एक ऐसी गतिविधि के बारे में सोचें, जहाँ किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। अपने विचार को साझा करें कि सर्वेक्षण कैसे उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है
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Notebook Kay aadhar par survey karnay say bachho Kay samajh aur poorvgyan ko parakhnay mein sahayta milti hai.
ReplyDeleteNotebook based survey se students easily and jyada sikhte hai. Isse unke samajh Ka pata chalta hai.
Deleteबच्चों को बुक आधारित गतिविधियों में सम्मिलित कर अगर समझाया जाता है समझते भी हैं और विषय से उनका जुड़ाव बना रहता है।
Deleteबच्चों को किताब की भाषा पर आधारित गतिविधि के साथ-साथ समाज में होने वाली गतिविधियों को अगर सम्मिलित कर लिया जाए तो बच्चों को अच्छी तरह से समझाया जा सकता है जिससे उसका झुकाव भी उस विषय के साथ बना रहता है एवं वह अधिक दिनों तक भूलते भी नहीं है
DeleteNotebook adharit gatiwidhiyoon ke dwara bacche asani se vishay vishesh ki samajh hasil kr sakta h sarvekshan krne se use us subject ko sari jankari prapt hoti h aur wo use behtar dhang se samjh pata h
DeleteActivities
ReplyDeleteबच्चे को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteIn the Environmental science various types of projects are made by the students on different topics like Health and Hygiene of small children in village, water pollution in village community, Balanced diet of young children in the poor family etc. All these topics are better explained with the help of activities of their books and it becomes easy to understand the topic for the students. The students remember the main points of the topics for the long time.Thus the all round development of students is possible. It is also possible with the help of Survey on various topics of Science Subject.The students meet different intelligent people of vicinity and discuss the main points of the project. By drawing pictures on chart papers they develop the qualifications of a very good painter. They become more concerned with the problems of that area. The students take care and interested in solving all the problems. Thus the learning by doing becomes Integrated Learning Experiences.
ReplyDeleteIn the Environmental science various types of projects are made by the students on different topics like Health and Hygiene of small children in village, water pollution in village community, Balanced diet of young children in the poor family etc. All these topics are better explained with the help of activities of their books and it becomes easy to understand the topic for the students. The students remember the main points of the topics for the long time.Thus the all round development of students is possible. It is also possible with the help of Survey on various topics of Science Subject.The students meet different intelligent people of vicinity and discuss the main points of the project. By drawing pictures on chart papers they develop the qualifications of a very good painter. They become more concerned with the problems of that area. The students take care and interested in solving all the problems. Thus the learning by doing becomes Integrated Learning Experiences.
ReplyDeleteby activity given in the book student can easily undersatnd
ReplyDeleteगतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। नोट किए गए तथ्यों को जांच कर हम सही निर्णय ले सकते हैं तथा बच्चों को बता सकते हैं।
ReplyDeleteबच्चे को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही
ReplyDeleteनोट बुक आधारित सर्वेक्षण के विषय बस्तु को समझाने से बच्चों के मानसपटल पर स्मृति हमेशा के लिए बनी रहती है
ReplyDeleteबच्चे को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteJai Prakash Tiwari नोटबुक आधारित सर्वेक्षण बच्चे आसानी से समझ पाते हैं तथा इससे यह भी पता चलता है कि वे कितना समझ विकसित किए हैऔर कितनी कमी है
ReplyDeleteइतिहास के किसी विशेष अवधि की समझ विकसित करने के लिए पुरातत्व, साहित्यिक शिलालेख इत्यादि का सहारा लेंगे एवं समझ विकसित करने के लिए अध्ययन करेंगे।
ReplyDeleteगतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteReply
किसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाए तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे हम छात्रो को उनके परिवार के सदस्य एव आस पास के लोगो से उनके कार्य, अवधि, तरीको, वेतन एव सामाजिक व्यवस्था इत्यादि के बारे मे बात करके मुख्य बिन्दुओ को लिखे एव चित्र बनाए। इससे छात्रो कि समझ विकसित हो जाती है।
ReplyDeleteकिसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाए तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे हम छात्रो को उनके परिवार के सदस्य एव आस पास के लोगो से उनके कार्य, अवधि, तरीको, वेतन एव सामाजिक व्यवस्था इत्यादि के बारे मे बात करके मुख्य बिन्दुओ को लिखे एव चित्र बनाए। इससे छात्रो कि समझ विकसित हो जाती है।
Deleteअगर हमें किसी के कार्य के बारे में जानना है तो हम सबसे पहले बच्चों को कुछ व्यक्तियों, उनके परिवार,पड़ोस आदि के कार्य अवधि, तरीका,वेतन एवं सामाजिक व्यवस्था पर सोचने तथा लिखने को कहेंगें। चित्र बना कर भी बता सकते हैं। इस सर्वेक्षण से छात्रों की समझ विकसित होगी।
ReplyDeleteसबसे पहले हम जिस विषय के बारे में बच्चों को समझाना चाहते हैं ,उस पर आधारित एक चेकलिस्ट तैयार करेंगे ।हम बच्चों से ही पूछेंगे कि वह क्या-क्या प्रश्न लोगों से पूछना चाहते हैं ,फिर उसके आधार पर हम बच्चों को बाहर ले जाकर के समुदाय के बीच में ले जाएंगे। उनसे प्रश्न पूछेंगे और उसका उत्तर नोटबुक में नोट करते जाएंगे क्योंकि बच्चे जो चीज खुद से करते हैं उसके बारे में उनकी जानकारी 100% हो जाती है। करके सीखना ,सीखने का सर्वोत्तम तरीका है।
ReplyDeleteBook Ek Matra Sagsadhan hai.And bachho Ko Bahri Duniya se jorna Chahiye.And bachho Activiti karne ka Avatar se.
ReplyDeleteबच्चे को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteThe content is very useful for me. I think it will be very useful for the students too to understand the topics as well...
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण बच्चे आसानी से समझ सकते हैं और इससे यह भी पता चलता है कि बच्चे में कितनी समझ विकसित हुई है।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण को गतिविधि के द्वारा बच्चों को समझाया जाते तो बच्चें आसानी से समझ जाते हैं और यह यादगारी हमेशा बनी रहती है।
ReplyDeleteकिसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाए तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे हम छात्रो को उनके परिवार के सदस्य एव आस पास के लोगो से उनके कार्य, अवधि, तरीको, वेतन एव सामाजिक व्यवस्था इत्यादि के बारे मे बात करके मुख्य बिन्दुओ को लिखे एव चित्र बनाए। इससे छात्रो कि समझ विकसित हो जाती है।
ReplyDeleteBibhinna gatibidhiyon ke dwara samjhaya jay to bachche thik se samajh jate hain
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। नोट किए गए तथ्यों को जांच कर हम सही निर्णय ले सकते हैं तथा बच्चों को बता सकते हैं।
ReplyDeletesiksharthy ko bazar par aadharit sarvekshan ke prashno ko note book me likhane kahunga aur bazar me kiya kiya hota hai sarvekshan kar class me sakshipt charcha karaunga.ISSE bachcho me bazar ke kriyakalapo ki jankari prapt kar lete hai.
