शारीरिक फिटनेस गतिविधियों में शामिल होना सम्पूर्ण स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है ?
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शारीरिक फिटनेस गतिविधियां जैसे व्यायाम, आसन, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, खेलकूद, आदि में शामिल होने से हम शारीरिक रूप से फिट बनते है। व्यक्ति के ऊर्जा स्तर में वृद्धि होती है। हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है। चिंता और अवसाद कम हो जाती है। यह शरीर की कार्य करने, प्रतिक्रिया करने की क्षमता को बढ़ाता है। जिससे हम थकान और आलस्य के बिना कुशलता से कार्य कर सकते है। यह हमारी एकाग्रता में सुधार लाता है जिससे मन तरोताजा रहता है और हम बीमारियों से पीड़ित नही होते है।
ReplyDeleteSharirik fitness sambandhit gatividhiya karne se Ham sharirik Roop se fit Rehte Hain bimariyon Se Dur Rehte Hain Swasth Sharir Mein Hi Swasth Atma ka Nivas hota hai Ham Bina thake aur Bina aalasya ke kushalta se Karya kar sakte hain
DeleteExercise is the super activity for the good health.
ReplyDeleteICT is an effective tool in creating interest in learning process , evaluation.
ReplyDeleteविभिन्न प्रकार की शारीरिक गतिविधियां जैसे-योगाभ्यास, व्यायाम आसान, प्राणायाम,सूर्य नमस्कार, तरह-तरह के outdoor games, indoor gamesआदि में भाग लेने से हमारा शरीर तथा स्वास्थ्य फिट एवं सुन्दर बना रहता है । हमारा शरीर रोगमुक्त होगा एवं आयु लंबी होगी । हमारे शरीर की कार्य क्षमता बढेगी, स्फूर्ति आयेगी, तनाव कम होगा, आलस्य और थकान दूर होगी । इसलिए विद्यालय में बच्चों को शारीरिक फ़िटनेस गतिविधियों सम्मिलित होने के लिए प्रेरित करना चाहिए । सभी आयु वर्ग के लोगों को इन
ReplyDeleteगतिविधियों में सम्मिलित होना चाहिए ।
Exercise is the best activities for the good health
ReplyDeleteशारीरिक स्वास्थ्य हमारी मानसिक एकाग्रता को बढ़ाता है तथा व्यक्ति के व्यक्तित्व को सम्पूर्णता प्रदान करता है। आज समाज को शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है। ऐसे समय में जब हम शारीरिक स्वास्थ्य की परवाह न करके केवल पद और प्रतिष्ठा के पीछे दौड़ रहे हैं, पिछले कुछ समय के आकड़े गवाह हैं कि शारीरिक तौर पर समाज खास कर युवा वर्ग कितना कमजोर हुआ है। पचास वर्ष के बाद आने वाली अनेक बीमारियाँ जैसे मधुमेह, हृदयाघात ...इत्यादि तीस से पैंतीस वर्ष की अवस्था से ही देखने को मिल रहे हैं। यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति घोर लापरवाही को दर्शाता है। अब समय आ गया है जब हम रुक कर अपने शरीर से बात करें कि वह हमारे मन के साथ चलने को कितना तैयार है? मुझे विश्वास है कि वह आपको थोड़ा ठहर कर स्वास्थ्य के प्रति सचेत होने के लिए कहेगा।
ReplyDeleteविभिन्न प्रकार के योगाभ्यास एवम व्यायाम स्वस्थ शरीर और दिमाग के लिए आवश्यक है
ReplyDeleteExcercise is the best activity for good health
ReplyDeleteExcercise is good activity for good health
ReplyDeleteYogabhyas aur exercise se sharir swasth rahta hai aur swasth sharir me swasth mastisk ka vas haota hai
ReplyDeleteAnek sharirik aur ,mansik air bhavnatmak parivartan huye
ReplyDeleteशारीरिक फिटनेस के लिए विभिन्न प्रकार की शारीरिक गतिविधियां जैसे व्यायाम आसन योगा प्राणायाम सूर्य नमस्कार आदि तरह-तरह के शारीरिक अभ्यास करने से हमारा शरीर स्वस्थ एवं फिट बना रहता है तथा मानसिक संतुलन को बनाए रखता हमारा शरीर रोग मुक्त होता है एवं शारीरिक कार्य क्षमता को बढ़ाता है शरीर फुर्तीला होता है आलस्य और थकान दूर होती है इससे हमें हृदय आघात एवं मधुमेह जैसे अनेक बीमारियों से बचाव होता है हमें शारीरिक विकास को बढ़ाने के लिए विद्यालय में छात्रों को व्यायाम एवं योगा और दूर एवं इंडोर गेम से शरीर को होने वाले लाभ से प्रेरित करना चाहिए।
ReplyDeleteशारीरिक फिटनेस के लिए कई प्रकार की गतिविधियों से हम शरीर को फिट एवं तंदुरुस्त रखते हैं। इससे शरीर का रक्त परिसंचरण तंत्र ठीक रहता है।कई प्रकार की बीमारियों से शरीर की रक्षा भी होती है। मानसिक रूप से भी व्यक्ति स्वस्थ रहता है।
ReplyDeleteशारिरिक रूप से स्वस्थ होना सभी प्रकार की मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक गतिविधियों के लिए जरूरी है। इससे शरीर की सुरक्षा होती है।
ReplyDeleteशारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखते हैं।
ReplyDeleteजब हमारे पांचों ज्ञानेंद्रियों पर एक समान रूप से नियंत्रण हो तो हम एक साथ अनेक कार्य जारी रख सकते हैं। शिक्षार्थी केंद्रित दृष्टिकोण में जब हमें ज्ञानेंद्रियों पर नियंत्रण हो तो सीखना आसान हो जाते हैं।
ReplyDeleteयोगा शारीरिक बल में वृधि का एक महत्वपूर्ण कारक हो सकता है।e vidya
ReplyDeleteशारीरिक फिटनेस की गतिविधियाँ हमारे रक्त-संचरण और उपापचय क्रियाओं को संतुलित रखती हैं जिससे हमारा शरीर निरोग और तंदुरुस्त रहता है।
ReplyDeleteशारीरिक फिटनेस गतिविधियां जैसे व्यायाम, आसन, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, खेलकूद, आदि में शामिल होने से हम शारीरिक रूप से फिट बनते है। व्यक्ति के ऊर्जा स्तर में वृद्धि होती है। हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है। चिंता और अवसाद कम हो जाती है। यह शरीर की कार्य करने, प्रतिक्रिया करने की क्षमता को बढ़ाता है। जिससे हम थकान और आलस्य के बिना कुशलता से कार्य कर सकते है। यह हमारी एकाग्रता में सुधार लाता है जिससे मन तरोताजा रहता है और हम बीमारियों से पीड़ित नही होते है।
ReplyDeleteअच्छे स्वास्थ्य के लिए योग और व्यायाम बहुत जरूरी है।|
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ReplyDeleteअच्छे स्वास्थ्य के लिए योग और व्यायाम बहुत जरूरी ह