आईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर आपके शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन का समर्थन कैसे करती है?
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आप अपनी कक्षा/ स्कूल में खिलौना क्षेत्र कैसे सृजित करेंगे – इस बारे में सोचें। डी-आई-वाई खिलौनों का सृजन करने में बच्चों की सहायता के लिए ...
आईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर हमारे शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन का समर्थन सकारात्मक अनुसमर्थन के साथ हर कदम पर करती है।विद्यार्थियों के क्षमता में वृद्धि,शिक्षण की गुणवत्ता,अधिगम की गुणवत्ता में वृद्धि,कौशल निर्माण की सुविधा,आजीवन सीखते रहना,सामुदायिक संपर्क को आगे बढ़ाना आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करा सकते हैं।बहुत-बहुत धन्यवाद।
ReplyDeleteकौशल किशोर राय,
सहायक शिक्षक,
उत्क्रमित उच्च विद्यालय पुनासी,
शैक्षणिक अंचल:- जसीडीह,
जिला:- देवघर,
राज्य:- झारखण्ड।
आईसीटी बुनियादी स्तर पर छात्रों को अधिक क्रियाशील एवं स्वतंत्र रूप से सीखने के लिए प्रेरित करता है।उनमें रचनात्मकता,सहभागिता और भविष्य में आत्म - सम्मान के साथ जीने की प्रेरणा देता है। इस कारण हमें शिक्षण - अधिगम - मूल्यांकन में बहुत मदद मिलती है। इस तकनीक के प्रयोग से बच्चों का समुचित मूल्यांकन संभव है।
ReplyDeleteIct develop the activities and memories power among the student It can change the educational learning technique and method
ReplyDeleteICT DEVELOP THE ACTIVITIES AND MEMORIES PIWER AMONG THE STUDENT IT CAN CHANGE THE EDUCATIONAL LEARNING TECHNIQUE AND METHOD.
DeleteAt the elementary stage ICT helps us to enhance learning teaching and evaluation by making content attractive and easy to convey and more attractive.
Deleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर हमारे शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन का सकारात्मक प्रभाव के साथ साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है।सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है।इसकी मदद से आकलन में भी मदद मिलती है।बच्चो में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है।इसका सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व प्राथमिक/प्राथमिक स्तर पर) हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ-साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है। इसकी सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है। बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है। इस का सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर ICT शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्रों दोनो को काफी मदद कर सकती है। ICT की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्यक्ष किया जा सकता है। बच्चों को जागृत और क्रियाशील रखा जा सकता है।
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर आई सी टी शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्र दोनों को काफी मदद कर सकती है।आई सी टी की सहायता से बच्चों को क्रियाशील रखा जा सकता है।
Deleteबुनियदि स्तर पर ICT शिक्षण मूल्याकान शिक्षण,शिक्षक और विद्यर्थी सभी के लिए जरूरी है।इस से ये जानकारी प्राप्त होता है कि छात्रो का स्तर क्या है और अब किन क्षेत्रों में कार्य करने की आवस्यकता है।
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर शिक्षण अधिगम मुल्यंकन को सरलता से आदि द्वार समर्थनकार्ति है| इसकवाड़ा जल्दी, और रिकॉर्ड मुलंकां भी किया जा सकता है|
ReplyDeleteआई.सी.टी. छात्रों के बीच गतिविधियों और यादों की शक्ति का विकास करता है यह शैक्षिक सीखने की तकनीक और पद्धति को बदल सकता है।
ReplyDeleteआई सी टी छात्रों के बीच गतिविधियों और स्मरण की शक्ति का विकास करता है,यह सीखने की तकनीक और पध्दति को बदल सकता है।
Deleteबच्चे, जब पूर्वप्राथमिक/प्राथमिक कक्षाओं में अलग-अलग परिवेश से आते हैं, उनके लिए पाठशाला एक नई दुनिया की तरह होती है। पठन- पाठन एवं उनके विकास के लिए उनके समक्ष शिक्षक, पुस्तक, स्लेट, पेंसिल तथा चित्रों आदि के अलावा कुछ नहीं होता। अधिसंख्य विद्यार्थियों वाले कक्षाओं का संचालन , बच्चों के अधिगम,मुल्यांकन इत्यादि में समस्या उत्पन्न होती है। कक्षा हमेशा मनोरंजक, खुशनुमा नहीं बना रह पाता।
ReplyDeleteआईसीटी के अन्तर्गत टीवी, प्रोजेक्टर, स्मार्टफोन, कैमरा एवं रेडियो आते हैं। यदि बच्चों के स्तर के अनुसार आईसीटी का उपयोग करें तो बच्चों की उत्सुकता बढ़ने लगती है, सिखना खेल-खेल में मनोरंजक, खुशनुमा, एवं सार्वग्राही होता है, उन्हे चलचित्र के माध्यम से वास्तविक दुनिया का ज्ञान होता है, और आसानी से सीखते हैं। शिक्षक बिना थके मार्गदर्शन, समय-समय पर मूल्यांकन करते हैं, सीसीटीवी कैमरे की मदद से मूल्यांकन विशुद्ध एवं पारदर्शी होता है। इस तरह का शिक्षा बच्चों को स्वावलंबी, विश्लेषक, जिज्ञासु, खोजकर्ता एवं पारदर्शी बनाने में मदद करता है।
सुरेन्द्र कुमार
उ.म.वि.घोड़दाग,
प्रखण्ड:-कांडी(गढ़वा)
ICT buniyadi aster par sikhne sikhane ki prakriya ko sakaratmak tarike se prabhavit karta hai. Iske dwara bachchon ka samuchit mulyankan bhi sambhav hai.Iski sahayta se bachchon me rachnatmakta, sahvagita aur atmasamman ke saath jine ki bhavna ka vikas hota hai.
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर आईसीटी शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्रों दोनों को काफी मदद कर सकती है। आईसीटी की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्येक किया जा सकता है बच्चों की जागृत और क्रियाशील रखा जा सकता है । Oman Khan,UMS Tikuldiha (Metal) Garhwa.
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर ICT शिक्षण मूल्यांकन, शिक्षक, माता-पिता और छात्र-छात्राओं के लिए अत्यंत आवश्यक है।जिससे यह जानकारी प्राप्त होता है कि हमारे विद्यार्थियों की प्रगति का स्तर क्या है और अब इसके लिए किन-किन क्षेत्रों में कार्य करने की जरूरी है।
ReplyDeleteDEOCHARAN ORAON GUMS LALGANJ,LAPUNG ,RANCHI
र
आईसीटी बुनियादी स्तर हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ-साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है। इसकी सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है। बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है। इस का सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ReplyDeleteआईसीटी का उपयोग कर शिक्षण अधिगम,आकलन एंव रचनात्मक क्रियाकलाप के साथ साथ कौशल विकास संभव और सार्थक हो सकता है
ReplyDeleteICT बुनियादी स्तर पर छात्रों को अधिक क्रियाशील एवं स्वतंत्र रूप से सिखने के लिए प्रेरित करता है। उनमे रचनात्मकता, सहभागिता और भविष्य में आत्मनिर्भरता के साथ जीने की प्रेरणा देता है। इस तकनीक के प्रयोग से बच्चों का समुचित मूल्यांकन संभव H
ReplyDeleteICT बुनियादी स्तर पर शि क्षण अधि गम् गतिविधियों और यादों की शक्ति का विकास करता है। यह सीखने की तकनी क और पद्धति को बदलकर नयी नयी तकनीकों के विकास में सहभागी बन जाता है। जिससे बच्चों को आगे बढ़ने मे काफी मदद गार होगी।
ReplyDeleteICT बुनियाद स्तर पर बच्चों में ज्ञान वृद्धि और विषयवस्तु की बेहतर समझ का निर्माण करने में सहायक हो सकता है यदि हम उन्हें इसके बेहत उपयोग की सतत जानकारी प्रदान करे |यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से हम ज्ञान को कहीं भी कभी भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं |
ReplyDeleteICT buniyadi star par chaatron ko adhik kriyashil avam swatantra rup se seekne ke liye prerit karta hai unme racnatamakta shabhagita aur bhavishya me aatm samman ke sath jeene ki prena deta hai ish karan humhe sikshan aadhigam mulyankan me bahut madad milti hai ish taknik ke prayog se bacchon ka samuchit mulyankan sambhav hai.