ReplyDeleteगतिविधि आधारित शिक्षण से बच्चे जल्दी सीखते हैं।
ReplyDeleteजब हम किसी विषय वस्तु को सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग करते हैं तो सबसे पहले विषय वस्तु का चयन करते हैं इसके बाद इससे संबंधित कुछ प्रश्न का चेक लिस्ट तैयार करते हैं छात्रों का समूह निर्माण कर उन्हें समुदाय में लेकर जाते हैं और डोर टू डोर जाकर प्रश्नों का उत्तर प्राप्त करते हैं तब उन्हें समुदाय के समस्या के बारे में सही समझ प्राप्त होती है। उनके निराकरण के बारे में विश्लेषण करेंगे तथा उनके निदान के बारे में सोचेंगे। मान ले कि गांव के शैक्षणिक स्थिति के बारे में पानी की समस्या स्वास्थ संबंधी सर्वेक्षण कर सकते हैं इस विधि से छात्रों को समुदाय से जुड़ने का मौका मिलता है समस्या को नजदीक से देखने का मौका मिलता है।
ReplyDeleteकिसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाए तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे हम छात्रो को उनके परिवार के सदस्य एव आस पास के लोगो से उनके कार्य, अवधि, तरीको, वेतन एव सामाजिक व्यवस्था इत्यादि के बारे मे बात करके मुख्य बिन्दुओ को लिखे एव चित्र बनाए। इससे छात्रो कि समझ विकसित हो जाती है।
ReplyDeleteनोट बुक आधारित सर्वेक्षण के विषय बस्तु को समझाने में तथा तथ्यों को जांच कर हम सही निर्णय ले सकते हैं ।
ReplyDeleteKisi bhi vishay ki gatividhi ko khud ke anubhav se jord kar kiya jay tou uoos Vishesh vishay ki samajh ko bardata hai. Jaise ham chhatraon ko uoonke pariwar ke sadasya awam assh pass ke logon se uoonke Karya, awadhi, tarikon, vetan awam samajik vyawastha ityadi ke bare main Baat karke mukhya binduon ko likhe awam chitra banaye. Isse chhatraon ki samajh Viksit ho jati hai.
ReplyDeleteबच्चों को दैनिक बाजार में ले जाकर विभिन्न वस्तुओं के बारे में अवलोकन कर जानकारी प्राप्त करने के लिए नोट बुक का प्रयोग किया जाएगा।
ReplyDeleteइसी प्रकार कभी किसी दर्शनीय स्थल के भ्रमण के दौरान भी नोट बुक का प्रयोग किया जाएगा।
किसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाए तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे हम छात्रो को उनके परिवार के सदस्य एव आस पास के लोगो से उनके कार्य, अवधि, तरीको, वेतन एव सामाजिक व्यवस्था इत्यादि के बारे मे बात करके मुख्य बिन्दुओ को लिखे एव चित्र बनाए। इससे छात्रो कि समझ विकसित हो जाती है।
ReplyDeleteबच्चों को यदि गतिविधि करके समझाया जाए तो वे आसानी से सीखते हैं और बच्चों को कोई परेशानी नहीं होती है और लंबे समय तक भूलता नहीं है।
ReplyDeleteगतिविधियों को बच्चे अगर नोट बुक लिखेंगे तो उन्हें अधिक दिनों तक याद रहेगा और शिक्षक को भी आकलन करने में सुविधा होगी कि बच्चे कितना सीखे है।
ReplyDeleteWastav me sikhne/sikhane ke liye Note Book aadharit sarwaechan kafi upyogi Hoya hai.Iske dwara bachhe apne purbgyan ka upyog kar jaldi samajh jante hain.
ReplyDeleteनोट बुक आधारित सर्वेक्षण के विषय बस्तु को गतिविधि द्वारा समझाने से बच्चों के मानसपटल पर स्मृति हमेशा के लिए वनी रहती है।
ReplyDeleteकिसी भी विषय को सीखने सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। नोट किये गये तथ्यों हमेशा याद रहता है। यह पद्धति सीखने सिखाने के लिए उपयोगी है।
ReplyDeleteबच्चे को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteनोटबुक गतिविधि से बच्चे जल्द सीखते है क्योंकि इसमें बच्चे अपने समझ को अंकित करते हैं जिससे वे सही निर्णय ले पाते हैं और साथ ही वे जल्द भूलते भी नहीं है |
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। नोट किए गए तथ्यों को जांच कर हम सही निर्णय ले सकते हैं तथा बच्चों को बता सकते हैं।
ReplyDeleteReply
In the Environmental science various types of projects are made by the students on different topics.The students remember the main points of the topics for the long time.
ReplyDeleteगतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteबच्चे को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteआपके मार्ग दर्शन में बच्चों से खुद अगर गतिविधी करवाई जाए तो वे ज्यादा कारगर तरीके से सीखते हैं ।
ReplyDeleteबच्चों को नोटबुक आधारित गतिविधियों मे ठोस, सटीक, अनुभव से सीखने, दिमाग पर अमिट छाप छोड़नेऔर आतमसनतुषटि मििलेगा।उदाहरण के रूप मेंयहां पर दो गतिविधियों पर। विधालय के नजदीक के गांव में काम किया जा सकता है–--1.गांव की पानी की समस्या का सरवेक्षण. 2.-गांव में जल निकासी के उपाय पर। नोोटबुक। तैयार करना.
ReplyDeleteSkhne sikane e liye notbook adharit activity is the Best forstudent
ReplyDeleteसर्वेक्षण के दौरान देखी गई बातचीत एवं घटनाओं से बच्चे जल्दी सीखते हैं।
ReplyDeleteactivity base learning se students me samajh and sikhne ki ichha jyada hoti hai
ReplyDeleteबच्चे को गतिविधि आधारित विधि से बताया जाय तो वो आसानी से सीखते हैं और लम्बे समय तक भुलते नहीं है।
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है नोट किए गए तथ्यों को जांच कर हम सही निर्णय ले सकते हैं तथा बच्चों को बता सकते हैं
ReplyDeleteबच्चे को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteबच्चों को समूह में बांटकर स्थानीय बाजारों में विभिन्न खाद्य सामग्री की मूल्य, स्वाद ,प्रकार ,रंग ,उपज एवं उपलब्धता का समझ को सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक गतिविधि के रूप में सोचा जा सकता है।
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है नोट किए गए तथ्यों को जांच कर हम सही निर्णय ले सकते हैं तथा बच्चों को बता सकते हैं
Deleteबच्चों को किसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभवों से जोड़कर किया जाए, तो वो आसानी से सीखते हैं।और लम्बे समय तक याद रखते हैं।
ReplyDeleteबच्चों को किसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभवों से जोड़कर किया जाए, तो वो आसानी से सीखते हैं।और लम्बे समय तक याद रखते हैं।
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जाता है जिससे बच्चों को सही तथ्यों के बारे में बता सकते हैं
ReplyDeleteबच्चों को अगर पुस्तक की गतिविधियों को कर के सिखाया जाए तो वे आसानी से और जल्दी सीखते हैं
ReplyDeleteनोटबुक के द्वारा गतिविधि कर बच्चों को समझाया जाय तो बच्चे जल्दी सीखते हैं क्यैकि इसमें बच्चे अपने समझ को अंकित करते हैं। जिससे वे सही निर्णय ले पाते हैं
ReplyDeleteऔर साथ ही वे जल्दी भुलतै नहीं हैं। बिनोद कुमार घासी उत्करमित मध्यम विद्यालय मासीलौंग
किसी भी विषय की गतिविधि को स्वयं के अनुभव से जोड़कर किया जाए तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे- हम छात्रों को उनके परिवार के सदस्यों एवं आसपास के लोगों से उनके कार्य,अवधि,तरीकों,वेतन एवं सामाजिक व्यवस्था इत्यादि के बारे में बात कर के मुख्य बिंदुओं को नोट करें एवं चित्र बनाएं।इससे छात्रों की समझ विकसित होती है एवं मानस पटल पर अमिट छाप पड़ेगा।
ReplyDeleteGramin ilake me ajivika chlane wale vibhinn karyo ko notebook me likhkar gatividhi Kar sakte hai is trh notebook adharit sarvekshan ka upyog kiya ja sakta hai.
