अवलोकन कौशल बच्चो के विज्ञान सीखने में किस प्रकार से सहायक होते हैं?
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आप अपनी कक्षा/ स्कूल में खिलौना क्षेत्र कैसे सृजित करेंगे – इस बारे में सोचें। डी-आई-वाई खिलौनों का सृजन करने में बच्चों की सहायता के लिए ...
Awlokan kaushal Kay dwara students ko visay vastu samajhnay mein aasani hoti hai.
ReplyDeleteजब छात्र किसी चीज का अवलोकन करते हैं।उनके मन मे जिज्ञासा होती है ये क्या है? कैसे बना है? क्या होता ? कैसे होता है ? यही चीज तो विज्ञान है।विषय मे उनका लगाव और जुड़ाव पैदा करता है।
DeleteYes by the help of Rubric Assessment can be done it makes the assessment easier rather than without rubric because it has specific ctiteria.
ReplyDeleteBy observing the subjects or topics or any problem solving projects the students understand the concept in a better way. So the observation is the best method to teach students.
ReplyDeleteScience Subject is subject of our daily life. The students can fill the different topics of Science Subject in their daily life. For example pollution or cleanliness , Health and Hygiene. Healthy mind lives in a Healthy body. For better health the environment should be clean.
ReplyDeleteRubric assessment is needed for the easier assessment of the children. Observation is also helpful in understanding different topics of Science Subject.
विज्ञान हमारी दिनचर्या है। विद्यार्थी अपने अपने तरीके से विज्ञान की अलग अलग विषय चुन सकता है। जैसे-:प्रदूषण और स्वच्छता आदि। स्वस्थ्य मन स्वस्थ्य शरीर में ही रहता हैं ।
ReplyDeleteby observing day to day activity children can easily learn science as all the activity related to scinece eg-cooking evaporation rain etc
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए
ReplyDeleteAvlokan se bacho Ko pramanikta ke saath science ke har pahlu Ko sikhne ke koushal ka vikash hota hai.
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए
ReplyDeleteBy observing ang thing by students or others they understand in better way. So observing is the best method of learning.
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चो के विज्ञान सीखने में अत्यंत सहायक होते हैं। अवलोकन किसी वस्तु में रूचि और जिज्ञासा उत्पन्न करता है। किसी भी वास्तु अथवा स्थिति के अवलोकन से हमारे मन मस्तिष्क में नए नए विचार जन्म लेते हैं। इसे प्रकट करने के पर्याप्त अवसर एवं इन विचारों का पोषण करने में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए। बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखने का अवसर प्रदान करना चाहिए। बच्चे को प्रयास करने के लिए प्रेरित करना एवं उनके प्रयासों की सराहना अनिवार्य रूप से करनी चाहिए।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है बच्चों को सरल भाषा में और सरल माध्यम से विज्ञान सीखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDeleteअवलोकन करना यानी किसी भी चीज को ऑब्जर्व करना देखना यह सीखने में बहुत ही सहायक होता है जैसे मान लीजिए हम पौधे के प्रकार के बारे में बता रहे हैं तो बच्चों को बाहर ले जाएंगे और प्रकृति के बीच में ले जा करके बताएंगे कि किसको वृक्ष करते हैं ,कौन सा झाड़ी है ,कौन सा शाक है उसी तरह से पतियों के विभिन्न प्रकार पतियों की बनावट फूलों की बनावट प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया ऐसे विज्ञान के बहुत सारे क्रियाकलाप है विभिन्न प्रकार के प्रयोग है जिन्हें बच्चे करके खुद से देखेंगे तो उन्हें ज्यादा स्पष्ट रूप से समझ में आएगा।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है बच्चों को सरल भाषा में और सरल माध्यम से विज्ञान सीखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDeleteअबलोकन कोशल से छात्र की समझ बेहतर होता है समझ पक्का होता है
ReplyDeleteविज्ञान सीखने के लिए सदा सरल भाषा के इस्तेमाल और apne आस-पास की चीज़ों के द्वारा ही प्रयोगात्मक विधि कर समझना आसान होता है । अपने परिचित वस्तुओं का अवलोकन कर उत्पन्न जिज्ञासा को ज्यादा बेहतर तरीके से शांत की जा सकती है ।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल से बच्चो के समझ बेहतरीन होता हैं इससे बच्चे सरलता के साथ विज्ञान को समझा आसान हो जाता हैं।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चो के विज्ञान सीखने मे बहुत सहायक है। अवलोकन कौशल से बच्चे किसी भी वस्तु के बारे मे जिज्ञासा एव रुचि से वस्तु के विभिन्न गुणो के सारे पहलुओ का अध्ययन करते है। अवलोकन से उनका वस्तु के गुणो कि समझ बनती है।
ReplyDeleteबच्चे जिज्ञासु होते हैं, उनमें अवलोकन के गुण स्वाभाविक रूप से होते हैं। वह अवलोकन करते हैं और अपना ज्ञान बनाते हैं। किसी वस्तु को देखकर उसके आकार , उसमें गति , उसे स्पर्श कर महसूस करते हैं दूसरों से तुलना करना सीखते हैं। किसी भी सामग्री या सामने आए कुछ भी को देखकर अवलोकन करता है और उसके बारे में जानना चाहता है। इसलिए अवलोकन का कौशल बहुत ही आवश्यक है बच्चों को सीखने के लिए।
ReplyDeleteAvlokan ek prarambhik vigyan aadharit avdharana hai jo hamen kisi bhi prakriya ya karan ko samjhane menin madad karti hai. Bacchon mein iska development ati aawashyak hai.