ReplyDeleteAt elementary level ICT helps us to enhance teaching , learning and evaluation by making contents joyful,interesting,easy to convey and more attractive.It enables us to bind children's attention towards the contents which we want to deliver them.Moreover evaluation/assessment will also be a part of their learning process .
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ-साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है। इसकी सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है। बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है। इस का सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। रणजीत प्रसाद मध्य विद्यालय मांडू।
ReplyDeleteICT bachho ke allround development m aham bhumika nibhati hai.ICT ke dwara bachhe kriashil hokar swatantra rup se sikhte h
ReplyDeleteain jisse rachnakmakta ke sath sath bivinn kousalon ka vikash vi hoga hai. Aaklan m vi madad multi hai.
........MS KUSUNDA MATKURIA Dhanbad-1
आईसीटी बुनियादी स्तर हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ-साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है। इसकी सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है। बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है। इस का सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। भानु प्रताप मांझी,उ उ वि चिपड़ी ईचागढ़ सरायकेला-खरसावां।
ReplyDeleteआईसीटी पूर्व प्राथमिक एवं प्राथमिक स्तर पर शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन पर सकारात्मक प्रभाव डालता है|इसके सार्थक उपयोग से इनके नींव मजबूत होंगी|
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर ict शिक्षण adhigam मे शिक्षक छात्रों को काफी मदद कर सकती है बच्चों को जागृत क्रियाशील रखा जा सकता है
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर शिक्षण अधिगम मुल्यंकन को सरलता से आदि द्वार समर्थनकार्ति है| इसकवाड़ा जल्दी, और रिकॉर्ड मुलंकां भी किया जा सकता है|बुनियादी स्तर पर ICT शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्रों दोनो को काफी मदद कर सकती है। ICT की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्यक्ष किया जा सकता है। बच्चों को जागृत और क्रियाशील रखा जा सकता है।
ReplyDeleteआईसीटी के अंतर्गत दृश्य -श्रव्य,लेखन,पठान एवं विचारों का आदान-प्रदान,समसामयिक जानकारी,अन्वेषण इत्यादि आते हैं ।जिसके लिए रेडियो, टेलीफोन ,टेलीविजन, कंप्यूटर इत्यादि का प्रयोग किया जाता है। बुनियादी स्तर (पूर्व प्राथमिक एवं प्राथमिक स्तर) पर बच्चे विभिन्न तरह के परिवेश से विद्यालय में आते हैं ।केवल पारिवारिक, सामाजिक ,नैतिक, सांस्कृतिक ,अनुभव उनके साथ होता है ।विद्यालय परिवेश में वैसे बच्चों को ढालने में आईसीटी हमारी मदद करता है तथा विद्यालय का परिवेश बच्चों के लिए रुचिकर बन जाता है। तब हमारे लिए कक्षा का संचालन आसान हो जाता है, बच्चों के अधिगम में सहयोग मिलता है तथा मूल्यांकन भी सतत होता रहता है ।आईसीटी का उपयोग वास्तविक/ प्रत्यक्ष रूप से तो नहीं पर अप्रत्यक्ष रूप से सीखने- सिखाने का उचित अवसर प्रदान करता है ।इसकी मदद से बुनियादी स्तर पर हम गतिविधियों के संचालन में नई - नई विधियों/ तकनीकों का प्रयोग करने हेतु स्वतंत्र होते हैं तथा बच्चों को भी एक अच्छा विश्लेषक, जिज्ञासु ,खोजी ,प्रायोगिक बनाता है, जो अंततः उनके अधिगम को बढ़ाने में मदद करता है ।
ReplyDeleteAt the elementary stage ICT helps us to enhance learning,teaching and evaluation by making contents attractive and interesting easy to convey more joyful. It enables us to bind the children's attention towards the contents.which we want to deliver them.
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पर छात्रों को अधिक क्रियाशील एवं स्वतंत्र रूप से सीखने के लिए प्रेरित करता है उनमें रचनात्मकता, संख्यात्मकयता, सहभागिता और आईसीटी की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्यक्ष किया जा सकता है! और भविष्य में आत्म सम्मान के साथ जीने की प्रेरणा देता है! इस कारण हमें शिक्षण अधिगम मूल्यांकन में बहुत मदद मिलती है इस तकनीक का प्रयोग से बच्चों का समर्थन मूल्यांकन संभव है
ReplyDeleteधन्यवाद
I C T buniyaadi sater purv prathmik / pprathmi per hamare sikshanadhigam mulayakan ka sakaratamak prabhav ke saath sikhane shikhane me iski madad se aklan baccho me rachanatamakta ke saath vibhin kawshal vikesh me madad or iska saarthak upyoog se adhigam me sakaratàmak prabhav parta hai
ReplyDeleteस्वतंत्र रूप से सीखने के लिए प्रेरित करता है उनमें रचनात्मकता, संख्यात्मकयता, सहभागिता और आईसीटी की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्यक्ष किया जा सकता है! और भविष्य में आत्म सम्मान के साथ जीने की प्रेरणा देता है! इस कारण हमें शिक्षण अधिगम मूल्यांकन में बहुत मदद मिलती है इस तकनीक का प्रयोग से बच्चों का समर्थन मूल्यांकन संभव है
ReplyDeleteICT बुनियादी स्तर पर बच्चों में ज्ञान वृद्धि और विषयवस्तु की बेहतर समझ का निर्माण करने में सहायक हो सकता है यदि हम उन्हें इसके बेहत उपयोग की सतत जानकारी प्रदान करे |यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से हम ज्ञान को कहीं भी कभी भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं |ICT का उपयोग अगर सुगमता से करना सिख गए तो घंटो का काम मिनटों में किया जा सकता है।
ReplyDeleteICT bachon me srijanshilta,kriyashilta jaise guno ka vikas karta hai jis se hame shikshan adhigam mulyankan me madad mukti hai.
ReplyDeleteIct bachon me shrijanshilta,kriyashilta jaise guno ka vikash karta hai jis se sikshan adhigam mulyankan me madad milti hai.
Deleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर हमारे शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन का सकारात्मक प्रभाव के साथ साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है।सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है।इसकी मदद से आकलन में भी मदद मिलती है।बच्चो में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है।इसका सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। Lalit Kumar Sawansi Kumardungi W Singhbhum
ReplyDelete
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर ICT शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्रों दोनो को काफी मदद कर सकती है। ICT की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्यक्ष किया जा सकता है। बच्चों को जागृत और क्रियाशील रखा जा सकता है।
G.M.S School Premlata devi
आईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर हमारे शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन का सकारात्मक प्रभाव के साथ साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है।सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है।इसकी मदद से आकलन में भी मदद मिलती है।बच्चो में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है।इसका सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है
ReplyDeleteबच्चे, जब पूर्वप्राथमिक/प्राथमिक कक्षाओं में अलग-अलग परिवेश से आते हैं, उनके लिए पाठशाला एक नई दुनिया की तरह होती है। पठन- पाठन एवं उनके विकास के लिए उनके समक्ष शिक्षक, पुस्तक, स्लेट, पेंसिल तथा चित्रों आदि के अलावा कुछ नहीं होता। अधिसंख्य विद्यार्थियों वाले कक्षाओं का संचालन , बच्चों के अधिगम,मुल्यांकन इत्यादि में समस्या उत्पन्न होती है। कक्षा हमेशा मनोरंजक, खुशनुमा नहीं बना रह पाता।
ReplyDeleteआईसीटी के अन्तर्गत टीवी, प्रोजेक्टर, स्मार्टफोन, कैमरा एवं रेडियो आते हैं। यदि बच्चों के स्तर के अनुसार आईसीटी का उपयोग करें तो बच्चों की उत्सुकता बढ़ने लगती है, सिखना खेल-खेल में मनोरंजक, खुशनुमा, एवं सार्वग्राही होता है, उन्हे चलचित्र के माध्यम से वास्तविक दुनिया का ज्ञान होता है, और आसानी से सीखते हैं। शिक्षक बिना थके मार्गदर्शन, समय-समय पर मूल्यांकन करते हैं, सीसीटीवी कैमरे की मदद से मूल्यांकन विशुद्ध एवं पारदर्शी होता है। इस तरह का शिक्षा बच्चों को स्वावलंबी, विश्लेषक, जिज्ञासु, खोजकर्ता एवं पारदर्शी बनाने में मदद करता है।
Unknown6 March 2022 at 05:06
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर शिक्षण अधिगम मुल्यंकन को सरलता से आदि द्वार समर्थनकार्ति है| इसकवाड़ा जल्दी, और रिकॉर्ड मुलंकां भी किया जा सकता है|बुनियादी स्तर पर ICT शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्रों दोनो को काफी मदद कर सकती है। ICT की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्यक्ष किया जा सकता है। बच्चों को जागृत और क्रियाशील रखा जा सकता है।
Bacchon ko swatantra roop se sikhne के लिए प्रेरित करता है और बुनियादी स्तर पर बच्चों में ज्ञानवृद्धि एवं बेहतर समझ को सकारात्मकता देता है। मूल्यांकन में भी मददगार है।
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर आईसीटी शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्रों को काफी मदद कर सकती है।यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से हम ज्ञान को कहीं भी कभी भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं।इसका सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर आईसीटी शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्रों दोनों के लिए काफी लाभदायक है। आईसीटी की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्येक किया जा सकता है। बच्चे जागृत और क्रियाशील रहते हैं। बुनियादी स्तर पर आईसीटी शिक्षण मूल्यांकन शिक्षक माता पिता और छात्र छात्राओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। इससे हमें यह जानकारी मिलती है की छात्र-छात्राओं के प्रगति का अंतर क्या है और इनके लिए किन-किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है।
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर आईसीटी हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ साथ अधिगम को भी प्रभावित करते हैं तथा सीखने सिखाने में भी सहयोग करते हैं तथा इस के सहयोग से आकलन में भी मदद करते हैं बच्चों में रचनात्मकता के साथ आईसीटी विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करते हैं इसके सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मकता का प्रभाव पड़ता है
ReplyDeleteICT refers to combination of software and hardware tools that helps in education to more easier and powerful presentation with unique understanding of relatives topic according to their choices.
ReplyDeleteICT बच्चों को रोचक और सुगमता पूर्वक सीखने में नयी तकनीकों का प्रयोग को प्रोत्साहन देती है.विभिन्न कौशलों का विकास और गतिविधियों को करने में बहुत सहयोग प्रदान करता है.बच्चॊ का सीखने का आकलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
ReplyDeleteICT make students and teachers more active.It promotes new Technic and Idias to the students.Students attach themselves automatically to new ideas.
ReplyDeleteAnil Tiwari
Assistant teacher
Govt M S Duldulwa
Meral, Garhwa, Jharkhand
ICT बुनियादी स्तर पर बच्चों में ज्ञान वृद्धि और विषयवस्तु की बेहतर समझ का निर्माण करने में सहायक हो सकता है यदि हम उन्हें इसके बेहत उपयोग की सतत जानकारी प्रदान करे |यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से हम ज्ञान को कहीं भी कभी भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं |ICT का उपयोग अगर सुगमता से करना सिख गए तो घंटो का काम मिनटों में किया जा सकता है। KISHOR KUMAR ROY UHS.KATHGHARI DEOGHAR
ReplyDeleteबुनियदि स्तर पर ICT शिक्षण मूल्याकान शिक्षण,शिक्षक और विद्यर्थी सभी के लिए जरूरी है।इस से ये जानकारी प्राप्त होता है कि छात्रो का स्तर क्या है और अब किन क्षेत्रों में कार्य करने की आवस्यकता है। kumardungi West Singhbhum
ReplyDeleteICT बुनियादी स्तर पर बच्चों में ज्ञान वृद्धि और विषयवस्तु की बेहतर समझ का निर्माण करने में सहायक हो सकता है यदि हम उन्हें इसके बेहत उपयोग की सतत जानकारी प्रदान करे |यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से हम ज्ञान को कहीं भी कभी भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं |ICT का उपयोग अगर सुगमता से करना सिख गए तो घंटो का काम मिनटों में किया जा सकता है kumardungi West Singhbhum
ReplyDeleteICT बुनियादी स्तर पर बच्चों में ज्ञान वृद्धि और विषयवस्तु की बेहतर समझ का निर्माण करने में सहायक हो सकता है यदि हम उन्हें इसके बेहत उपयोग की सतत जानकारी प्रदान करे |यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से हम ज्ञान को कहीं भी कभी भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं |ICT का उपयोग अगर सुगमता से करना सिख गए तो घंटो का काम मिनटों में किया जा सकता हैlसंत कुमार लाल, गिरिडीह
ReplyDeleteICT बुनियादी स्तर पर छात्रों को अधिक क्रियाशील एवं स्वतंत्र रूप से सीखने के लिए प्रेरित करता है उनमें रचनात्मकता संख्यात्मकता सहभागिता और ICT की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्यक्ष किया जा सकता है और भविष्य में आत्म सम्मान के साथ जीने की प्रेरणा देता है बच्चों को जागृत और क्रियाशील रखा जा सकता है ।
ReplyDeleteICT can play an important role in teaching, learning and evaluation. It helps us to teach the children in a better way so that we can share and recive learning contents easily. Students can learn through sharing contents each other using smartphones. We can evaluate the children by sending them questions and receiving their answers using smartphones computers etc.
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ-साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है। इसकी सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है। बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है
ReplyDelete,It is easy and very interesting learning, not boring like saw movie.
ReplyDeleteICT बुनियादी स्तर पर सीखने सिखाने की प्रक्रिया को सकारात्मक तरीके से प्रभावित करता है। इसके द्वारा बच्चों का समुचित मूल्यांकन भी संभव है।इसकी सहायता से बच्चों में रचनात्मकता सहभागिता और आत्मसम्मान के साथ जीने की भावना का विकास होता है।
ReplyDeleteWith ICT bunyadi ster par purvaprathmik/prathmik school k teacher and student both benefited.
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी शिक्षण मूल्यांकन शिक्षक माता पिता छात्र छात्राओं के लिए अत्यन्त आवश्यक है कि हमारे विद्याथियों की प्रगति का स्तर क्या है। ओर अब इसके लिए किन किन छेत्रो में कार्य करने की आवश्यकता है इसका सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है
ReplyDeleteIn our student learning competency can be increased by using the ICT in our teaching methods
ReplyDeleteWe can increase the learning competencies by using ICT methods. Students can learn easily by this methods,express their understanding & thought also.
ReplyDeleteवर्तमान परिपेक्ष में इंटरनेट की व्यापकता और हर हाथ में पहुंचता स्मार्टफोन आईसीटी शिक्षण को और भी ज्यादा प्रभावी और पहुंच वाला बनाता है यह बच्चों में सीखने की क्षमता का संवर्धन करते हुए सीखेगा कौशल का स्थाई समझ को विकसित करने में मदद करता है
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर बच्चे अपेक्षाकृत ज्यादा संवेदनशील होते हैं. इस अवस्था में बच्चों में सीखने की प्रवृति उग्र होती है. ICT का रचनात्मक एवं नियंत्रित अनुप्रयोग शिक्षण की प्रक्रिया को आसान बनाता है. बच्चों में अधिगम सुबोध एवं स्थायी प्रभाव वाले होते हैं. ICT का प्रयोग मूल्यांकन को रोचक, सरल बाल शुलभ बनाता है. शिक्षक की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है ICT का अनुप्रयोग के तरीका का चयन एवं सीमा. आचार्य राजेन्द्र प्रसाद प्रभारी प्रधानाध्यापक, राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय उपरलोटो, लातेहार.