ReplyDeleteNotebook sarwekshan bachon ke adhigam ke liye kafi upyogi ha. Bache khud dekhkr aur krke jaldi sikhte ha.For example water pollution ko samjhane ke liye unhe talab ya nadi ka avlokan kra sakte ha aur bache unke karan ko apni copi me note kr sakte ha.
ReplyDeleteसामाजिक विज्ञान को गतिविधि आधारित शिक्षण से पढ़ाने पर बच्चे सरल, सहज व रोचक तरीके से शिक्षण के अधिगम को प्राप्त करते हैं एवम् कभी नहीं भूलते हैं।Dr.Sunil kumar M.S.Sindri, Sadar Chaibasa
ReplyDeleteNotebook based gotibidhi se bachcho achchhe se sikhte hai.
ReplyDeleteBaccho ko koi bhi gatividhi kar k dikhae se jaldi sikhte h.
ReplyDeleteबच्चे गाँव में, बाजार में, या ऐतिहासिक जगहों में जाकर किसी भी विषय पर सर्वेक्षण करेंगे और उसे नोट बुक में दर्ज करेंगे तो वे उनके मानस पटल पर ज्यादा दिनों तक अंकित रहता है ।
ReplyDeleteराजेंद्र प्रसाद
उ. म. वि. ईचातु
बच्चे बाजार मे या कही भी ऐतिहासिक जगहों मे जाकर किसी भी बिषय पर सर्वेक्षण करेंगे और उसे नोट बुक मे दर्ज़ करेंगे तो वे उनके मानस पटल पर ज्यादा दिनों तक अंकित रहता है।
ReplyDeleteपूनम कुमारी, प्राथमिक विद्यालय मूर्तिटांड़ चास-3
ReplyDeleteनोट बुक आधारित सर्वेक्षण से विषय-वस्तु को समझाने से बच्चों के मानसपटल पर स्मृति हमेशा के लिए बनी रहती है। इसके लिए सबसे पहले विषय-वस्तु का चयन करते हैं। यदि गांव में पानी की समस्या विषय लेते हैं, तो सबसे पहले इससे संबंधित चेकलिस्ट तैयार करते हैं। फिर छात्रों का समूह निर्माण कर छात्रों को समुदाय में ले जाते हैं। छात्र घर-घर जाकर अपने प्रश्नों के उत्तर प्राप्त कर अपने नोट बुक में लिखते हैं। इससे छात्रों को समुदाय के घरों में पानी की विभिन्न प्रकार की समस्याओं की जानकारी होती है।छात्र समस्याओं का विशलेषण कर समस्या के निदान के बारे में सोचते हैं। इस प्रकार के सर्वेक्षण से बच्चे आसानी से सीखते हैं एवं उत्साहित रहते हैं।
सामाजिक विज्ञान को गतिविधि आधारित शिक्षण से पढाने पर बच्चे सरल, सहज तथा रोचक तरीके से शिक्षण के अधिगम को प्राप्त करते हैं
ReplyDeleteDifferent topics uses different activities to teach the students
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जाता है जिससे बच्चों को सही तथ्यों के बारे में बता सकते हैं
ReplyDeleteनोटबुक आधारित शिक्षण बच्चों के लिए अच्छा है। सही तथ्यों की जानकारी दी जा सकती है।
ReplyDeleteChhatro ko jadi pustak ki gatibidhi karke dikhaya jay to ve asani sikhte hai Abam lambe samay tak yad rkhte hai
ReplyDeleteकिसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाए तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे हम छात्रो को उनके परिवार के सदस्य एव आस पास के लोगो से उनके कार्य, अवधि, तरीको, वेतन एव सामाजिक व्यवस्था इत्यादि के बारे मे बात करके मुख्य बिन्दुओ को लिखे एव चित्र बनाए। इससे छात्रो कि समझ विकसित हो जाती है।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण को गतिविधि के द्वारा बच्चों को सरल तथा सहज तरीके से समझाया जा सकता हैं ।
ReplyDeleteGatividhi aadharit shikshan vidhi se bacche jald sikhate Hain
ReplyDeleteJis vishay ko bachchon ko sikhana ya sikhana ho usse sambandhit sare pathyavinduon , vishay vastuon tatha jin prashno ka utter ve chahte hein , unka ek checklist banaker unhe ek notebook mein likh lenge.Bachche samuday ke bich jakerlogon se prasna pooche hein, us vishay ke sambandh mein batchit karenge in , unke pratikriyaon ko , unke utter on ko notebook mein note karenge in.Is ke baad ve mukhya baton ko atmasat karenge in.Is tarah bachche khud karke us vishay ko achchhi tarah sikh payenge in. -Sanjay Kr.Baranwal Asst.T'cher,M.S.,Katghare.
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने या नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग करने से यकीनन सर्वेक्षण उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता । क्योंकि विशेष विषय पर सर्वेक्षण करने के क्रम में आसपास के लोगों तथा अनुभवी लोगों से जानकारी प्राप्त करने के लिए बात-चीत करेंगे और नोटबुक में अंकित करेंगे, तो सर्वेक्षणकर्ता की समझ विकसित होगी ही ।
ReplyDeleteकिसी भी विषय संबंधित सीखने सिखाने के क्रम में परिकल्पना, परियोजना, गतिविधियाें को क्रियान्वित करने के लिए तथ्यों के आधार पर नोटबुक-सर्वेक्षण बहुत ही उपयोगी होता है। सिद्धांत का प्रायोगिक रूप प्रोजेक्ट वर्क होता है जिससे बच्चों की अवधारणा परिष्कृत,स्पष्ट, तथा पारदर्शी होती है। समुदाय /समाज/स्थानीय क्षेत्र का दौरा एवं अवलोकन बच्चों में परिपक्वता प्रदान करता है।
ReplyDeleteइस संदर्भ में सूचीबद्ध विवरणी, चार्ट, चित्र,कोलाज,बोडवर्क,किए गए क्रियाकलाप, अवलोकन एवं चर्चा द्वारा सर्वेक्षण स्वयं सम्पूर्ण बन पाता है। फलस्वरूप इससे बच्चों के अनुभव और उपलब्धि सशक्त होती है जो कि उनके अभिव्यक्ति से परिलक्षित होती है।
Notebook Survey. Topic -Festivals.Students can do a notebook survey in their neighbours -S.No./Family /Favourite festival /Month/Preparations/Religious activities. These type of surveys give a permanent impression of learning.
