एक शिक्षक ने कक्षा IV के विद्यार्थियों के सामने एक प्रशन रखा। 400+7 जोड़े ।
एक विद्यार्थी उसे इस तरह से करता है :400+7 = 1100
इन विद्याथियों को किस तरह का पूर्वज्ञान नहीं था?
इस गलत अवधारणा को संबोधित करने के लिए विद्यार्थियों से किस तरह के प्रश्नों को पूछना चाहिए?
चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
इकाई दहाई सैकड़ा की समझ नहीं है ।
ReplyDeleteSthaiye man ki samjh nhi hai
Deleteइकाई दहाई सैकड़ा की समझ नहीं है।
DeleteSankhya padhati ka shi se gyan nhi h
DeleteIse alag alag prakaar ke gatividhiyon se galtiyaan thik kiya ja sakta hai
Sankhya padhati ka shi se gyan nhi h
DeleteIse alag alag prakaar ke gatividhiyon se galtiyaan thik kiya ja sakta hai
Ikai, dhaiki samajh nahi hai
ReplyDeleteKaise jodna hai unhe patha nhi hai
ReplyDeleteSthaniya man ka knowledge nahi hai Akmishra guhs purio ratu ranchi jharkhand
DeletePlace value and face value
ReplyDeleteAFROZ ALAM
Place valu ki samjh nahi hai
ReplyDeletePlace valu ki samjh nahi hai
DeleteASTHAI MAAN KI SAMJH NHI HAI ajay kumar mishraGuHsPurio ratu ranchi jharkhand
Deleteअंको के स्थान को ज्ञान नहीं था
ReplyDeleteNo knowledge regarding place values and face value
ReplyDeleteShould be knowledge regarding placevalue of one's, ten's and hundreds .
ReplyDeleteअंको के स्थान को ज्ञान नहीं था
ReplyDeleteReply
No knowledge regarding place values and face value
ReplyDeleteईकाई दहाई और सैकड़ा और स्थाई मान का समझ ना होना।
ReplyDeleteKnowledge of place value and the method of adding two different digit numbers by arranging them accordingly.
ReplyDeleteHe doesn't no place value and face value
ReplyDeleteआईसीटी का उपयोग कर रहे शिक्षक के सुविधाप्रदाता की भूमिका में बदलाव होने से शिक्षकों द्वारा कक्षा में नेता के रूप में सेवा करने की जरूरत समाप्त नहीं हो जाती; शिक्षक के पारम्परिक नेतृत्व कौशल और उसका प्रयोग अभी भी महत्वपूर्ण हैं (विशेष रूप से उनके लिए, जो पाठ योजना, तैयारी तथा उनके फॉलो-अप में शामिल हों)।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी. डेरी सहकारी समितियों की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एनडीडीबी नवीन प्रौद्योगिकीय समाधान विकसित करने पर ध्यान देती है।
ReplyDeleteमहिलाएं इस क्षेत्र में अपनी जगह बनाने के लिए जद्दोजहद में लगी हैं और उन्हें अपने काम के लिए न के बराबर सुविधाएं, अवसर और प्रोत्साहन दिये जाते हैं, दूसरी तरफ महिला को मीडिया में किस तरह से पेश किया जा रहा है-इन बातों पर ओकड़ों सहित विस्तार से अध्ययन पेश है। अंत में लिंग संवेदनशील दिशा निर्देश (जेंडर सेन्सिटिव गाइडलाइन्स) व नीति निर्देशों की बात कही गई है। इस शोध ग्रन्थ को तैयार करने में युनेस्को और साउथ एशिया विमेन्स नेटवर्क (स्वान) की बड़ी भूमिका रही है; यह इनका ही प्राॅजेक्ट है।
ReplyDelete
ReplyDeleteसमाज अपने सदस्यों के लिए कुछ निश्चित प्रकार के आदर्श, आचरण या व्यवहार निर्धारित करता है, जिनका पालन करना उसके सदस्यों से अपेक्षित होता है। समाजशास्त्रीय भाषा में इन्हें मानदंड कहा जाता है।
No knowledge regarding place value
ReplyDeleteउन्हें स्थानीय मान संबंधित ज्ञान नहीं है
ReplyDeleteYes
ReplyDelete1,स्थानीय मान क्या है ? 2, अंकीय मान क्या है ?
ReplyDeletePlace value ki jankari Nahi hai.