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज हैं इससे बच्चों में सोच की प्रवृत्ति बढती है
ReplyDeleteअवलोकन से जिज्ञासा का जन्म होता है।अवलोकन के द्वारा विज्ञान के सिद्धांतों और उनके तार्किक पक्ष पर जाने हेतु बच्चों को मार्ग मिलता है।
Deleteअवलोकन कौशल बच्चों के लिए विज्ञान सीखने में अत्यंत सहायक होते हैं।अवलोकन द्वारा बच्चे विज्ञान के तार्किक पक्ष को आसानी से आत्मसात करते हैं।
Deleteविज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल का काफी महत्व है। अवलोकन से ही बच्चों किसी वस्तु के प्रति जिज्ञासा पैदा होती है अतः हमें विज्ञान सीखाने में बच्चों को अवलोकन का भरपूर मौका देना चाहिए।
ReplyDeleteमनुष्य अपने आसपास के वातावरण के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहा है उसी प्रकार अवलोकन कौशल में बच्चे अपने आसपास के वस्तुओं को अब लोकगीत कर उसके प्रति जिज्ञासा उत्पन्न होती है वह कहीं ना कहीं विज्ञान को सीखने और सिखाने में काफी मदद करती है
ReplyDeleteये सही है कि अवलोकन,जिज्ञासा का जन्मदाता है। करके सीखना विज्ञान का मूलभूत आवश्यकता और मांग है। अवलोकन करने से कुछ प्रश्न मन में आते हैं। जैसे ये क्या है? ये कैसा है? ये ऐसा क्यूँ है। यही सवाल बच्चों को खोज और प्रयोग की ओर अग्रसर करती है। इस तरह अवलोकन बच्चों को सीखने में मदद करती है।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल से बच्चे आसानी से सिख पाते हैं क्योंकि इस माध्यम से उन्हें स्वयं कुछ करके सीखना होता है,इससे उनकी रुचि बढ़ जाती है।
ReplyDeleteइससे उनकी सोचने तर्क करने की क्षमता भी develpoe होने लगती है।
अवलोकन मानव या यों कहें सभी जंतुओं की एक स्वाभाविक प्रवृत्ति है.चूंकि हर प्राणी के साथ साथ मानव को भी किसी न किसी वस्तुओं,स्थानों ,घटनाओं या लोंगों के साथ जीवन निर्वाह करना होता है ,जो उसके जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डालते हैं .इसलिए उनकी पहचान करना ,उनका प्रयोग करना आदि की जानकारी जरूरी हो जाती है .शायद इसीलिए प्रकृति ने जिज्ञासा जैसे गुण से हमें अलंकृत किया है .
ReplyDeleteजिज्ञासा शांत करने हेतु पहला प्रयास अवलोकन होता है और अवलोकन ही हमारी जिज्ञासा को बढ़ाती भी है .इसी पारस्परिक क्रिया प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप ज्ञान का सृजन होता है .
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि अवलोकन हमारे अंदर के क्या ,क्यों,कैसे वाली जानकारी अर्जित करने की शुरूआती और सर्वश्रेष्ठ प्रक्रिया है .
अवलोकन कौशल बच्चों के विज्ञान सीखने में अत्यन्त सहायक होते है । अवलोकन से किसी भी चीजों या वस्तुओं के बारे में रुचि उत्पन्न कर जिज्ञासा को बढ़ावा देता है और अपने- अपने सोच के साथ नए- नए विचारों को उत्पन्न करते है । इसी तरह शिक्षकों द्वारा परिचित अनुभवों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतों को विभिन्न सरल तकनीकि इकाइयों और मॉडलों का डिज़ाइन कर सहजतापूर्वक सीखने का अवसर प्रदान करती है ।
Deleteअवलोकन कौशल बच्चों के विज्ञान सीखने में बहुत सहायक है ।बच्चे जिज्ञासु होते हैं ।उसमें अवलोकन के गुण स्वाभाविक रूप से होते हैं ।वह अवलोकन करता है और अपना ज्ञान बढ़ाते हैं ।किसी वस्तुओं को देखकर उसके आकार ,उसमें गति, उसे स्पर्श कर महसूस करते हैं ।दूसरों से तुलना करना सीखते हैं ।किसी भी सामग्री या सामने आए कुछ भी वस्तु को देखकर अवलोकन करता है और उसके बारे उसके बारे में जानना चाहता है ।
Deleteअवलोकन कौशल से बच्चें विज्ञान आसानी से सिख पाते हैं, क्योंकि इस माध्यम से उन्हें स्वयं कुछ करके सीखना होता है। इससे उनकी रूचि बढ़ जाती हैं।
Deleteविज्ञान हमारी दिनचर्या है। विद्यार्थी अपने अपने तरीके से विज्ञान की अलग अलग विषय चुन सकता है। जैसे-:प्रदूषण और स्वच्छता आदि। स्वस्थ्य मन स्वस्थ्य शरीर में ही रहता हैं
ReplyDeleteविज्ञान हमारी दिनचर्या है। विद्यार्थी अपने अपने तरीके से विज्ञान की अलग अलग विषय चुन सकता है। जैसे-:प्रदूषण और स्वच्छता आदि। स्वस्थ्य मन स्वस्थ्य शरीर में ही रहता हैं
ReplyDeleteAwlokan se bachchon main jigyasa paida hoti hai. Jigyasa bachchon ka swabhavik gun hai. Kisi vastu ko dekh kar uooske aakar,uoosmain gati,uoose sashparsh kar mahsus karte hain. Dusron se tulna karna sikhte hain. Bachhe parichit anubhavon ke madhyam se Vigyan ke sidhanton ko asani se sikhte hain.
Deleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है। अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है। बच्चों को परिचित अनुभवों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए, बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और माडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल जिज्ञासा का जन्मदाता है। अवलोकन तकनीकी सिंद्धातो एवं माडलों को डिजाइन कर विज्ञान सीखने में काफी मददगार होता है।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल के द्वारा बच्चों को विज्ञान सीखने में आसानी होती है ।इसके माध्यम से वे खुद ही अपनी रूचि के अनुसार विषयों का चयन कर उनका अध्ययन करते हैं ।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का प्रार्दुभाव अवलोकन से ही होता है। आसपास की दुनियां को देखने, विभिन्न ध्वनियों को सुनने,विभिन्न गंधों को लेने, विभिन्न सतहों को छूने या स्वाद के आधार पर अवलोकन किया जाता है। इन्ही अवलोकन, कौशलों के आधार पर बुनियादी, संज्ञानात्मक, मनोदैहिक कौशल प्राप्त करने के लिए गतिविधियों द्वारा बच्चे विज्ञान सिख सकते हैं और तकनीकी और मात्रात्मक कौशल में विकास कर सकते हैं।
ReplyDeleteसही है। अवलोकन काफी हद तक वास्तविक परिस्थितियों से छात्र को जोड़ता है।
