अपने राज्य / संघ राज्य क्षेत्र / संगठन में किए जा रहे किसी नवाचारी अभ्यास की पहचान करें जो एक उदाहरण के रूप में कार्य कर सकता है या देश के अन्य हिस्सों के लिए एक आदर्श हो सकता है। इसे संक्षेप में साझा करें।
चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
सभी राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा विभिन्न परिस्थितियों में कार्यान्वित किये जा रहे नवाचारी और सफल मॉडलों का प्रदर्शन करते हुए। विद्यालयी शिक्षा के कथानक में परिवर्तन हेतु डिजिटल भंडार बनाया गया है यह भंडार सकारात्मक कहानियों और विकास पर केंद्रित है जो स्कूली शिक्षा के प्रदर्शन में सुधार ला रहा है।
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी अपनी परिस्थिति आवश्यकता समझ के अनुसार नवाचारी एवं डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर रहे है जिसका सकरात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा मे दिखाई दे रहा है।
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी परिस्थितियों के अनुसार डिजिटल उपकरण का उपयोग कर रहे हैं जिसका सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रहीं हैं।
ReplyDeleteझारखण्ड में भी ऑनलाइन पढ़ाई के digi sath कार्यक्रम चलाया।अभी digi school app का निर्माण किया गया है।खुद हम बच्चों के लिये यूट्यूब चैनल hello ganit का निर्माण किया।जिससे सरल भाषा मे गणित का पाठ पढ़ाया जाता है।
DeleteSabhi Apne rajyon Aur Rang Raj chhatron dwara vibhinn paristhitiyon Mein Karya Vinod Kiye Ja Rahe Hain navachari AVN digital upkaranon ka upyog kar rahe hain Jharkhand Mein Bhi Online padhaai ke DJ Sath karykram chal raha hai abhi Digi School ka Nirman Kiya Gaya Hai is platform per bacchon ko Har Tarah ki jankari uplabdh Kare ja rahi hai Jiska sakaratmak parinaam schooli Shiksha ko mil rahi hai
Deleteपूर्व प्राथमिक कक्षा में बच्चे अपनी समझ के अनुसार स्कूली शिक्षा के आधार पर ही पेश आते हैं। घरेलू वातावरण के परिवेश से ही कक्षा प्रवेश करते हैं।
ReplyDeleteझारखण्ड में digi sath और digi school app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है।इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियाँ उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में Digi Sath और Digi School app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक कक्षा में बच्चे अपनी समझ के अनुसार स्कूली शिक्षा के आधार पर ही पेश आते हैं। घरेलू वातावरण के परिवेश से ही कक्षा प्रवेश करते हैं। एवं यह भी है कि सभी राज्य अपनी परिस्थितियों के अनुसार डिजिटल उपकरण का उपयोग कर रहे हैं जिसका सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रहीं हैं जो कि बोहोत है लाभप्रद है।
ReplyDeleteIn our state jharkand children learn there lessons and gain other knowledge through Digi Sath.
ReplyDeleteहमारे क्षेत्र में जो भी संसाधन स्थानीय स्तर पर मौजूद हैं उन्हीं के आधार पर नवाचारी अभ्यास कराया जा रहा है और इससे शिक्षा में गुणात्मक सुधार हुआ है।
ReplyDeleteहमारे क्षेत्र में जो भी संसाधन पाए जाते हैं उसी के आधार पर उन का उपयोग करते हुए नवाचारी शिक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता है और बच्चों को सिखाया जाता है इसका हमें सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलता है एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार भी हुआ है|
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में नवाचारी अभ्यास के तहत ज्ञानसेतु,DIGI SATH,एवं DIGI SCHOOL APP ऐसे कार्यक्रम हैं जो बच्चों को ONLINE एवं OFFLINE MODE में शिक्षा प्रदान करने में मील का पत्थर सावित हो रहें हैं।
Deleteहमारे क्षेत्र में जो भी संसाधन पाए जाते हैं उसी के आधार पर उन का उपयोग करते हुए नवाचारी शिक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता है और बच्चों को सिखाया जाता है इसका हमें सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलता है एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार भी हुआ है|
Deleteहमारे राज्य झारखंड में Digi Sath और Digi School app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteहमारे क्षेत्र में जो भी संसाधन पाए जाते हैं उसी के आधार पर उन का उपयोग करते हुए नवाचारी शिक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता है और बच्चों को सिखाया जाता है इसका हमें सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलता है एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार भी हुआ है|
ReplyDeleteJharkhand me teacher app par tarah tarah ke navachar aate hai
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक कक्षा में बच्चे अपनी समझ के अनुसार स्कूली शिक्षा के आधार पर ही पेश आते हैं। घरेलू वातावरण के परिवेश से ही कक्षा प्रवेश करते हैं। एवं यह भी है कि सभी राज्य अपनी परिस्थितियों के अनुसार डिजिटल उपकरण का उपयोग कर रहे हैं जिसका सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रहीं हैं जो कि बोहोत है लाभप्रद है।
ReplyDeleteझारखंड में प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक कक्षाओं के लिए मोबाइल एप Jharkhand digi school एवं Lernytic से विद्यार्थियों को जोड़ा गया है.
ReplyDeleteहमारे आस पास जो भी संसाधन मौजूद त ढ उन्ही से नवाचारी अभयास कराया जा रहा है तथा सकारात्मक परिणाम नजर आ रहा है
ReplyDeleteहमारे झारखंड राज्य मे कोरोना काल के कारण विद्यालय बन्द है। बच्चो कि पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए झारखंड डीजी साथ, झारखंड स्कूल एप, Learnytic app के माध्यम से बच्चो को पढ़ाई की कमी को पूरा किया जा रहा है। इस नवाचार से बच्चे विभिन्न प्रकार के जानकारियो से लाभान्वित हो रहे है।
ReplyDeleteझारखण्ड राज्य में विभिन्न कक्षाओ के छात्रों को डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ने के लिए झारखण्ड के शिक्षा विभाग के द्वारा jharkhand digi school और learnytic app शुरू किया गया है।
ReplyDeleteहमारे विद्यालय में छात्र-छात्रो को आनलाइन व्हाट्सएप के द्वारा जोड़ कर शिक्षण कार्य किया जा रहा था,अब झारखंड राज्य सरकार द्वारा जारी डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग ने झारखंड डिजि स्कूल और लर्नेटिक एप में रजिस्ट्रेशन कराने कार्य किया जा रहा है।यह विधि बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता है, लेकिन एंड्रॉयड स्मार्टफोन वाले विद्यार्थियों की संख्या कम है।
ReplyDeleteसभी सरकारी अपनी योजना अनुसार नवाचारी शिक्षा पर कार्य कर रही है जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं झारखंड सरकार की यह पहल अत्यंत सराहनीय है
ReplyDeleteबच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो इसलिए WhatsApp से digital content भेजा और मुहल्ला विधालय चलाया जा रहा है।
ReplyDeleteKheal kheal me doranavchar karke
ReplyDeleteझारखण्ड में digi sath और digi school app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है।इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियाँ उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteJharkhand me digital sathe and digi school app ke madhyam se bacho tak shikshan karya pahuchaya ja raha h. Is se bacho me har tarh ki jankariya pahuchi ja rahi h.
