संख्या संक्रीयाओं पर बच्चे का आकलन करने के लिए, शिक्षक पाठ के अंत में केवल बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ एक प्रश्न पत्र तैयार करता है। एक अन्य शिक्षक संख्या संक्रीयाओं की अवधारणा को छोटी उप-इकाइयों में विभाजित करता है और देखता है कि बच्चा प्रत्येक उप-इकाई के लिए तैयार की गई गतिविधियों के प्रति कैसे प्रतिक्रिया करता है। शिक्षक उस इकाई में किए गए प्रत्येक बच्चे के नमूना कार्य की एक फाइल एक पोर्टफोलियो में रखता है और उसका उपयोग उनके पोर्टफोलियो को देखते हुए रिपोर्ट लिखने के लिए करता है। आप अपनी कक्षा में कौन सी रणनीति अपनाना चाहेंगे और क्यों?
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मैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई रणनीति अपनाना चाहूंगी,क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चे के सीखने का मूल्यांकन अधिक सही परिणाम देगा।
ReplyDeleteएक शिक्षक कई कौशलों का उपयोग करके अपनी शिक्षार्थी का आकलन कर सकता है।
Deleteक्योंकि आकलन सीखने सिखाने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है इसलिए शिक्षार्थी का सीखने की क्रिया पर ही अधिक बल दिया जाना चाहिए ना की याद करने पर ।
संख्या संक्रियाओं का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि का उपयोग करेंगे ।
क्योंकि पोर्टफोलियो में व्यवस्थित तरीके से बच्चों के कार्य के नमूने रखे जाते हैं यह बच्चों के विकास और सीखने के गति का दस्तावेजों का संकलन होता है अतः पोर्टफोलियो का प्रयोग ,आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने के लिए एक उपयोगी रणनीति है। भानु प्रताप मांझी,उ उ वि चिपड़ी, ईचागढ़, सरायकेला-खरसावां, झारखंड
I apply the other teachers assessment work plan who divided a unit into several units according to its characteristics and assessed accordingly. In this way a child's achievement can be assessed properly.
Deleteदूसरी वाली रणनीति सही है।पोर्टफोलियो से बच्चे का आकलन करना अच्छा है न कि केवल कुछ प्रश्न से आकलन करना।
ReplyDeleteDusri wali ranniti sahi hai portpholiyo se bachhe ka aklan karna achha hai na ki kewal kuch prasnna se aklan karna.
Deleteएक शिक्षक कई कौशलों का उपयोग करके अपनी शिक्षार्थी का आकलन कर सकता है।
ReplyDeleteक्योंकि आकलन सीखने सिखाने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है इसलिए शिक्षार्थी का सीखने की क्रिया पर ही अधिक बल दिया जाना चाहिए ना की याद करने पर ।
संख्या संक्रियाओं का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि का उपयोग करेंगे ।
क्योंकि पोर्टफोलियो में व्यवस्थित तरीके से बच्चों के कार्य के नमूने रखे जाते हैं यह बच्चों के विकास और सीखने के गति का दस्तावेजों का संकलन होता है अतः पोर्टफोलियो का प्रयोग ,आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने के लिए एक उपयोगी रणनीति है।
एक शिक्षक कई कौशलों का उपयोग करके अपनी शिक्षार्थी का आकलन कर सकता है।
ReplyDeleteक्योंकि आकलन सीखने सिखाने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है इसलिए शिक्षार्थी का सीखने की क्रिया पर ही अधिक बल दिया जाना चाहिए ना की याद करने पर ।
संख्या संक्रियाओं का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि का उपयोग करेंगे ।
क्योंकि पोर्टफोलियो में व्यवस्थित तरीके से बच्चों के कार्य के नमूने रखे जाते हैं यह बच्चों के विकास और सीखने के गति का दस्तावेजों का संकलन होता है अतः पोर्टफोलियो का प्रयोग ,आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने के लिए एक उपयोगी रणनीति है। भानु प्रताप मांझी,उ उ वि चिपड़ी, ईचागढ़, सरायकेला-खरसावां, झारखंड
मैंने अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई गतिविधि को अपनाएंगे। क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चों के सीखने का मूल्यांकन अधिक सही परिणाम देगा।
ReplyDeleteहम अपनी कक्षा में दुसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई गतिविधि को अपनाएँगे।क्योंकि उस गतिविधि द्वारा बच्चों के सीखने का मूल्यांकन अधिक सही परिणाम देगा।
DeleteDusri ranneeti ko Apnana sahi hai.kyonki is ranneeti ke dwara hum bacche ka samagra mulyankan ker sakenge.
ReplyDeleteDusri ranneeti ko apnana sahi hai. Kyonki is ranneeti ke dwara hum bacche ka samagra mulyankan kar sakenge.
Deleteमैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई रणनीति अपनाना चाहूंगी,क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चे के सीखने का मूल्यांकन अधिक सही परिणाम देगा।
ReplyDeleteG M.S Pancha Premlata devi
मैं अपनी कक्षा मे दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई रणनीति अपनाना चाहूंगी क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चों के सीखने का मूल्याकंन अधिक सही परिणाम देगा ।
ReplyDeleteMai Apni class men dusri shikhk gatibidhi kaisi han usee ko karana chahungi.
