Monday, 27 December 2021

कोर्स 8 गतिविधि 3 : अपने विचार साझा करें


भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची बनाएँ जो आप अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। अपने विचार साझा करें।

180 comments:

  1. 1.कक्षा खेल के अलावा मैदानी खेल
    2.घर पर उपलब्ध सामग्रियों के नाम बच्चों से पूछना उनसे लिखवाना उन में कौन-कौन सी ध्वनि आती है ।उसके बारे में बातचीत करना
    3.घर के सदस्यों के बारे में परिचय प्राप्त करना और उस ध्वनि से अन्य शब्दों की जानकारी प्राप्त करना ।
    4.घर में कौन-कौन सी वस्तुएं कितनी मात्रा में उपलब्ध है।
    अंजय कुमार अग्रवाल
    मध्य विद्यालय कोयरी टोला
    रामगढ़

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    1. Bhasha Saksharta AVN sankhya Gyan ke sambandh mein main bacchon ka aakalan nimn vote kar sakte hay 1 bacchon ke Jija ko Dur karna t w o gatividhi ke Madhyam se 3 print rich vatavaran taiyar karna 4 Khel ke Madhyam se 5 bacchon se Unki matrubhasha Mein batchit karna sex Varun Bodh ka Abhyas 7 Viram chinh ka prayog

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    2. Indoor and outdoor games,group discussion,playing with toys education with dancing and singing among the children,asking questions of natural thingsetc.

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    3. कक्षा खेल के अलावा मैदानी खेल,घर के समानों का नाम पूछना,घर के सदस्यों के बारे में परिचय प्राप्त करना,घर एवं विद्यालय के वस्तुओं की मात्रा पूछना आदि।

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  2. छात्रों से उसके दोस्तों के बारे में पूछना ।जब वह बता रहा हो उसके शब्दों के उच्चारण पर अवलोकन करना।खेलने के समय उसकी गतिवधि पर ध्यान देना।विद्यालय के अंदर सामानों से परिचय करवाकर।

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    1. मेरे विचार से भाषा साक्षरता और संख्याज्ञान क लिए विभिन्न कार्यों पर आधारित आ एक कार्य हैं ज़िज़े बच्चों से करइया जा सकता है,जैसे बच्चों के शब्दों के उच्चारण का अवलोकन करने, खेलने के समय उ की गतिविधि पर ध्यान देना इत्यादि।
      प्रमोद कुमार ठाकुर,प्रधनाध्यपक
      Uhs upar situa, jama, dumka(jharkhand)

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  3. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    09)गतिविधि आधारित कार्य,
    10)खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य आदि बहुत-बहुत धन्यवाद

    कौशल किशोर राय,
    सहायक शिक्षक,
    उत्क्रमित उच्च विद्यालय पुनासी,
    शैक्षणिक अंचल:- जसीडीह,
    जिला:- देवघर, राज्य:-झारखण्ड।

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  4. कक्षा खेल के साथ मैदानी खेल. गतिविधि आधारित कार्य करना. घर की सामग्री का नाम तथा उनके ध्वनी पहचानना.घर के सदस्यों के नाम तथा उनके ध्वनी पहचानना. घर की बस्तु तथा उनके मात्रा जानना.

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  5. घर के सदस्यों के बारे में परिचय प्राप्त करना जब वह घर और परिवार के बारे में बता रहा है तो उसके उच्चारण पर अवलोकन करना कक्षा के खेल के अलावा मैदानी खेल की गतिविधि पर ध्यान देना घर में मौजूद वस्तुओं के नाम पूछना

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  6. 1. बच्चों की गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और हर बच्चे की कुशलता के स्तर को देखकर उसे डायरी में दर्ज करेंगे। बच्चे को किस फील्ड में कितनी सहायता की आवश्यकता है उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाकर आवश्यक सहायता देंगे।
    2. विद्यालय परिसर में प्रिंट रिच वातावरण बनाएंगे। बच्चों को अक्षरों, शब्दों और वाक्यों से खेलने का, उनके बहुविध प्रयोग का अवसर देंगे।
    3. कक्षा-कक्ष में और खेलों या गतिविधियों के दौरान यह देखेंगे कि बच्चा प्रारंभिक अवस्था में है, डेवलपिंग अवस्था में है, प्रवीण है या उन्नत अवस्था में है उसी के अनुरूप उसके लिए टास्क या असाइनमेंट तय करेंगे।
    4. बच्चे के माता पिता या अभिभावक से मिलकर घर में भी प्रिंट रिच वातावरण बनाने का आग्रह करेंगे और उन्हें बच्चे के एफ एल एन के लिए कैसे सहायता की जा सकती है इस ओर प्रेरित करने का प्रयास करेंगे।

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  7. कक्षा खेल के साथ मैदानी खेल. गतिविधि आधारित कार्य करना. घर की सामग्री का नाम तथा उनके ध्वनी पहचानना.घर के सदस्यों के नाम तथा उनके ध्वनी पहचानना. घर की बस्तु तथा उनके मात्रा जानना

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    1. कक्षा खेल के साथ मैदानी खेल, गतिविधि आधारित कार्य करना, घर की सामग्री का नाम तथा उनके ध्वनि पहचानना, घर के सदस्यों के नाम तथा उनके ध्वनि पहचानना, घर की वस्तु तथा उनके मात्रा जानना।

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  8. कक्षा खेल के अलावा मैदानी खेल,घर पर उपलब्ध सामग्रियों के नाम बच्चों से पूछना उनसे लिखवाना उन में कौन-कौन सी ध्वनि आती है ।उसके बारे में बातचीत करना.घर के सदस्यों के बारे में परिचय प्राप्त करना और उस ध्वनि से अन्य शब्दों की जानकारी प्राप्त करना । घर में कौन-कौन सी वस्तुएं कितनी मात्रा में उपलब्ध है।

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  9. बच्चों की गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और हर बच्चे की कुशलता के स्तर को देखकर उसे डायरी में दर्ज करेंगे। बच्चे को किस फील्ड में कितनी सहायता की आवश्यकता है उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाकर आवश्यक सहायता देंगे। विद्यालय परिसर में प्रिंट रिच वातावरण बनाएंगे। बच्चों को अक्षरों, शब्दों और वाक्यों से खेलने का, उनके बहुविध प्रयोग का अवसर देंगे।कक्षा में खेल के अलावा मैदानी खेल की गतिविधि पर ध्यान देना घर में मौजूद वस्तुओं के नाम पूछना।

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  10. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    09)गतिविधि आधारित कार्य,
    10)खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य आदि BHANU PRATAP MANJHI,UHS CHIPRI,ICHAGARH,SERAIKELA-KHARSWAN,JHARKHAND

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  12. A) बच्चों की गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और हर बच्चे की कुशलता के स्तर को देखकर उसे डायरी में दर्ज करेंगे। बच्चे को किस फील्ड में कितनी सहायता की आवश्यकता है उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाकर आवश्यक सहायता देंगे।
    B) विद्यालय परिसर में प्रिंट रिच वातावरण बनाएंगे। बच्चों को अक्षरों, शब्दों और वाक्यों से खेलने का, उनके बहुविध प्रयोग का अवसर देंगे।
    C) कक्षा-कक्ष में और खेलों या गतिविधियों के दौरान यह देखेंगे कि बच्चा प्रारंभिक अवस्था में है, डेवलपिंग अवस्था में है, प्रवीण है या उन्नत अवस्था में है उसी के अनुरूप उसके लिए टास्क या असाइनमेंट तय करेंगे।
    D) बच्चे के माता पिता या अभिभावक से मिलकर घर में भी प्रिंट रिच वातावरण बनाने का आग्रह करेंगे और उन्हें बच्चे के एफ एल एन के लिए कैसे सहायता की जा सकती है इस ओर प्रेरित करने का प्रयास करेंगे।

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  13. 1.बच्चों के झिझक को दूर करना।
    2.उनकी गतिविधियों का सूक्ष्म अवलोकन।
    3.उनकी क्षमता के अनुसार कार्ययोजना तैयार करना।
    4.Print-rich वातावरण तैयार करना।
    5.खेल खेल में शिक्षा।
    6. बच्चों से उनकी मातृभाषा में बातचीत करना।
    और भी अन्य गतिविधियों का संचालन जिससे अधिगम रोचक हो जाए एवं बच्चे आनंद पूर्वक पढ़ाई लिखाई कर सकें।
    मु॰अफ़ज़ल हुसैन,
    उर्दू प्राथमिक विद्यालय मंझलाडीह,
    शिकारीपाड़ा, दुमका।

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  14. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग । इन क्रियाकलापों के द्वारा हम आगे की तैयारी कर सकते हैं।

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  15. Class ke alava indor gem. Bacho se puchna aur likhna aur sabdo ko jaankari prapt karna.

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    1. Class ke alava indor game.bacho se puchna aur likhna aur sabdo ko jankari prapt karna.

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  16. आकलन की कार्य नीति निम्नांकित है।1.घरेलू वस्तुओं के नामों को पूछना.2.वस्तुओं के नाम पूछना. 3.मात्रा का ज्ञान कराना।

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  17. बच्चों के झिझक को दूर करना।
    2.उनकी गतिविधियों का सूक्ष्म अवलोकन।
    3.उनकी क्षमता के अनुसार कार्ययोजना तैयार करना।
    4.Print-rich वातावरण तैयार करना।
    5.खेल खेल में शिक्षा।
    6. बच्चों से उनकी मातृभाषा में बातचीत करना।
    और भी अन्य गतिविधियों का संचालन जिससे अधिगम रोचक हो जाए एवं बच्चे आनंद पूर्वक पढ़ाई लिखाई कर सकें।
    मु॰अफ़ज़ल हुसैन,
    उर्दू प्राथमिक विद्यालय मंझलाडीह,
    शिकारीपाड़ा, दुमका

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  18. FLN ke liye wibhinn aklan Suchi :- khel samuh me Gatibidhi,batchi, bachcho ke ghar me upyog ki jane wali vastu ka name,khanpan se related batcht,Apne parivesh paye jane wale vastu ka name, parivesh me honewale parv se related batchit,Chitron se related batchit,aklan ke liye Kai tarike hai jisko mai bachcho samjhne ke liye karungi

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  19. For FLN We should make such type of tool which are related to the children's home surroundings. With this type of tool we can observe children's achievements perfectly.

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  20. We can watch children's activities closely.For FLN we can also observe the response ofchild towards book.the behave of child towards things, classmates,and other people.