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के साथ बच्चों को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteबच्चों को नोट बुक आधारित सर्वे करने के लिए साथ मेँ भाग लेना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों को सथानीय क्षेत्र में बिभिन्न सार्वेक्षन करते हुए नोट बुक आधारित गतिविधि किया जा सकता है।
ReplyDeleteजब हम बच्चों को बाजार व्यवस्था के बारे में जानकारी एकत्रित करने को कहते हैं चाहे वह ग्रामीण बाजार व्यवस्था हो या शहरी बाजार व्यवस्था यहां हम बच्चों को कहां बच्चे को विभिन्न आर्थिक क्रियाकलापों का सर्वेक्षण कर उसे अपने नोट कॉपी में नोट करने को कहते हैं बच्चे इस दौरान बाजार में विभिन्न व्यवसायियों द्वारा अपनाए गए व्यवसाय कार्य प्रणाली कितने समय कार्यों में देते हैं कितना इसका बाजार में मांग है कितने व्यक्ति को इससे रोजगार मिलता है इससे संबंधित गतिविधियों को नोट करके ना विद्यालय में बाजार व्यवस्था का प्रदर्शन किया जाता है इससे उन्हें बाजार व्यवस्था को समझने का व्यापक अवसर प्रदान होता है था एक दूसरे के व्यवसाय को आदर दे पाते हैं
ReplyDeleteBachchon ko asthaniye kshetra me to vibhinna sarvekshan karte huge book aadharit gatibidhi Kiya Ka Sakta h
ReplyDeleteBacchon ko notebook adharit servekshan ka up yoga ker batane se bacchon ki samajh ko Prabhav purn tarike se viksit kiya ja sakta hai.
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। नोट किए गए तथ्यों को जांच कर हम सही निर्णय ले सकते हैं तथा बच्चों को बता सकते हैं।
ReplyDeleteबच्चे को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग करते हैं|नोटबुक गतिविधि से बच्चे जल्दी सीखते हैं और नोट किए गए तथ्यों को जांच कर सही निर्णय ले सकते हैं इससे छात्रों की समझ विकसित होता है|
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग करते हैं|नोटबुक गतिविधि से बच्चे जल्दी सीखते हैं और नोट किए गए तथ्यों को जांच कर सही निर्णय ले सकते हैं इससे छात्रों की समझ विकसित होता है|
ReplyDeleteNotebook gatiwidhi se bachhe kisi vishay ko jald aur asani se shikhte hain kuki likhe gaye note ko bar bar dekh kar apni samajh ko majbut kar sakte hain
ReplyDeleteकिसी भी विषय पर लधु सर्वेक्षण कराने पर छात्रों में उस विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करने में ललक पैदा होता है विभिन्न क्षेत्रों के व्यवसाय के बारे जान पाते हैं जैसे व्यवसाय क्या है उस व्यवसाय का शैक्षिक योग्यता क्या है तथा का कार्यकवधि क्या है इस तरह के सर्वेक्षण से छात्रों की समझ विकसित होती है
ReplyDeleteटॉपिक से संबंधित गतिविधि करा कर।
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteबच्चों को पुस्तक आधारित गतिविधि में सम्मिलित कर समझाने पर उनका विषय से सहज जुड़ाव हो सकता है।
ReplyDeleteKisi visay ko sikhane ke liye notebook adharit sarvekchhan Kaa oopyog kar gatividhi karne par chhatra bahut jaldi aur asani se oose samajh paate hai. Isse chhatro me sahi tathya ke saath sikhne ke awsar milte hai.
ReplyDeleteसबसे पहले जिस विषय को समझना या सीखना चाहते हैं उस पर आधारित एक चेकलिस्ट तैयार कर बच्चों को देंगे फिर बच्चों को उनके आसपास की वस्तुओं, व्यवसायों, व्यक्तियों जिन से वे परिचित हैं सर्वेक्षण करते हुए जानकारियां नोटबुक में एकत्रित करने कहेंगे।
ReplyDeleteनोटबुक की गतिविधि करने से बच्चेजल्दी सीखते हैं और पाठ में रूचि भी लेते हैं.
ReplyDeleteKisi bhi bishay ko sikhne sikhane ke liye notebook aadharit sarvekshan sabse jyada upyogi hoti h. Kyunki ye gatividhi chart,chitra,boardwork,kiye gaye gatividhi,ablokan aur charcha ke dwara sampurn ho jata h.jiskaran bachche saral,sahaj tatha rochakpurbak shikshan adhigam ko prapt karte h tatha bachcho ke samajh bhi biksit hote h.
ReplyDeleteKisi bhi bishay ko sikhne sikhane ke liye notebook aadharit sarvekshan sabse jyada upyogi hoti h. Kyunki ye gatividhi chart,chitra,boardwork,kiye gaye gatividhi,ablokan aur charcha ke dwara sampurn ho jata h.jiskaran bachche saral,sahaj tatha rochakpurbak shikshan adhigam ko prapt karte h tatha bachcho ke samajh bhi biksit hote h.
ReplyDeleteइतिहास के किसी विशेष अवधि की समझ विकसित करने के लिए पुरातत्व, साहित्यिक शिलालेख इत्यादि का सहारा लेंगे एवं समझ विकसित करने के लिए अध्ययन करेंगे।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा बच्चों को गतिविधि कराने से उन्हें विषयों को समझने में आसानी होती है ।
ReplyDeleteSikhane me liye notebook gatividhi Jaruri hai.