Deleteअवलोकन कौशल से बच्चो के समझ बेहतरीन होता हैं इससे बच्चे सरलता के साथ विज्ञान को समझा आसान हो जाता हैं।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल की मदद से छात्रों को विज्ञान समझने में आसानी होती है।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल से बच्चों में बेहतर समझ का विकास होता है इससे बच्चे जिज्ञासु होते हैं तथा उनमें बेहतर समझ का विकास होता है।
ReplyDeleteअवलोकन छात्रों के मन -मस्तिष्क में यह छवि बनाने में सहायक है कि विज्ञान सिर्फ प्रयोगशाला में घटित होने वाली घटना नहीं है बल्कि हमारे चारों ओर होने वाली घटनाएँ भी विज्ञान से संबंधित हैं।साथ ही यह प्रचलित तथ्य है कि बच्चे सुनने की अपेक्षा 100 गुना ज्यादा देख कर अर्थात अवलोकन कर सीखते हैं।क्योंकि अवलोकन के दौरान आँख और कान तो क्रियाशील रहते ही हैं साथ ही मन-मष्तिक भी संबंधित तथ्य से जुड़ा रहता है।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल छात्रों को विज्ञान सीखने में काफी सहायता करता है । छात्र जब अवलोकन करता है तब उसका ध्यान उस विषय पर केंद्रित रहता है जिस विषय का वह अवलोकन कर रहा होता है। इस प्रकार वह अवलोकन कर उस विषय की बारीकियों पर अपना ध्यान केन्द्रित करता है और विषय को अच्छी तरह से समझता है । विज्ञान विषय में अवलोकन बहुत आवश्यक है । अवलोकन करने के पश्चात ही वह उचित निर्णय लेने में सक्षम होता है ।
ReplyDeleteप्रशान्त कुमार दत्त
शिक्षक,रा0म0वि0,गढ़गाँव(ईटकी) राँची झारखण्ड
अवलोकन जिज्ञासा का बीज है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए ।
ReplyDeleteMahendra saw, UMS Ukharsal jamua Giridih
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासाका बीज है। जिससे छात्राओं को विज्ञान सीखने में मन मस्तिष्क में छवि बनाने में सहायता प्रदान करता है तथा अवलोकन कर उस विषय पर ध्यान केंद्रित करता है।
अवलोकन मानव के स्वभाविक गुण है।मानव अपने आस पास के जैविक अजैविक चीजो का अवलोकन करता रहता है।मनुष्य स्वभाविक रूप से जिज्ञासु होते हैं, अवलोकन उसके जिज्ञासा को और बढ़ती है।जिससे विभिन्न प्रकार के खोज और विकास सम्भव हो सका ।
ReplyDeleteअतः हम कह सकते हैं कि अवलोकन विज्ञान सीखने के लिए बीज का कार्य करता है ।
अवलोकन मानव के स्वभाविक गुण है।मानव अपने आस पास के जैविक अजैविक चीजो का अवलोकन करता रहता है।मनुष्य स्वभाविक रूप से जिज्ञासु होते हैं, अवलोकन उसके जिज्ञासा को और बढ़ती है।जिससे विभिन्न प्रकार के खोज और विकास सम्भव हो सका ।
Deleteअतः हम कह सकते हैं कि अवलोकन विज्ञान सीखने के लिए बीज का कार्य करता है ।
अवलोकन मानव का स्वभाविक गुण है।मानव अपने आस पास के जैविक अजैविक भौतिक चीजो का अवलोकन करता रहता है ।मनुष्य स्वभाविक रूप से जिज्ञासु होते हैं, अवलोकन उनके जिज्ञासा को और बढ़ते हैं, जिससेविभिन्न प्रकार के खोज और विकास सम्भव हो सका है।विभिन्न प्रकार के अवलोकन उनके अनुभव को बढ़ाते हैं।
ReplyDeleteअतः हम कह सकते हैं कि अवलोकन विज्ञान सीखने के लिए बीज का कार्य करते हैं।
आशुतोष कुमार पांडेय उ उर्दू मध्य विद्यालय चन्द्रिकाला प्रतापपुर चतरा झारखंड ।
Ablokan ek sahaj saral baigyanik padhati hai jisse bachhe APNI anubhab Ka prayog karte hue Nate gyan hasil karte hain Jo chirsthayi hits hai.
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चौ के विज्ञान सीखने मे अत्यंत सहायक है इससे बच्चे रुचि पूर्वक सीखते है।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल से बच्चों को वास्तविक ज्ञान प्राप्त होता है । यह रूचिकर भी है ।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चों को वास्तविक ज्ञान प्रदान करता है और पाठ को रूचिकर बनाता है ।
ReplyDeleteAvlokan se bachon me kisi vastu ya ghatna ke bare me jgyasa badti ha ha.For example agar bachon ko poudhe ke part ke bare me padana ha to use poudhe dikhakr batayenge to we ruchi lenge.
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए ।विज्ञान हमारी दिनचर्या है। विद्यार्थी अपने अपने तरीके से विज्ञान की अलग अलग विषय चुन सकता है। जैसे-:प्रदूषण और स्वच्छता आदि। स्वस्थ्य मन स्वस्थ्य शरीर में ही रहता हैं ।
ReplyDeleteबच्चे शुरु से ही परिवेश के प्रति जिज्ञासु प्रवृत्ति के होते हैं।
ReplyDeleteवे जानना चाहते हैं कि दुनया कैसे काम्ं करती है और इसप्रकार अवलोकन उनका स्वाभविक गति विधि है ।
विद्यार्थियों में अवलोकन क्षमता विकसित करने से विज्ञान शिक्षण को सरल रोचक व प्रभावी बन जाता है।
इस प्रकार अवलोकन कौशल विज्ञान सिखने में सहायक है।
Vigyan:-dekhkar,sunkar aur karke parinam tak pahunchne ko manyata deta hai.Avlokanjigyas ka bij hai arthath jigyasa ka abhipray kisi vastu ka avalokan ke paschat bachon me vigyan sikhne ke liye prerit hote hain
ReplyDeleteविज्ञान का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है। विज्ञान हमारे जीवन को सरल बनाने के लिए एक अहम भूमिका निभाता है। नये नये अनुसंधानों से जीवन में नए आयामों का उदभव हुआ है। राम चन्द्र मिश्र, धनबाद।
ReplyDeleteBachche kar ke jyada sikhte h esliye jyada fayda hoga
ReplyDeleteVigyan sikhne ke liye awlokan bahut jaroori hai. Awlokan matlab kisi v vastu ko dekhna aur jab hum kisi vastu ko dekhte hai to ooske baare me hamare mann me bahut saari jigyasa ootpann hoti hai. Jaise jab hum pradoosan ke bare me chhatro se baat karte hai to ve swayam batayenge kii apne aas pass kin karno se pradoosan badh raha hai,jaise ped poudhe katne se,koyla ke prayog se aadi.
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Deleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है बच्चों को सरल भाषा में और सरल माध्यम से विज्ञान सीखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDeleteReply
Vigyan sikhne ke liye awlokan bhaut jaroori hai. Avlokan matlab kisi bhi vastu ko dekhna. Or dekhne se us vastu me hamari zigyasa badhti hai usey janne ki pahchanne ki.