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी अपनी परिस्थिति आवश्यकता समझ के अनुसार नवाचारी एवं डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर रहे है जिसका सकरात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा मे दिखाई दे रहा है।
ReplyDeleteसर्वविदित है कि विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए नवाचार एवं अन्य उत्कृष्ट गतिविधियों का विशेष महत्व होता है। शिक्षा विभाग द्वारा भी विद्यालयों में नवाचार करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है। उसी संदर्भ में शासकीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों द्वारा निर्मित एवं संचालित 'नवाचारी गतिविधियां समूह' पिछले तीन वर्षों से लगाकर प्रयास कर रहा
ReplyDeleteयह समूह नवाचार के आदान-प्रदान करने का एक विशाल मंच है। इस समूह में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ ही राष्ट्रीय स्तर के ग्रुप में सभी 28 राज्यों और सभी आठ केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षक इनके स्वयं के प्रयास से जुड़े हुए हैं। जो पूरे देश को एक मंच पर लाने का अद्भुत प्रयास किया गया है।
अपने राज्य/ संघ राज्य /संघटन में किए जा रहे
ReplyDeleteहमारे झारखंड राज्य में Digi Sath Content
के माध्यम से शिक्षक एंव छात्रों तक का शिक्षण
कार्य किया जा रहा है इस कोरोना काल के बावजूद
यानी किसी देश के दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह
एक आदर्श नवचारी अभ्यास की पहचान है जो कि
छात्रों का पढ़ाई हो रही है साथ में हर शनिवार Quiz
भी हो रहा है यह डिजिटल उपकरण का उपयोग करके सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रही है जो
बेहद लाभ हो रही है।
Manki Samad
N.P.S Chhota Sargidih
District- Saraikela Kharsawan (Jharkhand)
अपने राज्य/ संघ राज्य /संघटन में किए जा रहे
ReplyDeleteहमारे झारखंड राज्य में Digi Sath Content
के माध्यम से शिक्षक एंव छात्रों तक का शिक्षण
कार्य किया जा रहा है इस कोरोना काल के बावजूद
यानी किसी देश के दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह
एक आदर्श नवचारी अभ्यास की पहचान है जो कि
छात्रों का पढ़ाई हो रही है साथ में हर शनिवार Quiz
भी हो रहा है यह डिजिटल उपकरण का उपयोग करके सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रही है जो
बेहद लाभ हो रही है।
Manki Samad
N.P.S Chhota Sargidih
District- Saraikela Kharsawan (Jharkhand)
हमारे क्षेत्र में जो भी संसाधन पाए जाते हैं उसी के आधार पर उन का उपयोग करते हुए नवाचारी शिक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता है और बच्चों को सिखाया जाता है इसका हमें सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलता है एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार भी हुआ है|
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी परिस्थिति के अनुसार डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर रहा है। हमारे राज्य झारखंड में digi Sath और digi school app के माध्यम से विद्यार्थी तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है। यह विधि बहुत ही उपयोगी साबित हो रहा है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में एंड्रायड स्मार्टफ़ोन वाले विद्यार्थियों की संख्या कम है।
ReplyDeleteहमारे विद्यालय में छात्र-छात्रो को आनलाइन व्हाट्सएप के द्वारा जोड़ कर शिक्षण कार्य किया जा रहा था,अब झारखंड राज्य सरकार द्वारा जारी डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग ने झारखंड डिजि स्कूल और लर्नेटिक एप में रजिस्ट्रेशन कराने कार्य किया जा रहा है।यह विधि बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता है, लेकिन एंड्रॉयड स्मार्टफोन वाले विद्यार्थियों की संख्या कम है।
ReplyDeleteअपने राज्य/ संघ राज्य /संघटन में किए जा रहे
ReplyDeleteहमारे झारखंड राज्य में Digi Sath Content
के माध्यम से शिक्षक एंव छात्रों तक का शिक्षण
कार्य किया जा रहा है इस कोरोना काल के बावजूद
यानी किसी देश के दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह
एक आदर्श नवचारी अभ्यास की पहचान है जो कि
छात्रों का पढ़ाई हो रही है साथ में हर शनिवार Quiz
भी हो रहा है यह डिजिटल उपकरण का उपयोग करके सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रही है जो
बेहद लाभ हो रही है।
* दयामय माजि ( स.शिक्षक )
* उ.म.वि.चौका (कुकड़ू )
* सरायकेला-खरसावां। ।
सभी राज्य या संघ राज्य अपनी परिस्थिति, आवश्यकता एवं समझ के मुताबिक नवाचारी एवं डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं जिसका सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा में दिखाई दे रहा है।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में Digi Sath और Digi school app के माध्यम से शिक्षक एवं छात्रों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है जो कोरोना जैसे वैश्विक महामारी के दोर में नवाचारी का एक उत्कृष्ट उदाहरण है ।इस प्लेटफार्म पर छात्रों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है ।
ReplyDeleteApne Rajiya Sangh Rajya Mein Keya
ReplyDeleteja Rahe Jaise Hamare Jharkhand Raj
Mein Digi Sath avn digischool app ke Madhyam se bacchon tak sichan Karya
Kiya ja raha hai is platform per
bacchon ko Har Tarah Ki jankariyan
uplabdh Karai ja rahi hai yah Ek
Aadarsh Navsari Abhyas Ki pahchan
Hai joki bacchon ka padhaai lagatar
ho rahi hai aur school Shiksha police Shiksha ko Tulsi tobacco sakaratmak parinaam mil rahi hai Jo behad Labh
ho raha hai.
Somnath Mahato
U.M.S Sargidih
District- Saraikela kharsawan
State- Jharkhand
बच्चों के लिए आनलाईन कक्षाओं के साथ साथ साप्ताहिक क्वीज का आयोजन किया जाता है|
ReplyDelete
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी परिस्थिति के अनुसार डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर रहा है। हमारे राज्य झारखंड में digi Sath और digi school app के माध्यम से विद्यार्थी तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है। यह विधि बहुत ही उपयोगी साबित हो रहा है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में एंड्रायड स्मार्टफ़ोन वाले विद्यार्थियों की संख्या कम है।
हमारे राज्य झारखण्ड मे digisath और दिगी स्कूल एप के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है।इस प्लेटफार्म पर हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteJharkhand me DigiSath And Digi School App ke Madhyam se Sikshan karya Kiya Jay rha hai,but Enterior Aria me Natwork nhi Rahta hai, Smartphone nhi hai .us place Sikshan karya.Ziro hai.
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक कक्षा में बच्चे अपनी समझ के अनुसार स्कूली शिक्षा के आधार पर ही पेश आते हैं। घरेलू वातावरण के परिवेश से ही कक्षा प्रवेश करते हैं।
ReplyDeleteUnknown16 December 2020 at 18:50
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में Digi Sath और Digi School app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।
सभी राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा विभिन्न परिस्थितियों में कार्यान्वित किये जा रहे नवाचारी और सफल मॉडलों का प्रदर्शन करते हुए। विद्यालयी शिक्षा के कथानक में परिवर्तन हेतु डिजिटल भंडार बनाया गया है यह भंडार सकारात्मक कहानियों और विकास पर केंद्रित है जो स्कूली शिक्षा के प्रदर्शन में सुधार ला रहा है।
ReplyDeleteMai jharkhand me sahayak shichhak ke pad par karyarat hoo. Hamare yaha digi sath karyakram ke tahat covid-19 ke samay v hum shichhak chhatro se jude rahe hai aur oonhe oonki shikchhan adhigam prakriya se jodkar rakhi huwi hai.Iske alawa zoom app;Microsoft teams ;jio meet;google meet ne v hum sabhi shichhko ki bahut madad kii hai.
ReplyDeleteDIGISATH programme,DIGI School app, Saturday quiz,larnetic aap kuch nawachar hai jo Jharkhand me suruaat ki gayae hai.
ReplyDeleteहमारे आस पास जो भी संसाधन उपलब्ध हैं उसी का उपयोग करते हुए नवाचारी शिक्षा से जुडी बिभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता है । कबाड़ से जुगाड़ के अंतर्गत बेकार पड़ी वस्तुओं से नया एवं उपयोग में आने वाले सामान /यंत्र का निर्माण करते हैं ।
ReplyDeleteराजेंद्र प्रसाद
उ. म. वि. ईचातु
राज्य सरकार के निर्देशानुसार सभी सरकारी स्कूल में नवाचार जैसे digisath digi APP इत्यादि डिजिटल माध्यम के द्वारा online शिक्षा प्रदान किया जा रहा है जिसका बहुत ही सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है ।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में डिजि साथ और डिजि विद्यालय app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteकोविड 19 के दौरान शिक्षा विभाग द्वारा मेरे राज्य में बहुत ही अच्छी पहल की गई digi _ साथ कार्यक्रम .व्हाट्सएप के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना एक अलग ही अनुभव रहा जो एक नवाचारी के रूप में बहुत ही विस्तार से किया जा रहा है।
ReplyDeleteDIGISATH Digi school aap saturday quiz etc are some innovation inJharkhand .
ReplyDeleteJharkhand rajya me digisath,digi School,saturday Quiz ko whatsapp ke madhyam se presit kiya ja raha hai.
ReplyDeleteJharkhand rajya me digisath,digi School,saturday Quiz ko whatsapp ke madhyam se presit kiya ja raha hai.
ReplyDeleteJharakhand rajya me digisath, digi school, Saturday quiz ko whatsapp ke madhayam se presit kiya ja raha hai.