ReplyDeleteनोटबुक आधारित शिक्षण बच्चों के लिए अच्छा है। सही तथ्यों की जानकारी दी जा सकती है।
ReplyDeleteइतिहास के किसी व्यक्ति के बारे में एक चार्ट में उसकी तस्वीर चिपका कर उसके बारे में जानकारी लिखना एक ऐसी गतिविधि हो सकती है जहां किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है क्योंकि किसी भी प्रसिद्ध व्यक्ति के बारे में इतिहास के किताबों में जरूर दिया हुआ रहता है ।
ReplyDeleteबच्चों को बुक आधारित गतिविधियों में सम्मिलित कर अगर समझाया जाता है समझते भी हैं और विषय से उनका जुड़ाव बना रहता है।सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। नोट किए गए तथ्यों को जांच कर हम सही निर्णय ले सकते हैं तथा बच्चों को बता सकते हैं।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के विषय - वस्तु को गतिविधि द्वारा समझाने से बच्चाें के मानसपटल पर स्मृति हमेशा के लिए बनी रहती है।
ReplyDeleteMD MERAZ AHMAD
ReplyDeleteकिसी भी विषय को सीखने सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। नोट किये गये तथ्य हमेशा याद रहता है। यह पद्धति सीखने सिखाने के लिए उपयोगी है।
नोट बुक की गतिविधि के द्वारा बच्चों को उन्हें विषयों को समझाने में मदद होती हैं
ReplyDeleteविषय से संबंधित गतिविधि करके समझाया जाए तो वे आसानी से सीखते हैं और बच्चों को कोई परेशानी नहीं तो लंबे समय तक बोलता नहीं है।नोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा बच्चों को गतिविधि कराने से बच्चों के मानस पटल पर स्मृति हमेशा के लिए बनी रहती है।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के साथ बच्चों को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही हैl
ReplyDeleteबच्चे को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलते नही हैं।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के साथ बच्चों को अगर पुस्तक की गतिविधि करके समझाया जाए तो वो आसानी से सीखते हैं और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नहीं है l
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। नोट किए गए तथ्यों को जांच कर हम सही निर्णय ले सकते हैं तथा बच्चों को बता सकते हैं।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के साथ बच्चों को अगर पुस्तक की गतिविधि। करके समझाया जाए तो वह आसानी से सीखते हैं और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होगी और और लम्बे समय तक नहीं भूलेंगे।
ReplyDeleteबच्चे कच्चे मिट्टी की घड़े की तरह हैं। उसे जिस तरह आकार देना है वह उसी आकार धारण करते हैं।बच्चों को किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जाए तो वे आसानी से सिख सकता है। नोट किए गए तथ्यों को जांच कर हम सही निर्णय ले सकते हैं तथा बच्चों को बता सकते हैं।
ReplyDelete* दयामय माजि (स.शिक्षक)
* उ.म.वि.चौका (कुकड़ू)
* सरायकेला-खरसावां ।
किसी विषय की विषय-वस्तु समझ विकसित करने के लिए सवेक्षण कराकर मुख्य-बिन्दुओं को नोटबुक तैयार कराने से बच्चों के मानसिक विकास में वृद्धि होती है और सही तथ्यों की जानकारी मिलती है|इस प्रकार उस विषय की समझ बच्चों में हमेशा बनी रहती है|
ReplyDeleteकिसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाय तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे हम छात्रों को उनके परिवार के सदस्यों एवं आस-पास के लोगों से उनके कार्य अवधि तरीकों ,वेतन एवं सामाजिक व्यवस्था इत्यादि के बारे में बात करके मुख्य बिन्दुओं को लिखकर चित्र बनाने से छात्रों की समझ विकसित होगी।
ReplyDeleteKisi v visay ke baare me vistrit awm Stik smgr smj ke liye note book adharit sarvekshan se note kiye gye prtifalon awm aakdo ko Bache ache awm lambe smy tk apne mansptl PR rakh payenge.
ReplyDeletePRAKASH MUNDU
Ms ROWAULI Bandgaon
West singhbhum
We have to work with the experience of children who get from the family society
ReplyDeleteबच्चों को अगर पुस्तक की गतिविध करके समझाया जाए तो वे आसानी से समझ जाते हैं इससे बच्चे को क़ोई परेशानी भी नहीं होती है।
ReplyDeleteकिसी भी गतिविधि को बच्चे के दैनिक जीवन से जोड़कर करवाया जाता है। तो वह बच्चे के मानस पटल पर गहरा प्रभाव डालती है।नोट बुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग हम विभिन्न प्रकार के गतिविधियों के समझ विकसित करने में कर सकते हैं।
ReplyDeleteWITH THE HELP OF BOOK CHILDREN CAN LEARN IT FOR A LONG TIME .
ReplyDeleteBacche agar gatividhiyon ko notebook main likhenge to unhe ve baaten yaad rahengi ,teacher notebook ki janch kar ye pata kar sakte hain ki bacche kitne seekh payen hain .
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं,अनुभवों,घटनाओं, क्षेत्रों, एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में
ReplyDelete1 क्षेत्र अध्ययन
2 मानचित्रण और
3 अभिकलन,
कर एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है ताकि वांछित उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है।
नोटबुक आधारित गतिविधि से बच्चे विषय वस्तु को जल्दी समझ पाते हैं और उनमें पक्की समझ के साथ-साथ दीर्घकालिक रूप से याद रहता है। नोटबुक आधारित गतिविधि में ओम बच्चों को 45 के समूह में बैठकर किसी क्षेत्र विशेष में भेजते हैं और उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोगों के बारे में जानकारी यानी कि आंकड़े एकत्रित करने के लिए बोलते हैं वह सब अपने-अपने नोटबुक में उतारते हैं आंकड़ों के रूप में व्यवसाय या कार्य करने वालों के सभी गतिविधियों को अपने नोटबुक में उतारते हैं और फिर उन आंकड़ों को अगले दिन कक्षा में प्रदर्शित कर उन पर चर्चा करते हैं।
ReplyDeleteकिसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाए तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ता है। जैसे हम छात्रों को उनके परिवार के सदस्य एवं आसपास के लोगों से उनके कार्य अवधी तरीकों वेतन एवं सामाजिक व्यवस्था इत्यादि के बारे में बात करके मुख्य बिंदुओं को लिखें एवं चित्र बनाएं ऐसे में छात्रों में ज्यादा समझ विकसित होती है और कभी नहीं भूलेंगे।
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है।सर्वेक्षण उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है।क्योंकि विशेष विषय पर सर्वेक्षण करने के क्रम में आस-पास के लोगों तथा अनुभवी लोगों से जानकारी प्राप्त करने के लिए बात-चीत करेंगे और नोटबुक पर अंकित करेंगे तो सर्वेक्षणकर्ता की समझ विकसित होगी।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण बच्चे आसानी से समझ सकते हैं और इससे यह भी पता चलता है कि बच्चे में कितनी समझ विकसित हुई है।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण बच्चे आसानी से समझ सकते हैं और इससे यह भी पता चलता है कि बच्चे में कितनी समझ विकसित हुई है।
ReplyDeleteनोट बूक आधारित गतिविधि से हम बच्चों को सिखाया गया गतिविधि को याद रखने की समझ विकसित कर सकते हैं।
ReplyDeleteबच्चे जब कोई भी कार्य खुद से करते हैं तो वे आनंदित भी होते हैं और वह ज्ञान पक्का भी होता है। सर्वेक्षण के लिए पूर्व चर्चा करके हमें कुछ विंदू उन्हें देना चाहिए ताकि सर्वे करते समय उसपर ध्यान रखा जाए।सर्वे का विषय'सब्जी वाला'।मैंने जब इस विषय में सर्वे करवाया था तब बच्चों ने जो जानकारी हासिल करके क्लास में चर्चा किया तथा प्रस्तुति किया वह मेरे लिए अविष्मरनिय है।चूँकि उन्होंने सब्जी उत्पादन से सब्जी बाजार तक ले जाने,फिर उसे बेचकर घर का राशन लेकर आने,फिर खाने एवम तुरंत खाकर फिर बाड़ी में जाकर पानी पटाने और शाम को घर वापस आने।पुनः सुबह उठकर 4 बजे से ही फिर से लग जाना।गज़ब उनके सर्वे ने अंदर तक झिंझोड़ कर रख दिया तथा वास्तविक दृश्य प्रस्तुत कर दिया।तो यह कहा जा सकता है कि लिखकर सर्वे करने से ओवरऑल सबों के पास सही सही जानकारी पहुँचती है तथा बच्चों में गहन चिंतन एवम सामाजिकता का भाव आता है।साथ ही समाज के अन्य व्यवसायों के प्रति आदर भाव पैदा होता है।