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है बच्चों को सरल भाषा में और सरल माध्यम से विज्ञान सीखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDeleteअवलोकन एक प्रारंभिक विज्ञान आधारित अवधारणा है जो हमें किसी भी प्रक्रिया या कारण को समझने में मदद करती है । अवलोकन जिज्ञासा का बीज है इससे बच्चों में सोच की प्रवृत्ति बढ़ती है।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चों के विज्ञान सीखने में बहुत ही सहायक है।बच्चें जिज्ञासु होते हैं, उनमें अवलोकन करने के गुण स्वाभाविक रूप से होते हैं। अवलोकन कौशल से बच्चें किसी भी वस्तु के बारे में जिज्ञासा एवं रूचि से वस्तु के विभिन्न गुणों के सभी पहलुओ का अध्ययन करते हैं तथा वे वस्तु के गुणों की समझ एवं ज्ञान बनाते हैं।वह किसी वस्तु को देखकर उसके आकार,उसकी गति, उसे स्पर्श कर महसूस करते हैं और दूसरो से तुलना करना सीखते हैं तथा उसके बारे में जानना चाहते हैं।इसलिए अवलोकन कौशल बच्चों को सीखने के लिए बहुत ही आवश्यक है।
ReplyDeleteकिसी भी वस्तु व स्थिति के अवलोकन करने से (साक्षात्कार करने से) बच्चों में उसके बारे में जानने की अभिलाषा उत्पन्न होती है। यही जिज्ञासा, उन्हें विशेष जानने और समझने की ओर प्रेरित करती है। बच्चे उत्सुकता पूर्वक वस्तु व घटना के बारे में जानने के लिए विशेष प्रयत्न करते हैं एवं उनके गुणों व अवगुणों का संग्रह भी। अवलोकन के द्वारा ही बच्चों को वैज्ञानिक सिद्धांतों और उनके तार्किक पक्षों को जानने और समझने का अवसर मिलता है। अवलोकन करने से बच्चों में,.…. क्या है ?
ReplyDelete……कैसा है ?....क्यों है ?आदि प्रश्न उत्पन्न होते हैं ।जो उन्हें अधिक से अधिक खोज करने के लिए प्रेरित करता है तथा प्रयोग की ओर अग्रसर भी।
Bachche dekh kar jaldi or behtar dhang se shikhte hain.
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का वास्तविक प्रारूप है जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है। बच्चों के परिचित अनुभवों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांत को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए और बच्चों को सरल तकनीक और माडलों लेकर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का वास्तविक प्रारूप है जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है। बच्चों के परिचित अनुभवों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांत को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए और बच्चों को सरल तकनीक और माडलों लेकर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए।
ReplyDeleteकिसी भी वस्तु व स्थिति के अवलोकन करने से (साक्षात्कार करने से) बच्चों में उसके बारे में जानने की अभिलाषा उत्पन्न होती है। यही जिज्ञासा, उन्हें विशेष जानने और समझने की ओर प्रेरित करती है। बच्चे उत्सुकता पूर्वक वस्तु व घटना के बारे में जानने के लिए विशेष प्रयत्न करते हैं एवं उनके गुणों व अवगुणों का संग्रह भी। अवलोकन के द्वारा ही बच्चों को वैज्ञानिक सिद्धांतों और उनके तार्किक पक्षों को जानने और समझने का अवसर मिलता है। अवलोकन करने से बच्चों में,.…. क्या है ?
ReplyDelete……कैसा है ?....क्यों है ?आदि प्रश्न उत्पन्न होते हैं ।जो उन्हें अधिक से अधिक खोज करने के लिए प्रेरित करता है तथा प्रयोग की ओर अग्रसर भी।
अवलोकन जिज्ञासा तथा रूचि की शुरुआत है। बच्चों को सरल भाषा में विज्ञान सीखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDeleteAoulokan jigyasa ratha roochi ki shuruat h bachchon kosaral bhasha me vigyan sikhne keliye protsahit Karna chahye
ReplyDeleteअवलोकन कौशल से बच्चे आसानी से सिख पाते हैं क्योंकि इस माध्यम से उन्हें स्वयं कुछ करके सीखना होता है,इससे उनकी रुचि बढ़ जाती है।
ReplyDeleteइससे उनकी सोचने तर्क करने की क्षमता भी develpoe होने लगती है।
अवलोकन कौशल से बच्चों आसानी से सिख पाते हैं, क्योंकि इस माध्यम से उन्हें स्वंय कुछ करके सीखना होता है।इससे उनकी रूचि बड़ जाती है
ReplyDeleteAvlokan se science asani se sikh sakte hai
ReplyDeleteBy science the children can easily learn their subject matter step by step.Any doubt may be solved by practical with teachers .
ReplyDeleteबच्चों अवलोकन तरीके से जल्दी सिखाते है।
ReplyDeleteAvlokan koishal se chatra ki samjh behtar hoti h
ReplyDeleteAwlokan kosal vigyan sikhne ka ak bara kausal hai.awlokan Karen ke bad apne mastisk me store karta hai phir estemal karta hai.
ReplyDeleteअवलोकन विज्ञान में रूचि और जिज्ञासा उत्पन्न करता है जिससे बच्चें विज्ञान को बेहतर ढंग से सिख और समझ सकते हैं।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए
ReplyDeleteअवलोकन कौशल से बच्चे जल्दी सिखते है|
ReplyDeleteअवलोकन से जिज्ञासा का जन्म होता है।अवलोकन के द्वारा विज्ञान के सिद्धांतों और उनके तार्किक पक्ष पर जाने हेतु बच्चों को मार्ग मिलता है।
ReplyDeleteवास्तव में किसी भी वस्तु के अवलोकन से हमारे दिल व दिमाग में उस वस्तु से संबंधित अनेकों विचार पैदा होते हैं। क्योंकि,अवलोकन से उस वस्तु के प्रति रुचि अथवा अरूचि और जिज्ञासा भी पैदा हो जाती है।
ReplyDeleteअतः हम निसंकोच कह सकते हैं कि, अवलोकन कौशल बच्चों के विज्ञान सीखने में बहुत ही सहायक होता है ।
Avlokan k dwara bachhe kisi v vishay ko jyade achhe se samajh sakte hain kunki wo isme koi v chij dekh kar kuch karne ko prerit hote hain isliye awlokan kaushal dwara vigyan padhana sabse uttam hai.Isse bachhon me Ruchi v jagegi aur achhe se samajh v sakenge.