ReplyDeleteइकाई दहाई सैकड़ा की समझ नहीं है ।
ReplyDeleteपूर्वज्ञान से पता चला की बच्चो को इकाई दहाई सैकड़े का ज्ञान नही था ।
ReplyDeleteSthaniya maan ka thik se abhyas katana Hoga.
ReplyDeleteविद्यार्थी में स्थानीय मान समझ विकसित करना होगा।
ReplyDeleteSabhi ko samuh me baithakar wishywastu ko samjhayenge
ReplyDeleteविद्यार्थी स्थानीय मान को समझ नही पाया हैं।
ReplyDeleteइकाई,दहाई,सैकड़ा की समझ नहीं है ।
ReplyDeleteStudents not learned
ReplyDeletePlace value ki samajh nahi hai
ReplyDeleteTo clarify the place value
ReplyDeleteStudents shoud be given concept of place value of digit of the number .
ReplyDeleteईकाई दहाई सैकड़ा और स्थानीय मान का समझ नहीं था
ReplyDeleteबच्चे को उचित विधि से एक दो बार पूरे मनोयोग से समझाना होगा। निश्चय ही ऐसी गलतियां कोई अस्वाभाविक नहीं है।
ReplyDeleteबच्चे को उचित विधि से एक दो बार पूरे मनोयोग से समझाना होगा। निश्चय ही ऐसी गलतियां कोई अस्वाभाविक नहीं है। ओ दुबरा कोशिश कर ठीक हो सकता है।
ReplyDeletePlace value pata nahi hai
ReplyDeleteIsthaniyh man ki samj he
ReplyDeleteGood question
ReplyDeleteCorrect
ReplyDeleteNo knowledge for place value
ReplyDeleteExplain it
ReplyDeleteस्थानीय मा न किसमझ नहीं है
ReplyDeleteस्थानीय मान की समझ नहीं है।
ReplyDeleteJodne ki samnya gyan nahi hai vidharthi ko
ReplyDeletePlace value ka samajh nhi hai
ReplyDeleteNeed to learn addition
ReplyDeleteCan't understand digits with place value(ones,tenth).
ReplyDeleteईकाई दहाई और सैकड़ा और स्थाई मान का समझ ना होना।
ReplyDeleteस्थानीय मान की अवधारणा का स्पष्ट न होना
ReplyDeleteSthaniye man ki samajh ni hi
ReplyDeleteSthaniye man ki samajh ni hi
ReplyDeleteविद्यार्थी स्थानीय मान को समझ नही पाया हैं।
ReplyDeleteउस बच्चे को स्थानीय मान का सही ज्ञान स्थानीय मान का समय नहीं होने के कारण बच्चा गलत जोड़ रहा है
Deleteविधार्थी स्थानीय मान को समझ नही पाया हैं
ReplyDeleteस्थानीय मान की समझ नहीं है
ReplyDeleteआईसीटी का उपयोग कर रहे शिक्षक के सुविधाप्रदाता की भूमिका में बदलाव होने से शिक्षकों द्वारा कक्षा में नेता के रूप में सेवा करने की जरूरत समाप्त नहीं हो जाती; शिक्षक के पारम्परिक नेतृत्व कौशल और उसका प्रयोग अभी भी महत्वपूर्ण हैं (विशेष रूप से उनके लिए, जो पाठ योजना, तैयारी तथा उनके फॉलो-अप में शामिल हों)।
ReplyDeleteस्थानीय मान का ज्ञान नहीं हैं
ReplyDeleteNo knowledge for place value.
ReplyDeleteस्थानीय मान का समझ ना होना
ReplyDeleteउस बच्चे को स्थानीय मान का सही ज्ञान स्थानीय मान का समय नहीं होने के कारण बच्चा गलत जोड़ रहा है
ReplyDeleteUse sthaniya man ki samajh nahi thi.