DeleteHamare Jharkhand state me Digi Sath aur Digi School app ke dwara shikshan karya ho rha ha.weekly students ka online quiz bhi har saturday ho raha ha.
ReplyDeleteJharkhand Rajya me digi sath app ke madhyam se shaishnik gatiwidhiyan ho rahi hain,whatsapp ke madhyam se inhe preshit kiya jata hai.
ReplyDeleteDigital upkaran ka upyog ho ra ra hai digisath k madhyam se
ReplyDeleteझारखंड में Digi sath और Digi School app के द्वारा कोविड-19 संक्रमण काल में ऑनलाइन शिक्षण गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक कक्षा में बच्चे अपनी समझ के अनुसार स्कूली शिक्षा के आधार पर ही पेश आते हैं। घरेलू वातावरण के परिवेश से ही कक्षा प्रवेश करते हैं। एवं यह भी है कि सभी राज्य अपनी परिस्थितियों के अनुसार डिजिटल उपकरण का उपयोग कर रहे हैं जिसका सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रहीं हैं जो कि बोहोत है लाभप्रद है।पूर्व प्राथमिक कक्षा में बच्चे अपनी समझ के अनुसार स्कूली शिक्षा के आधार पर ही पेश आते हैं। घरेलू वातावरण के परिवेश से ही कक्षा प्रवेश करते हैं। एवं यह भी है कि सभी राज्य अपनी परिस्थितियों के अनुसार डिजिटल उपकरण का उपयोग कर रहे हैं जिसका सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रहीं हैं जो कि बोहोत है लाभप्रद है।
ReplyDeleteअभी जब लोकडॉन कि स्थिति बनी हुई है इस समय हम बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने के लिए नवाचार माध्यम में Digi Sath और Digi School app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य को पहुंचा रहे है। इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteवर्तमान में झारखंड राज्य में प्राथमिक ,उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक कझाओ हेतु नवीन मोबाइल एप Jharkhand Digi School &Lernytic से जोड़ा गया जो कोविड _19 काल में बहुत ही उपयोगी साबित हो रही है ।
ReplyDeleteManuel Baske UHS Madhura
Meharma Godda Jharkhand
हमारे झारखण्ड राज्य मे पढ़ने-पढ़ाने का जो कार्यक्रम वर्तमान समय में,बच्चों/विधार्थीयों हेतु शिक्षण कार्य DigiSath के माध्यम से किया जा रहा है यह नवाचारी का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है ।
ReplyDeleteअतः इस तरह का कार्यक्रम देश के अन्य हिस्सों के लिए भी एक आदर्श हो सकता है, इस आशय से इंकार नहीं किया जा सकता है।
झारखंड में Digi sath और Jharkhand Digi school App के माध्यम से बच्चों का शिक्षण कार्य किया जा रहा है।इस प्लेटफार्म पर बच्चों को सभी प्रकार की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।यह नवाचारी का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है।
ReplyDeleteसभी राज्यों,संघ राज्य, एवं संगठनों द्वारा बदलते परिस्थितियों के अनुसार कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।कोरोना काल में झारखण्ड सरकार द्वारा चलाए जा रहे digi sath कार्यक्रम सराहनीय है। लेकिन इसका लाभ ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे नहीं ले पा रहे हैं,यह अत्यंत दुखद बात है। सरकार इन बच्चों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करा रही है।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में Digi Sath और Digi School app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है। यह नवाचारी का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है ।
ReplyDeleteझारखंड मेंDigi sath तथा Jharkhand Digi School appके माधयमा से पढ़ाई की जा रही है इस प्लेटफॉर्म बच्चों को सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखण्ड में online शिक्षा देने के उद्देश्य से digi-sath कार्यक्रम के तहत सरकारी विद्यालय के बच्चों तक दैनिक रूप से लर्निंग कान्टेन्ट भेजा जा रहा है।क्विज के माध्यम से प्रगति भी देखी जा रही है।यह एक सराहनीय प्रयास है।
ReplyDeleteJharkhand main DIGI Sath, Digi School App ke madhyam se online aur offline ki pardayi hoti hai. Jo ki aak uttam navachar hai jise pure desh main lagoo karna chahiye
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी अपनी परिस्थिति आवश्यकता समझ के अनुसार नवाचारी एवं डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर रहे है जिसका सकरात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा मे दिखाई दे रहा है।
ReplyDeleteहमारे राज्य में नवाचारी अभ्यास के तहत DIGI SATH एवं DIGI SCHOOL APP के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य उपलब्ध कराए जा रहे हैं ताकि बच्चों का पढ़ाई बाधित ना हो।
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी अपनी परिस्थिति आवश्यकता समझ के अनुसार नवाचारी एवं डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर रहे है जिसका सकरात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा मे दिखाई दे रहा है।
ReplyDeleteहमारे आस पास जो भी संसाधन उपलब्ध हैं उसी का उपयोग करते हुए नवाचारी शिक्षा से जुडी बिभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता है । कबाड़ से जुगाड़ के अंतर्गत बेकार पड़ी वस्तुओं से नया एवं उपयोग में आने वाले सामान /यंत्र का निर्माण करते हैं ।
ReplyDelete
ReplyDeleteअपने राज्य/ संघ राज्य /संघटन में किए जा रहे
हमारे झारखंड राज्य में Digi Sath Content
के माध्यम से शिक्षक एंव छात्रों तक का शिक्षण
कार्य किया जा रहा है इस कोरोना काल के बावजूद
यानी किसी देश के दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह
एक आदर्श नवचारी अभ्यास की पहचान है जो कि
छात्रों का पढ़ाई हो रही है साथ में हर शनिवार Quiz
भी हो रहा है यह डिजिटल उपकरण का उपयोग करके सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रही है जो
बेहद लाभ हो रही है।
हमारे राज्य झारखंड में Digi Sath और Digi School app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteशिक्षक खुद से आनलाइन पाठ सामग्री का निर्माण कर रहे हैं ।
ReplyDeleteJharkhand me digital sathe and digi school app ke madhyam se bacho tak shikshan karya pahuchaya ja raha h. Is se bacho me har tarh ki jankariya pahuchi ja rahi h. ke madhyam se bacho tak shikshan karya pahuchaya ja raha h. Is se bacho me har tarh ki jankariyaJharkhand main DIGI Sath, Digi School App ke madhyam se online aur offline ki pardayi hoti hai. Jo ki aak uttam navachar hai jise pure desh main lagoo karna chahiye
ReplyDeleteबचपन में जब बस्ता लेकर विद्यालय पहुंचता था वह आनंद काश फिर लौट के आताl उस समय की कविताएं बहुत प्रचलित थी मछली जल की रानी है उसका जीवन पानी है हाथ लगाओ डर जाएगी बाहर निकालो मर जाएगी 2 दिन रखो सड़ जाएगी
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी अपनी परिस्थिति आवश्यकता समझ के अनुसार नवाचारी एवं डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं, जिसका सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा में दिखाई दे रहा है
ReplyDeleteहमारा भारत देश के पूरे राज्य में कोरोना काल के कारण विद्यालय बंद है बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए झारखंड डी जे sath झारखंड स्कूल ऐप के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई की कमी को पूरा किया जा रहा है| यह विधि बहुत हद तक उपयोगी साबित हो रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्टफोन की कमी के वजह से कई विद्यार्थी इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं|
ReplyDeleteIn Jharkhand Digisath App is best source for online education during Corona Period.
ReplyDeleteDigi sath me dwara bachon ko navachari siksha do ja rahi hai.