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  21. आकलन की कार्य नीति निम्नांकित है।1.घरेलू वस्तुओं के नामों को पूछना।2.खेल के माध्यम से गिनती सीखाना.3.प्रिंट मेटेरियल का सहयोग ।

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  22. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग । इन क्रियाकलापों के द्वारा हम आगे की तैयारी कर सकते हैं।
    Nitish kumar,M.S Narayanpur,Bokaro,Nawadih.

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  23. भाषा साक्षरता एवं संख्याज्ञान के संबंध में बच्चों का आकलन उनकी सतत गतिविधियों के माध्यम से, आसपास मौजूद वस्तुओं के संबंध में बातचीत कर, उनके घर के सदस्यों आदि के संबंध में बातचीत के क्रम में शब्दों, ध्वनियों आदि से संबंधित बातचीत तथा विद्यालय में लूडो कैरम आदि खेलने के दौरान आकलन किया जा सकता है।

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    1. कक्षा खेल के साथ मैदानी खेल. गतिविधि आधारित कार्य करना. घर की सामग्री का नाम तथा उनके ध्वनी पहचानना.घर के सदस्यों के नाम तथा उनके ध्वनी पहचानना. घर की बस्तु तथा उनके मात्रा जानना

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  24. Aakalan ki card Nitish prakash se honi chahie bacchon se gharelu chijon ke naam puchna Hai Khel ke Madhyam se Anushka khana Ekta Din

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  25. छात्रों से उसके दोस्तों के बारे में पूछना ।जब वह बता रहा हो उसके शब्दों के उच्चारण पर अवलोकन करना।खेलने के समय उसकी गतिवधि पर ध्यान देना।विद्यालय के अंदर सामानों से परिचय करवाकर

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  26. साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,

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  27. बच्चों के साथ आकलन पद्धति में उच्चारण पर ध्यान, कहानी पर कार्य, खेल आधार गतिविधियों पर कार्य, पढ़ना-लिखना संबंध कार्य उच्चारण कर के सिखने पर कार्य, पुशतक से आधार कार्य आदि करना चाहेंगे|

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  28. कक्षा खेल के साथ मैदानी खेल. गतिविधि आधारित कार्य करना. घर की सामग्री का नाम तथा उनके ध्वनी पहचानना.घर के सदस्यों के नाम तथा उनके ध्वनी पहचानना. घर की बस्तु तथा उनके मात्रा जानना.
    G.M.S Pancha Premlata devi

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  29. भाषा ,साक्षारता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्य नीतियों की सूची
    बच्चों को खेल-खेल में संख्या का बोध क़राना,उंगलियों से संबंधित सवाल करना,पाठों का अध्ययन उच्चारण के साथ करना इत्यादि।

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  30. बच्चों के साथ आकलन में उच्चारण पर ध्यान, कहानी पर कार्य, खेल आधारित गतिविधियों पर कार्य, उच्चारण करके लिखने सिखने पर कार्य, मुद्रन पर कार्य, उनके घर के सदस्यो से बात चीत कर बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए किया जा सकता है।

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  31. भाषा साक्षरता एवं संख्याज्ञान के संबंध में बच्चों का आकलन उनकी सतत गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और हर बच्चे की कुशलता के स्तर को देखकर उसे डायरी में दर्ज करेंगे। बच्चे को किस फील्ड में कितनी सहायता की आवश्यकता है उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाकर आवश्यक सहायता देंगे।
    विद्यालय परिसर में प्रिंट रिच वातावरण बनाएंगे। बच्चों को अक्षरों, शब्दों और वाक्यों से खेलने का, उनके बहुविध प्रयोग का अवसर देंगे।
    कक्षा-कक्ष में और खेलों या गतिविधियों के दौरान यह देखेंगे कि बच्चा प्रारंभिक अवस्था में है, डेवलपिंग अवस्था में है, प्रवीण है या उन्नत अवस्था में है उसी के अनुरूप उसके लिए टास्क या असाइनमेंट तय करेंगे। Motiur Rahman, UPS CHANDRA PARA, PAKUR

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  32. भाषा साक्षरता एवं संख्याज्ञान के संबंध में बच्चों का आकलन उनकी सतत गतिविधियों के माध्यम से, आसपास मौजूद वस्तुओं के संबंध में बातचीत कर, उनके घर के सदस्यों आदि के संबंध में बातचीत के क्रम में शब्दों, ध्वनियों आदि से संबंधित बातचीत तथा विद्यालय में लूडो कैरम आदि खेलने के दौरान आकलन किया जा सकता है। SAMLA ORAON KUMARDUNGI

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  33. छात्रों से उसके दोस्तों के बारे में जानकारी लेना ।जब वह बता रहा हो, उसके शब्दों के उच्चारण पर अवलोकन करना। खेलने के समय उसकी गतिवधि पर ध्यान देना।विद्यालय के अंदर और बाहर के वस्तुओं से परिचय करवाकर।

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  34. Bhasha saksharta or sankhyagyan ke aklan keliye upyukt karyanitiya nimnwat hongi-class work ke alawe bahri khelo ka awlokan,bachcho se unke pariwar ke sadsyo ki jankari ke kram me unka name janna,bachcho ke kitabi rakh rakhaw ka awlokan,padhne ke kram me unke uchcharan, viram chinho aadi ka awlokan,bachcho ke sahpathiyo ke sath unke byawhar ka awlokan etc.

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  35. Class ke alwa ground me,gatividhi base work,family members name,book padhne ke samoy uchchran adi ko awolokon etc

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  36. Anjani Kumar Choudhary. 8809058368

    भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    09)गतिविधि आधारित कार्य,
    10)खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य आदि बहुत-बहुत धन्यवाद

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  37. In door and outdoor games, group discussion, playing with toys education with dancing and singing among the children, asking questions of natural thingsetc.

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  38. To monitoring all activity of student and Create profile of learning and evaluation

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  39. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न कार्य नीतियों को अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों के सूची बनानी चाहिए। जैसे जब बच्चे घर में अपने माता-पिता, भाई बहनों एवं अपने पड़ोसियों से बात करते हैं तो उन्हे शब्दों का ज्ञान होने लगता है। वहीं जब उनसे कोई बात कर रहा होता है तो वो जिन शब्दों का प्रयोग करते हैं उन शब्दों से वो ध्वनियों को पहचान सकते है और बता सकते है कि वह ध्वनि और किन शब्दों में उपयोग किए जाते हैं। आपने आस पास दिखने वाली मुद्राएं को देख कर गिनना, भाषा समझ के साथ पढ़–लिख पाना साक्षरता है।

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  40. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर अवलोकन करने की आवश्यकता है जो इस प्रकार है -
    1सामूहिक कार्य
    2पुस्तकों को कैसे खोलते हैं
    3पुस्तक के मुख्य पृष्ठ की की पहचान
    4कक्ष के अंदर और बाहर की वस्तुओं पहचान
    5बड़ा और छोटा की पहचान
    6परिवार में कितने पुरूष और कितनी महिलाएँ का ज्ञान

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  41. भाषा साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदु जैसे पुस्तकों को वह कैसे खोलते हैं, पुस्तकों के मुख्य पृष्ठ के बारे में क्या सोचते हैं, वह ब्लॉक्स के द्वारा कैसे कुछ निर्माण करते हैं ,उनके परिवार जनों के बारे में उनसे पूछते हैं, उनके नाम के बारे में पूछते हैं तथा नाम के आदि और अंत अक्षरों से दूसरे कुछ वस्तु, मित्र का नाम बताने के लिए कहते हैं ,वह खेल में कैसे कुछ निकालने का कोशिश करते हैं, वह पैटर्न कैसे बनाते हैं आदि पर अवलोकन करने की आवश्यकता है।

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  42. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    09)गतिविधि आधारित कार्य,
    10)खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य आदि

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  43. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर अवलोकन करने की आवश्यकता है जो इस प्रकार है -
    1सामूहिक कार्य
    2पुस्तकों को कैसे खोलते हैं
    3पुस्तक के मुख्य पृष्ठ की की पहचान
    4कक्ष के अंदर और बाहर की वस्तुओं पहचान
    5बड़ा और छोटा की पहचान
    6परिवार में कितने पुरूष और कितनी महिलाएँ का

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  44. Bhasha sakshrta aor sankhyagyan ke liye vibhin akalan karyanitiyon ki apni samajh per adarit mukhya karya-bacchon ke samagra vikas ka awlokan ker diary mein darj karna,bacchon ke byawaharon,pravritiyon,swabhawon,pragati ya karyon ke staron ki janch suchi taiyar karna.

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  45. बच्चों को कक्षा कार्य के अतिरिक्त बाह्य खेल, गतिविधि ,आसपास की चीजों की जानकारी ,उनकी पहचान ,आसपास के जीव जंतु ,उनके पहचान, उनकी आवाज ,घरेलू चीजों की पहचान, उनकी संरचना, और मात्रा आदि की जानकारी का आदान प्रदान कर।

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  46. By asking the student the thing around them specifically the house hold items

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  47. बच्चों का आकलन अवलोकन सभी स्थानो मे किया जा सकता है। जैसे खेल के मैदान में वर्ग कक्ष में पुस्तकालय में आदि ।

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  48. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान आधारभूत गणन कार्यों को करने की क्षमता शिक्षण के लिए आवश्यक पूर्वापेक्षा है । भाषा का पूर्वज्ञान साक्षरता कौशल का निर्माण होता है । भाषा शिक्षण और साक्षरता के लिए विभिन्न कार्यनीतियों का उपयोग कर शिक्षकाें को संवेदनशील बनाता है । जैसे - भाषा कौशल सुनना और बोलना, पढ़ना लिखना और व्याकरण शब्दावली का निर्माण करना है । आकलन के लिए चित्रकारी अवधारणा, पठन लेखन बोध, स्मरण शक्ति, ध्वनि बोध डिकोडिंग पठन-पाठन के प्रति झुकाव की आदत पुस्तकों एवं अन्य सामग्रियों से होना चाहिए ।
    संख्याज्ञान के आकलन में संख्याओं के साथ गणितीय कार्य और स्थानिक समझ दैनिक जीवन के कार्यों को कराना चाहिए । प्रारंभिक गिनती अवधारणा में संख्याक्रम को गिनना समझना, डाटा , पैटर्न बनाना समझना तथा इसका विस्तार करना, विभिन्न जानकारी इकट्ठा करना, आकार, मापन संबंधी प्रस्तुत करना और व्याख्या कर बच्चे के साथ आकलन पद्धति को आगे करवाना चाहूंगा । ... धन्यवाद ।