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने या सीखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जाता सकता है। इस कार्य हेतु हम एक विषय/पेशा का चयन करते है, फिर उससे जुड़े जानकारी को नोटबुक पर नोट करते जाते है। ऐसा करने से हमें/ छात्रों को उससे जुड़े सारे तथ्यों की जानकारी हो जाती है। इस तरह से प्राप्त जानकारी काफी टिकाऊ होती है।
ReplyDeleteगतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि-बच्चों से अलग-अलग तरह के काम करने वाले लोगों का एक सर्वेक्षण कराया जा सकता है।उदाहरण के तौर पर कुम्हार,लोहार,किसान,बढ़ई,डाॅक्टर,डाकिया इत्यादि लोगों का काम क्या है?,कहाँ काम करते हैं?,किन चीज़ों से काम करतें हैं?जैसे कुछ प्रश्नों का सूची होगा जिसे छात्र इकट्ठा करेंगे । नोट किए गए तथ्यों की जाँचकर सही निर्णय लिया जाएगा। बच्चे स्वयं करके सीखेंगे।अतः अवश्य ही इस तरह की गतिविधि से उनकी समझ बढ़ेगी।
ReplyDeleteAnkre do prakar ke hote hain prathmic ankre ABM goun ankre prathmic ankre khud se sarvekshan Kat ankre ko prapt karna jai yah wiswasniya ABM Amandai sarvekshan hai
ReplyDeleteBachchon ko notebook based sarvekshan dwara sikhate hai to unhen samjhane aur samjhne me saral hota hai
ReplyDeleteगतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि-बच्चों से अलग-अलग तरह के काम करने वाले लोगों का एक सर्वेक्षण कराया जा सकता है।उदाहरण के तौर पर कुम्हार,लोहार,किसान,डाॅक्टर,डाकिया इत्यादि लोगों का काम क्या है?कहाँ काम करते है?किन चीज़ों से काम करतें हैं?जैसे कुछ प्रश्नों का सूची होगा जिसे छात्र इकट्ठा करेंगे।नोट किए गए तथ्यों की जाँच कर सही निर्णय लिया जाएगा ।बच्चे स्वयं करके सीखेंगे अतः अवश्य ही इस तरह की गतिविधि से उनकी समझ बढ़ेगी ।
ReplyDeleteबच्चे नोट बुक से जल्दी सीखते हैं क्योंकि वे अपने समझ से लिखते हैं|तथा बच्चे लम्बे समय तक भूलते नहीं है |
ReplyDeleteसबसे पहले हम जिस विषय के बारे में बच्चों को समझाना चाहते हैं ,उस पर आधारित एक चेकलिस्ट तैयार करेंगे ।हम बच्चों से ही पूछेंगे कि वह क्या-क्या प्रश्न लोगों से पूछना चाहते हैं ,फिर उसके आधार पर हम बच्चों को बाहर ले जाकर के समुदाय के बीच में ले जाएंगे। उनसे प्रश्न पूछेंगे और उसका उत्तर नोटबुक में नोट करते जाएंगे क्योंकि बच्चे जो चीज खुद से करते हैं उसके बारे में उनकी जानकारी 100% हो जाती है। करके सीखना ,सीखने का सर्वोत्तम तरीका है ।
ReplyDeleteगतिविधि करके समझाया जाये तो वो आसानी से सीखते है और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती और लंबे समय तक भूलता नही है ।
किसी विषय को सीखने या सीखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जाता सकता है। इस कार्य हेतु हम एक विषय/पेशा का चयन करते है, फिर उससे जुड़े जानकारी को नोटबुक पर नोट करते जाते है। ऐसा करने से हमें/ छात्रों को उससे जुड़े सारे तथ्यों की जानकारी हो जाती है। इस तरह से प्राप्त जानकारी काफी टिकाऊ होती है।
ReplyDeleteगतिविधि को बच्चे के दैनिक जीवन से जोड़कर करवाया जाता है, तो वह बच्चे के मानस पटल पर गहरा प्रभाव डालती है। नोट बुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग हम विभिन्न प्रकार के गतिविधियों के समझ विकसित करने में कर सकते हैं।
बच्चे नोट बुक से जल्दी सीखते हैं। कयोकि बच्चे अपने समझ से लिखते हैं, तथा वे लम्बे समय तक भूलते नही हैं।ं
ReplyDeleteकिसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाए तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे हम छात्रो को उनके परिवार के सदस्य एव आस पास के लोगो से उनके कार्य, अवधि, तरीको, वेतन एव सामाजिक व्यवस्था इत्यादि के बारे मे बात करके मुख्य बिन्दुओ को लिखे एव चित्र बनाए। इससे छात्रो कि समझ विकसित हो जाती है।
ReplyDeleteमेरे विचार से नोटबुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि-बच्चों से अलग-अलग तरह के काम करने वाले लोगों का एक सर्वेक्षण कराया जा सकता है।उदाहरण के तौर पर कुम्हार,लोहार,किसान,डाॅक्टर,डाकिया इत्यादि लोगों का काम क्या है?कहाँ काम करते है?किन चीज़ों से काम करतें हैं?जैसे कुछ प्रश्नों का सूची होगा जिसे छात्र इकट्ठा करेंगे।नोट किए गए तथ्यों की जाँच कर सही निर्णय लिया जाएगा ।बच्चे स्वयं करके सीखेंगे अतः अवश्य ही इस तरह की गतिविधि से उनकी समझ बढ़ेगी । धन्यवाद |
ReplyDeleteबच्चे अपने नोटबुक से जल्दी सीखते है।क्योंकि वे अपने समझ से लिखते है,तथा वे लंबे समय तक भूलते नही।
ReplyDeleteBy activity given in the book's student can easily understand.
ReplyDeleteकिसी भी विषय की गतिविधि को स्वयं के अनुभव से जोड़कर करने से उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है| छात्रों को यदि पुस्तक आधारित गतिविधि करके समझाने से वह सरलता पूर्वक सीखते हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती है साथ ही साथ उनके मानस पटल पर स्मृति लंबे समय तक के लिए बनी रहती है|
ReplyDeleteसर्वेक्षण बच्चों के लिए सीखने का एक उचित माध्यम होता है।
ReplyDeleteगतिविधि : आपके गांव के लोग अपनी आजीविका के लिए क्या क्या करते हैं, पता करें।
इसकी जानकारी के लिए बच्चे अपने गांव के लोगों से मिलकर बात करेंगे। अलग अलग लोगों के काम को नोटबुक में दर्ज करेंगें। सर्वेक्षण के क्रम में वे जान पाएंगे कि घर की महिलाएं भी परिवार के लिए उपार्जन करती हैं। वे पुरुषों के साथ मिलकर उन्हें काम में सहयोग करती है। बच्चे अलग अलग तरह के कामों से परिचित हो पाएंगे। परिवार में महिलाओं को काम करने की क्या आवश्यकता है?समाज महिलाओं के साथ भेदभाव क्यो करती है? बच्चों में चिंतन करने का विकास होगा।
किसी विषय की गतिविधि को स्वयं के अनुभव से जोड़कर करने से उस विशेष विषय की समझ को बढ़ावा मिलता है|छात्रों को यदि पुस्तक आधारित गतिविधि करके समझाने से वह सरलता पूर्वक आसानी से सीखते हैं और उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती|साथ ही साथ उनके मानस पटल पर स्मृति चिन्ह लंबे समय तक के लिए बनी रहती है|
ReplyDeleteबच्चे को अगर पुस्तक आधारित गतिविधि करके समझाया जाय तो वो आसानी से सीखते हैं और बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती तथा लंबे समय तक भूलता नहीं ।
ReplyDeleteजब हम किसी विषय वस्तु को सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग करते हैं तो सबसे पहले विषय वस्तु का चयन करते हैं इसके बाद इससे संबंधित कुछ प्रश्न का चेक लिस्ट तैयार करते हैं छात्रों का समूह निर्माण कर उन्हें समुदाय में लेकर जाते हैं और डोर टू डोर जाकर प्रश्नों का उत्तर प्राप्त करते हैं तब उन्हें समुदाय के समस्या के बारे में सही समझ प्राप्त होती है। उनके निराकरण के बारे में विश्लेषण करेंगे तथा उनके निदान के बारे में सोचेंगे। मान ले कि गांव के शैक्षणिक स्थिति के बारे में पानी की समस्या स्वास्थ संबंधी सर्वेक्षण कर सकते हैं इस विधि से छात्रों को समुदाय से जुड़ने का मौका मिलता है समस्या को नजदीक से देखने का मौका मिलता है।
ReplyDeletePrabir Kumar Shaw
H.S.Karaikela
West Singhbhum.