ReplyDeleteANIL KUMAR ROY
ReplyDeleteसभी राज्यों में शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल उपकरण का प्रयोग किया जा रहा है ।कोविड-19 के कारण इसका महत्व और भी बढ़ गया है ।झारखंड राज्य में digi sath के माध्यम से तथा बहुत सारे शिक्षक यूट्यूब के माध्यम से शिक्षा प्रदान कर रहे हैं जिसे डिजिटल माध्यम कहा जा सकता है।
हमारे राज्य झारखण्ड में online शिक्षा देने के उद्देश्य से digi-sath कार्यक्रम के तहत सरकारी विद्यालय के बच्चों तक दैनिक रूप से लर्निंग कान्टेन्ट भेजा जा रहा है।क्विज के माध्यम से प्रगति भी देखी जा रही है।यह एक सराहनीय प्रयास है।
ReplyDeleteझारखंड राज्य में Digi Sath और Digi School App के माध्यम से बच्चों तक शिक्षक कार्य किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारी उपलब्ध क्राई जा रही है साथ ही साथ दूरदर्शन पर प्रतिदिन शैक्षिक कार्यक्रम का भी प्रसारण किया जाता है।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखण्ड में ई-विद्या वाहिनी कार्यक्रम जो एकीकृत एम आई एस (MIS) द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है,एक नवीनतम नवाचार का परिचायक है। साथ ही साथ मेरे एवं कई शिक्षकों द्वारा इस कोविड:-19 में मोहल्ला क्लास का संचालन माॅस्क,सेनेटाइजर,सफाई आदि मानक चीजों के साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए किया जा रहा है। मेरे द्वारा खोरठा मातृभाषा में बच्चों के लिए विद्यालय चलें और खोरठा बाल-विवाह निषेध गीत की रचना के साथ-साथ गायन द्वारा विद्यालय पहुंच एवं प्रतिधारण व अन्य जागरूकता जैसी गतिविधियों को करने का कार्य किया जा रहा है। धन्यवाद!
ReplyDeleteकौशल किशोर राय,सहायक शिक्षक,उत्क्रमित उच्च विद्यालय पुनासी,जसीडीह,देवघर,झारखण्ड।
Hamare Rajya me digi sath ,digi school app ke madhyam se bachcho ke lie sikshan karya kia ja raha hai.Iske madhyam se Covid-19 mahamari me bachcho ko padaya ja raha hai aur anya aawashyak jankari di ja rahi hai.
ReplyDeleteसाथ ही हमारे राज्य के डिजिटल-साथ एवं डिजिटल-स्कूल एप जैसा नवीनतम तकनीक भी बेहतर नवाचार का परिचायक है।
ReplyDeleteJharkhand me ab Digi sath abong Digi school app ke dwara siksha karyakaram ho raha hai.
ReplyDeleteहमारे राज्य में डीजी साथ एवं डीजी स्कूल एप के द्वारा शिक्षा कार्यक्रम को बेहतर रूप से राज्य में कोविड-19 महामारी के समय में एक बेहतर नवाचार का उदाहरण है।
ReplyDeleteDigisath And digischool app bahut hi Upyogi hai
ReplyDeleteअपने राज्य झारखंड में किए जा रहे ई-विद्यावाहिनी कार्यक्रम विद्यालय शिक्षा विभाग में समेकित विभिन्न अंतर विभाग का सहयोगात्मक एक प्रयास है रहा है । इनके अंतर्गत School App, Monitoring App,web portal तथा Dashboard विकसित किए गए है । छात्रों , शिक्षकों एवं विद्यालय की जानकारी एवं निगरानी के लिए निरीक्षण मॉडल प्रदान किए गए है । BRP/CRP द्वारा ऑनलाइन एवं ऑफलाईन रूप से विद्यालय दिन प्रतिदिन की निगरानी और आसान निर्णय के लिए लाइव और सटीक data किया गया है । लर्निंग आउटकॉम्स एवं ज्ञानसेतु कार्यक्रम के सकारात्मक पहल से देश तथा अन्य हिस्सों के लिए शिक्षा में गुणात्मक सुधार किया जा रहा है ।
Deleteसभी राज्य अपनी परिस्थितियों के अनुसार नवाचारी शिक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता हैं, और बच्चों को सिखाया जाता है। इसका हमें सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलता हैं, एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार भी हुआ है।
Deleteझारखंड में डीजी साथ एवं डीजी स्कूल एप के द्वारा शिक्षा कार्यक्रम को बेहतर रूप से राज्य में संचालित होना नवाचार का एक अच्छा उदाहरण है।
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी अपनी परिस्थिति आवश्यकता समझ के अनुसार नवाचारी एवं डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर रहे है जिसका सकरात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा मे दिखाई दे रहा है।
ReplyDeleteझारखंड में डीजी साथ एवं डीजी स्कूल एप के द्वारा शिक्षा कार्यक्रम को बेहतर रूप से राज्य में संचालित होना नवाचार का एक अच्छा उदाहरण है।
ReplyDeleteहमारे क्षेत्र में जो भी संसाधन पाए जाते हैं उसी के आधार पर उन का उपयोग करते हुए नवाचारी शिक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता है और बच्चों को सिखाया जाता है इसका हमें सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलता है एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार भी हुआ है|
ReplyDeleteहमारे क्षेत्र में जो भी संसाधन पाए जाते हैं उसी के आधार पर उन का उपयोग करते हुए नवाचारी शिक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता है और बच्चों को सिखाया जाता है इसका हमें सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलता है एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार भी हुआ है|
ReplyDeleteहमारे झारखंड राज्य मे कोरोना काल के कारण विद्यालय बन्द है। बच्चो कि पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए झारखंड डीजी साथ, झारखंड स्कूल एप, Learnytic app के माध्यम से बच्चो को पढ़ाई की कमी को पूरा किया जा रहा है। इस नवाचार से बच्चे विभिन्न प्रकार के जानकारियो से लाभान्वित हो रहे है।साथ ही साथ बच्चों को वाट्स ऐप के जरिए भी पढ़ाया जा रहा है।
ReplyDeleteझारखंड में अनेक नवाचारी अभ्यास किये जा रहे हैं जैसे ज्ञानसेतु,एविद्यावाहिनी digisath,etc।
ReplyDeleteझारखंड में शिक्षा में गुणवत्ता हेतु समय समय पर बहुत सारे योजनाएँ चलाए गए जैसे उजाला,बुनियाद आदि ।लेकिन इन योजनाओं के implementation के लिए समय नहीं दिया गया ।ये योजनाएँ काफी अच्छे थे ।
ReplyDeleteहमारे क्षेत्र में जो भी संसाधन पाए जाते हैं उसी के आधार पर उन का उपयोग करते हुए नवाचारी शिक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता है और बच्चों को सिखाया जाता है इसका हमें सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलता है एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार भी हुआ है|
ReplyDeleteझारखंड में digi sathe और digi school app के माध्यम से whatsApp द्वारा बच्चों को learning material उपलब्ध कराया जाता है कोविद 19 परस्थिति में छात्र इसके माध्यम से सीख रहें हैं|
ReplyDeleteछात्रों को स्थानीय परिवेश के साथ अपने ज्ञान व समझ को जोड़ने का अनुभव दें। क्लासरूम में बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित करने वाली रणनीति अपनाएं और छात्रों को सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित करें।
ReplyDeleteनवाचार के विषय में जब हम बात करते हैं शिक्षक कक्षा अधिगम हेतु विभिन्न प्रयासों के द्वारा बच्चों में ज्ञान कौशल और अवधारणाओं किस समझ बनाने के लिए हर संभव प्रयास रहता है किंतु मजदूर वर्ग अथवा पलायन करने वाले छात्रों की वजह से उसके विकास का स्तर प्रभावित होता है इस हेतु कोई योजना ऐसी अवश्य होना चाहिए जो , अभिभावकों मैं ज्ञान के प्रति और अपने बच्चों के सर्वागीण विकास हेतु कटिबद्ध हो जिससे शिक्षक की मेहनत और बच्चे बच्चे की कोशिश सार्थक रूप ले सके तथा लर्निंग गैप को कम किया जा सके..
jharkhand mein Prathami uchch prathmik avn madhyamik kakshaon ke liye mobile app Jharkhand Digi School avn Lernytic se vidyarthiyon ko joda gaya hai.
ReplyDeleteबच्चों के लिए आनलाईन कक्षाओं के साथ-साथ साप्ताहिक कवीज का आयोजन किया जाता हैं।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में Digi Saath एवं Digi School App के माध्यम से सभी बच्चों तक शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है । साप्ताहिक Quiz contest के माध्यमसे बच्चे स्वयं अपना आकलन भी कर पा रहे हैं।
ReplyDeleteJharkhand model as a NAWACHAR can be utilized in other states of our country in which DIGI SATH,Digi app for school and even for classes separately, e-learning material, video conferencing, mohalla classes,use of loudspeaker and black board of mud walls are available for studies to students in adverse situations as COVID-19.Above techniques can be used for future also.