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पर छात्रों को अधिक क्रियाशील एवं स्वतंत्र रूप से सीखने के लिए प्रेरित करता है उनमें रचनात्मकता, संख्यात्मकयता, सहभागिता और आईसीटी की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्यक्ष किया जा सकता है! और भविष्य में आत्म सम्मान के साथ जीने की प्रेरणा देता है! इस कारण हमें शिक्षण अधिगम मूल्यांकन में बहुत मदद मिलती है इस तकनीक का प्रयोग से बच्चों का समर्थन मूल्यांकन संभव है
ReplyDeleteICT is the one of the good way evolution for primary class
ReplyDeleteबच्चे, जब पूर्वप्राथमिक/प्राथमिक कक्षाओं में अलग-अलग परिवेश से आते हैं, उनके लिए पाठशाला एक नई दुनिया की तरह होती है।आईसीटी के अन्तर्गत टीवी, प्रोजेक्टर, स्मार्टफोन, कैमरा एवं रेडियो आते हैं। यदि बच्चों के स्तर के अनुसार आईसीटी का उपयोग करें तो बच्चों की उत्सुकता बढ़ने लगती है, सिखना खेल-खेल में मनोरंजक, खुशनुमा, एवं सार्वग्राही होता है, उन्हे चलचित्र के माध्यम से वास्तविक दुनिया का ज्ञान होता है, और आसानी से सीखते हैं।
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पर पूर्व प्राथमिक/प्राथमिक स्तर पर छात्रों के शिक्षण अधिगम स्तर पर विभिन्न प्रकार से सकारात्मक प्रभाव डालता है।जैसे वर्तमान समय में आईसीटी के अन्तर्गत टीवी, प्रोजेक्टर, स्मार्टफोन, कैमरा एवं रेडियो आते हैं। यदि बच्चों के स्तर के अनुसार आईसीटी का उपयोग करें तो बच्चों की उत्सुकता बढ़ने लगती है, सिखना खेल-खेल में मनोरंजक, खुशनुमा, एवं सार्वग्राही होता है, उन्हे चलचित्र के माध्यम से वास्तविक दुनिया का ज्ञान होता है, और आसानी से सीखते हैं। शिक्षक बिना थके मार्गदर्शन, समय-समय पर मूल्यांकन करते हैं, सीसीटीवी कैमरे की मदद से मूल्यांकन विशुद्ध एवं पारदर्शी होता है। इस तरह का शिक्षा बच्चों को स्वावलंबी, विश्लेषक, जिज्ञासु, खोजकर्ता एवं पारदर्शी बनाने में मदद करता है।
ReplyDeleteANIL KUMAR SINGH
AMS RANCHI ROAD
RAMGARH
छात्रों को अधिक क्रियाशील ,आत्मविश्वास को बढाने एवं उनके अधिगम स्तर को बढाने में ICT का उपयोग मील का पत्थर साबित होगा।
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पूर्व प्राथमिक प्राथमिक स्तर पर हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ-साथ अधिगम को प्रभावित करती है ।सीखने सिखाने में सहयोग करती है इसकी सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में मदद करती है इसका सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ReplyDeleteICT बुनियादी स्तर पर बच्चों को अधिक क्रियाशील एवं स्वतंत्र रूप से सीखने के लिए प्रेरित/उनमें रचनात्मकता सहभागिता और भविष्य में आत्म सम्मान के साथ जीने की प्रेरणा देता है/आजीवन सीखने की प्रेरणा और सामुदायिक संपर्क को आगे बढ़ाना आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहां बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव है इस तकनीक से बच्चों का मूल्यांकन आसानी से किया जा सकेगा /धन्यवाद
ReplyDeleteSUBHADRA KUMARI
ReplyDeleteRAJKIYAKRIT M S NARAYANPUR
NAWADIH BOKARO
ICT दुनिया को अंदर और बाहर दोनों रूप में प्रदर्शित करता है।
कभी भी कहीं भी, क्षमता के कारण आईसीटी पारंपरिक शैक्षिक माॅडल में क्रांतिकारी परिवर्तन को बढ़ावा देने की क्षमता रखता है।
ICT is a very comprehensive way of learning. Student as well as teacher both can help themselves to keep themselves updated with rest of the world. It can be used anywhere and anytime .
ReplyDeleteBinod kumar
ICT बुनियादी स्तर पर छात्रों को अधिक क्रियाशील एवं स्वतंत्र रूप से सिखने के लिए प्रेरित करता है। उनमे रचनात्मकता, सहभागिता और भविष्य में आत्मनिर्भरता के साथ जीने की प्रेरणा देता है। इस तकनीक के प्रयोग से बच्चों का समुचित मूल्यांकन संभव है।
ReplyDeleteआई सी टी बुनियादी स्तर (पूर्व प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर शिक्षण अधिगम मूल्यांकन में सकारात्मक सहयोग और अनुसमर्थन प्रदान करती है। यह विद्यार्थियों के क्षमता में वृद्धि, शिक्षण को आनन्ददायी एवम गुणवत्तापूर्ण बनाने तथा कौशल निर्माण की सुविधा का विस्तार करती है।आजीवन सीखने के अवसर के साथ सामुदायिक संपर्क के मौके को विस्तार देने में सहायक है।
ReplyDeleteबुनियदि स्तर पर ICT शिक्षण मूल्याकान शिक्षण,शिक्षक और छात्रों के लिए जरूरी है।इस से ये जानकारी प्राप्त होता है कि छात्रो का स्तर क्या है और अब किन क्षेत्रों में कार्य करने की आवस्यकता है।
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर हमारे शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन का समर्थन सकारात्मक अनुसमर्थन के साथ हर कदम पर करती है।विद्यार्थियों के क्षमता में वृद्धि,शिक्षण की गुणवत्ता,अधिगम की गुणवत्ता में वृद्धि,कौशल निर्माण की सुविधा,आजीवन सीखते रहना,सामुदायिक संपर्क को आगे बढ़ाना आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करा सकते हैं
ReplyDeleteप्रश्नानुसार,मेरे विचार से आई० सी० टी०,बुनियादी स्तर (पूर्व- प्राथमिक/प्राथमिक स्तर)हमारे शिक्षण अधिगम मूल्यांकन को निम्नवत समर्थन करती है--
ReplyDelete१) स्वयं निर्धारित गति से अधिगम को प्रोत्साहित करता है।
२) बच्चों में अवधारणा निर्माण को प्रोत्साहित करता है।
३) श्रव्य-दृश्य के साथ-साथ ज्ञानेंद्रिय ग्रहणशील रणनीति प्रदान करता है।
४) बच्चों के अधिगम की वृद्धि में सहायक होती है।
५) बच्चों में अधिगम हेतु साधनों को कहीं भी उपलब्ध कराता है।
६) बच्चों को कभी भी अधिगम का अवसर प्रदान करता है।
बुनियादी स्तर पर आईसीटी का उपयोग कर शिक्षण अधिगम आकलन एवं रचनात्मक क्रियाकलाप के साथ-साथ कौशल विकास संभव और सार्थक हो सकता है।
ReplyDeleteBuniyaad star per ICT ka upyog ka Shikshan adhigam aakalan rachnatmak Karya Kala ke sath sath Kaushal Vikas Sambhav aur Sarthak ho sakte hain
ReplyDeleteमेरे विचार से ICT बुनियादी स्तर पर शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन के क्षेत्र में पूरा समर्थन के लिए बिल्कुल सहमत हूं क्योंकि ICT उपयोग करते हुए अपने समय और गति जैसी शिक्षा सिद्धांतों पर दिया गया है । बच्चे के बीच उच्च स्तरीय सोच और Digital साक्षरता कौशल विकसित करने में मदद करता है । आंकलन और मूल्यांकन के उपयोग के साथ पहूंच और गुणवत्ता जैसी समस्याओं को कम किया जाता है । स्वयं निर्धारित गति से अधिगम और अवधारणा निर्माण को प्रोत्साहित करता है । श्रव्य-दृष्टि सहित ज्ञानेंद्रीय ग्रहणशील रणनीति प्रदान करता है जिससे अधिगम की वृद्धि होती है । अधिगम के साधनों का कहीं भी कभी भी अधिगम का अवसर प्रदान करता है । ... धन्यवाद ।
ReplyDeleteप्रा.वि.भैरवपुर,(धालभूमगढ़)
पूर्वी सिंहभूम , झारखंड ।
Buniyadi star per ICT Shikshak ka Chhatra donon ko Behtar prayog kar sakte hain
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर आईसीटी शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्रों दोनों के लिए काफी लाभदायक है। आईसीटी की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्येक किया जा सकता है। बच्चे जागृत और क्रियाशील रहते हैं। बुनियादी स्तर पर आईसीटी शिक्षण मूल्यांकन शिक्षक माता पिता और छात्र छात्राओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। इससे हमें यह जानकारी मिलती है की छात्र-छात्राओं के प्रगति का अंतर क्या है और इनके लिए किन-किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है। Ravndra prasad mahto ups haraiya tandwa chatra jharkhand
ReplyDeleteICT develop the memory as well as student are also interested
ReplyDeleteICT k use se bachon ko jiwant siksha milti hai. aur gehri chap chodti hai.