ReplyDeleteबच्चे जिज्ञासु होते हैं,उनमें अवलोकन के गुण स्वाभाविक रूप से होते हैं। वह अपने सामने दृश्य वस्तु का अवलोकन करते हैं और अपना ज्ञान बढ़ाते हैं। किसी वस्तु को देखकर उसके आकार ,उसमें गति स्पर्श कर महसूस करते हैं दूसरों से तुलना करना सीखते हैं। किसी भी सामग्री या सामने आए कुछ भी वास्तु को देखकर अवलोकन करता है और उसके बारे में जानना चाहता है और वस्तुओं के विभिन्न गुणों का अवलोकन करता है और उसके बारे में जानकारी प्राप्त करता है अतः अवलोकन का कौशल बहुत ही आवश्यक है बच्चों को सीखने के लिए।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है बच्चों को सरल भाषा में और सरल माध्यम से विज्ञान सीखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDeleteअवलोकन का कौशल बहुत ही आवश्यक है विज्ञान विषय के माध्यम से बच्चों को सीखने के लिए।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चों को विज्ञान सीखने में अत्यंत सहायक होता है । अवलोकन किसी वस्तु में रूचि और जिज्ञासा उत्पन्न करता है । किसी भी वस्तु अथवा स्थिति के अवलोकन से हमारे मन मस्तिष्क में नये नये विचार उत्पन्न होते हैं । अवलोकन का मन मस्तिष्क में ऐसा प्रभाव डालता है कि वह उस तथ्य को भूलता ही नहीं है । वह उसके मानस पटल पर अमिट छाप बन जाता है ।
ReplyDeleteराजेंद्र प्रसाद
उ. म. वि. ईचातु
अवलोकन द्वारा ही बच्चों में जिज्ञासा उत्पन्न होती है और वे पर्यावरण के विभिन्न वस्तुओं,जीव-जंतुओं इत्यादि में निहित विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों को सीखने के लिए अपने आप को तैयार करते है । अवलोकन द्वारा ही बच्चों के मन - मस्तिष्क में विभिन्न विचारों , प्रश्नों का निर्माण होता है । फिर वे अपने अनुभवों के आधार पर अपने साथियों,अभिभावकों तथा शिक्षकों के सहयोग से विभिन्न गतिविधियों एवं क्रियाकलापों के द्वारा समस्या का समाधान करने के लिए अग्रसर होते हैं।अवलोकन एक कौशल है जिसमें बच्चे अपनी ज्ञानेंद्रियों का उपयोग करते हैं । तरह विज्ञान सीखने की पहली सीढ़ी अवलोकन कौशल ही है
ReplyDeleteअवलोकन कौशल से बच्चो के समझ बेहतरीन होता हैं इससे बच्चे सरलता के साथ विज्ञान को समझा आसान हो जाता हैं।
ReplyDeleteAvlokan se science asani se sikh sakte hai.
ReplyDeleteअवलोकन कैशल विज्ञान सीखने की पहली सीढ़ी है।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए
ReplyDeleteपंकज कुमार ओझा
ReplyDeleteसहायक शिक्षक
मध्य विद्यालय झखरा, ठाकुरगंगटी, गोड्डा
अवलोकन का अर्थ देखना, निहारना होता है। किसी भी वस्तु को देखने मात्र से ही बच्चे में उसके प्रति जिज्ञासा देखने को मिलती हैं। बच्चे उस वस्तु को लेने, उसे जानने, परखने और उसके बारे में जानकारी लेने को आतुर हो जाते हैं, यह सारी बदलाव बच्चे के एक मात्र अवलोकन से देखने को मिलती हैं।
बच्चे या मनुष्य आरंभ से ही जिज्ञासु रहें हैं और आज भी वह प्रवृत्ति जागृत हैं। अतः अवलोकन ही बच्चे में विज्ञान सीखने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देते हैं और ऐसा होता है।
विद्यार्थी अपने अपने तरीके से विज्ञान की अलग अलग विषय चुन सकता है। जैसे-:प्रदूषण और स्वच्छता आदि। स्वस्थ्य मन स्वस्थ्य शरीर में ही रहता हैं ।
ReplyDeleteअवलोकन से हमें विज्ञान के प्रति उत्सुकता बढ़ती है या अवलोकन देख कर गंध लेकर स्वाद से छूकर हम करते हैं अवलोकन हमें किसी भी चीज को विशेष रुप से जानने के लिए उत्सुक करता है अता विज्ञान के प्रति विशेष लगाव के लिए अवलोकन आवश्यक है आलोक कल हमारे अंदर जिज्ञासा उत्पन्न करता है उस चीज को विशेष रूप से जानने के लिएl
ReplyDeleteअवलोकन से हमें विज्ञान के प्रति उत्सुकता बढ़ती है या अवलोकन देख कर गंध लेकर स्वाद से छूकर हम करते हैं अवलोकन हमें किसी भी चीज को विशेष रुप से जानने के लिए उत्सुक करता है अता विज्ञान के प्रति विशेष लगाव के लिए अवलोकन आवश्यक है आलोक कल हमारे अंदर जिज्ञासा उत्पन्न करता है उस चीज को विशेष रूप से जानने के लिएl
ReplyDeleteविज्ञान एक ऐसा विषय है जिसमें अवलोकन का महत्वपूर्ण स्थान है।अवलोकन के द्वारा बच्चे क्यों और कैसे ,कब और कहां का समाधान पाता है।बच्चे नई जानकरी पाता है।विज्ञान की समझ विकसित होती है करके सीखना सीखने की सबसे अच्छी विधि है।इसीलिए बच्चों के बीच इस कौशल का विकास कर विज्ञान की समझ को विकसित किया जा सकता है।ANJANI KUMAR JHA, Asst.Teacher, U.H.S.BHAGAIYA, THAKUR GANGATI,GODDA.
ReplyDeleteavlokan koushal k dwara bachho ko bigyan sikhne me asani hoti hai.
ReplyDeleteविज्ञान सीखने के लिए सदा सरल भाषा के इस्तेमाल और apne आस-पास की चीज़ों के द्वारा ही प्रयोगात्मक विधि कर समझना आसान होता है । अपने परिचित वस्तुओं का अवलोकन कर उत्पन्न जिज्ञासा को ज्यादा बेहतर तरीके से शांत की जा सकती है
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चों को विज्ञान सीखने में काफी मदद करता है। क्योंकि इससे उनमें रुचि जागृत होती है और वे इसके कारणों को जानने के लिए प्रयास करते हैं।
ReplyDeleteअवलोकन से ही जिज्ञासा का प्रादुर्भाव होता है विज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल का काफी महत्व है अवलोकन से ही बच्चों ने किसी चीज के प्रति जिज्ञासा बढ़ती है आसपास के पेड़ पौधों के अवलोकन से बच्चों में उसकी जिज्ञासा देखकर बढ़ाई जा सकती है पेड़ पौधों के अवलोकन से उसमें उसे पत्ती शाखा जड़ तना इत्यादि की जानकारी देकर सिखाया जा सकता है
ReplyDeleteअनंत कुमार पांडे
DeleteAnant Kumar Pandey अवलोकन से जिज्ञासा का प्रादुर्भाव है विज्ञान यानी विशेष रूप से ज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल का काफी महत्व है अवलोकन से ही बच्चों में किसी वस्तु के प्रति जिज्ञासा उत्सुकता बढ़ती है आसपास के पेड़ पौधों का अवलोकन कराकर बच्चों में पत्ती शाखा जड़ तना इत्यादि का इत्यादि की जानकारी दी जा सकती है सिखाई जा सकती है
ReplyDeleteObservation is the best method of learning.By this student learn more thing .