    सुना राम सोरेन (स.शि.)
    प्रा.वि.भैरवपुर , धालभूमगढ़ ।
    पूर्वी सिंहभूम, झारखंड ।

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  49. दोस्तों का नाम लिखावाना ,परिवार के सदस्यों का परिचय लिखना, अपने आसपास तथा विद्यालय के आसपास जो भी चीजें हैं उनसे उनका परिचय कराना, खेल के माध्यम से संख्या का ज्ञान आदि का परिचय कराना।

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  50. Bhasha sacharta Arjun ke Gyan ke liye vibhinn Aandolan Karya Nitin ki apni samasya par aadharit mukhya karyon ke Suchi nimnalikhit hai jo Apne bacchon ke sath aakalan pretty Mein karvana Jaenge van Buuren aur aankhon ka Pradarshan ganit Pathan lekhan kshetra ka Nirman Karya ka alekhan bacchon ka saman mein bhagidari pratyek se per Khaas Najar pustakon ke padhai likhai AVN rakhrakhav ka gatividhiyan Varun Bodh ka Abhyas Satyavan waqya pratyek ka Sahi istemal Viram chinh ka prayog in kriyakalap on ke dwara Ham Aage Ki taiyari kar sakte hain gatividhi aadharit

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  51. Bhasha saksherta aur sankhyajyan ke liye kuch mahatvapurna binduon per avlokan kerne ki aavyasakta hai.ex- baccha book ke mukhya pristh aur aamtim pristine ko penchant hai.baccha left se right ki aur finger rekhker padhta hai. Kahani me aage kya hoga Iska anumaan laga sakta hai.is Kahani ka koi aur heading bana sakta hai.bloks ko sahi tarike se arrange ker sakta hai.blocks me balance bana sakta hai.paltu aur jangle janwer me anter ker sakta hai.fruits aur vegetables ko alag alag ker sakta hai.etc

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  52. खेल के समय संख्या बोध कराना। दोस्तों, फलों का नाम उनकी शुरुवाती ध्वनि पहचानना, मात्रा जानना आदि।

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  53. भाषा, साक्षरता व संख्याज्ञान संबंधित आकलन कक्षा कक्ष के अंदर, शैक्षिक गतिविधियों के दौरान एवं खेल के मैदान में किया जा सकता है।

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  54. घर में प्रयोग होने वाले वस्तु के नाम मात्रा दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाले वस्तु के ज्ञान संख्या ज्ञान और पहचान हो।

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  55. Student ko class ke bhr v chijon ka phchaan , chota bada, jyada kam, oncha nicha tanda grm , apne aaspaas ke ped pause ar onki bnaot ar sarachna jantuo ki awaaz nikaal kr inhe pahchannana ar ak dusre ki alg alg bhasa ka boli ko aadaan pradan krnaalg alg bheshbhusa ar sanskriti se awgat kr v kiya ja skta hai.

    Prakash Mundu
    Middle school Rowauli
    Bandgaon, west Singhbhum Jharkhand

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  56. बच्चों की गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और हर बच्चे की कुशलता के स्तर को देखकर उसे डायरी में दर्ज करेंगे। बच्चे को किस फील्ड में कितनी सहायता की आवश्यकता है उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाकर आवश्यक सहायता देंगे। विद्यालय परिसर में प्रिंट रिच वातावरण बनाएंगे। बच्चों को अक्षरों, शब्दों और वाक्यों से खेलने का, उनके बहुविध प्रयोग का अवसर देंगे।कक्षा में खेल के अलावा मैदानी खेल की गतिविधि पर ध्यान देना घर में मौजूद वस्तुओं के नाम पूछना।चित्र का गायब हिस्सों का नाम बोलने तथा भरने को कहेँगे l साथियों के मदद करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे l

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  57. बच्चों की गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और हर बच्चे की कुशलता के स्तर को देखकर उसे डायरी में दर्ज करेंगे। बच्चे को किस फील्ड में कितनी सहायता की आवश्यकता है उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाकर आवश्यक सहायता देंगे। विद्यालय परिसर में प्रिंट रिच वातावरण बनाएंगे। बच्चों को अक्षरों, शब्दों और वाक्यों से खेलने का, उनके बहुविध प्रयोग का अवसर देंगे।कक्षा में खेल के अलावा मैदानी खेल की गतिविधि पर ध्यान देना घर में मौजूद वस्तुओं के नाम पूछना।चित्र का गायब हिस्सों का नाम बोलने तथा भरने को कहेँगे l साथियों के मदद करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे l
    Jagannath Bera.
    Oriya MS Arong, Baharagora, East Singhbhum.

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  58. Jagannath Bera12 January 2022 at 04:44
    बच्चों की गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और हर बच्चे की कुशलता के स्तर को देखकर उसे डायरी में दर्ज करेंगे। बच्चे को किस फील्ड में कितनी सहायता की आवश्यकता है उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाकर आवश्यक सहायता देंगे। विद्यालय परिसर में प्रिंट रिच वातावरण बनाएंगे। बच्चों को अक्षरों, शब्दों और वाक्यों से खेलने का, उनके बहुविध प्रयोग का अवसर देंगे।कक्षा में खेल के अलावा मैदानी खेल की गतिविधि पर ध्यान देना घर में मौजूद वस्तुओं के नाम पूछना।चित्र का गायब हिस्सों का नाम बोलने तथा भरने को कहेँगे l साथियों के मदद करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे l
    Jagannath Bera
    Or
    Jagannath Bera12 January 2022 at 04:44
    बच्चों की गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और हर बच्चे की कुशलता के स्तर को देखकर उसे डायरी में दर्ज करेंगे। बच्चे को किस फील्ड में कितनी सहायता की आवश्यकता है उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाकर आवश्यक सहायता देंगे। विद्यालय परिसर में प्रिंट रिच वातावरण बनाएंगे। बच्चों को अक्षरों, शब्दों और वाक्यों से खेलने का, उनके बहुविध प्रयोग का अवसर देंगे।कक्षा में खेल के अलावा मैदानी खेल की गतिविधि पर ध्यान देना घर में मौजूद वस्तुओं के नाम पूछना।चित्र का गायब हिस्सों का नाम बोलने तथा भरने को कहेँगे l साथियों के मदद करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे l
    Jagannath Bera.
    Oriya MS Arong, Baharagora, East Singhbhum.

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  59. बच्चों के भाषा,साक्षरता एवं संख्याज्ञान के लिए आकलन कार्य नीतियों के कुछ मुख्य कार्य निम्न रूप से हो सकते हैं जिन्हें हम बच्चों के अवलोकन हेतु प्रयोग कर सकते हैं - भाषा एवं संख्या ज्ञान से संबंधित विभिन्न गतिविधियों की सूची,प्रिंट समृद्ध वातावरण, बच्चों के स्तर के अनुसार गतिविधि का चयन ,पुस्तकालय की पुस्तकों का संग्रह ,भाषा या संख्या ज्ञान से संबंधित मुद्रित सामग्री , कंचे /तिल्लियां/ ब्लॉक इत्यादि का संकलन ,विभिन्न बाल सुलभ खेल गतिविधियों के संग्रह की योजना ,अभिभावकों के साथ निरंतर संवाद ,कक्षा या कक्षा से बाहर भयमुक्त वातावरण का निर्माण, अवलोकन के रिकॉर्ड हेतु डायरी इत्यादि ।

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  60. भाषा साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदु जैसे पुस्तकों को वह कैसे खोलते हैं, पुस्तकों के मुख्य पृष्ठ के बारे में क्या सोचते हैं, वह ब्लॉक्स के द्वारा कैसे कुछ निर्माण करते हैं ,उनके परिवार जनों के बारे में उनसे पूछते हैं, उनके नाम के बारे में पूछते हैं तथा नाम के आदि और अंत अक्षरों से दूसरे कुछ वस्तु, मित्र का नाम बताने के लिए कहते हैं ,वह खेल में कैसे कुछ निकालने का कोशिश करते हैं, वह पैटर्न कैसे बनाते हैं आदि पर अवलोकन करने की आवश्यकता है।रणजीत प्रसाद मध्य विद्यालय मांडू, रामगढ़।

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  61. Some activities should be given then keen observation after that judgement will give clear picture of our students.

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  62. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अवलोकन करने की आवश्यकता है जो इस प्रकार है-
    1.सामूहिक कार्य
    2.पुसतकों को कैसे खोलते हैं।
    3.कक्ष के अंदर और बाहर की वस्तुओं की पहचान
    4.बड़ा और छोटा की पहचान
    5. रंगों की पहचान
    6. परिवार में कितने पुरूष और कितनी महिलाएं का ज्ञान

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  63. आकलन कार्यंनीतियों की सूची बच्चों को खेल विधि से सीखाने की आवश्यकता है
    बच्चों के सुनने बोलने लिखने का अवलोकन करना।

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  64. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे:-
    (1)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    (2)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    (3)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    (4)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    (5)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    (6) वर्ण बोध का अभ्यास,
    (7)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    (8)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    (9)गतिविधि आधारित कार्य,खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य ।

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  65. भाषा,साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए हम बच्चों के साथ आकलन पद्धति और उच्चारण पर ध्यान दे सकते हैं, कहानी और कविताओं को खेल आधार गतिविधियों के साथ किया जा सकता है, पढ़ना-लिखना ध्वनि उच्चारण कर के सिखने पर कार्य किया जा सकता है।
    बच्चों को कक्षा कार्य के अतिरिक्त बाह्य खेल और गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है, आसपास की चीजों की जानकारी एकत्र कर उनकी पहचान करना सुनिश्चित किया जा सकता है,आसपास के जीव जन्तुओं की पहचान करना और उनकी आवाजों की पहचान करना भी सुनिश्चित हो सकता है ,घरेलू चीजों की पहचान उनकी संरचना और मात्रा आदि की जानकारी का आदान प्रदान सुनिश्चित करना ।

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  66. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आथारित मुख्य कार्यों की सूची निम्न है:- 1)कक्षा पुस्तकालय और साक्षरता क्षेत्र -बच्चा पुस्तक का चयन स्वयं कर रहा है या दूसरों की मदद लेता है....इत्यादि। 2)ब्लाॉक बिल्डिंग -बच्चे ब्लाॅक्स से मीनार बना रहे हैं या कार,बस या उनके रंगो या आकार के आथार पर संगठित कर रहे हैं। 3) गणित या हस्तकौशल क्षेत्र -इस क्षेत्र में बच्चे पहेलियाँ ,मिलान कार्ड, मोती जोड़-तोड़ वाले खिलौने और छोटी खिलौने जैसे कार,पशु लोगों की आक तियाँ और परिवेश से संबंथित वस्तुएँ देकर बच्चों को बनाने की छूट देना।

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  67. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं
    1- सामूहिक गतिविधियों में अपनी सहभागिता
    2- शिक्षक तथा छात्रों के बीच आपसी संबंध
    3- सहपाठियों के बीच सहयोग की भावना
    4- खेलकूद में सहभागिता
    5- कक्षा में अपनी उपस्थिति
    PHUL CHAND MAHATO
    UMS GHANGHRAGORA
    CHANDANKIYARI
    BOKARO

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  68. Varag khel ke alava bhahar ke khel me ghar par uplabadh samagariyo ke naam ke saath ghar ke sadhasayo ke bare me parichay prapat karana

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  69. Bhasha, sakcharta aur sankhyagyan ke liye bachchon ki matribhasha me unke saath baatchit karenge. Print rich vatavaran me unse akcharon, shabdon aur vakyon par khel aadharit gatividhiyan karayenge.Bachchon ki ruchi ke anusaar gatividhiya karane se unki jhijhak dur hogi aur bachche sikhne me ruchi dikhayenge.