ReplyDeleteअभी इस कोविड-19 काल मे बच्चों को ऑनलाइन कंटेंट के तहत पढ़ाई हो रही है साथ ही उनकी आकलन साप्ताहिक क्विज के माध्यम से स्वयं कर लेते हैं।
ReplyDeleteसभी राज्य अपने परिस्थितियों के अनुसार डिजिटल उपकरण का उपयोग कर रहे हैं। हमारे राज्य झारखंड में डी जी साथ और डीजी स्कूल एप् के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है । इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteJharkhand me digi sath and students ko call and whatsapp ke madhyam se pardi ja rahi h.
ReplyDeleteहमारे आस पास जो भी संसाधन मौजूद त ढ उन्ही से नवाचारी अभयास कराया जा रहा है तथा सकारात्मक परिणाम नजर आ रहा है
ReplyDeleteसभी राज्य अपने परिस्थितियों के अनुसार डिजिटल उपकरण का उपयोग कर रहे हैं। हमारे राज्य में भी डिजि साथ के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण सामग्री पहुंचाई जा रही है।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में नवाचारी अभ्यास के तहत ज्ञानसेतु,DIGI SATH,एवं DIGI SCHOOL APP ऐसे कार्यक्रम हैं जो बच्चों को ONLINE एवं OFFLINE MODE में शिक्षा प्रदान करने में मील का पत्थर सावित हो रहें हैं।
ReplyDelete
ReplyDeleteबच्चों के लिए आनलाईन कक्षाओं के साथ साथ साप्ताहिक क्वीज का आयोजन किया जाता है|
Reply
झारखंड के विद्यालयों में छात्र-छात्रोंओ को आनलाइन व्हाट्स ऐप के द्वारा जोड़ कर शिक्षण कार्य किया जा रहा है। साथ ही राज्य सरकार द्वारा जारी डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग ने झारखंड डिजि स्कूल और दीक्षा एप में रजिस्ट्रेशन कराने कार्य किया जा रहा है। यह विधि बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है। शिक्षकों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने हेतु प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
ReplyDeleteहमारे झारखंड राज्य में नवाचारी अभ्यास के तहत ज्ञान सेतु दिग्गी साथ एवं दिग्गी स्कूल एप तथा ई विद्या वाहिनी कार्यक्रम ऐसे हैं जो ऑनलाइन ऑफलाइन मैं शिक्षा प्रदान करने में मील का पत्थर साबित हो रहा है।
ReplyDeleteStudent are getting knowledge with the help of digi sath and digischool app.
ReplyDeleteसभी सरकारी अपनी योजना अनुसार नवाचारी शिक्षा पर कार्य कर रही है जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं|हमारे झारखंड राज्य में नवाचारी अभ्यास के तहत ज्ञान सेतु दिग्गी साथ एवं दिग्गी स्कूल एप तथा ई विद्या वाहिनी कार्यक्रम ऐसे हैं जो ऑनलाइन ऑफलाइन मैं शिक्षा प्रदान करने में मील का पत्थर साबित हो रहा है।बच्चों के लिए आनलाईन कक्षाओं के साथ साथ साप्ताहिक क्वीज का आयोजन किया जाता है|
ReplyDeleteझारखंड सरकार तथा झारखंड शिक्षा परियोजना रांची के संयुक्त प्रयास से गोविंद-19 के वैश्विक महामारी को देखते हुए विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के अधिगम को जारी रखने के लिए Digi sath कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत विद्यालय स्तर पर बच्चों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, इस ग्रुप में राज्य परियोजना द्वारा भेजे गए पठन सामग्री को प्रतिदिन अग्रसारित किया जाता है तथा कंटेंट के संबंध में बच्चों से शिक्षकों द्वारा व्यक्तिगत संपर्क भी किया जाता है। प्रत्येक शनिवार को क्विज प्रतियोगिता आयोजित की जाती है जिसमें पिछले सप्ताह भर के पठन सामग्री से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं,। जिनका बच्चों द्वारा ऑनलाइन जवाब दिया जाता है। कोविड-19 के कठिन दौर में बच्चों के सीखने सिखाने का क्रम टूट ना जाए , जिसमें बिजी साथ कार्यक्रम मील का पत्थर साबित हो रहा है । इसके अलावे शिक्षकों के ऑनलाइन प्रशिक्षण दीक्षा के पोर्टल पर उपलब्ध है। ऑनलाइन प्रशिक्षण उपरांत राज्य स्तर पर सभी संकुलों में चयनित CRGs
ReplyDeleteके माध्यम से शैक्षिक संवाद का आयोजन किया जाता है जो राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्य माना जा सकता है जिसका अन्य राज्य अनुकरण कर सकते हैं। शैक्षिक संवाद से प्रशिक्षण उपरांत संबंधित मॉड्यूल पर चर्चा होने से ज्ञान की पुष्टि हो जाती है।
Rajendra pandit, AT,
P.s.chandsar
Under Diksha and Nishtha program shaikshik samvad is being arranged after the completion of each module in Jharkhand state.It can be used in other states also.
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखण्ड मे ऑनलाइन शिक्षा देने के उद्देश्य से digiSATH कार्यक्रम के तहत सरकारी विद्यालय के बच्चों तक दैनिक रूप से लर्निंग कांटेक्ट वेजा जा रहा है। क्विज के माध्यम से प्रगति भी देखी जा रही है। यह एक सराहनीय प्रयास है।
ReplyDeleteझारखंड राज्य में भी आनलाइन पढ़ाई के Digi_SATH कार्यक्रम चलाया है|अभी Digi_School App का निर्माण किया गया है|इन कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों के बीच शिक्षण कार्य सुचारु रूप से चल रहा है तथा बच्चे लाभांवित हो रहे हैं|
ReplyDeleteIn our state Jharkhand children learn there lesson and gain other knowledge through digisath and digi school app.
ReplyDeleteIn our state Jharkhand children learn there lesson and gain other knowledge through digi sath and digi school app.
ReplyDeleteसभी राज्य या संघ अपनी आवश्यकतानुसार विद्यालयों में कोविड-19 महामारी को देखते हुए विद्यालयों में ऑनलाइन डिजिटल क्लास संचालन हेतु एक ऐप एवं विभिन्न सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपने बच्चों को शिक्षा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं जिससे बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं एवं सप्ताहिक क्विज किया जा रहा है एवं बच्चों को कठिनाई होने पर बच्चे अपने शिक्षकों से फोन के माध्यम से कोई परेशानी हो तो उसका हल अपने शिक्षकों से पूछते हैं
ReplyDeleteIn our state Jharkhand children learn there lesson and gain other knowledge through digisath and digi school app.
ReplyDeleteIn our state Jharkhand children learn there lesson and gain other knowledge through digisath and digi school app.