ReplyDeleteमैंने अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई गतिविधि को अपनाएंगे। क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चों के सीखने का मूल्यांकन अधिक सही परिणाम देगा
ReplyDeleteदूसरे शिक्षक द्वारा पोर्टफोलियो विधि सर्वाधिक कारगर है।
ReplyDeletePortfolio system will be useful for the children
ReplyDelete
ReplyDeleteएक शिक्षक कई कौशलों का उपयोग करके अपनी शिक्षार्थी का आकलन कर सकता है।
क्योंकि आकलन सीखने सिखाने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है इसलिए शिक्षार्थी का सीखने की क्रिया पर ही अधिक बल दिया जाना चाहिए ना की याद करने पर ।
संख्या संक्रियाओं का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि का उपयोग करेंगे ।
क्योंकि पोर्टफोलियो में व्यवस्थित तरीके से बच्चों के कार्य के नमूने रखे जाते हैं यह बच्चों के विकास और सीखने के गति का दस्तावेजों का संकलन होता है अतः पोर्टफोलियो का प्रयोग ,आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने के लिए एक उपयोगी रणनीति हैः
अपने विद्यालय के बच्चों के बुनियादी संख्यात्मकता की अवधारणा में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है।हालांकि यह एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।हम अपने विद्यालय में आकलन के लिए अवलोकन,रूब्रिक,फोर्टफोलियो,निरीक्षण,प्रश्न बैंक का विकास,दृश्य-श्रव्य उपकरणों का उपयोग,माॅडल आकलन सीखने के प्रतिफलों के आधार पर आदि का करने का प्रयास करते हैं।बहुत-बहुत धन्यवाद।
ReplyDeleteकौशल किशोर राय,
सहायक शिक्षक,
उत्क्रमित उच्च विद्यालय पुनासी,
जसीडीह,देवघर,झारखण्ड।
विद्यालय के बच्चों के बुनियादी संख्यात्मकता की अवधारणा में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है।हालांकि यह एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।हम अपने विद्यालय में आकलन के लिए अवलोकन,रूब्रिक,फोर्टफोलियो,निरीक्षण,प्रश्न बैंक का विकास,दृश्य-श्रव्य उपकरणों का उपयोग,माॅडल आकलन सीखने के प्रतिफलों के आधार पर आदि का करने का प्रयास करते हैं।
ReplyDeleteअपने विद्यालय के बच्चों के बुनियादी संख्यात्मकता की अवधारणा में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है।हालांकि यह एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।हम अपने विद्यालय में आकलन के लिए अवलोकन,रूब्रिक,फोर्टफोलियो,निरीक्षण,प्रश्न बैंक का विकास,दृश्य-श्रव्य उपकरणों का उपयोग,माॅडल आकलन सीखने के प्रतिफलों के आधार पर आदि का करने का प्रयास करते हैं।
ReplyDeleteI apply the other teacher's assessment work plan who divided a unit into several units according to its characteristics and assessed accordingly.
ReplyDeleteIn this way a child's achievement can be assessed properly.
संख्या संक्रियाओं पर बच्चों का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा किए गए आकलन के तरीकों का उपयोग करेंगे ।सीखने की प्रक्रिया सतत होती रहती है, अतः जो सीखना है उसे छोटी-छोटी उप इकाइयों में बाॅटकर गतिविधि कराना या आकलन करना ज्यादा उपयुक्त होगा। इससे गतिविधियों में बच्चों के सहभागिता बढ़ेगी तथा वे किए गए कार्यों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया या फीडबैक भी दे सकेंगे। हम इसके आधार पर बच्चों ने क्या सीखा, कितना सीखा ,उनके सीखने की गति, कठिन बिंदुओं इत्यादि के बारे में सतत जानकारी पाते रहेंगे, जिसे नोट किया जा सकता है अंत में उन सारे किए गए कार्यों /प्रतिक्रियाओं के अवलोकन के आधार पर हम बच्चों का रिपोर्ट कार्ड बना सकते हैं
ReplyDeleteसंख्या संक्रियाओं पर बच्चों का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा किए गए आकलन के तरीकों का उपयोग करेंगे ।सीखने की प्रक्रिया सतत होती रहती है, अतः जो सीखना है उसे छोटी-छोटी उप इकाइयों में बाॅटकर गतिविधि कराना या आकलन करना ज्यादा उपयुक्त होगा। इससे गतिविधियों में बच्चों के सहभागिता बढ़ेगी तथा वे किए गए कार्यों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया या फीडबैक भी दे सकेंगे। हम इसके आधार पर बच्चों ने क्या सीखा, कितना सीखा ,उनके सीखने की गति, कठिन बिंदुओं इत्यादि के बारे में सतत जानकारी पाते रहेंगे, जिसे नोट किया जा सकता है अंत में उन सारे किए गए कार्यों /प्रतिक्रियाओं के अवलोकन के आधार पर हम बच्चों का रिपोर्ट कार्ड बना सकते हैं
DeleteVidyalay ke bacchon ke buniyadi sankhyatamakta ki avdharna main akalan ka mahatvpurn sthan hota hai .halaki ki yah ek satat evam vyapak roop mein main nirantar chalne wali prakriya hai. apne vidyalay mein aaklan ke liye avlokan, rubric ,portfolio, nirikshan, prashn Bank ,audio visual upkaran ,ka upyog karungi .Jo dusre shikshak ne kiya hai.
ReplyDeleteManju Kumari
UPG PS PURANA SALDIH BASTI Adityapur
Saraikela kharsawan
Jharkhand.
किसी अवधारणा को छोटी छोटी इकाईयों में बांटकर पोर्टफोलियो के माध्यम से मूल्यांकन से बच्चे की हर क्षेत्र में उपलब्धियों का मूल्यांकन सहज ही हो जाता है तथा उसके कंजोर पक्ष के विकास के लिए उपयुक्त रणनीति बनाने में सहायक होता है साथ ही मूल्याङ्कन का बच्चे पर दबाव भी नहीं रहता और उनका सतत एवं क्रमिक विकास होता है |
ReplyDeleteविद्यालयी बच्चों के बुनियादी संख्यात्मकता कीअवधारणा में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है। यह एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है ।हम विद्यालय में आकलन के लिए अवलोकन,रुब्रिक, पोर्टफोलियो,निरीक्षण ,दृश्य -श्रव्य उपकरणों का उपयोग मॉडल आकलन सीखने के प्रतिफलों के आधार पर आदि करने का प्रयास करते हैं।
ReplyDeleteMai kaksha me dusre shikchak dwara sanchalit ranniti apnana chahungi. Portfolio dwara gatividhi aadharit shikchan padhati apnane se bachchon ka sarvangin vikas sambhav ho payega.
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक होने के नाते दूसरी विधि जो कि छोटी-छोटी उप इकाइयों मैं विभाजित कर मूल्यांकन करता है को अपनाना ज्यादा कारगर मानता हूं। बच्चे की पोर्टफोलियो मैं उसके प्रगति की जांच कर आकलन किया जाता है। जो बच्चे की दृष्टिकोण से श्रेष्ठ होता है। पाठ के अंत में बहुविकल्पीय प्रश्नों के चयन से बच्चों के सभी पहलुओं पर जांच हो पाना संभव नहीं होता है
ReplyDeleteदूसरे शिक्षक की विधि ज़्यादा सही है।इससे बच्चे का समग्र मूल्यांकन होगा।
ReplyDeleteमु॰ अफ़ज़ल हुसैन
उर्दू प्राथमिक विद्यालय मंझलाडीह शिकारीपाड़ा दुमका।
मैं दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई रणनीतियों को मूल्यांकन के लिए अपनाना चाहूंगा जिससे बच्चों की सीखने का सही मूल्यांकन हो सके।
ReplyDeleteसंख्या संक्रियाओं पर बच्चों का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा किए गए आकलन के तरीकों का उपयोग करेंगे।
ReplyDeleteमैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई रणनीति अपनाना चाहूंगी, क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चे का प्रत्येक उप-इकाई की गतिविधियां या प्रश्नोत्री में उनकी प्रतिक्रिया से सीखने का मूल्यांकन करने पर अधिक सही परिणाम मिलेगा।
ReplyDeleteसंख्या संक्रीयाओं पर बच्चे का आकलन करने के लिए दसरे शिक्षा की रननीति अपना चाहिए| इसी गतिविधियों के प्रति बच्चों के प्रतिक्रिया पाता चलता है| और बचाओ के नामोनाकारे के फाइल एक पोर्टफोलियो में रखने से उसका प्रयोग रिपोर्ट लिखने के लिए बी
ReplyDeleteमैंने अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई गतिविधि को अपनाऊंगा क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चों के सीखने का मूल्यांकन बेहतर ढंग से हो पाता है।
ReplyDeleteआकलन हेतु अपनाई गई दूसरी रणनीति अपेक्षाकृत बेहतर है क्योंकि इस तरीके को अपनाते हुए बच्चों का मूल्यांकन सतत रूप से सीखने के साथ साथ होता है।बच्चे अधिक क्रियाशील और रोचक तरीके से मूल्यांकन में भाग लेते हैं।सीखने का बेहतर मूल्यांकन हो पाता है।
ReplyDeleteSecond .Because it is the best way to judge the progress of particular child.