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  70. बच्चों की गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और हर बच्चे की कुशलता के स्तर बच्चे की किस फील्ड में कितनी आवश्यकता है देख कर उसे डायरी में दर्ज करेंगे। बच्चे के अनुरूप कार्य योजना बनाकर आवश्यक सहायता देंगे। विद्यालय परिसर में प्रिंट रिच वातावरण बनाएंगे । बच्चों को अक्षरों शब्दों और वाक्यों से खेलने का उनके बहुविध प्रयोग का अवसर देंगे।

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  71. आकलन की कार्य नीति निम्नांकित हैं| 1)वस्तुओं के नामों को पूछना| 2)बच्चा वस्तुओं के नामों को अपनी भाषा में पूछना| मात्रा और वर्ण का ग्यान कराना| बच्चों के झिझक को दूर कराना| खेल खेल में शिक्षा देना|

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  72. बात चीत खेल विधिआधारित कार्य मोखिक प्रश्न आदि द्वारा बच्चों के भाषा , साक्षरता एवं संख्या ज्ञान संबंधी स्तर की जानकारी एकत्र करने के बाद बच्चों के स्तर को ऊपर बढ़ाने हेतु कार्य योजना बना कर उस पर अमल करने की पद्धति का अवलोकन करेंगे

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  73. भाषा,साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए १)सामूहिक गतिविधि , २) खेल विधि में शिक्षण , ३)रोचाकपूर्ण कक्षाएं ,४)शिक्षण अधिगम सामग्री का प्रयोग अधिक से अधिक करना चाहिए ।

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  74. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    09)गतिविधि आधारित कार्य,
    10)खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य आदि बहुत-बहुत धन्यवाद! Kishor Kumar Roy,UHS.KATHGHARI,DEOGHAR

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  75. कक्षा खेल के साथ मैदानी खेल गतिविधि आधारित कार्य करना,घर की सामग्री का नाम तथा उनके ध्वनि पहचानना,घर के सदस्यों के नाम तथा उनके ध्वनि पहचानना, घर की वस्तु तथा उनके मात्रा जानना।

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  76. भाषा संख्या और साक्षरता केलिए आकलन हेतू कई गतिविधियां मुद्रण और अंकों का प्रदर्शंन,कार्य अवलोकन,बच्चो पर खास नजर ,सामुहिक भागीदारी,पुस्तकों की पढाई का तरीका ,वर्ण बोध ,वर्ण शब्द और वाक्य के अन्तर क समझना,विराम चिन्हों को समझना इत्यादी कार्यो के द्वारा। अनिल कुमार मध्य विद्यालय तेलौ बोकारो

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  77. 01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    09)गतिविधि आधारित कार्य,
    10)खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य आदि

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  78. आकलन बच्चों के सीखने, उनकी दक्षताओं का निर्माण करने और आवश्यक प्रतिपुष्टि में सहायता प्रदान करता है।

    भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए आकलन कार्यनीति निम्नलिखित रूप से हो सकते हैं जिनका प्रयोग हमलोग आकलन पद्धति में कर सकते हैं।
    1.बच्चों के शब्द भंडार बढ़ाने के लिए वर्णो को जोड़ने वाली गतिविधि।
    2.पजल्स को जोड़ना तोड़ना
    3.बच्चों के संख्या ज्ञान बढ़ाने के लिए साँप सीढ़ी,लूडो के खेल।
    4.खिलौनों के साथ खेलना बातें करना आदि का अवलोकन
    5.वस्तुओं के रंग आकार एवम स्थिति का वर्णन करना।
    6.खेल के दौरान अपने सहपाठियों के साथ व्यवहार आदि का आकलन।
    7.वस्तुओं को छूकर गिनना ,उसे छोटे से बड़े क्रम में लगवाना।या बड़े से छोटे क्रम में लगवाने जैसी छोटी छोटी गतिविधियों से भी आकलन कार्यनीति में शामिल कर सकते हैं।

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  79. भाषा, साक्षरता एवं संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की सूची जो अपने बच्चों के लिए आकलन पद्धति में आगे करना चाहते हैं-
    1.बच्चों से सम्बंधित सामाजिक, भावनात्मक एवं स्वास्थ्य सम्बंधी अवलोकन के आधार पर आकलन,
    2.खिलौनों, चित्रों, प्रिटों, ब्लाकों की प्रकृति, बनावट, नामों के आधार पर उन्हें छांटने, बड़े-छोटे, कम-ज्यादा,क्रम, रंगों आदि के आधार पर आकलन द्वारा आकलन करना।
    3.प्रिंटों अथवा पुस्तकों को बाएं से दाएं उंगली को रखकर पढ़ना/लिखना।
    4.पुस्तक को उपरी पृष्ठ से खोलने,प्रथम से कहानी या कविता के अंतिम पृष्ठ का ज्ञान।
    5.वाक्यों के निर्माण,विराम चिन्हों के ज्ञान के आधार पर आकलन,
    6.खेल विधि,गतिविधि आधारित आकलन,
    7.दिवार लेखन, प्रिंट कोने के माध्यम से आकलन,
    8घसीटा या चित्रावली, पहेलियां, जो ड़-तोड़ के माध्यम से आकलन।
    हमारे लिए हरेक बच्चे खास हैं अतः प्रत्येक बच्चे को आकलन में शामिल करना चाहिए तथा व्यक्तिगत, छोटे-छोटे समूहों, बड़े पैमाने पर भी आकलन में शामिल करना, अभिभावकों को भी निर्धारित समय पर आकलन सम्बन्धित जानकारी साझा किया जाना तथा प्रत्येक बच्चे का आकलन सम्बन्धित जानकारी का डाटा रखना।

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  80. Bhasha saksharta avam sankyagyan ke liye bhibinn aklankaryanitiyon ki suchi jo apne bacchon ke liye aaklan padati me aage karna chate hain- 1) bacchon se sambandhit samaajik babnatamak avam swastya sambandhi avlokan ke adhar par aaklan. 2) khilaunon, chitron, printon, balockon ki prakriti banawat, kamon ke adhar par unhe chantne, bade chote, kam- jyada, karam, rangon aadhi ke adhar par aaklan deara aaklan karna.

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  81. 1 प्रिंट रिच वातावरण का निर्माण
    2 पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण
    3 पुस्तक के साथ पढ़ने का अभ्यास
    4 शब्द एवम वाक्य का सही इस्तेमाल
    5 विराम चिन्हों का प्रयोग
    6 घर के सदस्यों के बारे में परिचय प्राप्त करना और उस
    ध्वनि से अन्य शब्दों की जानकारी प्राप्त करना
    7 जोड़-तोड़ जैसी गतिविधि आधारित कार्य
    8 बच्चों का समूह में भागीदारी
    9 समूह कार्य का अवलोकन
    10वर्णबोध का अभ्यास

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  82. कक्षा और कक्षा के बाहर बच्चों के अधिगम आधारित गतिविधियों का अवलोकन करेंगे।यह बच्चा,उनके समूह या एक पूरा समूह के साथ हो सकता है।उनके कार्य और सीखने के क्रम में विशिष्ट अवलोकन का डायरी लेखन करेंगे।
    बच्चों के कार्य के नमूने को व्यवस्थित करते हुए दस्तावेजीकरण करेंगे ताकि फोर्टफ़ोलियो तैयार हो सके।
    दक्षता और सीखने के प्रतिफल के मूल्यांकन हेतु एक मूल्यांकन पैमाना अर्थात रुब्रिक्स को उपयोग में लाएंगे ताकि हर बच्चा का स्तर का पता चल पाई के वह प्रारम्भ,प्रगति की ओर,प्रवीणता हांसिल करने की अवस्था और उन्नत अवस्था में से किस को प्राप्त कर चुका है।

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  83. कक्षा खेल के साथ मैदानी खेल. गतिविधि आधारित कार्य करना. घर की सामग्री का नाम तथा उनके ध्वनी पहचानना.घर के सदस्यों के नाम तथा उनके ध्वनी पहचानना. घर की बस्तु तथा उनके मात्रा जानना।

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  84. कक्षा के साथ एवम कक्षा के बाहर कई मैदानी गतिविधियों के द्वारा। सामुहिक भागीदारी द्वारा आदि।

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  85. बच्चों का आकलन अवलोकन सभी स्थानों पर किया जा सकता है जैसे कि खेल के मैदान में ' वर्ग कक्ष में, पुस्तकालय में आदि

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  86. Bhasha saksharta aur sankhya Gyan ke liye ye vibhinn aakalan karya niti ki apni samajh per aadharit mukhya karaoke ki Suchi nimn vut hai.
    1. Bacchon ke Parichay (samvad) rang ,Aakar, aadi Ka awlokan karna.
    2. Pustakon ke cover pahchana Akshar baye se deye padhna, pustak
    ko theek se pakdana aadi.
    3. Apne aas paas ki vastuon ko ginana ,chhote bade Aakar pahchana,

    bada Chhota Mota patla mein antar kar pana.

    Manju Kumari
    UPG PS PURANA SALDIH BASTI, Adityapur
    Gamharia, saraikela kharsawan.