ReplyDeleteObservation is the best method of learning.By this student learn more thing .
ReplyDeleteObservation is the best method of learning.By this student learn more thing .
ReplyDeleteBachche kar ke jyaba sikhte hain esliye jyada fayda hoga
ReplyDeleteAwolokan ke dwara bachhe kisi bhi meterial koi bhi jiv tatha trees and plants kibastu stiti ke bare samaj ke pryas karte hai. Jab bachhe kuchh naye cjij dekhte hai to usko samjne ka prayas karte hai unke bare me .sochte hai
ReplyDeleteबच्चे जिज्ञासु होते हैं इनमें अवलोकन का गुण स्वभाविक होता है अवलोकन कौशल के जरिए बच्चे विषय वस्तु का अवलोकन करते हैं और अपनी समाझ की कसौटी पर परखते है फिर अंतिम निष्कर्ष निकालते हैं इससे इससे उनकी समझ बेहतर होती है
ReplyDeleteविज्ञान जिज्ञासा,तर्क और प्रयोग से विकसित पूछताछ पर आधारित है।बच्चों को सरल भाषा और सरल माध्यम से विज्ञान सीखने को प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDeleteSaurav Kumar
ReplyDeletePara Teacher
P. S. Manikpur
Block-Thakurgangti
Dist-Godda
बच्चे जिज्ञासु होते हैं इनमें अवलोकन का गुण स्वभाविक होता है अवलोकन कौशल के जरिए बच्चे विषय वस्तु का अवलोकन करते हैं और अपनी समाझ की कसौटी पर परखते है फिर अंतिम निष्कर्ष निकालते हैं इससे इससे उनकी समझ बेहतर होती है
अवलोकन विज्ञान को सीखने में प्रोत्साहित करता है
ReplyDeleteBacche jigyasu hote hain.Avlokan se bacchon ko pramanikta ke sath vigyan ke har pahlu ko sikhne ke kaushal ka vikash hota hai.
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए कौशल बच्चो के विज्ञान सीखने में अत्यंत सहायक होते हैं। अवलोकन किसी वस्तु में रूचि और जिज्ञासा उत्पन्न करता है। किसी भी वास्तु अथवा स्थिति के अवलोकन से हमारे मन मस्तिष्क में नए नए विचार जन्म लेते हैं। इसे प्रकट करने के पर्याप्त अवसर एवं इन विचारों का पोषण करने में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए। बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखने का अवसर प्रदान करना चाहिए। बच्चे को प्रयास करने के लिए प्रेरित करना एवं उनके प्रयासों की सराहना अनिवार्य रूप से करनी चाहिए।
ReplyDeleteSalita Kumari
ReplyDeleteP.S.Manikpur
Block--Thakur Gangti
Dist-Godda
विज्ञान जिज्ञासा,तर्क और प्रयोग से विकसित पूछताछ पर आधारित है।बच्चों को सरल भाषा और सरल माध्यम से विज्ञान सीखने को प्रोत्साहित करना चाहिए।
Salita Kumari
ReplyDeleteP.S.Manikpur
Block--Thakur Gangti
Dist-Godda
विज्ञान जिज्ञासा,तर्क और प्रयोग से विकसित पूछताछ पर आधारित है।बच्चों को सरल भाषा और सरल माध्यम से विज्ञान सीखने को प्रोत्साहित करना चाहिए।
Salita Kumari
ReplyDeleteP.S.Manikpur
Block--Thakur Gangti
Dist-Godda
विज्ञान जिज्ञासा,तर्क और प्रयोग से विकसित पूछताछ पर आधारित है।बच्चों को सरल भाषा और सरल माध्यम से विज्ञान सीखने को प्रोत्साहित करना चाहिए।
किसी वस्तु के प्रति जिज्ञासा पैदा होती है अतः हमें विज्ञान सीखाने में बच्चों को अवलोकन का भरपूर मौका देना चाहिए।
ReplyDeleteSalita Kumari
ReplyDeleteAssistant Teacher
P.S.Manikpur
Block--Thakur Gangti
Dist-Godda
किसी वस्तु के प्रति जिज्ञासा पैदा होती है अतः हमें विज्ञान सीखाने में बच्चों को अवलोकन का भरपूर मौका देना चाहिए।
अवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात बच्चों में विज्ञान सीखने का सबसे आसान तरीका यह है कि बच्चे देखकर जल्दी सीखते हैं एवं मूर्त एवं अमूर्त रूपों में समझने के लिए कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता है एवं बच्चे अवलोकन करके ही सीखते हैं एवं अनुभव के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतों को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए बच्चों को सरल तकनीक की इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहज ता पूर्वक सीखना चाहिए जिससे बच्चों में सीखने की प्रक्रिया गतिशील होती है।
ReplyDeleteScience is our daily life and observation is the best method to teach students. By the observation student can easily learn their subjects topic.
ReplyDelete.. ..M.s.kusunda,Matkuria,Dhanbad-1
अवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए
ReplyDeleteSwarup kumar chatterjee(A.T.)
ReplyDeleteM. s. Bhagaiya Godda.