ReplyDeleteI would like to choose the second method for judging the educational progress of a particular child.It is the best method.
ReplyDeleteमैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई रणनीति अपनाना चाहूंगी, क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चे का प्रत्येक उप-इकाई की गतिविधियां या प्रश्नोत्री में उनकी प्रतिक्रिया से सीखने का मूल्यांकन करने पर अधिक सही परिणाम मिलेगा। किशोर कुमार राय, उत्क्रमित उच्च विद्यालय कठघरी, देवघर,
ReplyDeleteदूसरे शिक्षक की रणनीति अधिक कारगर होगी ।
ReplyDelete2nd wali ranniti sahi hai port fholiyo se baache ka aaklan karna achha hai
ReplyDeleteसंख्या संक्रियाओं का आकलन के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि का उपयोग करेगे क्योंकि पोर्टफोलियो का उपयोग आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने केलिए एक उपयोगी रणनीति एवं अधिक सही परिणाम देता है।
ReplyDeleteदूसरी रणनीति सही है। पोर्टफोलियो से बच्चे का आकलन करना अधिक सही परिणाम होगा।
ReplyDeleteमेरे विचार से दूसरा शिक्षक द्वारा अपनाया जा रहा पोर्टफोलियो विधि पर जाना चाहूंगा । क्योंकि किसी बच्चे के विद्यार्थी जीवन की छात्रवार, कक्षावार, वर्षवार समस्त व्यक्तिगत पारिवारिक, शैक्षणिक सांस्कृतिक खेलकूद, सह शैक्षिक क्षेत्रों की जानकारी प्राप्त की जाती है । विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ठ उपलब्धियां का पता लगाकर LOC के आधार पर विभिन्न कौशलों उपयुक्त अवधारणाएं व गतिविधि प्रक्रिया देकर उचित ढंग से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा-दीक्षा प्रदान किया जा सकता है । .... धन्यवाद ।
ReplyDeleteसुना राम सोरेन (स.शि.)
प्रा.वि.भैरवपुर, धालभूमगढ़ ।
पूर्वी सिंहभूम, झारखंड ।
Dusri ranniti Sahi hai.portpholiyo se bachhe ka aaklan Karna adhik Sahi parinaam Hoga.
ReplyDeleteहम सब जानते है कि आकलन सीखने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है और एक शिक्षक कई कौशलों का उपयोग करके अपनी शिक्षार्थी का आकलन करने मे सचमुच होता है इसलिए शिक्षार्थी का सीखने की क्रिया पर ही अधिक बल दिया जाना चाहिए।
ReplyDeleteसंख्या संक्रियाओं का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि का उपयोग करेंगे ।
क्योंकि पोर्टफोलियो में व्यवस्थित तरीके से बच्चों के कार्य के नमूने रखे जाते हैं यह बच्चों के विकास और सीखने के गति का दस्तावेजों का संकलन होता है अतः पोर्टफोलियो का प्रयोग ,आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने के लिए एक उपयोगी रणनीति है।
PHUL CHAND MAHATO
UMS GHANRAGORA
CHANDANKIYARI
BOKARO
मैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई रणनीति अपनाना चाहूंगी क्योंकि प्रोटोफोलियो विधि द्वारा बच्चों के सीखने का मूल्यांकन अधिक सही परिणाम देगा।
ReplyDeleteअपने विद्यालय के बच्चों के बुनियादी संख्यात्मकता की अवधारणा में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है।हालांकि यह एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।हम अपने विद्यालय में आकलन के लिए अवलोकन,रूब्रिक,फोर्टफोलियो,निरीक्षण,प्रश्न बैंक का विकास,दृश्य-श्रव्य उपकरणों का उपयोग,माॅडल आकलन सीखने के प्रतिफलों के आधार पर आदि का करने का प्रयास करते हैं।बहुत-बहुत धन्यवाद।
ReplyDeleteसूर्य महतो
उत्क्रमित मध्य विद्यालय, तुमसा।
सरायकेला।
मैं विधालय में दूसरे शिक्षक की अवधारणा को अपनाना चाहूंगा जिसमें उन्होंने प्रत्येक बच्चे का पोर्टफोलियो बना रखा है और उसमें दैनिक प्रगति रिपोर्ट है|
ReplyDeleteEk shikshak kai koushalon ka upyog karke apni siksharti ka aakalan kar sakta hai. Kyonki aakalan shikne sikhane ki prakriya ka ek abhinn ang hai isliye siksharti ka seekhe ki kriya par hi adhik bal diya jana chaiye na ki yaad karne par. Sankhya sankriyaon ka aakalan karne ke liye dusre sikshak duwara ap nai gai gatividhi ka upyog karenge.
ReplyDeleteअपने विद्यालय के बच्चों के बुनियादी संख्यात्मकता की अवधारणा में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है।हालांकि यह एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।हम अपने विद्यालय में आकलन के लिए अवलोकन,रूब्रिक,फोर्टफोलियो,निरीक्षण,प्रश्न बैंक का विकास,दृश्य-श्रव्य उपकरणों का उपयोग,माॅडल आकलन सीखने के प्रतिफलों के आधार पर आदि का करने का प्रयास करते हैं।बहुत-बहुत धन्यवाद।samla ORAON kumardungi West Singhbhum.