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  87. Bhasha, shaksharta aur sankhya gyan ke liye vibhinn aaklan karya niti ki apni samajh par aadharit mukhya karyon ki suchi nimnvat hai:- 1)bachchon ke parichay, samvad, rang, akshar, shabd, wakya, pathan aadi ka awlokan karna. 2)pustakon ke cover pahchanna, bayen dayen padna, uper se niche padna, dhwani jagrukta aadi. 3)apne se aspas ki vastuon ko dekhna, pahchanna, ginna,chhote,akshar,bade akshar ko pahchana,bada,chhta,mota patla men antar kar pana,4)sambandhiyon ke nam janna aur unke shuru ya ant ke akshar pahchanna aadi.

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  88. आकलन की रूप रेखा इस प्रकार हो-
    1) घरेलू वस्तुओं को जानना एवं पहचानना|
    2) आस पास के वस्तुओं को जानना एवं पहचानना|
    3) मात्रा का ज्ञान कराना|

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  89. के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    09)गतिविधि आधारित कार्य,
    10)खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य आदि बहुत-बहुत धन्यवाद

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  90. बच्चों का आकलन अवलोकन सभी स्थानों पर किया जा सकता है जैसे कि खेल के मैदान में, कक्षा में, पुस्तकालय में आदि ।

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  91. भाषा साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के लिए आकलन की कार्य नीतियां इस प्रकार है बच्चों को विषयों से संबंधित कार्य देकर गृह कार्य देकर तथा समूह में लेखन के द्वारा तथा पठन के द्वारा हम आकलन कर सकते हैं विभिन्न प्रकार के गतिविधि आयोजित कर अवलोकन कर सकते हैं तथा आकलन कर सकते हैं बच्चों के व्यवहार के द्वारा आकलन कर सकते हैं

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  92. भाषा,साक्षरता और संख्याग्ज्ञान के लिए विभिन्न आकलन, कार्य नीतियों की सूची निम्न है। खेलते समय वस्तुओ को गिनना,कहानी सुनकर प्रश्न पूछना।किताब के printo पर बाई से दाई ओर हाथ फेरना। सही से पन्ना पलटना आदि।

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  93. 1 बच्चों को खेल खेल में शिक्षा देने का प्रयास किया जाएगा। जैसे बच्चे जब लूडो खेल रहे हो तो उनमें संख्या ज्ञान है कि नहीं अवलोकन करेंगे।
    2 बच्चों से उनके परिवार के लोगों के नाम पूछेंगे तथा नाम के प्रारंभ और अंत में आने वाले अक्षरों से मिलते जुलते ध्वनि वाले शब्द बोलने कहेंगे।
    3 प्रिंट रेट वातावरण तैयार करने का प्रयास करेंगे।
    4 बच्चे जब दोस्तों के साथ खेलते हैं तब उनके व्यवहार का अवलोकन करेंगे।
    5 पुस्तकों के रखरखाव एवं पढ़ने के तरीके का अवलोकन करेंगे।

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  94. भाषा साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्य नीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्न वत है जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति मैं आगे करवाना चाहेंगे हम यहां अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं_१. मुद्रण और अंकों का प्रदर्शन, गणित पठन लेखन क्षेत्र का निर्माण। २. पूरे समूह कार्य का अवलोकन। ३. बच्चों के समूह में भागीदारी। ४. प्रत्येक बच्चे पर खास नजर। ५. पुस्तकों के पढ़ाई लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि। ६. वर्णबोध का अभ्यास।७. शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल। ८. विराम चिन्ह का प्रयोग। इन क्रिया कलापों के द्वारा हम आगे की तैयारी कर सकते हैं।



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  95. भाषा साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्य नीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नलिखित है जो हम अपने बच्चों के साथ आश्रम पद्धति में आगे करवाना चाहूंगी मैं यहां अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रही हूं
    1. मुद्रण आने की प्रिंट 4 अंकों का प्रदर्शन, गणित पठान लेखन क्षेत्र का निर्माण
    2, समूह के कार्य का अवलोकन
    3, बच्चों का समूह में भागीदारी
    4, प्रत्येक बच्चा पर एक नजर की वो क्या और कैसे कर रहा है
    5, पुस्तकों की मुद्रण आगे पीछे सही ढंग से देखना
    6, मुद्रण में उंगली रखना बाएं से दाएं जाना
    7, चिन्हों का प्रयोग जैसे अल्पविराम,।
    8 खेल गतिविधि आधारित कार्य जैसे जोड़ तोड़ खिलौनों आदि
    धन्यवाद
    चंचला रानी
    उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय जमुनियाटांड़(पचड़ा)
    प्रखंड-केरेडारी
    जिला-हजारीबाग

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  96. नये तथा पुराने सिक्को की पहचान, सम्बन्धियो का सम्बन्ध पहचान, खेलो मे अभिरूचि, ज्यामितीय आकारो को पहचानना,संगीत एवं कला मे अभिरुचि इत्यादि।

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  97. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)विराम चिन्हों का प्रयोग । इन क्रियाकलापों के द्वारा हम आगे की तैयारी कर सकते हैं।

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  98. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग । इन क्रियाकलापों के द्वारा हम आगे की तैयारी कर सकते हैं।
    ANIL KUMAR SINGH
    AMS RANCHI ROAD

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  99. भाषा साक्षरता एवं संख्याज्ञान के लिए कहानी की पुस्तकों का अवलोकन के माध्यम से अगला, पिछला पेज किसी पाठ का शीर्षक एक पाठ में कुल्किताने पेज हैं जैसे प्रश्न खेल आदि के माध्यम से इनके कौशलों की प्रगति का अवलोकन किया जा सकता है |

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  100. 1-bachcho ko unki bhasha me padhate huye unko dusari bhasha ko padhane ka Prakash karenge2-bachcho ko reading karane ka prayash karenge

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  101. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    09)गतिविधि आधारित कार्य,
    10)खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य आदि बहुत

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  102. Bachcho se hindi akshar ke puzzal game khelna,kisi chitra ko dikhakar us chitra ke nam ka suruati akshar ko batana,antim akshar ko unse puchhna,bibhinna akshro se suru hone wale apne dosto ka nam kramabadha(hindi barnawala ke anusar)rup se likhna bhasha aaklan ke lie kia ja sakta hai.Sankhagyan ke lie hum sankhayo se sambandhit game karwa sakte hai,chitra dikhakar puchh sakte hai kitne bastu hai,apne priya mitro ki sankhya likne ke lie de sakte hai ityadi.

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  103. SUBHADRA KUMARI
    RAJKIYAKRIT M S NARAYANPUR
    NAWADIH BOKARO
    भाषा साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए बच्चों का आकलन निम्नलिखित सामग्रियों के अवलोकन के माध्यम से करुंगी।
    जैसे कंकड़,पत्ता,या कोई भी आसानी से उपलब्ध सामग्रीयों से बच्चों को समूह में गतिविधियां कराकर उसे संबंधित अवलोकन प्राप्त करने का प्रयास करुंगी। जैसे-कंकड़ो को बड़ा से छोटा के हिसाब से सजाएं,पत्तो से कोई चित्र बनाइए, पैटर्न बनाइए आदि‌।
    धन्यवाद

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  104. भाषा, साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है जो इस प्रकार है---
    1सामुहिक कार्य।
    2पुस्तकों को कैसे खोलते हैं।
    3पुस्तक के मुख्य पृष्ठ की पहचान।
    4कक्ष की भीतर और बाहर की वस्तुओं की पहचान।
    5बडा और छोटा की पहचान।
    6परिवार में कितने पुरुष और कितनी महिलाएं हैं,की पहचान।
    अनिल तिवारी
    सहायक शिक्षक
    रा म विद्यालय दुलदुलवा
    मेराल, गढवा, झारखंड।

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  105. बुनियादी अवस्था में बच्चों का आकलन - अवलोकन के द्वारा,खेलों के माध्यम से तथा विभिन्न प्रकार के गतिविधियों के तहत अनौपचारिक तरीके से कर सकते है।इस प्रकार के आकलन से बच्चों को पता भी नहीं चलेगा कि उसका आकलन हो रहा है। जैसे -कहानी ,कविता, बालगीत आदि से संबंधित उनके रुचि के अनुसार वार्त्तालाप के माध्यम से बच्चों का आकलन कर सकते है।
    Jay parkash Singh ups hraiya

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  106. कक्षा खेल के अलावा मैदानी खेल,घर पर उपलब्ध सामग्रियों के नाम बच्चों से पूछना उनसे लिखवाना उन में कौन-कौन सी ध्वनि आती है । उसके बारे में बातचीत करना.घर के सदस्यों के बारे में परिचय प्राप्त करना और उस ध्वनि से अन्य शब्दों की जानकारी प्राप्त करना । घर में कौन-कौन सी वस्तुएं कितनी मात्रा में उपलब्ध है।

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  107. बच्चों के आकलन पद्धति में उपयोग करने वाली कार्यनीतियां निम्न प्रकार हैं: 1.बच्चों की आवश्यकताओं,रुचियों और दक्षताओं के आधार पर साप्ताहिक कार्ययोजना तैयार करना।2.कक्षा में प्रिंट समृद्ध वातावरण बनाना। 3. बच्चों के व्यवहार एवम गतिविधियों का सूक्ष्म और सतत अवलोकन। 4.वर्णों की ध्वनि जोड़ने, वस्तुओं की मात्रा ,अधूरी कहानी बताकर अनुमान लगवाना, चित्र दिखाकर वस्तुओं का नाम पूछना,कहानी चित्र दिखाकर कहानी बनाने के लिए प्रोत्साहित करना,गीत कविता आदि गाकर शब्दों का अर्थ समझाना,दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं का नाम पूछकर उनके उच्चारण बताना और उनसे मिलते जुलते शब्द की खोज करना आदि गतिविधियों को शामिल करना। 5.बच्चों की उपलब्धियों को नियमित रूप से डायरी, पोर्टफोलियो में संधारित करना साथ ही इनका अध्ययन कर उनके लिए आगे क्या करना है की योजना तैयार करना।

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  108. भाषा साक्षरता और संरक्षा ज्ञान का आकलन करते समय यह ध्यान रखना होगा कि बच्चे अपने किताब पर लिखा गया वर्ण, शब्द , वाक्य आदि सही सही पढ़,लिख और बोल पाने में सक्षम हैं कि नहीं। साथ साथ ये भी देखना होगा कि आसपास के सामग्रियों को सहजता से गिनती करने में सक्षम हैं । साथियों से खेल खेल में बोले जाने वाले शब्द सही बोल रहे कि नहीं।

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  109. साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए विभिन्न आकलैंड कार्य नीतियों की अपनी समझ पर मुख्य कार्यों की सूची निम्न वत है जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे हम यहां अपना विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं मुद्रण और अंकों का प्रदर्शन गणित पठान लेखन क्षेत्र का निर्माण , समूह कार्य का अवलोकन, बच्च का समूह में भागीदारी ,प्रत्येक बच्चे पर खास नजर , शब्द एवं वाक्य का सही इस्तेमाल , विराम चिन्ह का प्रयोग, गतिविधि आधारित कार्य !