Avlokan kaushal se bacchon ki smjh ko behtar banaya ja sakta hain
अवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए.Thank You
ReplyDeleteबच्चों में चीजों को सीखने की इच्छा उनके अवलोकन कौशल से ही आता है । जहां तक भी देखें हमारे चारों तरफ विज्ञान ही विज्ञान है ।अगर बच्चों में अवलोकन कौशल हो तो बच्चे इस विज्ञान को स्वतः काफी अच्छे से समझ सकते हैं ।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात बच्चों में विज्ञान सीखने का सबसे आसान तरीका यह है कि बच्चे देखकर जल्दी सीखते हैं एवं मूर्त एवं अमूर्त रूपों में समझने के लिए कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता है एवं बच्चे अवलोकन करके ही सीखते हैं एवं अनुभव के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतों को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए बच्चों को सरल तकनीक की इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहज ता पूर्वक सीखना चाहिए जिससे बच्चों में सीखने की प्रक्रिया गतिशील होती है।
ReplyDeleteअवलोकन करने से जिगयासा बढती है जिससे बच्चों में बिगयान के प्रति जागरूकता पैदा होने की समभावना अधिक हो जाती है।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए
ReplyDeleteअवलोकन करना विज्ञान शिक्षण का एक महत्वपूर्ण भाग है। जो किसी भी विषयवस्तु को समझने में काफी सहायक होता है।हम अपने दैनिक जीवन में बहुत से कार्य देखकर हीं सिखते है।
ReplyDeleteRupak kumar विज्ञान हमारी दिनचर्या है। विद्यार्थी अपने अपने तरीके से विज्ञान की अलग अलग विषय चुन सकता है। जैसे-:प्रदूषण और स्वच्छता आदि। स्वस्थ्य मन स्वस्थ्य शरीर में ही रहता हैं ।
ReplyDeleteअवलोकन से वस्तु के बारे में जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है।जो हमारे मन मस्तिष्क मे नए नए विचार उत्पन्न करता है।विशेष जिज्ञासा उत्पन्न होता है।
ReplyDeleteविज्ञान हमारी दिनचर्या है। विद्यार्थी अपने अपने तरीके से विज्ञान की अलग अलग विषय चुन सकता है। जैसे-:प्रदूषण और स्वच्छता आदि। स्वस्थ्य मन स्वस्थ्य शरीर में ही रहता हैं ।
ReplyDeleteअवलोकन करते हुए बच्चे ना सिर्फ विज्ञान की भाषा को समझ रहे होते हैं परंतु वह उन्हें देखकर करने की इच्छा भी रखते हैं इसलिए विज्ञान को सीखने सिखाने में अवलोकन कौशल का बहुत ही ज्यादा महत्व है।
ReplyDeleteBy science children can easily learn their subjects matter step by step.any doubt can be solved by subjectivity or practically.
ReplyDeleteAwalokan kaousal se bachhe ķeyun our kaise sawaloun ka jabab khojte hain pariwarton ko samajhte hain,kuch nischarsa par pahinchte hain jisse unke behaviour me pariwartan hote hain.
ReplyDeleteविज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल बच्चों के लिए सहायक होतें है।बच्चे जिज्ञासु होतें हैं।उनमें अवलोकन के गुण स्वाभाविक रूप से होता है।वह आसपास के चीज़ों को नजदीक से देखने,उसे छूने,उसकी संरचना के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहता है। अवलोकन कौशल से उनकी सोचने,तर्क करने की क्षमता का विकास होगा।
ReplyDeleteविज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल बच्चों के लिए सहायक होतें हैं।बच्चे जिज्ञासु होतें हैं।उनमें अवलोकन के गुण स्वाभाविक रूप से होता है।वह आसपास के चीज़ों को नजदीक से देखने,उसे छूने,उनकी संरचना के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहता है।अवलोकन कौशल से उनकी सोचने,तर्क करने की क्षमता का विकास होगा ।
ReplyDeleteविज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल बच्चों के लिए सहायक होतें हैं।बच्चे जिज्ञासु होतें हैं।उनमें अवलोकन के गुण स्वाभाविक रूप से होता है।वह आसपास के चीज़ों को नजदीक से देखने,उसे छूने,उसकी संरचना के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहता है।अवलोकन कौशल से उनकी सोचने,तर्क करने की क्षमता का विकास होगा।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चों के विज्ञान सीखने में बहुत सहायक है। अवलोकन से बच्चे किसी भी वस्तु के बारे में जिज्ञासा एवं रूचि के साथ वस्तु का विभिन्न गुणों के सारे पहलूओं का अध्ययन करते है। अवलोकन से उनका वस्तु के गुणों की समझ बनती है।
ReplyDeleteby observing day to day activity children can easily learn science as all the activity related to scinece eg-cooking evaporation rain etc
ReplyDeleteReply
किसी वस्तुओं को देखकर उसके आकार ,उसमें गति, उसे स्पर्श कर महसूस करते हैं ।दूसरों से तुलना करना सीखते हैं ।किसी भी सामग्री या सामने आए कुछ भी वस्तु को देखकर अवलोकन करता है और उसके बारे उसके बारे में जानना चाहता है ।अवलोकन कौशल से उनकी सोचने,तर्क करने की क्षमता का विकास होगा ।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चों के विज्ञान सीखने में बहुत सहायक है। अवलोकन कौशल से बच्चे किसी भी वस्तु के बारे में जिज्ञासा एवं रूचि के साथ वस्तु का विभिन्न गुणों के सारे पहलूओं का अध्ययन करते है। अवलोकन से उनका वस्तु के गुणों का समझ बनती है।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है ।बच्चे जब किसी भी चीज को छू करके देखते है तो उसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं ।और फिर प्रयोग कर के उसका जवाब प्राप्त करते हैं ।इससे उनकी सोचने,तर्क करने की क्षमता का विकास होता है ।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है ।बच्चे जब किसी भी चीज को छू करके देखते है तो उसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं ।और फिर प्रयोग कर के उसका जवाब प्राप्त करते हैं ।इससे उनकी सोचने,तर्क करने की क्षमता का विकास होता है ।
ReplyDeleteबच्चे विज्ञान के सिद्धांत को आसानी पूर्वक सीख पाते हैं।
ReplyDeleteपूनम कुमारी, प्राथमिक विद्यालय मूर्तिटांड़ चास-3
ReplyDeleteबच्चों के विज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल अत्यंत सहायक होते हैं। अवलोकन किसी वस्तु में रूचि और जिज्ञासा उत्पन्न करता है। बच्चे जिज्ञासु होते हैं। उनमें अवलोकन करने के गुण स्वाभाविक होते हैं। बच्चे आसपास की चीजों को नजदीक से देखने, उसे छूने,उसकी संरचना के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते हैं। अवलोकन कौशल से बच्चों में सोचने,तर्क करने की क्षमता का विकास होता है।
अवलोकन एक स्वाभाविक गुण है जो सभी जीवो में विद्यमान रहता है।अवलोकन के बाद जिज्ञासा बढ़ती है और तब जो विचार आता है-क्या है, क्यों है, कैसे होती है।वहीं से विज्ञानं के कदमों की आवश्यकता शुरू होती है।यह मानवीय गुण है कि किसी भी नई चीज को देखने के बाद यह विचार स्वतः आता है।यहीं से टीचर की भूमिका शुरू होती है।फिर यह क्यों है तथा यह कैसे काम करता है।पुनः यह और क्या क्या कर सकता है, यहीं से शोधात्मक सोच का बीजारोपण होता है।फलतः अवलोकन ही विज्ञानं का बीज है।इसलिए बच्चों को ज्यादा से ज्यादा अवलोकन का अवसर दिया जाना चाहिए।विज्ञानं और वैज्ञानिक सोच का मूल यहीं से प्रारम्भ होता है।फलतः यह कहा जा सकता है कि अवलोकन सभी क्रियाओं के लिए परम् आवश्यक है। Purushottam Kumar Teacher UMS SANKI,Patratu,Ramgarh.