ReplyDeleteदूसरी वाली रणनीति सही है पोर्टफोलियो से बच्चे का आकलन करना अच्छा है ना कि केवल कुछ प्रश्न से आकलन करना।
ReplyDeleteबच्चों का आकलन सीखनें सीखाने के साथ साथ चलने वाली एक निरंतर प्रकिया होता है. इसके लिए हमें एक एक विंदु पर विचार किया जाना चाहिए ना कि कुछ वैकल्पिक प्रश्नों पर. यहाँ दुसरे शिक्षक का आकलन करने की प्रक्रिया सहज सरल एवं उन्नत प्रकृति का परिलक्षित होता है.
ReplyDeleteअपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई गतिविधि को अपनाएंगे। क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चों के सीखने का मूल्यांकन अधिक सही परिणाम देगा
ReplyDeleteमैं अपने विद्यालय में पोर्टफोलियो विधि को मूल्यांकन के लिए उपयोग करेंगे।
ReplyDeleteमैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई रणनीति अपनाना चाहूंगी क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चों के सीखने का मूल्यांकन अधिक सही परिणाम देगा।
ReplyDeleteSUBHADRA KUMARI
ReplyDeleteRAJKIYAKRIT M S NARAYANPUR
NAWADIH BOKARO
यूब्रिक/रियूब्रिक से बच्चों के समकक्ष आकलन में मदद करता है।मतलब बच्चें आपस में एक दूसरे का मूल्यांकन करे ,अपना स्वमूल्यांकन करें, तीसरे व्यक्ति की आवश्यकता ही नहीं होती है।
उपयुक्त में हम एक शिक्षक होने के नाते पोर्टफोलियो के द्वारा बच्चों का आकलन करुंगी । क्योंकि इसके द्वारा बच्चें बेहतर तरीके से सिखेगें ।
धन्यवाद
एक शिक्षक कई कौशलों का उपयोग करके अपनी शिक्षार्थी का आकलन कर सकता है।
ReplyDeleteक्योंकि आकलन सीखने सिखाने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है इसलिए शिक्षार्थी का सीखने की क्रिया पर ही अधिक बल दिया जाना चाहिए ना की याद करने पर ।
संख्या संक्रियाओं का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि का उपयोग करेंगे ।
क्योंकि पोर्टफोलियो में व्यवस्थित तरीके से बच्चों के कार्य के नमूने रखे जाते हैं यह बच्चों के विकास और सीखने के गति का दस्तावेजों का संकलन होता है अतः पोर्टफोलियो का प्रयोग ,आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने के लिए एक उपयोगी रणनीति हैः
Reply
Bachho ki buniyadi sankhya Gyan padhyati sikhne ka tatha nai nai sihshan koushal dwara karne se unka bikasatmak hota hai jaise rubrik portfolio aadi ke madhyam se siksha Diya jana chahiye
ReplyDeleteमैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित रणनीति अपनाऊँगी क्योंकि पोर्टफोलियो विधि बच्चों के लिए कारगर परिणाम होगा।
ReplyDeleteवर्ग कक्ष में या वाह्य कक्ष प्रत्येक स्थान पठन-पाठन के क्रम में मूल्यांकन किया जा सकता है। गणित सिखाने के क्रम में हमें पाठ के अन्त में ही केवल वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के माध्यम से मूल्यांकन नहीं करना चाहिए, बल्कि प्रत्येक इकाई के लिए बीच-बीच में बच्चों के प्रदर्शन को देखते हुए रूब्रिक्स,अवलोकन, सामूहिक बातचीत/क्रियाकलापों में आनेवाले प्रश्नों के चित्रात्मक,संक्रियात्मक,विवरणात्मक तथा प्रश्न बैंक निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने कीज जरुरत है।इस पद्धति से हम बच्चों का सतत् और व्यापक स्तर के अनुसार मूल्यांकन कर सकते हैं। इस विधि से किया गया मूल्यांकन प्रत्येक बच्चे की दक्षता/स्तर/अधिगम को प्रदर्शित करता है। बच्चों के प्रदर्शन को अभिभावकों/माता-पिता से भी साझा करना चाहिए।
ReplyDeleteसुरेन्द्र कुमार, सहायक शिक्षक,
उ.म.विद्यालय:-घोड़दाग, प्रखण्ड:-
काण्डी,जिला:-गढ़वा(झारखण्ड).
संख्या संक्रियाओं पर बच्चों का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा किए गए आकलन के तरीकों का उपयोग करेंगे ।सीखने की प्रक्रिया सतत होती रहती है, अतः जो सीखना है उसे छोटी-छोटी उप इकाइयों में बाॅटकर गतिविधि कराना या आकलन करना ज्यादा उपयुक्त होगा। इससे गतिविधियों में बच्चों के सहभागिता बढ़ेगी तथा वे किए गए कार्यों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया या फीडबैक भी दे सकेंगे। हम इसके आधार पर बच्चों ने क्या सीखा, कितना सीखा ,उनके सीखने की गति, कठिन बिंदुओं इत्यादि के बारे में सतत जानकारी पाते रहेंगे, जिसे नोट किया जा सकता है अंत में उन सारे किए गए कार्यों /प्रतिक्रियाओं के अवलोकन के आधार पर हम बच्चों का रिपोर्ट कार्ड बना सकते हैं।
ReplyDeleteमैं दूसरे शिक्षक की मूल्यांकन कार्य योजना लागू करती हूं जिसने एक इकाई को उसकी विशेषताओं के अनुसार कई इकाइयों में विभाजित किया और उसके अनुसार मूल्यांकन किया।
ReplyDeleteइस तरह बच्चे की उपलब्धि का सही आकलन किया जा सकता है
धन्यवाद
संख्या संक्रीयाओं पर बच्चे का आकलन करने के लिए, शिक्षक पाठ के अंत में केवल बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ एक प्रश्न पत्र तैयार करता है। एक अन्य शिक्षक संख्या संक्रीयाओं की अवधारणा को छोटी उप-इकाइयों में विभाजित करता है और देखता है कि बच्चा प्रत्येक उप-इकाई के लिए तैयार की गई गतिविधियों के प्रति कैसे प्रतिक्रिया करता है। शिक्षक उस इकाई में किए गए प्रत्येक बच्चे के नमूना कार्य की एक फाइल एक पोर्टफोलियो में रखता है और उसका उपयोग उनके पोर्टफोलियो को देखते हुए रिपोर्ट लिखने के लिए करता है। आप अपनी कक्षा में कौन सी रणनीति अपनाना चाहेंगे और क्यों?