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  110. Pustakon se jurao, pustakon ko sambhalna, dishatmakta, pathan,warn bodh,wakya sanrachna, viram chinh etc.ke madhyam se tayari kar sakte hain.

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  111. आकलन कार्य नीतियों के अंतर्गत निम्न कार्य को जैसे बच्चों की अवलोकन टिप्पणी डायरी बनाना,जांच सूची,रुब्रिक्स,पोर्टफोलियो के द्वारा आकलन को बेहतर करना चाहेंगे।

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  112. विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों में हम अपने बच्चों के साथ निम्न गतिविधियां कर सकते हैं :-
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पठन एवं रखरखाव का गतिविधि

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  113. भाषा साक्षरता एवं संख्याज्ञान के आकलन हेतु निम्नलिखित कार्य किया जाना चाहिये-
    1 कक्षा खेल तथा मैदानी खेल ।
    2 घर पर उपलब्ध वस्तुओं का नाम पूछना और उनमें कौन सी ध्वनि आती है यह पूछना।
    3 घर के सदस्यों के विषय में बात करना तथा उस ध्वनि से अन्य कौन सा शब्द हो सकता है यह पूछना।
    4 घर में कौन सी वस कितनी मात्रा में हैं इसके वाले में बातचीत करना।

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  114. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्य नीतियों की सूची - बच्चो को खेल - खेल में संख्या का बोध कराना, उंगिलियो से संबंधित सवाल करना, पाठों का अध्ययन उच्चारण के साथ करना इत्यादि।

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  115. Chhatron se us k dosto k bare me puchhna. Jab wah Bata raha ho us k shabdo k uccharan par awalokan Karna. Khelne k samay uski gatividhi par dhyan dena.vidyalaya k Andar Samano se parichay Karwa Kar.

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  116. भाषा साक्षरता स्व संएया ज्ञान केसंबंध में बच्चों के संख्या ज्ञान के संबंघ में बच्चो का आकलन कुछ खेह के माध्यम जैसे कैरम लुडो खेल के साध उनका आकलन किया जा सकटा है।

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  117. 1. बच्चों के साथ दोस्ती करना। 2. गतिविधियों का सूक्ष्म अवलोकन करना। 3. उनकी कार्यक्षमता के अनुसार कार्ययोजना तैयार करना। 4.प्रिंट रिच वातावरण तैयार करना। 5. खेल खेल में शिक्षा। 6. बच्चों के साथ उनकी मातृभाषा में बातचीत करना। 7. अन्य रोचक बातें करना।

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  118. Bhasha saksharta aur sankhya Gyan ke liye

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  119. Bhasha saksharta aur sankhya Gyan ke liye ye Dil aur unki ki apni samajh per aadharit gatividhi ka ka Nirman kis prakar se a ham bacchon ka ka aakraman kar sakte ho pahla mudran aur ankon ka pradarshan dusra Pathan lekhan nibandh kshetra ka ullanghan bacchon ka samuh mein bhagidari chautha pushkom ka rakh rakhav Shabd vakya ka Sahi prayog viram chinh ka prayog satavan aur log ka jod Tod aadi ka gatividhi mein bhag lena thank you

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  120. भाषा साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्य नीतियों की अपनी समझ पर आधारित गतिविधि का निम्नांकित प्रकार से हम बच्चों का आकलन कर सकते हैं पहला मुद्रा 9 रंगों का प्रदर्शन दूसरा पठन लेखन एवं निर्माण क्षेत्र का अवलोकन तीसरा बच्चों का समूह में भागीदारी चौथा पुस्तक का रखरखाव पांचवा 1 शब्द और वाक्य का सही प्रयोग छठा विराम चिन्हों का सही प्रयोग सातवां अवलोकन जोड़-तोड़ आदि का गतिविधि में भाग लेना धन्यवाद

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  121. बच्चों का आकलन 360० को ध्यान में रखते हुए किया जाना उचित होगा इससे हम उनके सर्वागीण विकास को परिलक्षित कर पाऐंगे तथा उनका विकास क्रमवार निश्चित होगा |

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  122. Jitendra Kumar Singh
    +2 upg high school Deokuli Ichak,H.Bag, Jharkhand
    भाषा, साक्षरता,संख्याज्ञान कौशलों के लिए अवलोकन की शक्ति अनुप्रयोग निम्न प्रकार किया जा सकता है
    1 बच्चों में मुद्रण एवम लेखन कौशल का विकास करना
    2 सामुहिक गतिविधियों प्रत्येक बच्चे की गतिविधि को प्रोत्साहित करना
    3 बच्चों की प्रगति से अभिभावकों को औगत करना
    4खेल खेल में भाषा एवम सख्यज्ञान कौशल का विकास करना

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  123. परिवार के सदस्यों, दोस्तों के साथ बातचीत के दौरान, और स्कूल में लूडो कैरम का उपयोग करने के दौरान, बच्चों को उनकी निरंतर गतिविधियों, आसपास की वस्तुओं के बारे में बात करने, ध्वनियों, शब्दों के बारे में बात करने आदि के आधार पर उनकी भाषा साक्षरता और संख्यात्मक कौशल के लिए मूल्यांकन किया जाता है।

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  124. John stephan hansda ums Barmasia Bahasa saksharta sankhagyan kawsalon kavikas karne ke liye awlokan mapan karne ke liye nimnlikhit suchi banaya ja sakta hai jaise ki class me aur maidan me khel khel me kuch aisi gatividhi karwana jisme in sabhi kawsalon ka parakh ho sake karwaya ja sakta hai 2.bachon ki gatividhi ka awlokan karege aur har bache ki kusalta ke astar ko dairy me darj karege eske anusar usme sudhar karwayenge 3.vidyalay ke diwaron darwajo ewam notice board ya bachon ke liye special print corner banayenge 4.bachon ke akshar ewam sankhya gyan ko barane ke liye mokhik drill ya khel khel khel me sikhaya ja sakte hai

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  125. भाषा , साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियो की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नलिखित हैं जो मैं अपने विद्यालय के बच्चों के साथ आकलन पध्दति में आगे करवाना चाहुंगा:-
    (1) बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार करना ।
    (2)बच्चों के साथ उनकी मातृभाषा में बातें करना ।
    (3)उनकी कार्यक्षमता के अनुसार कार्ययोजना तैयार करना ।
    (4)उनके लिए प्रिंट रिच वातावरण बनाना ।
    (5)बच्चों की गतिविधियों का सूक्ष्म अवलोकन करना ।
    (6)खेल-खेल में बच्चों को शैक्षिक वातावरण प्रदान करना ।
    (7)कहानी ,पहेली ,खेल आदि से सम्बंधित बातें करना जो बच्चों के लिए रोचक , प्रेरक और शिक्षाप्रद हों ।


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  126. भाषा साक्षरता और संख्या ज्ञान के आकलन हेतु हमारी समझ पर आधारित कार्यनीतियाँ निम्नलिखित हैं-
    1.खेलकूद, संगीत, नृत्य, भाषण, नाटक आदि मे सहभागिता के आधार पर ग्रेडिंग करना।
    2.प्रींट जागरूकता, ध्वन्यात्मक जागरूकता, कहानियों को नया मोड़ देने की क्षमता, रचनात्मक दृष्टिकोण आदि के आधार पर ग्रेडिंग करना।
    3.समुह गतिविधियों में भागीदारी के आधार पर ग्रेडिंग करना
    इस प्रकार कार्यनीतियों मे बदलाव करते हुए कई तरह से बच्चों का आकलन किया जा सकता है।

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  127. Kaksha khel ke sath maidani khel gatibidhi adharit karja karna,gharki samgri ka nam tatha uske dhawni pahchanna Ghar ke sadaswaon ke nam tatha unke dhawni pahchanna gharki bastu tatha unke matra Janna.

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  128. भाषा, साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए बच्चों से गतिविधि द्वारा मौखिक कविता पाठ, कहानी वाचन व बच्चों से उनकी भाषा में वार्तालाप, श्यामपट्ट कार्य तथा पर्यावरण में मौजूद गिनने योग्य वस्तुओं द्वारा गणितीय आकलन आवश्यक है|

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  129. Bhasha ke aakalan ke liye bacche ki gharelu Bhasha ka vyavhar Karna saksharta kya gal ke liye uske parivarik prishthbhumi ki jankari prapt karna sankhya Gyan kya gal ke liye gharelu vastuon ki Matra ki jankari prapt karna karya nitiyon ke dwara bacchon ka aakalan badhiya shaadi se Kiya ja sakta hai

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  130. बच्चे के परिचित सामान,जानवर,पेड आदि के नाम पूछना।इनके पहली वर्ण से बनने वाले शब्द
    पूछना।घर पर जिन वस्तुओ से बच्चे खेलते है उनके बारे मे बात करना।माता पिता भाई बहन के नाम पूछना आदि।

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  131. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर अवलोकन करने की आवश्यकता है जो इस प्रकार है -
    1सामूहिक कार्य
    2पुस्तकों को कैसे खोलते हैं
    3पुस्तक के मुख्य पृष्ठ की की पहचान
    4कक्ष के अंदर और बाहर की वस्तुओं पहचान
    5बड़ा और छोटा की पहचान
    6परिवार में कितने पुरूष और कितनी महिलाएँ

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  132. भाषा साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए कुछ महत्वपू्र्ण विन्दु जैसे पुस्तको को वे कैसे खोलते है,पुस्तकों के मुख्य पृष्ठों के बारे में क्या सोचते हैं।वे ब्लॉक्स के द्वारा किस तरह संरचना का निर्माण करते है।अपने नाम के प्रथम अक्षर और अंतिम अक्षरों से दूसरे वस्तु या मित्र का नाम बताने के लिए कहते हैं,पैटर्न कैसे बनाते है आदि पर अवलोकन करने की आवश्यकता है।

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  133. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे। हम यहाँ अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे हैं:---
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    09)गतिविधि आधारित कार्य,
    10)खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य

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  134. बच्चों में भाषा साक्षरता और संख्या ज्ञान के आकलन के लिए मैं उनकी खेल गतिविधियों में सक्रियता, सामूहिक कार्यों में भागीदारी, घरेलू उपकरणों के नाम, वर्ण, आकार मात्रा के आधार पर वर्गीकृत कर पाने की समझ का सूक्ष्म प्रेक्षण ही प्रभावी है।

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  135. Bhasha ka akalan bacho ke liye jaruri Hai.

