2020 की सार्थकता FLN मिशन की सफलता पर ही निर्भर है |ईसीसीई द्वारा बच्चों में बुनियादी अक्षर,शब्द ज्ञान और संख्या ज्ञान बच्चों को एक बेहतर माहौल में आसानी से जब विभिन्न आनंन्दायी गतिविधियों द्वारा सुलभ होने लगेगा तो उनमें शिक्षा के प्रति एक जुड़ाव महसुस होगा जो उसके विकास की निरंतरता को बनाए रखेगा एवं उसके सम्पूर्ण विकास को सहज बना देगा |जब उनकी नींव मजबूत होगी तो अगली कक्षाओं में उसे सभी विषयों में एक अलग ही आनन्द का अनुभव होग और वह सहजता से अपने अधिगम स्तर में वृद्वि करता जायगा |
ReplyDelete3 से 6 आयु वर्ग बच्चों के लिए बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान हेतु ईसीसीई वर्तमान समय मे महत्वपूर्ण भूमिका में है।जिससे खेल- खेल में शिक्षा और सृजनात्मक विधि से बच्चों में अक्षर,अंक एवं शब्दों के भेद एवं भावार्थ को विकसित करेगा जिससे बिना अतिरिक्त तनाव महसूस किये ही बच्चे प्रारंभिक कक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार होंगे जिससे आगे का विकास सहज होगा|रणजीत प्रसाद मध्य विद्यालय मांडू, रामगढ़।
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के उद्देश्य और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ईसीसीई की भूमिका महत्वपूर्ण है।बच्चे खेल खेल में सुगमता पूर्वक बिना किसी अतिरिक्त तनाव के ही सीख सकेंगे। बुनियादी समझ बढ़ने से आगे का शिक्षण और सरल होगा। पूर्व प्राथमिक कक्षाओं मेंं ईसीसीई बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
ReplyDeleteNirmal Kumar Roy.Asstt.Teacher.Govt.Basic School Jorapokhar.Jhinkpani.West Singhbhum.
बुनयादी शिक्षा और संख्या ज्ञान मिशन से बच्चों का गणितीय शिक्षण में लाभ मिलेगा साथ ही साथ सीखने में रुचि कर होगा।
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