ReplyDeleteदूसरी वाली रणनीति सही है,अतः इसे ही अपनाना चाहिए।
ReplyDeleteमैं विद्यालय में दूसरे शिक्षक की अवधारणा को अपनाना चाहूँगी।जिसमें उन्होंने प्रत्येक बच्चे का पोर्टफोलियो बनाया है और उसमें दैनिक प्रगति रिपोर्ट है।
ReplyDeleteमेरे विचार से दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चों का संख्या संक्रियायों का आकलन करना सही है।इस विधि से प्रति पठन-पाठन अवधि का गतिविधियों को संजोकर रखा जाता है।
ReplyDeleteहमारे विद्यालय के बच्चों के बुनियादी संख्यात्मकता की अवधारणा में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है।हालांकि यह एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।हम अपने विद्यालय में आकलन के लिए अवलोकन,रूब्रिक,फोर्टफोलियो,निरीक्षण,प्रश्न बैंक का विकास,दृश्य-श्रव्य उपकरणों का उपयोग,माॅडल आकलन सीखने के प्रतिफलों के आधार पर आदि का करने का प्रयास करते हैं।Motiur Rahman, UPS-Chandra para, Pakur
ReplyDeleteपहले शिक्षक की अपेक्षा दूसरे शिक्षक का तरीका उपयुक्त है।पोर्टफोलियो,प्रश्न बैंक आदि जो तरीके हैं वे आकलन के लिए सही हैं
ReplyDeleteदूसरी शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि को जहा तक अपनाएंगे क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चों का मुल्यांकन सही होता है
ReplyDeleteविद्यालय के बच्चों के बुनियादी संख्यात्मकता की अवधारना में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है। आकलन एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। विद्यालय में आकलन के लिए बच्चों के सीखने के परिणामों के आधार पर,अवलोकन, प्रश्न बैंक का विकास,दृश्य-श्रव्य उपकरणों आदि का उपयोग करके किया जा सकता है।
ReplyDeleteDusri ranniti best hai kyoki sirf prashn banane ki portfolio ke dwara bachcho ka mulyankan thik se hoga
ReplyDeleteDusri ranniti best hogi kyoki portfolio ke dwara bachcho ka mulyankan thik se hoga bajay sirf prashna banane ke.
ReplyDeleteI think portfolio base evaluation that's applied by the second teacher will be good
ReplyDeleteMai bachcho ka barsh bhar ka namuna karya portfolio me rakhungi aur usise bachcho ka aakalan karungi kyunki ek bar prashna patra ke dwara bachche ka aakalan karna galat hoga.
ReplyDeleteDusri ranneeti ko apnana sahi hai.Es ranneeti ka dwara hum bachhe ko sahi se mulyankan kar sakange
ReplyDeleteदूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई रणनीति सही है ।मैं इस पद्धति को अपनाना चाहूँगा क्योंकि बच्चों के पार्टफोलियो उसके सर्वागीण विकास करने में मदद करता है ।
ReplyDeleteविद्यालय के बच्चों के बुनियादी संख्यात्मकता की अवधारना में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है। आकलन एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। विद्यालय में आकलन के लिए बच्चों के सीखने के परिणामों के आधार पर,अवलोकन, प्रश्न बैंक का विकास,दृश्य-श्रव्य उपकरणों आदि का उपयोग करके किया जा सकता है .
ReplyDeleteशिक्षक कई कौशलों का प्रयोग शिक्षण में कर सकता है, फिर भी पोर्टपोलियो विधि बहुत ही कारगर विधि है
ReplyDeleteमैं दूसरे शिक्षक के द्वारा अपनाई गई विधि को अपने वर्ग में उपयोग करूंगा, कारण पोर्टफोलियो में एक व्यवस्थित तरीके से बच्चों के काम के सैंपल रखे जाते हैं।आगे चलकर यह बच्चों के विकास और सीखने के गति के दस्तावेज के रूप में संकलित होगा।
ReplyDeleteमैं दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई रणनीति का उपयोग करूंगी क्योंकि पो
ReplyDeleteर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चों के सीखने का मूल्यांकन करना अधिक सही परिणाम देगा।
एक शिक्षक बच्चों के आकलन हेतू कई कौशलों के द्वार कर सक्ता है। क्योंकि आकलन सिखने सिखाने की की अभिन्न्भग है।अतएव शिक्षकों को सिखने पर जोर देना चाहिये ना कियद करने पर।अन्य शिकह्को द्वारा अपनाई गयी गतिविधि को भी अपनाया जाना चाहिये ।पोर्टफोलियोमेबच्चों के कार्य कए नमुने रखे जताए हैं।अतएव्पोर्त्फोलीयो अपनाना एक अच्छी रणनीति है। अनिल कुमार प्रधानध्यापक मध्य विद्यालय तेलौ बोकारो
ReplyDeleteदूसरी शिक्षक जो संख्या संक्रियाओं को छोटी इकाइयों में विभाजित करके आकलन लेते हैं ,मैं उनकी रणनीति को ही अपनाना चाहूंगा कारण इससे संख्या संक्रियाओं का हर अवधारणा का आकलन हो जाएगा |
ReplyDeleteवैसे तो शिक्षक अपनी सूज भुज से आकलन के कई कौशलों का उपयोग करेंगे परंतु यहां दूसरे शिक्षक का तरीका अपनाएंगे क्योंकि पोर्टफोलियो में बच्चों की प्रगति नमुना व्यवस्थित करके रखा जाता है इससे प्रत्येक बच्चों का रिपोर्ट बनाने में सुविधा होती है
ReplyDeleteसंख्या संक्रियाओं पर बच्चों का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा किए गए आकलन के तरीकों का उपयोग करेंगे ।सीखने की प्रक्रिया सतत होती रहती है, अतः जो सीखना है उसे छोटी-छोटी उप इकाइयों में बाॅटकर गतिविधि कराना या आकलन करना ज्यादा उपयुक्त होगा। इससे गतिविधियों में बच्चों के सहभागिता बढ़ेगी तथा वे किए गए कार्यों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया या फीडबैक भी दे सकेंगे। हम इसके आधार पर बच्चों ने क्या सीखा, कितना सीखा ,उनके सीखने की गति, कठिन बिंदुओं इत्यादि के बारे में सतत जानकारी पाते रहेंगे, जिसे नोट किया जा सकता है अंत में उन सारे किए गए कार्यों /प्रतिक्रियाओं के अवलोकन के आधार पर हम बच्चों का रिपोर्ट कार्ड बना सकते हैं।
ReplyDeleteYudika Dungdung
GMS Awga Bolba jharkhand
एक शिक्षक की कौशलों का उपयोग करके अपनी शिक्षार्थी काम आकलन कर सकता है।
ReplyDeleteक्योंकि आकलन सीखने सिखाने की प्रक्रिया काफी एक अभिन्न अंग है।इसलिए शिक्षार्थी काम सीखने की क्रिया पर ही अधिक बल दिया जाना चाहिए ताकि याद करने पर।
संख्या संक्रियाओं का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधियों काम उपयोग करेंगे।