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  136. बच्चों को घर एवं परिवार से जुड़े बातचीत करके उनका उच्चारण एवं भाषा का अवलोकन कर सकते हैं / तथा बच्चों के साथ खेलते हुए उनके भाषा तथा गतिविधि का ध्यान देकर एवं उसके जुड़े परिवेश के वस्तुओं के नाम एवं उनके बारे पूछकरा

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  137. भाषा, साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनितियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत है जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेगें। हम यहां अपने विचार साझा करने का प्रयास कर रहे है _1 मुद्रण और अंको का प्रदर्शन, गणित पठन_लेखन क्षेत्र का निर्माण 2 पूरे समुह कार्य का अवलोकन 3 बच्चों का समूह में भागीदारी 4 प्रत्येक बच्चा पर खास नजर 5 पुस्तकों के पढ़ाई लिखाई एवम रख रखाव का गतिविधि 6वर्ण बोध का अभ्यास 7 शब्द एवम वाक्य प्रयोग का सही इस्तेमाल 8 विराम चिन्हों का प्रयोग 9गतिविधि आधारित कार्य 10 खेल,अवलोकन, जोड़ तोड़ आदि कार्य, आदि आदि तारकेश्वर राणा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामु करमा, रामपुर, चौपारण, हजारीबाग

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  138. Mudran aiwam Aanka ka pradarshan, Bachchon ka samuh main bhagidari, pure samuh Karya ka aawlokan, Shabd aiwam vakya prayog ka Sahi eestemal, Gatividhi aadharit Karya, Khel aawlokan etc

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  139. परिवेश से संबंधित हों। इस प्रकार के टूल से हम बच्चों की उपलब्धियों का भली-भांति निरीक्षण कर सकते हैं

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  140. छोटे बच्चों के आकलन संबंधित निम्न विचारों के माध्यम से हम उसका आकलन कर सकते हैं खेल के दौरान बच्चों की गतिविधि मैं उनकी रूचि घर परिवार के सदस्यों के बारे में पूछ कर नाम संबंध आदि के माध्यम से ध्वनि को पहचानना उच्चारण खेल खेल के दौरान संख्या बोध छोटे और बड़े वस्तुओं की पहचान लंबा गोल मोटा पतला हल्का भारी आदि की समझ के माध्यम से हम उसका आकलन कर सकते हैं

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  141. बच्चों को आकलन करने के लिए घर के सदस्यों के बीच में आपसी संबाद,समूह मे खेल गतिविधि,परिवेश के वस्तुओं का उपयोग संख्या ज्ञान मे करते है।

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  142. बच्चों की भाषा के आकलन के लिए साक्षात्कार विधि उपयुक्त होगी जिसके तहत सामान्य बातचीत के रूप में उनकी भाषा के संबंधी जानकारी को आकलित किया जा सकता है।
    साक्षरता के अंदर की जांच के लिए बच्चों बच्चों का आकलन प्ले कार्ड के माध्यम से किया जा सकता है। यह बच्चों को खेलने सलग करके भी किया जा सकता है। जैसे जो बच्चा तेजी से बताए हुए कार्ड को चुनना, बोलेंगे अक्षर शब्द या वाक्य को प्ले कार्ड में से चुना आदि।
    इसी प्रकार संख्या ज्ञान के संदर्भ में आकलन चित्र में दी गई वस्तुओं की संख्या बताना ,बताएगी संख्या के बराबर किसी वस्तु को चुनना या फिर विशिष्ट खेल विधि के द्वारा बच्चों का आकलन किया जा सकता है।
    वस्तुतः बच्चों के आकलन के लिए विविध तरीकों को अपनाना एवं उनके आकलन में रोचकता बनाए रखना अति आवश्यक है। तभी आकलन अपने उद्देश्य में सफल हो लगेगा। साथी एक साथ भी भाषा साक्षरता एवं गणित का आकलन तय की गई विशिष्ट गतिविधि के द्वारा भी किया जा सकता है।

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  143. 1.बच्चों के झिझक को दूर करना।
    2.उनकी गतिविधियों का सूक्ष्म अवलोकन।
    3.उनकी क्षमता के अनुसार कार्ययोजना तैयार करना।
    4.Print-rich वातावरण तैयार करना।
    5.खेल खेल में शिक्षा।
    6. बच्चों से उनकी मातृभाषा में बातचीत करना।
    और भी अन्य गतिविधियों का संचालन जिससे अधिगम रोचक हो जाए एवं बच्चे आनंद पूर्वक पढ़ाई लिखाई कर सकें।भाषा साक्षरता एवं संख्याज्ञान के संबंध में बच्चों का आकलन उनकी सतत गतिविधियों के माध्यम से, आसपास मौजूद वस्तुओं के संबंध में बातचीत कर, उनके घर के सदस्यों आदि के संबंध में बातचीत के क्रम में शब्दों, ध्वनियों आदि से संबंधित बातचीत तथा विद्यालय में लूडो कैरम आदि खेलने के दौरान आकलन किया जा सकता है।

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  144. भाषा-साक्षरता और संख्या-ज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्य-नीतियां जिन्हें मैं अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे,अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्न वत है :
    भाषा के लिए---
    १) बच्चों की मातृ-भाषा में अनौपचारिक बातचीत।
    २) उनकी भाषा में शब्द भंडार की जांच।
    ३) आदेश और भाषा।
    ४) वस्तु और भाषा।
    ५) दृश्य और भाषा।
    ६) चित्र और भाषा।
    ७) स्थिति और भाषा की जांच (आकलन)।
    ८) कहानी वाचन।
    ९) साथियों से कक्षा की भाषा में संवाद, आदि।
    साक्षरता के लिए---
    १) विभिन्न रेखा खंडों स्ट्रोक (ऑडी ,पड़ी ,खड़ी ,तिरछी ,गोल ,अर्ध -गोल)के अंकन।
    २) अक्षर अंकन।
    ३) फूल, पत्ते ,कंकड़ ,बीज आदि से अक्षर/शब्दों का निर्माण, कागज/जमीन पर,मिट्टी या बालू में तथा हवा में अक्षर एवं शब्दों को लिखना।
    ४) अंकन द्वारा भाव व्यक्त।
    ५) चित्रांकन।
    ६) वस्तुओं को देखकर प्रारंभिक अक्षर को बताना, जैसे-किताब ---क, कलम--- क, कमल--- क।
    ७) चित्र देखकर अक्षर कार्ड लाना।
    ८) अक्षर गतिविधि से शब्द निर्माण।
    ९) शब्द गतिविधि से वाक्य निर्माण।
    १०) चित्र शब्द निर्माण करना।
    ११) खेल गतिविधि से अंदाजा लगा कर शब्दों का पता करना,जैसे-किसी साथी के पीठ पर एक शब्द है और पूछताछ से उसका पता करना।
    १२) खेल गतिविधि से पीठ पर अक्षर/शब्द लिखकर पता करवाना।
    १३) कविता पाठ तथा भाव को बताना।
    १४) कहानी पाठ/वाचन तथा विचारों की अभिव्यक्ति।
    संख्या ज्ञान के लिए---
    १) गिनती करना एवं क्रम से बोलना।
    २) वस्तुओं को यथासंभव क्रम के साथ संख्यक को बढ़ाकर रखना चित्रित करना। जैसे--
    ० ०० ००० ०००० ००००० -----
    ३) संख्यांक चित्र मिलान।
    ४) 2-2 से आगे बढ़ा कर संख्या को बोलना /लिखना/सजाना और इसी तरह 3-3, 4-4,5- 5 आदि को लिखना।
    ५) विभिन्न संख्यक वस्तुओं के दो या अधिक समूहों को मिलाकर पता करना /बोलना तथा लिखना।
    ६) समूह से कुछ संख्यक निकालकर बची संख्या का पता करना एवं लिखना।
    ७) एक निर्दिष्ट संख्यांक समूह से सम संख्यक का पुनः पुनः निकालकर अंतिम तक का पता करना एवं विचार देना (नतीजा पर पहुंचना) |
    ८) कम संख्यक और अधि- संख्यक का अंदाजा लगाना तथा पता करना।
    ९) 10-10 का बंडल से खेलना एवं संख्या से संपर्क करना (गतिविधि) |
    १०) कदम गिन कर दूरी देखना और पुनः दूरी देखकर कदम का पता करना।
    ११) हल्का और भारी का एहसास करना।

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  145. We will be interested to know what they think about some things which we provide in the classroom, also how they arrange them,are they able to do it or not etc.Also they are able to answer the easy questions, able to sing or dance or do additional activities, etc.

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  146. छात्रों से उसके दोस्तों के बारे में पूछना जब वह बता रहा हो उसके शब्दों के उच्चारण पर अवलोकन करना खेलने के समय उनकी गतिविधि पर ध्यान देना विद्यालय के अंदर सामानों से परिचय करवा कर।

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  147. 1.भाषा साक्षरता एवं संख्याज्ञान के संबंध में बच्चों का आकलन उनकी सतत गतिविधियों के माध्यम से, आसपास मौजूद वस्तुओं के संबंध में बातचीत कर, उनके घर के सदस्यों आदि के संबंध में बातचीत के क्रम में शब्दों, ध्वनियों आदि से संबंधित बातचीत तथा विद्यालय में लूडो कैरम आदि खेलने के दौरान आकलन किया जा सकता है।
    2.कक्षा खेल के अलावा मैदानी खेल,घर पर उपलब्ध सामग्रियों के नाम बच्चों से पूछना उनसे लिखवाना उन में कौन-कौन सी ध्वनि आती है । उसके बारे में बातचीत करना.घर के सदस्यों के बारे में परिचय प्राप्त करना और उस ध्वनि से अन्य शब्दों की जानकारी प्राप्त करना । घर में कौन-कौन सी वस्तुएं कितनी मात्रा में उपलब्ध है।

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  148. For assessment of FLN Skills, several activities can be recommended such as indoor and outdoor activities, group activities,group discussions, playing with building blocks and toys,rearrangement of scattered objects,solving puzzles and asking questions related to common intelligence.