ReplyDeleteबच्चे, जब पूर्वप्राथमिक/प्राथमिक कक्षाओं में अलग-अलग परिवेश से आते हैं, उनके लिए पाठशाला एक नई दुनिया की तरह होती है। पठन- पाठन एवं उनके विकास के लिए उनके समक्ष शिक्षक, पुस्तक, स्लेट, पेंसिल तथा चित्रों आदि के अलावा कुछ नहीं होता। अधिसंख्य विद्यार्थियों वाले कक्षाओं का संचालन , बच्चों के अधिगम,मुल्यांकन इत्यादि में समस्या उत्पन्न होती है। कक्षा हमेशा मनोरंजक, खुशनुमा नहीं बना रह पाता।
ReplyDeleteआईसीटी के अन्तर्गत टीवी, प्रोजेक्टर, स्मार्टफोन, कैमरा एवं रेडियो आते हैं। यदि बच्चों के स्तर के अनुसार आईसीटी का उपयोग करें तो बच्चों की उत्सुकता बढ़ने लगती है, सिखना खेल-खेल में मनोरंजक, खुशनुमा, एवं सार्वग्राही होता है, उन्हे चलचित्र के माध्यम से वास्तविक दुनिया का ज्ञान होता है, और आसानी से सीखते हैं। शिक्षक बिना थके मार्गदर्शन, समय-समय पर मूल्यांकन करते हैं, सीसीटीवी कैमरे की मदद से मूल्यांकन विशुद्ध एवं पारदर्शी होता है। इस तरह का शिक्षा बच्चों को स्वावलंबी, विश्लेषक, जिज्ञासु, खोजकर्ता एवं पारदर्शी बनाने में मदद करता है।
GPS Urdu Murhu
Khunti.
आईसीटी बुनियादी स्तर पर छात्रों को अधिक क्रियाशील एवं स्वतंत्र रूप से सीखने के लिए प्रेरित करता है उनमें रचनात्मकता, संख्यात्मकयता, सहभागिता और आईसीटी की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्यक्ष किया जा सकता है! और भविष्य में आत्म सम्मान के साथ जीने की प्रेरणा देता है! इस कारण हमें शिक्षण अधिगम मूल्यांकन में बहुत मदद मिलती है इस तकनीक का प्रयोग से बच्चों का समर्थन मूल्यांकन संभव है
ReplyDeletePS Bhandarkunda Urdu
आई.सी.छात्रों के बीच गतिविधियों और यादों कि शक्ति का विकास करता है यह शैक्षिक सीखने की तकनीक और पद्धति को बदल सकता है।
ReplyDeleteICT बुनियाद स्तर पर बच्चों में ज्ञान वृद्धि और विषयवस्तु की बेहतर समझ का निर्माण करने में सहायक हो सकता है यदि हम उन्हें इसके बेहत उपयोग की सतत जानकारी प्रदान करे |यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से हम ज्ञान को कहीं भी कभी भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं |आईसीटी हमारी बहुत मदद करती है समय की भी बचत होती है और कंटेंट डिलीवर करने में हमें आसानी होती है। आईसीटी का शिक्षण अधिगम मूल्यांकन में महत्व काफी बढ़ जाता है
ReplyDeleteICT helps student in many ways for learning.It helps learning through entertainment.minim efforts ..maximum results....etc.
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर आईसीटी बच्चों को डीजिटल मुद्रण , नेट द्वारा विभिन्न बौद्धिक स्तर के ज्ञान, अनुकरण, अनुश्रवण, प्रयोगो की जटिलता को उम्रानुसार न केवल समझने में आसान बनाता है बल्कि बल्कि शंका का निवारण द्रुत एवं तेजी से करता है|उसी प्रकार शिक्षकों को पठन पाठन में बच्चों की समस्याएं का निवारण को नया आयाम देता है |नए तकनीक से शिक्षा प्रणाली बेहतर कार्य कर रही हैऔर दूरस्थ शिक्षा को आसान बना दिया है | इसके बारे में जितना कहें वह कम होगा | हिमांशु, दुमका
ReplyDeleteICT is very useful and helpful for students as well as for teachers to observe, evaluate and encourage students to learn Children of Pre-primary and Primary enjoy learning with the help of different activities.Ict provides help in these areas.
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व प्राथमिक/प्राथमिक स्तर पर) हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ-साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है। इसकी सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है। बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है। इस का सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है!
ReplyDeletePampam Kumar
Middle school koiri tola Ramgarh Jharkhand
स्वतंत्र रूप से सीखने के लिए प्रेरित करता है।उनमें रचनात्मकता,सहभागिता और भविष्य में आत्म - सम्मान के साथ जीने की प्रेरणा देता है। इस कारण हमें शिक्षण - अधिगम - मूल्यांकन में बहुत मदद मिलती है। इस तकनीक के प्रयोग से बच्चों का समुचित मूल्यांकन संभव है।
ReplyDeleteकालेश्वर प्रसाद कमल
प्रा विधालय झण्डापीपर गादी (द)
धनवार गिरिडीह
आईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर हमारे शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन का समर्थन हमें सीखने और सीखाने में तकनिकी रुप से विभिन्न गतिविधियां करने में सहयोग कराती है।
ReplyDeleteआई. सी. टी. बुनियादी स्तरपर छातरो को अधिक कियाशील एवं स्वतंत्र रुप से सीखने के लिए पेरित करता है ICT की सहायता से हमें बेहद उपयोग की जानकारी मिलती है यह एक एैसा माध्यम है जो हमें कभी भी कहीं भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं|
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर हमारे शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन का समर्थन सकारात्मक अनुसमर्थन के साथ हर कदम पर करती है।विद्यार्थियों के क्षमता में वृद्धि,शिक्षण की गुणवत्ता,अधिगम की गुणवत्ता में वृद्धि,कौशल निर्माण की सुविधा,आजीवन सीखते रहना,सामुदायिक संपर्क को आगे बढ़ाना आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करा सकते हैं।आई. सी. टी. बुनियादी स्तरपर छातरो को अधिक कियाशील एवं स्वतंत्र रुप से सीखने के लिए पेरित करता है ICT की सहायता से हमें बेहद उपयोग की जानकारी मिलती है यह एक एैसा माध्यम है जो हमें कभी भी कहीं भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं|
ReplyDeleteICT बुनियादी स्तर पर बच्चे में ज्ञान वृद्धि और विषय वस्तु की बेहतर समझ बनाने में सहायक हो सकता है।यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से हम ज्ञान को कभी भी कहीं भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं।
ReplyDeleteआई सी टी बुनियादी स्तर (पूर्व प्राथमिक/प्राथमिक स्तर पर) हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है। सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है। इसकी सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है। बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है। इसका सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ReplyDeleteआईसीटी का बुनियादी स्तर शिक्षण और सीखने के नवाचार में योगदान देता है, सीखने को प्रभावित करता है और मूल्यांकन में भी मदद करता है। इसका सहयोग बच्चों में रचनात्मकता को भी बढ़ावा देता है और उन्हें विभिन्न प्रकार के कौशल विकसित करने में मदद करता है।
ReplyDeleteबुनियादी स्तर या किसी भी स्तर के विद्यार्थियों को शिक्षण अधिगम व मूल्यांकन के संदर्भ में आईसीटी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।। पहले यह सामान्य मान्यता थी की शिक्षण अधिगम एवं मूल्यांकन का कार्य सिर्फ और सिर्फ कक्षा में ही किया जा सकता है किंतु आईसीटी के संदर्भ में पूर्व की सारी भ्रांतियां दूर हो गई। अब वर्तमान परिदृश्य में आईसीटी का इस्तेमाल कक्षा में, कक्षा के बाहर, कहीं भी कभी भी किया जा सकता है। आईसीटी के इस्तेमाल से शिक्षण कार्य काफी सुगम, आनंददायी एवं रोचक होती है।
ReplyDeleteराजेंद्र पंडित, सहायक शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय चांदसर,
ICT(पूर्व प्राथमिक/प्राथमिक स्तर पर) हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है। सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है। इसकी सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है। बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है। इसका सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। तारकेश्वर राणा upg ms ramu karma, chouparan, hazaribagh
ReplyDeleteReply
I C T bunyadi ster per (purb-prathmik/prathmik ster)per hamareshikshan-adhigam-mulyankan ka samarthan sakaratamak anusamarthan ke sath her kadam per kam karti hai. Vidyarthiyon ke khasmta mein vridhi,shikshan kigunwata,adhigam ki gunwata mein vridhi,koashal nirman ki suvidha,ajivan shikhte rahna,samudayik sampark ko age badhna adi aise khstra hain jahan unka sarvangin vikas sunishcit kara sakte hain.