ReplyDeleteuse face value ka samajh nahi hai
ReplyDeleteUse face vailu ka samjh student ko nhi hai
ReplyDeleteUse face vailu ka samajh student ko nahi Aati
ReplyDeletehttp://bit.ly/nishthaICT
ReplyDeleteAnko ke gyan ke sthan ke bare me batana hoga
ReplyDeleteSthaniye maan ka gyan nahi hai
ReplyDeleteस्थानीय मान की समझ नही है
ReplyDeleteSthaniyevmaan ka samajh nahi hai ajay kumar mishra guhs purio ratu ranchi jharkhand
ReplyDeleteहमें लिंग भेद को समझते हुए समानता का भाव रखना चाहिए
ReplyDeleteहमें लिंग भेद को समझते हुए समानता का भाव रखना चाहिए
ReplyDeleteहमें लिंग भेद को समझते हुए समानता का भाव रखना चाहिए ।
ReplyDeleteIn bcho ko ikai ,dahai air saikde Ki samajh ni Hai SATH hi Anko ke asthan se anbhigya hai
ReplyDeleteLack of basic concepts.
ReplyDeleteIkai,dahai ka pkad nhi h.or sthaniymaan ka pehchan nhi hui .
ReplyDeleteSankhya padhati ka shi se gyan nhi h
ReplyDeleteIse alag alag prakaar ke gatividhiyon se galtiyaan thik kiya ja sakta hai
Knowledge of number system, Place value to be explained.
ReplyDeletesabse aacha tips hai
ReplyDeleteLack of knowage of place value and face value
ReplyDeleteपूर्वज्ञान से पता चला कि बच्चों को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं है।
ReplyDeleteस्थानीय मान का ज्ञान नहीं है।
ReplyDeleteSabse acha tips h
ReplyDeleteगतिविधि के माध्यम से समस्या का समाधान किया जा सकता है।
ReplyDeleteइकाई, दहाई, सैकड़ा की अवधारणा की समझ विकसित कराते हुए सही तरीके से लिखना सिखाकर समाधान किया जा सकता है।
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteIkai,Dahai,saikada ka jankari nahi tha
ReplyDeleteOnes,tens, hundred ke jankari nahi hai
ReplyDeletePlace value and face value.
ReplyDeleteNice work
ReplyDeleteHome me study karana hoga.
ReplyDeleteस्थानीय मान संबंधित ज्ञान नहीं है
ReplyDeleteछात्र को स्थानीय मान की समझ नही है। वह 7 के इकाई के स्थान को नही समझ पाया है। इस तरह के अवधारणा के लिए छात्र से दैनिक जीवन मे आसपास होने वाली परिस्थिति से सबंधित प्रश्न पूछेंगे जैसे विद्यालय मे 500 छात्र एवं 9 शिक्षक है तो कुल कितने लोग हुए?
ReplyDeletesankhya ka sthaniya maan ki jankari ki kami
ReplyDeleteNo increase in area
ReplyDeleteउन्हें स्थानीय मान की समझ नहीं है । इस कारण वह ईकाई को सैकड़े के साथ जोड़ देता है जो गलत है ।
ReplyDeleteप्रशान्त कुमार दत्त
शिक्षक
रा0म0वि0,गढ़गाँव
प्रखंड-ईटकी
जिला-राँची (झारखण्ड)
बच्चे को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं है
ReplyDeleteइसके समाधान हेतु बच्चे को पहले स्थानीय मान का ज्ञान फिर से देना होगा
मोहम्मद सलीम अंसारी सहायक शिक्षक उर्दू प्राथमिक विद्यालय नरेंद्रपुर गिरिडीह
ReplyDeleteबच्चे की प्रतिक्रिया को देखकर यह स्पष्ट है कि उसे स्थानीय मान का ज्ञान नहीं है जिसके कारण वह इकाई के मान को सेंकड़े के साथ जोड़ रहा है पहले बच्चे को स्थानीय मान की समझ स्पष्ट करनी होगी
बच्चे को दहाई और सैंकड़ों का ज्ञान नहीं है । बच्चे को पहले स्थानीय मान की पूर्ण जानकारी देनी होगी।
ReplyDeleteNo knowledge regarding place values and face values.