सबसे पहले हम जिस विषय के बारे में बच्चों को समझाना या सिखाना चाहते हैं उस विषय पर आधारित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों की एक सूची तैयार करेंगे, इस सूची को तैयार करने में बच्चों की भी सहभागिता होगी तो और भी अच्छा होगा क्योंकि प्रश्न अगर बच्चों के द्वारा ही पूछा गया है तो फिर ये उनके विवेक को दर्शाता है ,फिर उन बच्चों को उनके जिज्ञासानुसार उनके गंतव्य तक ले जाएंगे। उसके पश्चात वहाँ लोगों से सूची के अनुरूप सवेक्षण करेंगे और उसका उत्तर नोटबुक में नोट करते जाएंगे ताकि ये जानकारियां भविष्य में भी बच्चों के काम आए । ऐसे क्रियाकलापों को करने से बच्चों में सीखने की एक नई प्रवृत्ति आती है और उनमें नई ऊर्जा और उमंग का सृजन होता ।
ReplyDeleteवैसे तो गतिविधि आधारित शिक्षण बच्चो के लिए काफी कारगर साबित होती है लबे समय तक स्मरण मे रखने मे।और अगर यह गतिविधि उनके पाठ पुस्तक से ली जाए उन्हे समझने मे कोई परेशानी नही आएगी।
ReplyDeleteAnil Kumar Verma
ReplyDeleteUMS HUDMUD SIMARIA CHATRA
जब हम किसी विषय वस्तु को सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग करते हैं तो सबसे पहले विषय वस्तु का चयन करते हैं इसके बाद इससे संबंधित कुछ प्रश्न का चेक लिस्ट तैयार करते हैं छात्रों का समूह निर्माण कर उन्हें समुदाय में लेकर जाते हैं और डोर टू डोर जाकर प्रश्नों का उत्तर प्राप्त करते हैं तब उन्हें समुदाय के समस्या के बारे में सही समझ प्राप्त होती है। उनके निराकरण के बारे में विश्लेषण करेंगे तथा उनके निदान के बारे में सोचेंगे। मान ले कि गांव के शैक्षणिक स्थिति के बारे में पानी की समस्या स्वास्थ संबंधी सर्वेक्षण कर सकते हैं इस विधि से छात्रों को समुदाय से जुड़ने का मौका मिलता है समस्या को नजदीक से देखने का मौका मिलता है।
बच्चों कोंं किताब की भाषा पर आधारित गतिविधि के साथ-साथ समाज मे होनेवाली गतिविधियों को अगर सम्मिलित कर लिया जाए,तो बच्चों को सीखने सिखाने मे नील की पत्थर साबित हो सकता हैं।जिससे बच्चेंं बड़े ही रुचिकर ढ़ंग से अध्ययन करेंगे तथा बच्चे भुलेगें नहीं।
ReplyDeleteबच्चों को किताब की भाषा पर आधारित गतिविधि के साथ-साथ समाज में होने वाली गतिविधियों को अगर सम्मिलित कर लिया जाए तो बच्चों को अच्छी तरह से समझाया जा सकता है जिससे उसका झुकाव भी उस विषय के साथ बना रहता है एवं वह अधिक दिनों तक भूलते भी नहीं है
ReplyDeleteबच्चे को अगर किताब की गतिविधि को कर के समझाया जाये तो बच्चे आसानी से सीख जाते हैं|
ReplyDeleteIn the social science various types of projects are made by the students on different topics. The students remember the main points of the topics for the long time.
ReplyDeleteIn the social science various types of projects are made by the students on different topics. The students remember the main points of the topics for the ling time.
ReplyDeleteIn the social science various types of projects are made by the students on different topics. The students remember the main points of the topics for the ling time.
ReplyDeleteIn the social science various types of projects are made by the students on different topics. The students remember the main points of the topics for the long time.
ReplyDeleteIn the social science various types of projects are made by the students on different topics. The students remember the main points of the topics for the long time.