ReplyDeleteICT का उपयोग पूर्व प्रथमिक और प्राथमिक वर्ग के लिए अधिगम को स्थाई बनाने के लिये बहुत महत्वपूर्ण होता है।
ReplyDeleteआईसीटी शिक्षण अधिगम बुनियादी स्तर पर शिक्षक और छात्र दोनों को काफी मदद कर सकतीहै |बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है|
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पर शिक्षण अधिगम की कार्य को काफी सरल कर दिया है ।इसके द्वारा बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षण ,आजीवन सीखते रहने का क्रम, सहभागिता, दूसरों के साथ संपर्क स्थापना करना, गुणवत्तापूर्ण अधिगम आदि सहज ही प्राप्त कर सकता है ।बच्चों में रचनात्मकता विभिन्न कौशल विकास में भी सहायता करता है।
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ-साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है। सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है। इसके सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है। बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करता है। इसके सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ReplyDeleteपूर्व प्राथमिक एवं प्राकृतिक स्तर पर उसका उपयोग 21वीं सदी की चुनौतियों से लड़ने में बच्चों को मजबूती प्रदान कर सकता है।
अंजय कुमार अग्रवाल
मध्य विद्यालय कोयरी टोला रामगढ़।
आईसीटी बुनियादी स्तर पर सभी शैक्षिक वातावरण में सीखे गए शिक्षण ,अधिगम और मूल्यांकन के लिए कैमरे का उपयोग, स्मार्टफोन वीडियो, टेलीविजन कार्यक्रम ,शैक्षिक कार्यक्रम सुनना ,मल्टीमीडिया कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के साथ बातचीत करना आदि विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण संसाधन हैं!
ReplyDeleteआईसीटी के द्वारा शिक्षक उपलब्ध न होने पर भी बड़ी संख्या में e-content और शिक्षण संबंधी जरूरतों को पूरा करती है !इस प्रकार आईसीटी में कौशल निर्माण में उसी प्रकार योगदान करने की क्षमता है, जिस प्रकार वे अधिगम और शिक्षण की गुणवत्ता में वृद्धि करते हैं अतः हम कर सकते हैं आईसीटी बुनियादी स्तर पर पूर्व प्राथमिक और प्राथमिक स्तर पर शिक्षण अधिगम मूल्यांकन का समर्थन करती है !
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पर बच्चों में ज्ञान वृद्धि और विषयवस्तु की बेहतर समझ का निर्माण करने में सहायक हो सकता है, यदि हम उन्हें इसके बेहत उपयोग की सतत जानकारी प्रदान करें |यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से हम ज्ञान को कहीं भी कभी भी सुगमता से प्राप्त करने में सक्षम होते हैं |ICT का उपयोग अगर सुगमता से करना सिख गए तो घंटो का काम मिनटों में किया जा सकता है।ये बहुत ही आसान तरीका हैं।Motiur Rahman, UPS-Chandra para, Pakur
आई.सी.टी. छात्रों के बीच गतिविधियों और यादों की शक्ति का विकास करता है यह शैक्षिक सीखने की तकनीक और पद्धति को बदल सकता है.
ReplyDeleteIct का उपयोग हम limit रख कर करने पर ठीक है.इसे हानि रहित बनाने के लिए limit less न करें
ReplyDeletePRAFULLA KUMAR DAS
BLOCK-UDHWA
DIST SAHIBGANJ
जैसा कि हम सभी जानते है कि ICT के अंतगत DATA संग्रह ,DATA भूल -सुधर ,नया DATA प्राप्त करना की प्रक्रीया शामिल है| ICT के माध्यम से बुनियादी स्तर पर शिक्षण कार्य शम्मिलित होने पर सीखने -सिखाने में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होगा क्योंकि यह अप्रत्यक्ष को अनेक रूपों पर प्रत्यक्ष रूप प्मरदर्रशित करने में सक्षम है| और मूल्यांकन काफी सरल होगा
ReplyDeletePHUL CHAND MAHATO
UMS GHANGHRAGORA
CHANDANKIYARI
BOKARO
ICT buniyadi star par chhatron ko adhik kriyashil avam swatantra rup se sikhne ke liye prerit karta hai. Unmen rachnatamakta, sahabhagita aurbhavishya me aatm-samman ke sath jine ki prerna deta hai. Is Karan hamen shikshan adhigam mulyankan men bahut madad milti hai. Is taknik ke prayog se bachchon ka samuchit mulyankan sambhav hai.
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पर छात्रों को अधिक क्रियाशील एवं स्वतंत्र रूप से सीखने के लिए प्रेरित करता है।उनमें रचनात्मकता,सहभागिता और भविष्य में आत्म - सम्मान के साथ जीने की प्रेरणा देता है। इस कारण हमें शिक्षण - अधिगम - मूल्यांकन में बहुत मदद मिलती है। इस तकनीक के प्रयोग से बच्चों का समुचित मूल्यांकन संभव है। Manoj kumar u p s Gargu lal B R C Thakur gangti (Godda)
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पर शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन को कभी भी कहीं भी संभव करने की सुविधा प्रदान करता है। यह शिक्षण- अधिगम- मूल्यांकन को उच्चतर स्तर प्रदान करता है। साथ ही साथ यह संपूर्ण प्रक्रिया को रोचक एवं चुनौतीपूर्ण बनाता है। यह बालक को अपनी गति एवं अपनी क्षमता के साथ अधिक अंक प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करता है। अतः आईसीटी बुनियादी स्तर पर शिक्षण-अधिगम -मूल्यांकन की प्रक्रिया में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने में सक्षम है
ReplyDeleteआईसीटी विद्यार्थियों के लिए अपने शिक्षकों से परस्पर संवाद करने, पाठ ओर विषय- वस्तु को समझने के लिए संपर्क करने और अपनी कठिनाइयों को हल करने का उचित माध्यम बन गयी है। बुनियादी स्तर पर आईसीटी शिक्षण मूल्यांकन शिक्षक, माता- पिता और छात्र छात्राओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। इससे हमें यह जानकारी मिलती है की छात्र-छात्राओं के प्रगति का स्तर क्या है और इनके लिए किन-किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है। कोरोना महामारी के भीषण दौर में इसकी उपयोगिता सभी ने स्वीकार की हैं।
ReplyDeletePathik ch.Dey,P.S Bardikanpur,Chakulia,East Singhbhoom
बुनियादी स्तर या किसी भी स्तर के विद्यार्थियों को शिक्षण अधिगम व मूल्यांकन के संदर्भ में आईसीटी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।। पहले यह सामान्य मान्यता थी की शिक्षण अधिगम एवं मूल्यांकन का कार्य सिर्फ और सिर्फ कक्षा में ही किया जा सकता है किंतु आईसीटी के संदर्भ में पूर्व की सारी भ्रांतियां दूर हो गई। अब वर्तमान परिदृश्य में आईसीटी का इस्तेमाल कक्षा में, कक्षा के बाहर, कहीं भी कभी भी किया जा सकता है। आईसीटी के इस्तेमाल से शिक्षण कार्य काफी सुगम, आनंददायी एवं रोचक होती है।
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर आईसीटी शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्रों दोनों को काफी मदद कर सकती है। आईसीटी की सहायता से अप्रत्यक्ष को प्रत्येक किया जा सकता है बच्चों की जागृत और क्रियाशील रखा जा सकता है.