क्योंकि पोर्टफोलियो में व्यवस्थित तरीके से बच्चों के कार्य के नमूने रखें जाते हैं। यह बच्चों के विकास और सीखने की गति का दस्तावेजों काम संकलन होता है। अत् पोर्टफोलियो काम प्रयोग, आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने के लिए एक उपयोगी रणनीति है।
अनिल तिवारी
सहायक शिक्षक
रा म विद्यालय दुलदुलवा, मेराल
गढवा, झारखंड।
मैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधियों का उपयोग सीखने की शुरुआत एवं आकलन के लिए करुंगा।
ReplyDeleteबच्चों काम पोर्टफोलियो तैयार करना एक अति महत्वपूर्ण पहलू है। इससे बच्चों की प्रत्येक गतिविधि पर बारीक नजर रखा जा सकता है।उनके कमजोर एवं मजबूत पक्ष जानने काम अवसर मिलता है।
पोर्टफोलियो द्वारा आकलन काम प्रयोग सीखने के लिए किया जा सकता है।
अनिल तिवारी
रा म विद्यालय दुलदुलवा, मेराल ,गढवा, झारखंड।
मैं अपनी कक्षा मे दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गयी रणनीति का उपयोग करूँगा।
ReplyDeleteमूल्यांकन अधिगम के साथ-साथ की जाने वाली प्रक्रिया होनी चाहिए। यह सतत भी होना चाहिए। साथ-साथ मूल्यांकन के लिए विविध तरीकों को अपनाना चाहिए। जिसके तहत लिखित, मौखिक ,अवलोकन ,गृह कार्य ,कक्षा कार्य आदि सभी को सम्मिलित किया जाना चाहिए। अतःदूसरे शिक्षक के द्वारा अपनाई गई मूल्यांकनकी रणनीतिक
ReplyDeleteको मैं अपनी कक्षा में अपनाने का प्रयास करूंगा।
मैं अपने कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई रणनीति का उपयोग करूगा
ReplyDeleteदूसरे शिक्षक के द्वारा अपनाई गई मुल्यांकन की रणनीति को मैं अपनी कक्षा में अपनाने का प्रयास करूँगा
ReplyDeleteDusri Shikshak Ki Rani Thi Adhik karykram Hogi
ReplyDeleteप्रश्न अनुसार मैं अपनी कक्षा में दूसरी रणनीति को अपनाना चाहेंगे,क्योंकि इससे बच्चों को अधिगम कराने में काफी कारगर, सहूलियत तथा दृढ़ता प्रदान करने में सहायक होता है, साथ ही उनके मूल्यांकन एवं डेटा संधारण में शिक्षक को बच्चों की सटीक जानकारी मिलती रहती है।
ReplyDeleteDusree ranneeti sahi hai.Portpholio se bachche ka akalan karna adhik sahi parinam hoga.
ReplyDeleteसंख्या संक्रियाओं पर बच्चों का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा किए गए आकलन के तरीकों का उपयोग करेंगे ।सीखने की प्रक्रिया सतत होती रहती है, अतः जो सीखना है उसे छोटी-छोटी उप इकाइयों में बाॅटकर गतिविधि कराना या आकलन करना ज्यादा उपयुक्त होगा। इससे गतिविधियों में बच्चों के सहभागिता बढ़ेगी तथा वे किए गए कार्यों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया या फीडबैक भी दे सकेंगे। हम इसके आधार पर बच्चों ने क्या सीखा, कितना सीखा ,उनके सीखने की गति, कठिन बिंदुओं इत्यादि के बारे में सतत जानकारी पाते रहेंगे, जिसे नोट किया जा सकता है अंत में उन सारे किए गए कार्यों /प्रतिक्रियाओं के अवलोकन के आधार पर हम बच्चों का रिपोर्ट कार्ड बना सकते हैं
ReplyDeleteJagannath Bera
Oriya MS Arong, Baharagora, East Singhnhum.
शिक्षकों द्वारा शिक्षार्थी का सतत मूल्यांकन करते रहना चाहिए ताकि बच्चे को यह आभास ना हो की मेरा मूल्यांकन हो रहा है ऐसा करने पर शिक्षार्थी स्वतंत्र रूप से प्रश्नों का जवाब दे सकता है हमें भी इन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
ReplyDeleteBacchon se jor aur ghatao me galti isliye hoti hai kyonki sankhya ki samajh nahi ho pa rahi hai sankhya ki samajh viksit karne ki awasyakta hai....John stephan hansda ums Barmasia shikaripara
ReplyDeleteआकलन का सबसे अच्छा तरीका पोर्टफोलियो गतिविधि है
ReplyDeleteपोर्टफोलियो से बच्चे का आकलन करना सही रणनीति है। पोर्टफोलियो में बच्चे की हर सीखने की गतिविधि और उपलब्धियों का लेखा जोखा होता है। M. MARANDI JAMTARA
ReplyDeletePortfolio se bacche ka aakalan karna shi vidhi
ReplyDeleteमैं दूसरे शिक्षक के द्वारा अपनाई गई विधि को अपने वर्ग में उपयोग करूंगी
ReplyDeletePortfolio and Rubrics are the best methods for assessment of a child as they keep a track record of each step and level of learning of the child.
ReplyDeleteबच्चों को देखते हुए हम छोटी इकाई अपनाएंगे। थोड़ी थोड़ी समझ विकसित करते जाएंगे ताकि बच्चे को कठिनाई ना हो। पाठ के अंत में बच्चे को ज्यादा परेशानी होगी।
ReplyDeleteAnjani Kumar Choudhary. 8809058368
ReplyDeleteहम सब जानते है कि आकलन सीखने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है और एक शिक्षक कई कौशलों का उपयोग करके अपनी शिक्षार्थी का आकलन करने मे सचमुच होता है इसलिए शिक्षार्थी का सीखने की क्रिया पर ही अधिक बल दिया जाना चाहिए।
संख्या संक्रियाओं का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि का उपयोग करेंगे ।
क्योंकि पोर्टफोलियो में व्यवस्थित तरीके से बच्चों के कार्य के नमूने रखे जाते हैं यह बच्चों के विकास और सीखने के गति का दस्तावेजों का संकलन होता है अतः पोर्टफोलियो का प्रयोग ,आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने के लिए एक उपयोगी रणनीति है।
कक्षा में द्वितीय शिक्षक द्वारा संचालित की गई रणनीति अपनाना चाहूंगा,क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चे के सीखने का मूल्यांकन अधिक सही परिणाम देगा।
ReplyDeleteनिश्चित हीं दूसरे शिक्षक द्वारा अपनायी गई विधि मेरे लिए सर्वाधिक उपयुक्त है क्योंकि पोर्टफोलियो तरीक़े से आकलन सटीक एवं सही होगा।
ReplyDeleteआकलन हेतु अपनाएं गई दूसरी रणनीति अपेक्षाकृत बेहतर होते हैं कारण इस तरीके को अपनाते हुए बच्चों का मूल्यांकन सतत रूप से सीखने के साथ साथ होता है बच्चे अधिक क्रियाशील और रोचक तरीके से मूल्यांकन में भाग लेते हैं सीखने का बेहतर मूल्यांकन हो पाता है
ReplyDeleteTeacher who uses different methods to estimates child's capabilities, is the right way according to me,so I will go with second teacher's evolution methods.