ReplyDeleteकिसी भी विषय को नोटबुक आधारित गतिविधियों द्वारा बच्चे अधिक आसानी से सीख पाते हैं|बच्चे की भागीदारी होती है जिससे विषयवस्तु को वे अच्छी तरह समझ पाते हैं|
ReplyDeleteकिसी भी विषय की गतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाए तो उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे बच्चों को समूह में बांटकर स्थानीय बाजारों में विभिन्न खाद्य सामग्री की मूल्य, स्वाद ,प्रकार ,रंग ,उपज एवं उपलब्धता का समझ को सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक गतिविधि के रूप में सोचा जा सकता है।
ReplyDeleteकिसी विषय पर सर्वेक्षण से उससे सम्बंधित हर छोटी पहलुओं पर ध्यान जाता है जिसका प्रतिफल उस विषय का गहन ज्ञान और आर्थिक,सामजिक गतिविधियों का ज्ञान प्राप्त होता है जो हमें व्यापारिक सामाजिक गठजोड़ में मदद करता है
ReplyDeleteबच्चों को आस-पास के घरेलू उद्योग में होने वाली गतिविधियों का सर्वेक्षण कर नोटबुक तैयार करने एवं उस पर समूह में विस्तारपूर्वक चर्चा करवाकर किसी विशेष विषय की समझ को विकसित किया जा सकता है।
ReplyDeleteगतिविधि को खुद के अनुभव से जोड़कर किया जाय तो यह उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है। जैसे आस पड़ोस में कार्यस्थल का दौरा कर तथ्यों को एकत्रित करने से बच्चों में स्थायी समझ विकसित होती है।
ReplyDeleteकक्षा में बच्चों को विषय के आधार पर गतिविधि करवाने के बाद आसानी से समझता है ।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सवेक्षण के द्वारा बच्चों को गतिविधि कराने से उन्हें विषयों को समझने में आसानी होती हैं
ReplyDeleteकिसी भी विषयवस्तु को सीखने के लिए नोट बुक आधारित सर्वेक्षण के उप्योग करते हुए विषय को समझना तथा उनके तथ्यों को जांच कर सही निर्णय ले सकते हैं।
ReplyDeleteआधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जाता सकता है। इस कार्य हेतु हम एक विषय/पेशा का चयन करते है, फिर उससे जुड़े जानकारी को नोटबुक पर नोट करते जाते है। ऐसा करने से हमें/ छात्रों को उससे जुड़े सारे तथ्यों की जानकारी हो जाती है। इस तरह से प्राप्त जानकारी काफी टिकाऊ होती है।बच्चे को अगर किताब की गतिविधि को कर के समझाया जाये तो बच्चे आसानी से सीख जाते हैं|
ReplyDeleteबच्चों को बुक आधारित गतिविधियों में सम्मिलित कर अगर समझाया जाता है समझते भी हैं और विषय से उनका जुड़ाव बना रहता है।
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने सीखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए पहले गतिविधि कराते हैं और फिर उसे नोट करा दिया जाता है।
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने या सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कारगर हो सकता है । छात्रों के सम्मुख किसी विषय को रखकर उसके विषय में छात्र तहकीकात करे और उस विषय के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करे और अपनी नोटबुक में सभी विन्दुओं को लिखे। उसके बाद उसपर चर्चा करे और निष्कर्ष निकाले । इस प्रकार उसे उस विषय के बारे में गहरी जानकारी हो जायगी और उसकी समझ बढ़ेगी ।
ReplyDeleteप्रशान्त कुमार दत्त
शिक्षक, रा0म0वि0,गढ़गाँव ईटकी)राँची झारखण्ड
बच्चों को गतिविधि पूर्व कुछ प्रश्न बनाने को कहेंगे।चुंकी यह प्रश्न पाठ आधारित होगा इसलिए बच्चे सहज महसूस करेंगे।
ReplyDeleteअब बच्चों को नोटबुक देकर आंकडे जमा करने को कहेंगे
बच्चे स्वंय के बनाए गए प्रश्न से आंकडे जमा करने में जुडाव महसूस करेंगे जिस्से समझ में मजबूती आएगी।
सबसे पहले हम जिस विषय के बारे में बच्चों को समझाना चाहते हैं उस पर आधारित एक चेक लिस्ट बनाएंगे ।हम बच्चों से ही पूछेंगे वह क्या-क्या प्रश्न लोगों से पूछना चाहते हैं ।फिर उसके आधार पर हम बच्चों को समुदाय के बीच में ले जाएंगे ।उनसे प्रश्न पूछेंगे और उसका उत्तर नोटबुक में नोट करते जाएंगे ।क्योंकि बच्चे जो चीज खुद से करते हैं ।उसके बारे में उसकी जानकारी हंड्रेड परसेंट हो जाती है ।ऐसा करके सीखना का सर्वोत्तम तरीका है।
ReplyDeleteनोट बुक आधारित सर्वेक्षण के विषय बस्तु को गतिविधि द्वारा समझाने से बच्चों के मानसपटल पर स्मृति हमेशा के लिए वनी रहती है।
ReplyDeleteलघु सर्वेक्षण में कई विषयों को शामिल किया जा सकता है।जैसे स्वास्थ्य, चिकित्सा की सुविधा, ग्रामीण समस्या, और जल के श्रोत आदि।
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने सिखाने के लिए नोट बुक का सहारा लिया जाता है|सर्वेक्षण पूर्व गति विधि कराकर नोट करवा दिया जाता है|
ReplyDeleteNotebook aadharit visay vastu ko gatividhi dwara kiya ja sakta hai jaise ki bachcho se unke aas pass ke logo ke buisness,unke rahan sahan ke tarike,waha ka environmet aadi ke baare main mukhya bindu ko note kar atyadhik upyogi banaya ja sakta hai
ReplyDeleteBRAJ GOPAL DAS, बच्चों को किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। नोट किए गए तथ्यों को जांच कर बच्चों सही निर्णय ले सकते हैं तथा बच्चों मैं सही समझ होता हैं
ReplyDeleteEvaluation based on notebook survey is very important because it evaluates a very accurate analysis.
ReplyDeleteEvaluation based on notebook survey is very important because it evaluates a very accurate analysis. SYED AFROZ AHMAD ASSISTANT TEACHER M.S.HAIDARNAGAR BAZAR
ReplyDeleteनोटबुक गतिविधि: सभी विद्यार्थियों को निर्देशित किया जायेगा कि वे अपनी नोटबुक मे अपने परिवार की माताओं या दीदियों या अन्य महिलाओं के बारे में जानकारी इकट्ठी करें कि उनमें से कौन-कौन किसी भी प्रकार की पूर्णकालिक या अंशकालिक आर्थिक गतिविधियों में शामिल हैं।
ReplyDeleteइससे बच्चों की समझ बढ़ती है।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण को गतिविधि के द्वारा बच्चों को समझाने से उन्हें उस विषय वस्तु की समझ अच्छे ढंग से होगी जो काफी लंबे समय तक बच्चों के मस्तिष्क में बना रहेगा।इसके अतिरिक्त बच्चों में लेखन चिंतन आदि कौशल का विकास होगा ।
ReplyDeleteGatividhi adharit shikshan se bachche jaldi sikhte hai.
ReplyDeleteकिसी विषय कि विषय-वस्तु एवं विशेषता कि समझ विकसित करने के लिए अपने आस-पास कि चीजो का उदाहरण पेश करते हुए तुलनात्मक रूप से अध्ययन कराते हुए उनके पारिवारिक रहन-सहन आदि के बदलाव को इंगित कराते हुए अपने परिवार एवं सामाजिक बदलाव में परिवर्तित करने केलिए खुद अपने आसपास के दादा-दादी माताओं बहनों अन्य महिलाओं के बारे में जानकरी एकत्र कर किस तरह कि आर्थिक गतिविधियों में शामिल हैं ।
ReplyDeleteबच्चों को बुक आधारित गतिविधियों में सम्मिलित कर अगर समझाया जाता है समझते भी हैं और विषय से उनका जुड़ाव बना रहता है।
ReplyDeleteकिसी भी नोटबुक आधारित सर्वेक्षण को गतिविधि के द्वारा बच्चों को समझाने से उन्हें उस विषय वस्तु को अच्छे ढंग से और काफी लंबे समय तक जानकारी बना रहेगा ।उन्हें कक्षा में उबाऊ नहीं लगेगा।यह पाठन का बाल केंद्रित अधिगम का हिस्सा है जिससे सीखने का प्रतिफल प्राप्त होगा।
ReplyDeleteबच्चो को किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का सहारा लिया जाता है।इससे बच्चो की समझ बढती है।
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण अत्यंत उपयोगी है इसके लिए बच्चों के परिवार सामाजिक परिवेश पासपोर्ट सेवन विद्यालय में होने वाले क्रियाकलापों को जोड़ना अत्यंत उपयोगी होगा
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं, अनुभवों, घटनाओं, क्षेत्रों एवं संस्थानो आदि का आँकडो के रूप में क्षेत्र अध्ययन, मानचित्रण और अभिकलन कर एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है ताकि वांछित उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है।
ReplyDeleteJEETENDRA RAMANI, UMS BARAPACHGARH BORIO, SAHIBGANJ.
नोट बुक आधारित सवेक्षण के दवरा बच्चों को गतिविधि कराने से उन्हें विषयों को समझने मे आसानी होती है
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