ReplyDeleteबुनियाद स्तर पर ICT शिक्षक और छात्र दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। इससे बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने और शिक्षा देने विषय वस्तु को स्पष्ट करने में सुविधा होती है। आईसीटी के द्वारा कहीं भी ज्ञान प्राप्त की जा सकती है।
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व प्राथमिक/प्राथमिक स्तर पर) हमारे शिक्षण अधिगम का सकारात्मक प्रभाव के साथ-साथ अधिगम को भी प्रभावित करती है सीखने और सिखाने में भी सहयोग करती है। इसकी सहयोग से आकलन में भी मदद मिलती है। बच्चों में रचनात्मकता के साथ विभिन्न कौशल विकास में भी मदद करती है। इस का सार्थक उपयोग से अधिगम में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है
ReplyDeleteICT बच्चों के शिक्षण अधिगम के साथ साथ मूल्यांकन में भी उपयोग किया जाता है।ICT वर्तमान समय की मांग है। इसके द्वारा बच्चों में पढ़ाई के साथ जुड़ाव गहराता है। बहुत रुचि के साथ अपने शिक्षण कार्य को पूरा करते हैं।
ReplyDeleteICT ke prayog se bacche ka sarvagin Vikas sambhav se bacche adhik kriyashil AVN rachnatmak ho sakte hain isase shikshan adhigam mulyankan mein bahut madad milati hai iske dwara bacchon mein vibhinn prakar ke Kaushal viksit hote hain iske dwara sikhane sikhane ki prakriya atyant Labh prapt hai
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर आई सी टी शिक्षण अधिगम में शिक्षक और छात्र दोनों को काफी मदद कर सकती है।आई सी टी की सहायता से बच्चों को क्रियाशील रखा जा सकता है।
ReplyDeleteBuniyadi astar par ICT shikshan adhigam me shikshak or chhatra dono ko kafi madad Kar sakti hai.ICT Ki sahayta se bachho ko kriyashil rakha ja Sakta Hai.
ReplyDeleteBacche अलग-अलग parivesh se Vidyalay Aate Hain. Unke liye Vidyalay Ek alag mahaul Hota Hai. Jismein bacche Pustak Slate pencil AVN Chitron ke Sahyog Se sikhate Hain. Jise shikshakon ko mulyankan Mein samasya Hote Hain. Agar Ham bacchon Ko ICT ke Madhyam Se sikhate Hain To bacchon Mein utsukta badhati Hai. Aur aasani Se sikhate Hain. Jisse ham ICT dwara aasani se Sahi mulyankan kar sakte hain.
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर (पूर्व-प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर हमारे शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन का समर्थन सकारात्मक अनुसमर्थन के साथ हर कदम पर करती है।विद्यार्थियों के क्षमता में वृद्धि,शिक्षण की गुणवत्ता,अधिगम की गुणवत्ता में वृद्धि,कौशल निर्माण की सुविधा,आजीवन सीखते रहना,सामुदायिक संपर्क को आगे बढ़ाना आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करा सकते हैं।
ReplyDeleteICT buniyadi star per Hamare Shikshan adhigam mulyankan ka samarthan sakaratmak anusavarthan ke sath Har Kadam per karti hai vidyarthiyon ke kshamta mein vriddhi Shikshan ki gunvatta Jivan Aaj Jivan shivte Rahana Unka sarvagin Vikas sunishchit kara sakte hain ICT ki sahayata se bacchon ko kriyashil Rakh sakte hain
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पर बच्चों के अधिगम स्तर में वृद्धि करने में सहयोग करता है इससे बच्चों में सकारात्मकता एवं क्रियाशीलता बढ़ती है
ReplyDeleteAt elementary level ICT helps us to enhance teaching , learning and evaluation by making contents joyful,interesting,easy to convey and more attractive.It enables us to bind children's attention towards the contents which we want to deliver them.Moreover evaluation/assessment will also be a part of their learning process .
ReplyDeleteReply
Buniyadi star per ICT shikshan adhigam gatividhi mein bahut sahayak hai. yah bacchon ko apratyaksh se pratyaksh ka Anubhav karata hai. isase bacchon mein behtar samajh viksit hota hai .bacche Khel -Khel mein rochak dhang se sikhate Hain .ICT ke madhyam se ham adhigam kabhi bhi tatha kahin bhi sugamata se karane mein saksham hai.
ReplyDeleteICT ke Sarthak upyog se adhigam mein sakaratmak prabhav padta hai.
Manju Kumari
UPG PS PURANA SALDIH BASTI
Gamharia
Saraikela kharsawan
Jharkhand
अलग-अलग परिवेश से आते हैं, उनके लिए पाठशाला एक नई दुनिया की तरह होती है। पठन- पाठन एवं उनके विकास के लिए उनके समक्ष शिक्षक, पुस्तक, स्लेट, पेंसिल तथा चित्रों आदि के अलावा कुछ नहीं होता। अधिसंख्य विद्यार्थियों वाले कक्षाओं का संचालन , बच्चों के अधिगम,मुल्यांकन इत्यादि में समस्या उत्पन्न होती है। कक्षा हमेशा मनोरंजक, खुशनुमा नहीं बना रह पाता।
ReplyDeleteआईसीटी के अन्तर्गत टीवी, प्रोजेक्टर, स्मार्टफोन, कैमरा एवं रेडियो आते हैं। यदि बच्चों के स्तर के अनुसार आईसीटी का उपयोग करें तो बच्चों की उत्सुकता बढ़ने लगती है, सिखना खेल-खेल में मनोरंजक, खुशनुमा, एवं सार्वग्राही होता है, उन्हे चलचित्र के माध्यम से वास्तविक दुनिया का ज्ञान होता है, और आसानी से सीखते हैं। शिक्षक बिना थके मार्गदर्शन, समय-समय पर मूल्यांकन करते हैं, सीसीटीवी कैमरे की मदद से मूल्यांकन विशुद्ध एवं पारदर्शी होता है। इस तरह का शिक्षा बच्चों को स्वावलंबी, विश्लेषक, जिज्ञासु, खोजकर्ता एवं पारदर्शी बनाने में मदद करता है।यह सीखने की पद्धति और तकनीक को बदल सकता है।
ICT can be helpful in increasing the knowledge and better understanding of the subject in the children at the foundation level if we provide them continuous knowledge of its best use. are able to obtain.
ReplyDeleteGums khirabera Ormanjhi Kumari Sandhya Rani
आईसीटी के माध्यम से बच्चे आसानी से और जल्दी सीख जाते हैं अपने शैक्षिक गुणवत्ता को अधिक बेहतर बना सकते और वास्तविक दुनिया से अपने संबंध स्थापित कर सकते हैं इसके द्वारा अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर अपने ज्ञान में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
ReplyDeleteICT buniyadi star per bacchon mein rachnatmak aur kriyatmak Vikas karne mein Sahayak Hota Hai Aur bacchon Ko Kafi maja Aata Hai.
ReplyDeleteICT ke madhyam se bachhe asani se aur jaldi sikh jate hain. Bachhe apne shaikshanik gunwatta ko aur behtar bana sakte hain. Iske dwara adhik se adhik jankari prapt kar aapne gyan main bardotari kar sakte hain.