ReplyDeleteAshok Kr. Pramanik
MS Talab, Sahibganj
इस अवधारणा को सिखाने के लिए सबसे पहले बच्चे को इकाई ,दहाई ,सैकड़ा सिखाना पड़ेगा तथा स्थानीय मान की सटीक जानकारी देनी पड़ेगी।
ReplyDeleteउन्हें इकाई,दहाई सैकड़ा के बारे में जानकारी नही है साथ उन्हें यह भी पता नही है कि इकाई में इकाई को जोड़ा जाता है ।
ReplyDeleteAnil Kumar Verma
ReplyDeleteUMS HUDMUD SIMARIA CHATRA
स्थानीय मान की समझ नहीं है।
इकाई,दहाई,सैकड़ा एवं स्थानीय मान की समझ नहीं है
ReplyDeleteKnowledge of place value and the method of adding two different digit numbers by arranging them accordingly
ReplyDeleteबच्चे को उचित विधि से एक दो बार पूरे मनोयोग से समझाना होगा। निश्चय ही ऐसी गलतियां कोई अस्वाभाविक नहीं है। ओ दुबरा कोशिश कर ठीक हो सकता है।
ReplyDeleteअंको के स्थान का ज्ञान नही था।
ReplyDelete400+7=1100
ReplyDeleteउपरोक्त प्रत्युत्तर देने वाले विद्यार्थियों को जोड़ संक्रिया का पूर्ण रूप से अभाव है। साथ ही साथ बच्चे संख्याओं का स्थानीय मान एवं कलन विधि के द्वारा जोड़ने की प्रक्रिया से अपरिचित है।।
इस तरह के प्रत्युत्तर देने वाले बच्चों को सर्वप्रथम संख्याओं की मात्रा साथ ही साथ संख्याओं का स्थानीय मान एवं किस प्रकार कलन विधि से् जोड़ते हैं उसका बारंबार अभ्यास कराना नितांत प्रयोजनीय है ताकि वह इस प्रकार के गलतियां ना करके जोड़ को अच्छी तरह समझने में अपनी बुद्धि का विकास कर सके।।
इसके माध्यम से बच्चो की समझ को आगे ले जाया जा सकता है
ReplyDeleteबच्चे की स्थानियमान का उचित पूर्वज्ञान नहीं हैं। इस से निपटने के लिए प्रथम में बच्चों को अंको के स्थान के महत्व को बच्चों वातावरण में उपलब्ध संसाधनों के द्वारा समझना चाहेंगे। जब इस कला में पारंगत हो जाएंगे। तब जाकर हम बच्चों को पुनः इस प्रकार के जोड़ करने के प्रश्नों को हल करने देंगे।
ReplyDeleteछात्र को स्थानीय मान की समझ नहीं है तथा इकाई दहाई सैकड़ा को भी ठीक से नहीं जानता है
ReplyDeleteबच्चे को उचित विधि से एक दो बार पूरे मनोयोग से समझाना होगा। निश्चय ही ऐसी गलतियां कोई अस्वाभाविक नहीं है। ओ दुबरा कोशिश कर ठीक हो सकता है
ReplyDeleteजोड़ने के लिए संख्या के अंकों को उनके स्थानीय मान के अनुसार स्तंभ में लिखना चाहिए इसकी जानकरी बच्चे को नहीं है।
ReplyDeleteविद्यार्थी को स्थानीय मान का पू्र्वज्ञान न होना।
ReplyDeleteबच्चे को ईकाई दहाई सैकड़े की समझ नहीं है ।
ReplyDeleteHelpful example for children to understand the mathematical concept of rectangle
ReplyDeleteBachchon ko uchit gatibidhi our poore manoyog samjhana hoga dinars koshish Kar thik ho Sakta h
ReplyDeleteBachhe ko sthaniyaman Ka bodh Nahin hai.Us bachhe ke liye jod Ka column bidhi Ka upyog Karna behtar Hoga.
ReplyDeleteस्थानीय मान की समझ नहीं है।
ReplyDeleteबच्चे को जोड़ का तो अनुभव कुछ हद तक है पर स्थानीय मान की समझ का पूर्वज्ञान नहीं है। साथ ही वो शून्य को भी अंक नहीं मान रहा है शायद।
ReplyDeleteस्थानीय मैन से संबंधित प्रश्न जैसे किसी से ख्या को विस्तृत रूप में लिखना,किसी संख्या में किसी अंक का स्थानीय मैन ज्ञात करने जैसा प्रश्न पूछना चाहिए
ReplyDeleteEkai dahai sekda aur sthaniya nahi pata hai
ReplyDeletePlace value(sthaniye man) ki samajh nhi hai.bachhon se pahle sthaniye man pr charcha karne ki jarurat hai.