ReplyDeleteडिजिटल उपकरणों के उपयोग से स्कूली शिक्षा में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है
ReplyDeleteसभी राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा विभिन्न परिस्थितियों में कार्यान्वित किये जा रहे नवाचारी और सफल मॉडलों का प्रदर्शन करते हुए। विद्यालयी शिक्षा के कथानक में परिवर्तन हेतु डिजिटल भंडार बनाया गया है यह भंडार सकारात्मक कहानियों और विकास पर केंद्रित है जो स्कूली शिक्षा के प्रदर्शन में सुधार ला रहा है।
ReplyDeleteझारखंड सरकार तथा झारखंड शिक्षा परियोजना रांची के संयुक्त प्रयास से गोविंद-19 के वैश्विक महामारी को देखते हुए विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के अधिगम को जारी रखने के लिए Digi sath कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत विद्यालय स्तर पर बच्चों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, इस ग्रुप में राज्य परियोजना द्वारा भेजे गए पठन सामग्री को प्रतिदिन अग्रसारित किया जाता है तथा कंटेंट के संबंध में बच्चों से शिक्षकों द्वारा व्यक्तिगत संपर्क भी किया जाता है। प्रत्येक शनिवार को क्विज प्रतियोगिता आयोजित की जाती है जिसमें पिछले सप्ताह भर के पठन सामग्री से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं,। जिनका बच्चों द्वारा ऑनलाइन जवाब दिया जाता है। कोविड-19 के कठिन दौर में बच्चों के सीखने सिखाने का क्रम टूट ना जाए , जिसमें दीजी साथ कार्यक्रम मील का पत्थर साबित हो रहा है । इसके अलावे शिक्षकों के ऑनलाइन प्रशिक्षण दीक्षा के पोर्टल पर उपलब्ध है। ऑनलाइन प्रशिक्षण उपरांत राज्य स्तर पर सभी संकुलों में चयनित CRGs
ReplyDeleteके माध्यम से शैक्षिक संवाद का आयोजन किया जाता है जो राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्य माना जा सकता है जिसका अन्य राज्य अनुकरण कर सकते हैं। शैक्षिक संवाद से प्रशिक्षण उपरांत संबंधित मॉड्यूल पर चर्चा होने से ज्ञान की पुष्टि हो जाती है।
हमारे राज्य झारखंड द्वारा e-vidya vahini, SBSV,ज्ञानसेतु और बाल संसद आदि का सफल संचालन कर रही है। ई विद्या वाहिनी मे एक विद्यालय का संपूर्ण डाटा उपलब्ध होता है। जिससे फैसला लेने में आसानी होती है।
ReplyDeleteहमारे झारखण्ड राज्य मे सबसे पहले E-vidyavahini के माध्यम शिक्षा को डिजिटल रुप मे लाने का प्रयोग किया जा रहा हैं। Covid 19 महामारी मे शिक्षा को बच्चों तक पहचाने के लिये हमारे राज्य झारखंड में ज्ञानसेतु,DIGI SATH,एवं DIGI SCHOOL APP ऐसे कार्यक्रम हैं जो बच्चों को ONLINE मे learnytic 2.0 app के माध्यम से भी शिक्षण कार्य को आगे ले जाया जा रहा हैं।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में Digi Sath और Digi School app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteनवाचारी के माध्यम से पुराने गत्ते के टुकडो से बाक्स तैयार कर बच्चों के लिए किताब या किसी भी वस्तुओं को रखा जा सकते है
ReplyDeleteझारखंड में डिजि ऐप के माध्यम से बच्चों को शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराया जाता है ।साथ ही क्वीज के माध्यम से उनका मूल्यांकन भी होता है ।
ReplyDeleteझारखंड के जनजाति बहुल जिलों/ क्षेत्रों तथा अन्य भाषा बहुल क्षेत्रों में बच्चों की भाषा को आधार बनाकर मातृभाषा आधारित आधारित बहुभाषी शिक्षा (MTB- MLE) 2017-18 में आरंभ की गई थी| इससे बच्चे भयमुक्त वातावरण में अपनी मातृभाषा के साथ विद्यालय की भाषा सीखने को प्रवृत होने लगे थे| परंतु यह नवाचार वर्तमान में शिथिल पड़ गया सा लगता है|
ReplyDeleteDigi-sath एवं Digi School दोनों ही कार्यक्रम काफी रोचक,प्रेरक व ज्ञानवर्धक हैं।
ReplyDeleteअपने राज्य/ संघ राज्य /संघटन में किए जा रहे
ReplyDeleteहमारे झारखंड राज्य में Digi Sath Content
के माध्यम से शिक्षक एंव छात्रों तक का शिक्षण
कार्य किया जा रहा है इस कोरोना काल के बावजूद
यानी किसी देश के दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह
एक आदर्श नवचारी अभ्यास की पहचान है जो कि
छात्रों का पढ़ाई हो रही है साथ में हर शनिवार Quiz
भी हो रहा है यह डिजिटल उपकरण का उपयोग करके सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रही है जो
बेहद लाभ हो रही है।
झारखंड में भी ऑनलाइन पढ़ाई के लिए digi sath कार्यक्रम चलाया। वर्तमान में digi school app का संचालन हो रहा है। इससे बच्चों को शिक्षण की जानकारियां दी जा रही है।
ReplyDeleteउमेश चंद्र साह, राजकीय मध्य विद्यालय सालतोला रानीशवर दुमका
In Jharkhand Digisath App is the best app for teacher and student in this pandemic situation of COVID-19.
ReplyDeleteझारखण्ड में भी ऑनलाइन पढ़ाई के लिए digi sath कार्यक्रम चलाया।अभी digi school app का निर्माण किया गया है। इसमें बच्चों को हर तरह की जानकारियाँ उपलब्ध हो रही है ।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में नवाचारी अभ्यास के तहत ज्ञानसेतु digisath और digi school app के माध्यम से शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा विद्यालय के बच्चों के लिए सप्ताहिक क्विज का आयोजन किया जा रहा है जिससे बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं
ReplyDeleteEducation k chhatra m Jharkhand abbal banta ja raha hai.In present, Digisath aur Digi School App k madhyam se teaching work ho raha hai.Korona kal m kuch teacher door to door jakar bhi teaching work kar rahin hain.
ReplyDeleteऐसे दो कार्यक्रम DIGISATH और E-VIDYAVAHINI हैं।
ReplyDeleteJHARKHAND me DIGISATH KE PROGRAM HAI JO STUDENTS KE LIYE KAPHI HELPFUL HAI.
ReplyDeleteविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए नवाचार एवं उत्कृष्ट गतिविधियों का काफी महत्व होता है।
ReplyDeleteउमेश चंद्र साह, राजकीय मध्य विद्यालय सालतोला रानीशवर, दुमका
हमारे झारखण्ड राज्य मे सबसे पहले E-vidyavahini के माध्यम शिक्षा को डिजिटल रुप मे लाने का प्रयोग किया जा रहा हैं। Covid 19 महामारी मे शिक्षा को बच्चों तक पहचाने के लिये हमारे राज्य झारखंड में ज्ञानसेतु,DIGI SATH,एवं DIGI SCHOOL APP ऐसे कार्यक्रम हैं जो बच्चों को ONLINE मे learnytic 2.0 app के माध्यम से भी शिक्षण कार्य को आगे ले जाया जा रहा हैं। KISHOR KUMAR ROY MS.KATHGHARI
ReplyDeleteपूनम कुमारी, प्राथमिक विद्यालय मूर्तिटांड़, चास-3,बोकारो
ReplyDeleteझारखंड राज्य में झारखंड शिक्षा परियोजना के द्वारा कोविड-19 के महामारी के समय लाॅक डाउन में DIGI SATH कार्यक्रम चलाया गया, जिसके माध्यम से बच्चों के साथ शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इसके लिए सबसे पहले बच्चों/अभिभावकों को DIGI SATH के WHATSAPP GROUP से जोड़ना गया। बच्चों को Online content भेजा जाता आ,जिससे बच्चे पढाई करते हैं। प्रत्येक सप्ताह क्विज कार्यक्रम किया जाता है जिसमें छात्र उत्साहित होकर भाग लेते हैं। साथ ही Jharkhand School App एवं Learnytic App के द्वारा उत्साहित होकर छात्र अध्ययन कर रहे हैं।
राम चन्द्र मिश्र, धनबाद
ReplyDeleteइस कोविड-19 के दरमियान डिजी साथ के माध्यम से पढाई बच्चों की करवाई जा रही है। टेलीविजन पर भी पढाई के विषय आ रहे हैं। बच्चे इसका फायदा उठा रहे हैं।
झारखण्ड राज्य मे भी पढ़ने-पढ़ाने का जो कार्यक्रम वर्तमान समय में,बच्चों के लिए शिक्षण कार्य DigiSath के माध्यम से चलाया जा रहा है यह नवाचारी का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है ।
ReplyDeleteइस तरह का कार्यक्रम देश के अन्य हिस्सों के लिए भी एक आदर्श हो सकता है, इस आशय से इंकार नहीं किया जा सकता है।
Digi Sath, Digi school app, Gyansetu, and Sampark Baithak, all these innovative ideas are launched in Jharkhand to enhance the learning level of students.
ReplyDeleteविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए नवाचार एवं उत्कृष्ट गतिविधियों का काफी महत्व होता है।COVID-19 वैश्विक महामारी का सबसे व्यापक असर शिक्षा पर पड़ा है खासकर सरकारी प्राथमिक शिक्षा शिक्षा पर सबसे ज्यादा क्योंकि सरकारी विद्यालयों में अधिकांशत समान्य आर्थिक रूप से या इससे कमजोर अभिभावकों के बच्चे अध्यनरत है । फिर भी विकट स्थिति में शिक्षण नवाचारी गतिविधियों जारी रहा जैसे-eकंटेंट,व्हाट्सएप के द्वारा शिक्षा,वीडियो चैट के द्वारा शैक्षिक संवाद,क्विज के द्वारा आकलन,या ऑनलाइन/ऑफलाइन अध्ययन सामग्री के रुप मे Digi dath इत्यादि।
ReplyDeletePHUL CHAND MAHATO
UMS GHANGHRAGORA
BOKARO
This programme is very helpful to student
ReplyDeleteDigi rather Digi school gyansetu etc innovative ideas are launched in our state bhagiya to enhance the learning level of students.