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  149. Bachhon ko khilone kahani aur khel ke madhyam sebachhon ko padhane ke kram men pratidin awalokan karunga.

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  150. =घर में उपयोग होने वाली चीजों की मात्रा से
    जैसे दूध कितना आता है, चावल कितने किलोग्राम बनता है इत्यादि।
    =खेल खेल में वर्णों की जानकारी
    =ध्वनि संबंधित खेल
    =कक्षा कक्ष के साथ साथ मैदानी खेल भी
    =प्रिंट रिच वातावरण मुहैया कराने के लिए अभिभावकों को प्रोत्साहित करना ताकि कुछ वे घर में भी सीख सके।

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  151. भाषा,साक्षरता एवं सख्यांज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यो की सूची निम्नवत है-प्रत्येक बच्चो पर खास नजर, बच्चो का समूह में भागीदारी, पूरे समूह कार्य का अवलोकन,पुस्तकों को कैसे खोलते हैं, कैसे पन्ना को पलटते है एवं पढ़ने के तरीके का अवलोकन, कक्षा के अंदर और बाहर की वस्तुओ की पहचान ,बड़ा और छोटा की पहचान,रगों की पहचान,उनके नाम के पहले अक्षर से दूसरे कुछ फल-फूल का नाम बताना, ब्लॉक्स बिल्डिंग का कार्य कैसे करते है आदि पर अवलोकन करने की आवश्यकता है।

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  152. बच्चों को अपने अपने घर से सामान मंगवाना एवं वर्ग में उनके नाम का पहला अक्षर पूछना और लिखवाना, उन्हें घर से लाये समानों के बारे में बोलने के लिए प्रेरित करना, बच्चों की बोली उनकी भाषा ज्ञान का, लेखन , पुस्तक पढ़ना, पुस्तक के साथ व्यवहार उनकी साक्षरता का स्तर जानने में उपयोग किया जा सकता हैं. वर्ग में उपस्थित छात्रों से उसके पुस्तककी गिनती, रंग की पहचान, आकार का ज्ञान, स्थिति की पहचान कराना. ये बच्चों के प्रारंभिक आकलन में अहम् भूमिका रखते हैं. आचार्य राजेंद्र प्रसाद, प्रभारी प्रधानाध्यापक, उत्क्रमित मध्य विद्यालय ऊपरलोटो, लातेहार (उत्तरी ), लातेहार.

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  153. वस्तुओं के नामो को पुछना मात्रा और वर्ण का ज्ञान कराना बच्चों के झिझक को दूर कराना खेल खेल में शिक्षा देना|

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  154. 1- ब bacchon ke sath Bi Hai Jaate Samay poochenge kaise hain kya khaya Kitna Khaye Gaon Se kitne Vidyarthi School Jaate Hain Aaj kitne bacche a a rahe hain
    2- Sadak ke kinare ped kyo jaruri hai
    3- Vidyalay ki saaf Safai ke sath sath Garden ki dekh rekh karna Pani dena barabar barabar Matra Mein Pani dena Garden Ko Sajana Hyatt Preet vargakar Aakar ka Shiv dena barabar
    3- for the prayer conduct drill count as 12341234 12345678 87654321

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  155. भाषा, साक्षरता एवं संख्याज्ञान के आकलन से संबंधित निम्न कार्य किए जा सकते हैं:-
    1. बच्चों के आकलन हेतु विभिन्न रोचक गतिविधियों का आयोजन।
    2. बच्चों अभिव्यक्तियों, मनोभावों, संकेतों तथा अन्य
    व्यवहारों का आकलन।
    3. आकलन उपरान्त डायरी लेखन।
    4. पोर्टफोलियो निर्माण।
    5. रूबरिक आकलन।
    रैटिंग स्केल का निर्माण।
    6. जाँच और प्रगति शीट निर्माण।
    7. अभिभावकों तथा अन्य शिक्षकों से बच्चों की प्रगति पर
    चर्चा एवं योजना निर्माण।

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  156. For FLN assessment of children we do 360 degrees observation, each children portfolio creation,rating scale,rubric,observations of every child activity, use of symbols in writing and reading correctly.

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  157. 1 FLN के लिए बच्चों का मूल्यांकन पोर्टफोलियो, रेटिंग स्केल, रूब्रिक, अवलोकन इत्यादि के द्वारा करेंगे।

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  158. बच्चों के आकलन पद्धति में उपयोग करने वाली कार्यनीतियां निम्न प्रकार हैं: 1.बच्चों की आवश्यकताओं,रुचियों और दक्षताओं के आधार पर साप्ताहिक कार्ययोजना तैयार करना।2.कक्षा में प्रिंट समृद्ध वातावरण बनाना। 3. बच्चों के व्यवहार एवम गतिविधियों का सूक्ष्म और सतत अवलोकन। 4.वर्णों की ध्वनि जोड़ने, वस्तुओं की मात्रा ,अधूरी कहानी बताकर अनुमान लगवाना, चित्र दिखाकर वस्तुओं का नाम पूछना,कहानी चित्र दिखाकर कहानी बनाने के लिए प्रोत्साहित करना,गीत कविता आदि गाकर शब्दों का अर्थ समझाना,दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं का नाम पूछकर उनके उच्चारण बताना और उनसे मिलते जुलते शब्द की खोज करना आदि गतिविधियों को शामिल करना। 5.बच्चों की उपलब्धियों को नियमित रूप से डायरी, पोर्टफोलियो में संधारित करना साथ ही इनका अध्ययन कर उनके लिए आगे क्या करना है की योजना तैयार करना।
    रणजीत यादव,
    उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय जिरहुलिया, सी.आर.सी- म.वि.बांका, प्रखंड- हंटरगंज, जिला- चतरा, झारखण्ड।

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  159. Jo v books unko mile reading karayenge,jahan v jayen kuch na kuch btate rahen, garden me hon To trees count krayen.

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  160. भाषा, साक्षरता और संख्याज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नवत हैं जो हम अपने बच्चों के साथ आकलन पद्धति में आगे करवाना चाहेंगे।
    01)मुद्रण और अंको का प्रदर्शन,गणित पठन-लेखन क्षेत्र का निर्माण,
    02)पूरे समूह कार्य का अवलोकन,
    03)बच्चों का समूह में भागीदारी,
    04)प्रत्येक बच्चा पर खास नजर,
    05)पुस्तकों के पढ़ाई-लिखाई एवं रखरखाव का गतिविधि,
    06) वर्ण बोध का अभ्यास,
    07)शब्द एवं वाक्य प्रत्येक का सही इस्तेमाल,
    08)विराम चिन्हों का प्रयोग,
    09)गतिविधि आधारित कार्य,
    10)खेल,अवलोकन,जोड़-तोड़ आदि का कार्य आदि

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  161. भाषा , साक्षरता एवं संख्याज्ञान हेतु तरह-तरह के आकलन कार्यनीतियो की अपना समझ पर आधारित कायों की सूची इस प्रकार साझा किया जा सकता है - 1. पूरे समूह कार्य का अवलोकन, 2. मुद्रण , अंको का प्रर्दशन आदि निर्माण , 3. बच्चों के समूह मे भागीदारी , 4. वर्ण शोध का अभ्यास , 5. गतिविधि आधारित , 6. खेल, अवलोकन , जोड़-तोड़ का कार्य .

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  162. 1.कक्षा खेल के अलावा मैदानी खेल
    2.घर पर उपलब्ध सामग्रियों के नाम बच्चों से पूछना उनसे लिखवाना उन में कौन-कौन सी ध्वनि आती है ।उसके बारे में बातचीत करना
    3.घर के सदस्यों के बारे में परिचय प्राप्त करना और उस ध्वनि से अन्य शब्दों की जानकारी प्राप्त करना ।
    4.घर में कौन-कौन सी वस्तुएं कितनी मात्रा में उपलब्ध है।
    SONAMONI SOREN
    PS BERAHATU
    GHATSILA
    JHSRKHAND

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  163. Unki matribhasha ko aage badhayenge.khel Khel me siksha denge.
    Aapke kitne friends hain es tarah k sawal puchenge

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  164. Vastuon ke naamon ko puchhna, matra aur varn ka gyan karana, bachchon ke jhijhak ko door karana, khel-khel men shiksha dena.

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  165. Basha, shakcharta aur sankhya gyaan ke liye vibhin vargwaar adhigam nirdhaarit ki gyi hai. Vargwaar nirdharit basha shakcharta aur shankya gyaan ke adhigam ko prapt karana aakalan ki lakshya jaise pehli kaksha basha aur sakcharta gyaan varnmala ki gyaan,matra ki gyaan, shabd gyaan aur vakya gyaan nirdharit hai.Issi tarah shankya gyaan jaise ek se no tak ki sankya ka gyaan. Dahai Ki gyaan aur sekre ke gyaan nihit hai.

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  166. भाषा साक्षरता संख्या ज्ञान के लिए विभिन्न आकलन कार्यनीतियों की अपनी समझ पर आधारित मुख्य कार्यों की सूची निम्नलिखित है
    (1) मुद्रण एवं अंको से पूर्ण वातावरण तैयार करना
    (2) हर एक बच्चे पर नजर रखना
    (3) बच्चे की समूह में भागीदारी की स्थिति
    (4) बच्चे द्वारा अपने सामानों के रखरखाव की गतिविधि
    (5) वर्णों का बोध
    (6) वर्ण एवं शब्दों में अंतर का बोध
    (7) शब्द एवं वाक्य में अंतर का बोध
    (8) विराम चिन्हों का प्रयोग
    (9) बच्चों की प्रगति के आधार पर प्रगतिशील बच्चों को सहयोग करना एवं प्रवीण बच्चों से अन्य बच्चों की प्रगति हेतु सहयोग लेना

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  167. भाषा साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदु जैसे पुस्तकों को वह कैसे खोलते हैं, पुस्तकों के मुख्य पृष्ठ के बारे में क्या सोचते हैं, वह ब्लॉक्स के द्वारा कैसे कुछ निर्माण करते हैं ,उनके परिवार जनों के बारे में उनसे पूछते हैं, उनके नाम के बारे में पूछते हैं तथा नाम के आदि और अंत अक्षरों से दूसरे कुछ वस्तु, मित्र का नाम बताने के लिए कहते हैं ,वह खेल में कैसे कुछ निकालने का कोशिश करते हैं, वह पैटर्न कैसे बनाते हैं आदि पर अवलोकन करने की आवश्यकता है।

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