ReplyDeleteस्थानीय मान की समझ नहीं है ।
ReplyDeleteविद्यार्थी को स्थानीय मान कि समझ नहीं है साथ ही संख्या कि मात्रा कि समझ नहीं है,400कितनी वस्तुओं को इंगित कर रहा है।
ReplyDeleteआईसीटी का उपयोग कर रहे शिक्षक के सुविधाप्रदाता की भूमिका में बदलाव होने से शिक्षकों द्वारा कक्षा में नेता के रूप में सेवा करने की जरूरत समाप्त नहीं हो जाती; शिक्षक के पारम्परिक नेतृत्व कौशल और उसका प्रयोग अभी भी महत्वपूर्ण हैं (विशेष रूप से उनके लिए, जो पाठ योजना, तैयारी तथा उनके फॉलो-अप में शामिल हों)।
ReplyDeleteStudent Ko sthaniya maan ke bare me gyan nahi hai. Agar usse pucha jai ki ap ke pass 400 chocolates hai apke dost ne or 7 chocolates diye to tumhare pass kitne chocolates hue?
ReplyDeleteबच्चे को संख्याओं की और उनकी संक्रियाओं की समझ है पर स्थानीय मान की समझ नहीं बन पाई है |
ReplyDeleteबच्चे को स्थानीय मान की समझ नहीं है इसलिए इकाई को सैकड़ा के साथ जोड़ रहा है ।
ReplyDeleteLack of place value .
ReplyDeleteईकाई दहाई और सैकड़ा और स्थाई मान का समझ ना होना।बच्चे को संख्याओं की और उनकी संक्रियाओं की समझ है पर स्थानीय मान की समझ नहीं बन पाई है |
ReplyDeleteShekhar atasha niyamon ki samajh na hona
ReplyDeleteमेरे विचार से स्थानीय मान की समझ नहीं है।
ReplyDeleteSthaniya Man ki samajh nahin hone ke Karan
ReplyDeleteमेरे विचार से स्थानीय मा न की समझ नहीं है।
ReplyDeleteDue to misunderstanding of place value
ReplyDeleteगणित शिक्षण में बच्चों को CRA/ELPS माध्यम से शिक्षा प्रदान करना चाहिए। बच्चों को अपने पूर्व अनुभवों/मूर्त रूपों ,उनके अपने भाषा, चित्रों का प्रयोग, फिर चिन्हों/संकेतों का प्रयोग करते हुए कार्य करने का अवसर देने चाहिए। यहाँ बच्चा इन सबके अलावे स्थानीय मान को सही तरह से नही समझ पा रहा है।
ReplyDeleteस्थानीय मान का ज्ञान नहीं है।
ReplyDeleteमेरे विचार से स्थानीय मा न की समझ नहीं है।स्थानीय मान का ज्ञान नहीं है।
ReplyDeleteउस बच्चे को स्थानीय मान का सही ज्ञान स्थानीय मान का समय नहीं होने के कारण बच्चा गलत जोड़ रहा है
ReplyDeleteUnit,Ten,Hundred ka gyan nahi hai
ReplyDeleteRakesh Kumar Ranjan
M S Ranibahal
Sankhya padhati ka shi se gyan nhi h
ReplyDeleteIse alag alag prakaar ke gatividhiyon se galtiyaan thik kiya ja sakta hai
Rajesh Kumar Sinha. UHS KOLAKUSMA DHANBAD.
ReplyDeleteChildren should be taught first place value chart and then he should be made understood that in adding 400+7, 7 must be at unit place.
छात्र बायीं ओर से जोड़ने का प्रयास किया है।
ReplyDeleteस्थानीयमान की समझ के साथ जोड़ करना नहीं आता
ReplyDeleteIf dimensions of rectangle changes then it's area will be change.But in this problem C is right
ReplyDeleteइसे सैकडों, दहाई तथा इकाई की समझ नहीं है होने के कारण ऐसा गलती करता है
ReplyDeleteस्थानीय मान , इकाई, दहाई एवं सैकड़ा की समझ का नहीं होना।
ReplyDeleteBachcha 0 kota 0 maan raja hi use liye 4 aur 7 numbers hain
ReplyDeleteइस तरह के प्रश्नों के हल करने से पहले बच्चों में स्थानीय मान की समझ एवं अवधारणा स्पष्ट होनी चाहिए।
ReplyDeleteस्थानीय मान की समझ हेतु ₹100 के बाद ₹1का एक सिक्का देकर पूछना,कुल राशि कितनी हुई? इसी तरह ₹400 के बाद सात एक रुपया के सिक्के देकर,कुल राशि निकालने कहना।
ReplyDeleteउस बच्चे को स्थानीय मान का सही ज्ञान स्थानीय मान का समय नहीं होने के कारण बच्चा गलत जोड़ रहा है
ReplyDeleteविद्यार्थी को स्थानीय मान का समझ नहीं हैं। इसके लिए उन्हें सर्वप्रथम इकाई,दहाई और सैकडा के बारे में समझाना होगा तदोपरान्त संख्याओं को सही क्रम में लिखकर जोडेगें और समझायेगें।
ReplyDeleteस्थानीय मान की समझ नहीं।इकाई दहाई की समझ होना चाहिए
ReplyDelete।
बच्चे इसलिए गलतियां कर रहा है शायद उन्हें स्थानीय मान की समझ विकसित नहीं हुआ है
ReplyDeleteबच्चे इसलिए गलतियां कर रहे हैं शायद उन्हें स्थानीय मान की समझ विकसित नहीं हुआ है.