ReplyDeleteICT provides teachers an opportunity to teach the students in more scientific, compact and up to date manner. It provides him with better option to teach multilevel multigrade students at the same time. The teachers can engage other students in learning through ICT tools when he is dealing with the students of more need. The ICT can provide learning outside the class as well, such as at their homes in playground, in community halls, and wherever they can have access to the ICT tools. Although it is necessary to have a watch over the watching period and watching material of this students otherwise they can get access to unwanted and desired materials. ICT really provides you a lot of opportunity to enhance learning from pre primary level to lifelong.
ReplyDeleteSatendra Kumar Singh. UMS Kurum
ReplyDeleteबुनियादी स्तर पर ICT हमें एक अतिरिक्त शिक्षण संसाधन के रूप में हमें उपलब्ध होता है।
आईसीटी बुनियादी स्तर पर मुझे शिक्षण अधिगम एवम मूल्यांकन में सकारात्मक और व्यापक रूप से समर्थन करती है। शिक्षण के साथ अधिगम की गुणवत्ता में वृद्धि,सर्वत्र और हर वक्त उपलब्ध होने के कारण क्रियाशीलता में वृद्धि, आत्मनिर्भरता में वृद्धि,समुचित और कम समय में मूल्यांकन आदि कई सुविधाएं होने के कारण आईसीटी बच्चों के साथ शिक्षकों के विकास में सहायक है।
ReplyDeleteICTबुनियादी स्तर पर शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन स्तर को सरल,सहज और सुगम बनाने में बहुत ही अच्छी सुविधा है जिससे बच्चों की समझ और अधिक सुदृढ़ और परोक्ष बन जाती है यह बच्चों के साथ साथ हमारे लिए भी सहायक है।
ReplyDeleteआई सी टी पूर्व प्राथमिक एवं प्राथमिक स्तर पर शिक्षण अधिगम तथा सामान्य जीवन को सुविधा जनक बनाती है साथ ही इससे शिक्षण पद्धति में बच्चों की सक्रियता एवम रुचि भी बनी रहती है।
ReplyDeleteआई सी टी छात्रों के बीच गतिविधियों और स्मरण की शक्ति का विकास करता है,यह सीखने की तकनीक और पध्दति को बदल सकता है।
ReplyDeleteReply
आई सी टी हमारे जीवन में कदम कदम पर प्रयोग किया जाता है। बुनियादी स्तर पर सीखने के लिए टी एल एम के रूप में, दृश्य श्रव्य अधिगम सामग्री के रूप में तथा मूल्यांकन के उपकरण के रूप में इसका प्रयोग किया जाता है ।
ReplyDeleteबुनियादी स्तर या किसी भी स्तर के विद्यार्थियों को शिक्षण अधिगम व मूल्यांकन के संदर्भ में आईसीटी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पर बच्चों के लिए महत्वपूर्ण योगदान है बच्चे रुचि और जल्दी से समझ के साथ सीखते हैं वर्तमान समय में बच्चे मोबाइल द्वारा विभिन्न प्रकार के गेम आसानी से सीखते हैं और मोबाइल चलाना भी जान जाते हैं बच्चे मोबाइल के द्वारा कविता राइम्ज़ छोटी कहानियां और छोटे छोटे सेंटेंस आसानी से सीखते हैं इस प्रकार हम कह सकते हैं कि बच्चों के लिए आईसीटी बहुत ही महत्वपूर्ण और आवश्यक है
ReplyDeleteICT Buniyadi star par sikshan adhigam ka mulyankan ka smarthan karti hu kyounki is se bachcho ko bahut kuchh sikhaya ja sakta hai,bachche jin chijo ke bare nahijante uskoa asani se dikhakar bataya ja sakta hai.
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी स्तर पर बच्चों के लिए महत्वपूर्ण भाग है बच्चे रुचि और जल्दी से समझ के साथ सीखते हैं वर्तमान समय में बच्चे मोबाइल द्वारा विभिन्न प्रकार के गेम आसानी से सीखते हैं और मोबाइल चलाना भी जान जाते हैं बच्चे मोबाइल के द्वारा कविता अंग्रेजी राइम्ज़ छोटी-छोटी कहानियां आसानी से सीख लेते हैं आईसीटी बच्चों को सीखने में रुचिकर बनाती है कोविड-19 के कारण विद्यालय बंद होने से बच्चे शिक्षा के लिए आईसीटी का ही उपयोग करते थे अतः वर्तमान समय में आईसीटी विद्यालय में बच्चों को सिखाने के लिए उपयोगी है।
ReplyDeleteआईसीटी बुनियादी (पूर्व प्राथमिक/प्राथमिक)
ReplyDeleteस्तर पर हमारे शिक्षण-अधिगम-मूल्यांकन का समर्थन सकारात्मक रूप से बच्चो को क्रियाशील रखा जा सकता है तथा शिक्षक को भी काफी मदद मिलती है।
आई सी टी बुनियादी स्तर (पूर्व प्राथमिक/प्राथमिक स्तर) पर शिक्षण अधिगम मूल्यांकन में सकारात्मक सहयोग और अनुसमर्थन प्रदान करती है। यह विद्यार्थियों के क्षमता में वृद्धि, शिक्षण को आनन्ददायी एवम गुणवत्तापूर्ण बनाने तथा कौशल निर्माण की सुविधा का विस्तार करती है।आजीवन सीखने के अवसर के साथ सामुदायिक संपर्क के मौके को विस्तार देने में सहायक है।
ReplyDeleteउत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय जिरहुलिया हंटरगंज चतरा।
जब पूर्वप्राथमिक/प्राथमिक कक्षाओं में अलग-अलग परिवेश से बच्चे आते हैं, उनके लिए पाठशाला एक नई दुनिया की तरह होती है। पठन- पाठन एवं उनके विकास के लिए उनके समक्ष शिक्षक, पुस्तक, स्लेट, पेंसिल तथा चित्रों आदि के अलावा कुछ नहीं होता। अधिसंख्य विद्यार्थियों वाले कक्षाओं का संचालन , बच्चों के अधिगम,मुल्यांकन इत्यादि में समस्या उत्पन्न होती है। कक्षा हमेशा मनोरंजक, खुशनुमा नहीं बना रह पाता।
ReplyDeleteआईसीटी के अन्तर्गत टीवी, प्रोजेक्टर, स्मार्टफोन, कैमरा एवं रेडियो आते हैं। यदि बच्चों के स्तर के अनुसार आईसीटी का उपयोग करें तो बच्चों की उत्सुकता बढ़ने लगती है, सिखना खेल-खेल में मनोरंजक, खुशनुमा, एवं सार्वग्राही होता है, उन्हे चलचित्र के माध्यम से वास्तविक दुनिया का ज्ञान होता है, और आसानी से सीखते हैं। शिक्षक बिना थके मार्गदर्शन, समय-समय पर मूल्यांकन करते हैं, सीसीटीवी कैमरे की मदद से मूल्यांकन विशुद्ध एवं पारदर्शी होता है। इस तरह का शिक्षा बच्चों को स्वावलंबी, विश्लेषक, जिज्ञासु, खोजकर्ता एवं पारदर्शी बनाने में मदद करता है।
उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय जिरहुलिया। हंटरगंज चतरा।
आजकल बच्चे छोटी उम्र से ही मोबाइल पर एबीसी का खा गा मछली जल की रानी है बहुत सी मनोरंजक और रुचिकर कांटेक्ट देखते हैं और बहुत कुछ सीख जाते हैं इस तरह आईसीटी बुनियादी साक्षरता में अहम भूमिका निभा रही है
ReplyDeleteIn our time in elementary level we did not have much idea about information technology ! We studied it at higher levels.
ReplyDeleteBut ICT is increasingly becoming an essential mode to our lives. So it's learning at elementary level would certainly be of great benefits for the students ahead. It would work as good foundation and in turn would increase their knowledge and upkeep with the latest technologies!
आईसीटी के माध्यम से बच्चे आसानी से और जल्दी सीख जाते हैं अपने शैक्षिक गुणवत्ता को अधिक बेहतर बना सकते और वास्तविक दुनिया से अपने संबंध स्थापित कर सकते हैं इसके द्वारा अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर अपने ज्ञान में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
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