ReplyDeleteChildren are getting knowledge by e-learning provided by digisath.Every Saturday quiz is also beneficial.
ReplyDeleteTeacher provide on line learning on digital platform which is very important in Corona region for children at their home.
ReplyDeleteमोबाईल के द्वारा शिक्षा हर घर तक वर्तमान समय पर covid19 के चलते शिक्षा क्षेत्र मे नवाचार का एक सफल व सुरक्षित प्रयोग माना जा सकता है ।
ReplyDeleteमोबाईल के द्वारा शिक्षा हर घर तक वर्तमान समय पर covid19 के चलते शिक्षा क्षेत्र मे नवाचार का एक सफल व सुरक्षित प्रयोग माना जा सकता है ।
ReplyDeleteमोबाईल के द्वारा शिक्षा हर घर तक वर्तमान समय पर covid19 के चलते शिक्षा क्षेत्र मे नवाचार का एक सफल व सुरक्षित प्रयोग माना जा सकता है ।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में कोविड19 महामारी के दौरान शिक्षा क्षेत्र में नवाचारी का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है DIGI SATH,एवं DIGI SCHOOL APP ये ऐसे कार्यक्रम हैं जिससे बच्चों तक शिक्षा सामग्रियों को सरलता से पहुँचाया जा रहा है और इसका काफी सकारात्मक प्रभाव भी देखने को प्राप्त हुआ है ।
ReplyDeleteसाथ ही शिक्षकों के लिए eVidya vahini ज्ञानसेतु जैसे ट्रेनिंग प्लेटफॉर्म भी नवाचार का एक सर्वोत्तम उदाहरण है।
बच्चों के अधिगम स्तर को बढ़ाने हेतु आई.सी.टी.का उपयोग सीखने के प्रतिफल में मदद मिलने की उम्मीद है।
ReplyDeleteMd Serajuddin Ansari, SSA NPS Suratilouna, Deoghar
In our state Jharkhand the NGO pratham has started great effort of learning through activities to develope the fundamental skills of the students.E VIDYAVAHINI APP is also working well.digi school app ,digisath and learnitic apps are working well as online learning in this covid-19 pendamic situation.
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में नवाचारी अभ्यास के तहत ज्ञानसेतु digisath और digi school app के माध्यम से शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा विद्यालय के बच्चों के लिए सप्ताहिक क्विज का आयोजन किया जा रहा है जिससे बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं।
ReplyDeleteसकारात्मक पहल करते हुए बच्चों को नयी कहानियां, नयी नाटक, नयी अवलोकन करने के लिए प्रेरित करने से उनमें उत्साह भरा जा सकता है।
ReplyDeleteअन्य राज्यों/संघशासित क्षेत्रों की तरह हमारे झारखंड राज्य मे भी कोरोना काल के कारण विद्यालय में ऑनलाइन शिक्षण कार्य हेतु एक डिजिटल प्लेट फॉर्म तैयार होनी चाहिए जिससे झारखंड के सभी बच्चों को इसका दूरगामी एवं लंबे समयावधि तक लाभ प्राप्त हो सके। वर्तमान समय में हमारे झारखंड सरकार ने भी इस दिशा में एक सकारात्मक सोच के साथ बच्चों कि पढ़ाई बाधित ना हो एवं पठन पाठन के क्षेत्र में उन्हें सहायता प्राप्त होता रहे इसके लिए Jharkhand digi school app एवं Learnytic app का निर्मान जा रहा है। इस नवाचार से बच्चे विभिन्न प्रकार के जानकारियो से लाभान्वित होते रहेंगे है। इस प्लेट फॉर्म पर बचचों को अपनी कक्षा के विषय सामग्री के साथ साथ ज्ञानसेतु के पाठ्यसामग्रियाँ भी प्राप्त होती रहेगी साथ ही उनके लिए साप्ताहिक quiz करने का भी व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। इन एप्प्स के विशेष फायदा यह होगा कि बच्चों के लिए पठन एवं ऑडियो/वीडियो सामग्री उन्हें लंबे समय तक प्रदान होती रहेगी बच्चे जब चाहे उनका पुनरावृत्ति कर पाएंगे ।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में digi saathएवं digi school app के साथ नवाचारी पहल की जा रही है इस लॉकडाउन की अवधि में पढ़ाई की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए zoom मीटिंग एप के द्वारा भी ऑनलाइन क्लास कराई जा रही है साथी बच्चों क्लास वाइजdigi saath ऑनलाइन क्लास वाइज ग्रुप बनाकर उसमें कंटेंट प्रतिदिन शैक्षणिक डाला जा रहा है जिससे बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर पा रहे हैं यह एक अच्छी पहल है साथ ही और भी नई पहल उठाए जा रहे हैं
ReplyDeleteमारे राज्य झारखंड में digi saathएवं digi school app के साथ नवाचारी पहल की जा रही है इस लॉकडाउन की अवधि में पढ़ाई की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए zoom मीटिंग एप के द्वारा भी ऑनलाइन क्लास कराई जा रही है साथी बच्चों क्लास वाइजdigi saath ऑनलाइन क्लास वाइज ग्रुप बनाकर उसमें कंटेंट प्रतिदिन शैक्षणिक डाला जा रहा है जिससे बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर पा रहे हैं यह एक अच्छी पहल है साथ ही और भी नई पहल उठाए जा रहे हैं। रणजीत प्रसाद मध्य विद्यालय मांडू, रामगढ़।
ReplyDeleteज़ूम मीत पर छात्रों से जुड़कर लाक्दाउन के इस गंभीर स्थिति में बच्चों को स्थानीय स्तर पर मौजूद संसाधनों से शिक्षित करने का विभिन्न शिक्षकों का प्रयास एक आनंददायी और नवाचारी प्रयास है जिससे बच्चे नई तकनीक से परिचित होने के साथ ही ज्ञान अर्जन का लाभ पा रहे हैं कुछ माता पिटा और बच्चों ने इसे बेहद पसंद किया है
ReplyDeleteDigi sath aur Digi school App se bachchon ko shiksha de ja rahi hai
ReplyDeleteJharkhand me Digi sath or digi school app ke duwara sikchan kary kiya ja raha hai jo sarahniy hai
ReplyDeleteझारखंड में प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक कक्षाओं के लिए मोबाइल एप Jharkhand digi school एवं Lernytic से विद्यार्थियों को जोड़ा गया है.
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक कक्षा में बच्चे अपनी समझ के अनुसार स्कूली शिक्षा के आधार पर ही पेश आते हैं। घरेलू वातावरण के परिवेश से ही कक्षा प्रवेश करते हैं। एवं यह भी है कि सभी राज्य अपनी परिस्थितियों के अनुसार डिजिटल उपकरण का उपयोग कर रहे हैं जिसका सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रहीं हैं जो कि बोहोत है लाभप्रद है।
ReplyDeleteShailesh Kumar Mahto,H.S.Karaikela,West Singhbhum,Jharkhand.