ReplyDeleteउस बच्चे को स्थानीय मान की समझ नहीं थी। बच्चे में स्थानीय मान का समाज विकसित करना होगा। बच्चे को इकाई दहाई सैकड़ा हजार के बारे में समझाना होगा। स्थानीय मान को समझाने पर ध्यान देना होगा कि इकाई की शादी के जोड़ा जाता है और दहाई के साथ दहाई और सैकड़ा के साथ सैंकड़ा का मान को बैठाना है।
ReplyDeleteबच्चों में शुरुआती दौर पर स्थानीय मान की समझ नहीं होती है उन्हें स्थानीय मान समझ विकसित कराना है और इकाई दहाई सैकड़ा का मान बताना है।
ReplyDeleteBachha ko sthaniya man ki abdharna nahin hain. Bachha ko yah puchha ja sakta hai ki 100 ke thik bad kya aata hain?
ReplyDeleteस्थानीय मान का समझ का अभाव उपरोक्त प्रत्युत्तर देने वाले विद्यार्थियों को जोड़ संक्रिया का पूर्ण रूप से अभाव है। साथ ही साथ बच्चे संख्याओं का स्थानीय मान एवं कलन विधि के द्वारा जोड़ने की प्रक्रिया से अपरिचित है।।
ReplyDeleteइस तरह के प्रत्युत्तर देने वाले बच्चों को सर्वप्रथम संख्याओं की मात्रा साथ ही साथ संख्याओं का स्थानीय मान एवं किस प्रकार कलन विधि से् जोड़ते हैं उसका बारंबार अभ्यास कराना नितांत प्रयोजनीय है ताकि वह इस प्रकार के गलतियां ना करके जोड़ को अच्छी तरह समझने में अपनी बुद्धि का विकास कर सके।।
इकाई दहाई और स्थानिय मान की समझ नहींहै
ReplyDeleteइकाई, दहाई, सैकड़ा की अवधारणा की समझ विकसित कराते हुए सही तरीके से लिखना सिखाकर समाधान किया जा सकता है
ReplyDeleteइकाई, दहाई, सैकड़ा की अवधारणा की समझ विकसित कराते हुए सही तरीके से लिखना सिखाकर समाधान किया जा सकता है
ReplyDeleteइकाई दहाई सैकड़ा की समझ नहीं है।
ReplyDeleteइस गलत अवधारणा को संबोधित करते हुए हम बच्चों से यह साधारण सवाल पूछ सकते हैं की आपके पास ₹400 हैं और आपके पिताजी ने ₹7 दिए तो अब आपके पास कुल कितने रुपए हैं ?
ReplyDeleteइकाई दहाई सैकड़ा तथा स्थानीय मान का पता न ना होना।
ReplyDeleteBachon ko ikai, dahai, sekra aur sthaniyaman ki samajh nhi ha.vibhin gatividhiyon dwara unhe basic concept dena ha.Bar - bar abyss karana ha aur kalan vidhi bhi sikhana ha.
ReplyDeleteइकाई दहाई सैकड़ा की समझ नहीं है ।
ReplyDeleteLalita Mahto
H s karaikella
West Singhbhum
इकाई, दहाई, सैकड़ा की अवधारणा की समझ विकसित कराते हुए सही तरीके से लिखना सिखाकर समाधान किया जा सकता है
ReplyDeletejagdish Kumar
UHS KORCHE
Asthaniye man ki samajh nahi hai.
