Illustrate from the textbook how you can integrate the concerns viz. gender, environment and special needs in your classroom teaching
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This blog is for online NISHTHA Training for Jharkhand State. You are welcome to share your reflections/comments/suggestions on this page.
आप अपनी कक्षा/ स्कूल में खिलौना क्षेत्र कैसे सृजित करेंगे – इस बारे में सोचें। डी-आई-वाई खिलौनों का सृजन करने में बच्चों की सहायता के लिए ...
शिक्षक के लिए सभी बच्चे समान होते हैं ।हमें वर्गकक्ष का निर्माण इस प्रकार से करना चाहिए जिसमें बालक/बालिकाएं सहज महसूस करें, शुद्ध वातावरण का निर्माण हो, साथ ही special needs वाले विद्यार्थियों को वर्गकक्ष तक आने जाने बैठने देखने आदि में परेशानी न हो ।
ReplyDeleteएक शिक्षक होने के नाते अपने वर्ग कक्ष में बच्चों में बिना भेदभाव किए उन्हें सहज रूप से कक्षा में बैठाना चाहिए और समान रूप से चाहे वह लड़का हो या लड़की उनकी दक्षता ह के हिसाब से शिक्षा प्रदान करनी चाहिए
ReplyDeleteएक शिक्षक को शिक्षण-अधिगम के क्रम में सभी छात्रों के सुविधा का ख्याल रखा जाना चाहिए।किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए।तभी समावेशी कक्षा का उद्देश्य पूरा हो सकता है।
ReplyDeleteहमें वर्गकक्ष का निर्माण इस प्रकार से करना चाहिए जिसमें बालक/बालिकाएं सहज महसूस करें, शुद्ध वातावरण का निर्माण हो, साथ ही special needs वाले विद्यार्थियों को वर्गकक्ष तक आने जाने बैठने देखने आदि में परेशानी न हो । शिक्षक के लिए सभी बच्चे समान है इसलिए बच्चों में कोई भेदभाव नहीं की जानी चाहिए।एक शिक्षक को शिक्षण अधिगम के रूप में सभी छात्रों की सुविधा का ख्याल रखा जाना चाहिए सभी समावेशी कक्षा के उद्देश्य की पूर्ति हो सकेगा।
ReplyDeleteशिक्षक के लिए सभी बच्चे समान है इसलिए बच्चों में कोई भेदभाव नहीं की जानी चाहिए।एक शिक्षक को शिक्षण अधिगम के रूप में सभी छात्रों की सुविधा का ख्याल रखा जाना चाहिए सभी समावेशी कक्षा के उद्देश्य की पूर्ति हो सकेगा।
ReplyDeleteMulttiligualism is a resource. It helps us to understand the diversity of our country. It enables students to realize the diverse culture our nation
ReplyDeleteशिक्षक को शिक्षण-अधिगम के क्रम में सभी छात्रों के सुविधा का ख्याल रखा जाना चाहिए।किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए।तभी समावेशी कक्षा का उद्देश्य पूरा हो सकता है।
ReplyDeleteएक शिक्षक के रूप में कक्षा में सभी विद्यार्थी को समान रूप से दिखना चाहिए किसी प्रकार का लिंग भेद दिया उसी कोई भेदभाव नहीं करनी चाहिए सभी बच्चों को एक समान रूप से व्यवहार करना चाहिए वर्ग कक्षा का संचालन करते समय लड़का या लड़की मैं बिना भेदभाव किए हुए बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को विद्यालय आने तथा बैठने की विशिष्ट व्यवस्था होनी चाहिए
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ReplyDeleteशिक्षक को शिक्षण-अधिगम के क्रम में सभी छात्रों के सुविधा का ख्याल रखा जाना चाहिए।किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए।तभी समावेशी कक्षा का उद्देश्य पूरा हो सकता है।
Teachers ko student ke sabhi jarurete ka khyal rakhna chahiye
ReplyDeleteएक शिक्षक के रूप में कक्षा में सभी विद्यार्थी को समान रूप से दिखना चाहिए किसी प्रकार का लिंग भेद दिया उसी कोई भेदभाव नहीं करनी चाहिए सभी बच्चों को एक समान रूप से व्यवहार करना चाहिए वर्ग कक्षा का संचालन करते समय लड़का या लड़की मैं बिना भेदभाव किए हुए बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को विद्यालय आने तथा बैठने की विशिष्ट व्यवस्था होनी चाहिए
ReplyDeleteGood content.
ReplyDeleteएक शिक्षक के रूप में कक्षा में सभी विद्यार्थी को समान रूप से दिखना चाहिए किसी प्रकार का लिंग भेद दिया उसी कोई भेदभाव नहीं करनी चाहिए सभी बच्चों को एक समान रूप से व्यवहार करना चाहिए वर्ग कक्षा का संचालन करते समय लड़का या लड़की मैं बिना भेदभाव किए हुए बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को विद्यालय आने तथा बैठने की विशिष्ट व्यवस्था होनी चाहिए
ReplyDeleteएक शिक्षक के रूप में कक्षा में सभी विद्यार्थी को समान रूप से दिखना चाहिए किसी प्रकार का लिंग भेद दिया उसी कोई भेदभाव नहीं करनी चाहिए सभी बच्चों को एक समान रूप से व्यवहार करना चाहिए वर्ग कक्षा का संचालन करते समय लड़का या लड़की मैं बिना भेदभाव किए हुए बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को विद्यालय आने तथा बैठने की विशिष्ट व्यवस्था होनी चाहिए
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