ReplyDeleteGums khirabera, Ormanjhi,Ranchi.
दुसरे शिक्षक द्वारा अपनाया गया तरीका बेहतर है क्योंकि इस विधि से बच्चों का समग्र मूल्यांकन संभव हो पाएगा।
ReplyDeleteक्योंकि आकलन सीखने सिखाने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है इसलिए शिक्षार्थी का सीखने की क्रिया पर ही अधिक बल दिया जाना चाहिए ना की याद करने पर ।
ReplyDeleteसंख्या संक्रियाओं का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि का उपयोग करेंगे ।
क्योंकि पोर्टफोलियो में व्यवस्थित तरीके से बच्चों के कार्य के नमूने रखे जाते हैं यह बच्चों के विकास और सीखने के गति का दस्तावेजों का संकलन होता है अतः पोर्टफोलियो का प्रयोग ,आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने के लिए एक उपयोगी रणनीति है।
मैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई रणनीति को लागू करेंगे पोर्टफोलियो विधि से आकलन करने पर बच्चे का सभी कार्य का व्यवस्थित ढंग से नमूने रखे जाते हैं एक शिक्षक अपने अनेक कौशल का उपयोग करके बच्चे का आकलन कर सकता है आकलन सीखने सिखाने की प्रक्रिया का अभिन्न अंग है हम सतत एवं व्यापक मूल्यांकन की बात करते हैं यह पोर्टफोलियो विधि के आकलन से संभव है धन्यवाद
ReplyDeleteदूसरे शिक्षक द्वारा आकलन के लिए अपनाई गई रणनीति उपयुक्त एवं व्यापक है क्योंकि इस प्रकार के आकलन में पोर्टफोलियो विधि का उपयोग किया गया है।
ReplyDeleteMai apni class m dusre teacher ki Ranniti apnaunga.
ReplyDelete.....MS KUSUNDA MATKURIA DHANBAD 1
सतत् पाठ पठन-पाठन व लेखन आधारित अभ्यास के साथ-साथ मूलयांकन बच्चे की प्रतिभा को निकालेगा | Himanshu Shekhar jha teacher Dumka
ReplyDeleteHam dusre teacher ke duwara apanayi gayi ranniti ko aaklan ke liye lagu krna chahunga,kiyonki esme bachche ka portfolio v ban raha hai.
ReplyDeleteApne Vidyalay ke bacchon ke a buniyadi sankhya atmak Taki avdharna mein akalanka ka mahatvpurn Sthan hai. Bacchon ko satat AVN vyapak mulyankan nirantar Hona chahie. Iske liye dusre Shikshak dwara apni Gai gatividhi ka prayog Karenge. Kyunki portfolio Vidhi dwara bacchon ke sikhane ka ka mulyankan Adhik Sahi parinaam dega.
ReplyDeleteआकलन हेतु अपनाएं गई दूसरी रणनीति अपेक्षाकृत बेहतर होते हैं कारण इस तरीके को अपनाते हुए बच्चों का मूल्यांकन सतत रूप से सीखने के साथ साथ होता है बच्चे अधिक क्रियाशील और रोचक तरीके से मूल्यांकन में भाग लेते हैं सीखने का बेहतर मूल्यांकन हो पाता है। रणजीत प्रसाद मध्य विद्यालय मांडू।
ReplyDeleteमैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई रणनीति अपनाना चाहूंगी क्योंकि यहां बच्चे की प्रतिक्रियाओं और सभी नमूना कार्यों का फाइल तैयार कर पोर्टफोलियो में रखा जा रहा है अतः यहां बच्चे का आकलन कुछ प्रश्नों से न होकर सतत रूप से हो रहा है।
ReplyDeleteDusre se shikshak dwara apna a gai ranniti bacche ke sarvangeen Vikas mein main atyant karya siddh hoga kyunki portfolio mein vyavastha it tarike se bacche ke kriyakalap ke namune etra kiye jaate Hain jisse bacche ke Vikas ka Sahi aakraman Kiya ja sakta hai aur bacche ki uplabdhi kabhi pata chalta hai
ReplyDeleteमैं एक अन्य शिक्षक (दूसरा शिक्षक) द्वारा अपनाई गई रणनीति अपनाना चाहुंगा । क्योंकि पाठ के अंत में सिर्फ एक बहुविकल्पीय प्रश्न से बच्चों का आकलन करने से ज्यादा सार्थक होगा पोर्टफोलियो के माध्यम से बच्चों का आकलन करना ।
ReplyDeleteमैं दूसरे शिक्षक के रणनीति आधारित गति विधि को पर्थिमिकता देना चाहूंगा
ReplyDeleteJitendra kumar Singh
ReplyDeleteTGT, Teacher +2 upg high school Deokuli
Rubrik ka paddhati ka istemal kar safal
, shikshan karya kiya ja sakta hai,
I agree with all above replies.
ReplyDeleteI am agree with all above counts.
ReplyDeleteI like portfolio method.
ReplyDeleteअपने विद्यालय के बच्चों के बुनियादी संख्यात्मकता की अवधारणा में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है।हालांकि यह एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।हम अपने विद्यालय में आकलन के लिए अवलोकन,रूब्रिक,फोर्टफोलियो,निरीक्षण,प्रश्न बैंक का विकास,दृश्य-श्रव्य उपकरणों का उपयोग,माॅडल आकलन सीखने के प्रतिफलों के आधार पर आदि का करने का प्रयास करते हैं।बहुत-बहुत धन्यवाद।
ReplyDeleteMein apne class mein dusre shikshak apnai gayi ranniti ko apnaumga kyonki iss se sikhne ke sahi mulyankan ki prapti ki adik sambhavna hai.
ReplyDeleteBinod kumar
Portfolio is the best way to evaluate the children because using it, we will be able to know the progress of children step by step.
ReplyDeleteChildren's portfolio hels us to assess them.Therefore its a useful and valuable thing for evaluation of children.