ReplyDeleteविद्यार्थी को स्थानीय मान या इकाई, दहाई, सैकड़ा का पूर्व ज्ञान नहीं था। इसलिए विद्यार्थियों को स्थानीय मान या इकाई, दहाई, सैकड़ा को पहले समझा कर ततसम्बन्धी प्रश्न पूछना चाहिए। राम चन्द्र मिश्र, धनबाद।
ReplyDeleteविद्यार्थी को स्थानीय मान जा इकाई दहाई सैकड़ा का पूर्ण ज्ञान नहीं था इसीलिए विद्यार्थियों को स्थानीय मान या इकाई दहाई सैकड़ा को पहले समझा कर तक संबंधी प्रश्न पूछना चाहिए| कपिल देव यादव
ReplyDeleteANJU KUMARI KISKU
ReplyDeleteUMS BENA JAMTARA
छात्र 700+7=1100 लिखता है तो इन विद्यार्थियों को संख्या का स्थान यानी स्थानीय मान इकाई दहाई, सैकड़ा की पूर्वज्ञान को समझ नहीं है।
इस गलत अवधारणाओं को संशोधित करने के लिए छात्रों को स्थानीय मान के अनुसार जोड़ को इकाई,दहाई सैकड़ा को बॉक्स बनाकर करना चाहिए।
छात्रों को संख्या की स्थानीय मान का ज्ञान देना । तदुपरांत जोड़ की क्रिया सम्पन्न कराना ।
ReplyDeleteबच्चे को यह नहीं पता कि इकाई को इकाई के साथ और दहाई को दहाई के साथ जोड़ा जाता है।इसे ठीक करने के लिए बच्चे को इकाई और दहाई की सही पहचान करानी चाहिए।
ReplyDeleteबच्चा जोड़ना जानता है, लेकिन जोड़ने का तरीका गलत है। बच्चा को इकाई,दहाई,सैकड़ा के साथ-साथ स्थानीय मान का ज्ञान नहीं है।या तो बच्चा जल्दवाजी में ऐसी गलती कर बैठा है।उसे इसी तरह का प्रश्न पुनः दे कर जांच कर लेंगे।
ReplyDeleteअंकों का स्थानीय मान समझ नहीं है
ReplyDeleteबच्चे को स्थानीय मान यथा इकाई, दहाई,सैकड़ा का पुर्वज्ञान नहीं था। हमें बच्चे में स्थानीय मान की समझ विकसित करने हेतु इसी तरह के कुछ और प्रश्न पूछने चाहिए।
ReplyDeleteइकाई, दहाई,सैकड़ा का पुर्वज्ञान नहीं था। हमें बच्चे में स्थानीय मान की समझ विकसित करने हेतु इसी तरह के कुछ और प्रश्न पूछने चाहिए।
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।
ReplyDeleteविद्यार्थी को place value की समझ नहीं है।
ReplyDeleteSankhya padhati ka shi se gyan nhi h
ReplyDeleteIse alag alag prakaar ke gatividhiyon se galtiyaan thik kiya ja sakta hai
Baccho ko puuri paath ko sahi se samjhana hoga manushya matrya bhul ho sakti j
ReplyDeleteविद्यार्थी में स्थानीय मान की समक्ष का अभाव जाहिर हो रहा है। बच्चों से संख्या 7 के स्थानीय मान का प्रश्न पूछा जाना चाहिए।
ReplyDeleteबच्चों को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं है और न ही इकाई,दहाई और सैकड़ा का।
ReplyDeleteविद्यार्थी स्थानीय मान को समझ नही पाया हैं।
ReplyDeleteइकाई,दहाई और सैकड़ा का। knowledge nhi h
The student could not understand the concept of place value .
ReplyDeleteThe student could not the concept of any place value because he has no knowledge about instrument of figure
ReplyDeleteNot knowing about place and face value of numbers.
ReplyDeleteNot knowing about place and face value of numbers.
ReplyDeleteNot knowing about place and face value of numbers.
ReplyDeleteबच्चे को स्थानीय मान यथा इकाई, दहाई,सैकड़ा का पुर्वज्ञान नहीं था। हमें बच्चे में स्थानीय मान की समझ विकसित करने हेतु इसी तरह के कुछ और प्रश्न पूछने चाहिए।
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