हमारे झारखण्ड राज्य मे सबसे पहले E-vidyavahini के माध्यम शिक्षा को डिजिटल रुप मे लाने का प्रयोग किया जा रहा हैं। covid 19 महामारी मे शिक्षा को बच्चों तक पहचाने के लिये digi sath कार्यक्रम चलाया जा रहा है साथ साथ jharkhand digi school app एवं learnytic 2.0 app के माध्यम से भी शिक्षण कार्य को आगे ले जाया जा रहा हैं।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक कक्षओं में दक्षता एवं स्तर के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए ज्ञानसेतु प्रथम जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।अब महामारी कोविड-19 में विद्यालय बंद कि स्थिति से निजात पाने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं पठन-पाठन को बेहतर प्रदर्शन बनाए रखने के लिए झारखंड मे भी Digi sath or Digi school app Zooming के माध्यम से बच्चों शिक्षको एवं अभिभावकों तक ग्रुप के माध्यम से ऑडियो-विडियो के द्वारा प्रसारित कर बच्चों तक पहुँचाई जा रही है तथा बच्चे लाभान्वित भी हो रहे हैं।
ReplyDeleteसभी राज्य, संघ शाशित प्रदेश covid-19महामारी के कारण अपनी-अपनी समझ और परिस्थितियों के अनुरूप डिजिटल टेक्नोलॉजी के तहत नवाचारी शिक्षा, ई-कंटेंट्स,ई-विद्यावाहिनी, डिजिटल शिक्षण एवं ICT के माध्यम से शिक्षण अधिगम संवर्धन school, विभिन्न तरह के शिक्षण संस्थानों, कॉलेज वगैरह में दिया जा रहा है
ReplyDeleteराम मूर्ति साहु, शिक्षक, खूँटी, झारखंड
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखण्ड मेंDigi-SATH कार्यक्रम , JH Digi School App तथा DD JHARKHAND TV CHANNEL AUR e-vidya-1 से लेकरe-vidya-12 तक का टी.वी.चैनल है जो कक्षा-1 से कक्षा- 12 तक बच्चे शिक्षण ग्रहण कर रहे हैं जो बहुत ही उपयोगी है।
ReplyDeleteझारखण्ड में digi sath और digi school app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है।इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियाँ उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक कक्षा में बच्चे अपनी समझ के अनुसार स्कूली शिक्षा के आधार पर ही पेश आते हैं। घरेलू वातावरण के परिवेश से ही कक्षा प्रवेश करते हैं।
ReplyDeleteJharkhand me Digi sath or digi school app ke duwara sikchan kary kiya ja raha hai jo sarahniy hai
ReplyDeleteअलग अलग स्थान की हिसाब से और परिवेश के अनुसार प्लेटफॉर्म डेवलप करके एजुकेशन देना उचित है ।
ReplyDeleteJharkhand me covid_19 ke karan bacchon ko Digisath,Digi school aap,learnti aap,DDJharkhand channel ke madhyam se sikshas de ja rahi hai
ReplyDeleteझारखण्ड राज्य में विभिन्न कक्षाओ के छात्रों को डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ने के लिए झारखण्ड के शिक्षा विभाग के द्वारा jharkhand digi school और learnytic app शुरू किया गया है।हमारे विद्यालय में छात्र-छात्रो को आनलाइन व्हाट्सएप के द्वारा जोड़ कर शिक्षण कार्य किया जा रहा था,अब झारखंड राज्य सरकार द्वारा जारी डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग ने झारखंड डिजि स्कूल और लर्नेटिक एप में रजिस्ट्रेशन कराने कार्य किया जा रहा है।यह विधि बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता है, लेकिन एंड्रॉयड स्मार्टफोन वाले विद्यार्थियों की संख्या कम है।
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी परिस्थितियों के अनुसार नवाचारी शिक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर अभ्यास कराया जाता हैं, और बच्चों को सिखाया जाता है। इसका हमें सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलता हैं, एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार भी हुआ है।
ReplyDeleteसभी राज्य अपनी परिस्थितियों के अनुसार डिजिटल उपकरण का उपयोग कर रहे हैं जिसका सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रहीं हैं।
ReplyDeleteSabhi state sangh rajyaapanisamajhdari ke anusar navachari digital samagri kause kar rahe hain jisse skuli shiksha mesakaratmak prabhaw dikh raha hai
ReplyDeleteप्राथमिक कक्षा में बच्चे अपनी समझ के अनुसार स्कूली शिक्षा के आधार पर ही पेश आते हैं। घरेलू वातावरण के परिवेश से ही कक्षा प्रवेश करते हैं। एवं यह भी है कि सभी राज्य अपनी परिस्थितियों के अनुसार डिजिटल उपकरण का उपयोग क रहे हैं जिसका सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रहीं हैं जो कि बोहोत है लाभप्रद है।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में नवाचारी अभ्यास के तहत ज्ञानसेतु,DIGI SATH,एवं DIGI SCHOOL APP ऐसे कार्यक्रम हैं जो बच्चों को ONLINE एवं OFFLINE MODE में शिक्षा प्रदान करने में मील का पत्थर सावित हो रहें हैं।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखण्ड मे ऑनलाइन शिक्षा देने के उद्देश्य से digiSATH कार्यक्रम के तहत सरकारी विद्यालय के बच्चों तक दैनिक रूप से लर्निंग कांटेक्ट वेजा जा रहा है। क्विज के माध्यम से प्रगति भी देखी जा रही है। यह एक सराहनीय प्रयास है।
ReplyDeleteझारखंड में digi sath और digi school ऐप के माध्यम से इस प्लेटफार्म पर बच्चों को ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में शिक्षा प्रदान कर गुणात्मक सुधार किया जा रहा है साथ ही माध्यमिक कक्षाओं के लिए Learnytic ऐप शुरू किया गया है।
ReplyDeleteझारखंड राज्य के छात्र एवम छात्राओं को विभिन्न संचार माध्यमों यथा डीजीसाथ ग्रुप झारखंड स्कूल एप्प learnetic app व डिजिटल कंटेंट के उपयोग कर लाभान्वित हो रहे हैं।नए प्रयोग से बच्चे नई जिज्ञासा से सीखने का प्रयास कर रहे हैं।छात्रों के बीच सहयोग व मिलकर सीखने और अपना विचार साझा करने का साधन भी मिला।
ReplyDeleteहमारे राज्य झारखंड में कोविड 19महामारी के दौरान विद्यालय बंद कर दिया गया किन्तु पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए डीजी साथ ऐप के माध्यम से कंटेंट व क्विज प्रतियोगिता निर्बाध रूप से जारी है।
ReplyDeleteदूसरे तरह के प्रयास किए जा रहे हैं जिससे छात्रों को पढ़ाई में बांधा उत्पन्न न हो।
SHAKIL AHMAD R M S BAREPUR HUSSAINABAD PALAMU JHARKHAND
झारखण्ड में भी ऑनलाइन पढ़ाई के digi sath कार्यक्रम चलाया।अभी digi school app का निर्माण किया गया है।खुद हम बच्चों के लिये यूट्यूब चैनल hello ganit का निर्माण किया।जिससे सरल भाषा मे गणित का पाठ पढ़ाया जाता है।
ReplyDeletePradip Kumar munda
ReplyDeleteझारखंड में भी online शिक्षा के लिए डीजी साथ कार्यक्रम चलाया। अभी झारखंड डीजी स्कूल app निर्माण किया गया है जिसके मध्यम से सविधा के अनुसार अध्यन जारी रख सकते हैं।
अपने राज्य/ संघ राज्य /संघटन में किए जा रहे
ReplyDeleteहमारे झारखंड राज्य में Digi Sath Content
के माध्यम से शिक्षक एंव छात्रों तक का शिक्षण
कार्य किया जा रहा है इस कोरोना काल के बावजूद
यानी किसी देश के दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह
एक आदर्श नवचारी अभ्यास की पहचान है जो कि
छात्रों का पढ़ाई हो रही है साथ में हर शनिवार Quiz
भी हो रहा है यह डिजिटल उपकरण का उपयोग करके सकारात्मक परिणाम स्कूली शिक्षा को मिल रही है जो
बेहद लाभ हो रही है।
हमारे क्षेत्र में जै भी संसाथन स्थानिय स्तर पर मौजूद है उन्हीं के आधार पर नवाचारी अभ्यास कराया जा रहा है और इससे शिक्षा में गुणात्मक सुधार हुआ है ।
ReplyDeleteपंकज कुमार ओझा
ReplyDeleteसहायक शिक्षक
मध्य विद्यालय झखरा, ठाकुरगंगटी, गोड्डा
राज्य, केंद्र शासित प्रदेश, संगठन आदि के द्वारा कई प्रकार के नवाचारी गतिविधियों की जा रही है। हमारे राज्य झारखंड में भी नवाचारी गतिविधियों के अंतर्गत DIGI SAATH एवं DIGI SCHOOL JHARKHAND तथा Learnytic app का आरंभ किया गया है।इन कार्यक्रमों के तहत अध्ययनरत विद्यार्थियों को कंटेंट एवं क्वीज प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। इस प्रकार बच्चों की पढ़ाई निर्बाध रूप से जारी है।
इसके अलावा E-VIDHYABAHANI APP. के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई निर्बाध गति में है तथा शिक्षकों को इस माध्यम से निर्देशीत की जाती है।आंन लाईन तथा आंफ लाईन मोड में रिपोर्ट दर्ज कराई जाती है।
मिला जुला कर देखा जाए तो झारखण्ड में बच्चों की शिक्षा तथा शिक्षकों की मूल्यांकन कार्य सफलीभूत होती दिख रही है।
धन्यवाद।
हमारे राज्य झारखंड में Digi Sath और Digi School app के माध्यम से बच्चों तक शिक्षण कार्य किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर बच्चों को हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है।
ReplyDelete