ReplyDeleteमैं दूसरे शिक्षक के द्वारा अपनायी गयी रणनीति अपनाना चाहूंगा।मूल्यांकन के लिए पोर्टफोलियो विधि उपयुक्त है।
ReplyDeleteMain dusre Shiksha ke dwara Banai Gai ranniti apnana chahungi Kyunki fortpoliyo Vidhi sikhane ka Achcha parinaam dega. Photo polio Vidhi Mein bacchon ke Dainik Karya ke report Rakhe Jate Hain jisse Ki Unki Pragati aur Vikas Ka Pata Chal pata hai.
ReplyDeleteबुनियादी संख्यात्मकता कीअवधारणा में आकलन का महत्वपूर्ण स्थान होता है। यह एक सतत् एवं व्यापक रूप में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है ।हम विद्यालय में आकलन के लिए अवलोकन,रुब्रिक, पोर्टफोलियो,निरीक्षण ,दृश्य -श्रव्य उपकरणों का उपयोग मॉडल आकलन सीखने के प्रतिफलों के आधार पर आदि करने का प्रयास करते हैं।
ReplyDeleteDusre shikshak dwara portpholio ka prayog sarwadhik karger hai kyonki is widhi dwara bacche sikhne ka muyankan adhik sahi parinam dega.
ReplyDeleteI want to apply the technique of second teacher
ReplyDeleteहम अपनी कक्षा में दुसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई गतिविधि को अपनाएँगे।क्योंकि उस गतिविधि द्वारा बच्चों के सीखने का मूल्यांकन अधिक सही परिणाम देगा।
ReplyDeleteReply
Main apni kaksha mein dusre shikshak dwara Panchal ki gai rajniti apnana chahungi kyunki aur polio vidhi dwara dusre bacche sikhane ka mulyankan adhyaksh sahit parinaam dega
ReplyDeleteदूसरी वाली रणनीति सही है।पोर्टफोलियो से बच्चे का आकलन करना अच्छा है न कि केवल कुछ प्रश्न से आकलन करना
ReplyDeleteI want my class Pani kaksha me new tactics
ReplyDeleteशिक्षक कई कौशलों का उपयोग करके अपनी शिक्षार्थी का आकलन कर सकता है।
ReplyDeleteक्योंकि आकलन सीखने सिखाने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है इसलिए शिक्षार्थी का सीखने की क्रिया पर ही अधिक बल दिया जाना चाहिए ना की याद करने पर ।
संख्या संक्रियाओं का आकलन करने के लिए दूसरे शिक्षक द्वारा अपनाई गई गतिविधि का उपयोग करेंगे ।
क्योंकि पोर्टफोलियो में व्यवस्थित तरीके से बच्चों के कार्य के नमूने रखे जाते हैं यह बच्चों के विकास और सीखने के गति का दस्तावेजों का संकलन होता है अतः पोर्टफोलियो का प्रयोग ,आकलन में बच्चों की उपलब्धियों को दर्ज करने के लिए एक उपयोगी रणनीति है।
मैं अपनी कक्षा में दूसरी गतिविधि अपनाना चाहूँगा ।
ReplyDeleteशिक्षक कई कौशल का उपयोग कर अपनी शिक्षार्थियों का आकलन कर सकते हैं।आकलन सीखने सिखाने की प्रक्रिया का अभिन्न अंग है।
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक होने के नाते दूसरी विधि जो कि छोटी-छोटी उप इकाइयों मैं विभाजित कर मूल्यांकन करता है को अपनाना ज्यादा कारगर मानता हूं। बच्चे की पोर्टफोलियो मैं उसके प्रगति की जांच कर आकलन किया जाता है। जो बच्चे की दृष्टिकोण से श्रेष्ठ होता है। पाठ के अंत में बहुविकल्पीय प्रश्नों के चयन से बच्चों के सभी पहलुओं पर जांच हो पाना संभव नहीं होता है।
ReplyDeletePortfolio se bacchon ka aakalan vistrit dhang Se Ki Ja sakti hai.
ReplyDeleteदूसरे शिक्षक के द्वारा अपनाई गई आकलन की विधि सर्वथा उपयुक्त है इस विधि के द्वारा हम बच्चों के द्वारा कैसे सीखा जा रहा है उसका आकलन हम करते हैं और सुधार का प्रयास भी इस आकलन की विधि के द्वारा किया जा सकता है।
ReplyDeleteअंजय कुमार अग्रवाल
मध्य विद्यालय कोयरी टोला रामगढ़
Dusre shikshak ke dwara apnai hai aaklan ki vidhi sarvtha upyukt hai. Is vidhi dwara ham bachchon ke dwara kaise sikha ja raha hai iska aaklan ham karte hain aur sudar ka prayas bhi is aaklan. Kividhi ke dwara kiya ja sakta hai.
ReplyDeleteRubrics is the best method for assessment the early child.
ReplyDeleteएक बेहतर दृष्टिकोण, जैसा कि दूसरी रणनीति में वर्णित है, मूल्यांकन प्रक्रिया के हिस्से के रूप में निरंतर सीखने को अपनाना है। यह बच्चों को अधिक सक्रिय रूप से भाग लेने और मूल्यांकन प्रक्रिया का आनंद लेने की अनुमति देता है, जिसके परिणामस्वरूप उनके सीखने का अधिक सटीक मूल्यांकन होता है।
ReplyDeleteBaccho ke aaklan ke liye bahut saare tareeke hai jo ham dekhte hai jaise mahatavpurn hai - baccho ka aavlokan dekhiye, baccho ka dainik kary jo bacche krte hai ya colour rang ka kary ho, chahe kitaab copy par Kuch likha ho, chahe bacche aapas Mein kuch baat chit Kar rhe ho, aadi. Jo bhi baccha kaksha mein aata hai wo kuch na kuch gyaan lekar aata hai, uske ghar ka gyaan hota hai. Koi bhi baccha corilslate Nhi hota.
ReplyDeleteमैं अपनी कक्षा में दूसरे शिक्षक द्वारा संचालित की गई रणनीति अपनाना चाहूंगी, क्योंकि पोर्टफोलियो विधि द्वारा बच्चे का आकलन करना अच्छा है न कि केवल कुछ प्रश्न से आकलन करना।
ReplyDeleteमैं एक अन्य शिक्षक (दूसरा शिक्षक) द्वारा अपनाई गई रणनीति अपनाना चाहुंगा । क्योंकि पाठ के अंत में सिर्फ एक बहुविकल्पीय प्रश्न से बच्चों का आकलन करने से ज्यादा सार्थक होगा पोर्टफोलियो के माध्यम से बच्चों का आकलन करना ।
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