ReplyDeleteObservation is the best method of learning.
ReplyDeleteजब छात्र किसी चीज का अवलोकन करते हैं तो उनके मन मे जिज्ञासा होती है - ये क्या है? कैसे बना है? क्या होता ? कैसे होता है ? यही चीज तो विज्ञान है।विषय मे उनका लगाव और जुड़ाव पैदा करता है। 'कर के देखो' सिद्धांत बच्चों में उत्सुकता उत्पन्न करती है ।
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है बच्चों को सरल भाषा में और सरल माध्यम से विज्ञान सीखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चो के विज्ञान सीखने मे बहुत सहायक है। अवलोकन कौशल से बच्चे किसी भी वस्तु के बारे मे जिज्ञासा एव रुचि से वस्तु के विभिन्न गुणो के सारे पहलुओ का अध्ययन करते है। अवलोकन से उनका वस्तु के गुणो कि समझ बनती है।
ReplyDeleteअवलोकन करना यानी किसी भी चीज को आॅब्जर्व करना देखना यह सीखने में बहुत सहायक होता है जैसे मान लिजिए हम पौधे के प्रकार के बारे में बता रहे हैं तो बच्चों को बाहर ले जाएंगे और प्रकृति के बिच ले जाकर बताएंगे कि वृक्ष किसको कहते हैं कौन सा झाड़ी है कौन सा शाक है उसी तरह पत्तियों के प्रकार पत्तियों के बनावट फूलों के बनावट प्रकाश संश्लेषण की क्रिया इसी तरह के बहुत सारे क्रियाकलाप हैं विभिन्न प्रकार के प्रयोग हैं जी ने बच्चे को खुद कर के देखेंगे तो ज्यादा स्पष्ट रूप से वह समझ पाएंगे।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल विज्ञान की पहली सीढ़ी होती है, किसी भी क्स्तु को देखने के पश्चात् ही बच्चों में उसके निर्माण ,उपयोग और व्यवहार में उसका प्रयोग की प्रक्रिया को जानने और समझने की जिज्ञासा उत्पन्न करती है |
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चों के विज्ञान सीखने में बहुत सहायक है ।बच्चे जिज्ञासु होते हैं ।उसमें अवलोकन के गुण स्वाभाविक रूप से होते हैं ।वह अवलोकन करता है और अपना ज्ञान बढ़ाते हैं ।किसी वस्तुओं को देखकर उसके आकार ,उसमें गति, उसे स्पर्श कर महसूस करते हैं ।दूसरों से तुलना करना सीखते हैं ।किसी भी सामग्री या सामने आए कुछ भी वस्तु को देखकर अवलोकन करता है और उसके बारे उसके बारे में जानना चाहता है ।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चों के विज्ञान सीखने में बहुत सहायक है ।बच्चे जिज्ञासु होते हैं ।उसमें अवलोकन के गुण स्वाभाविक रूप से होते हैं ।वह अवलोकन करता है और अपना ज्ञान बढ़ाते हैं ।किसी वस्तुओं को देखकर उसके आकार ,उसमें गति, उसे स्पर्श कर महसूस करते हैं ।दूसरों से तुलना करना सीखते हैं ।किसी भी सामग्री या सामने आए कुछ भी वस्तु को देखकर अवलोकन करता है और उसके बारे उसके बारे में जानना चाहता है ।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चो के विज्ञान सीखने में अत्यंत सहायक होते हैं। अवलोकन किसी वस्तु में रूचि और जिज्ञासा उत्पन्न करता है। किसी भी वास्तु अथवा स्थिति के अवलोकन से हमारे मन मस्तिष्क में नए नए विचार जन्म लेते हैं। इसे प्रकट करने के पर्याप्त अवसर एवं इन विचारों का पोषण करने में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए। बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखने का अवसर प्रदान करना चाहिए। बच्चे को प्रयास करने के लिए प्रेरित करना एवं उनके प्रयासों की सराहना अनिवार्य रूप से करनी चाहिए।
ReplyDeleteMd. Afzal Hussain P.S.Manjhladih Urdu.
ReplyDeleteShikaripara Dumka.
अवलोकन कौशल का विज्ञान सीखने में काफ़ी महत्व है।ज्ञान अर्जित करने के लिए जिज्ञासा अति महत्वपूर्ण है।अपने ज्ञानेंदरियों का अधिक से अधिक प्रयोग कर अवलोकन कौशल का विकास किया जा सकता है। हम शिक्षकों को छात्रों में इस कौशल को विकसित करने में मदद करना चाहिए।
Vigyan नये नये खोज से हमारे दैनिक जीवन को काफी हद तक प्रभावित किया है,जिज्ञासा अवलोकन रूची बच्चों को विज्ञान के प्रति इस कौशल को विकसित करने में मदद करता है| surendra prasad ps Bhandaridih(west)
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चो के विज्ञान सीखने मे बहुत सहायक है। अवलोकन कौशल से बच्चे किसी भी वस्तु के बारे मे जिज्ञासा एव रुचि से वस्तु के विभिन्न गुणो के सारे पहलुओ का अध्ययन करते है। अवलोकन से उनका वस्तु के गुणो कि समझ बनती है।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चो के विज्ञान सीखने में अत्यंत सहायक होते हैं। अवलोकन किसी वस्तु में रूचि और जिज्ञासा उत्पन्न करता है। किसी भी वास्तु अथवा स्थिति के अवलोकन से हमारे मन मस्तिष्क में नए नए विचार जन्म लेते हैं। इसे प्रकट करने के पर्याप्त अवसर एवं इन विचारों का पोषण करने में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए। बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखने का अवसर प्रदान करना चाहिए। बच्चे को प्रयास करने के लिए प्रेरित करना एवं उनके प्रयासों की सराहना अनिवार्य रूप से करनी चाहिए।
ReplyDeleteअवलोकन का अर्थ किसी वस्तु/चीज़ को एकटक देखना,घूरना और इसी देखने के क्रम में विद्यार्थी के मन में उस वस्तु/चीज़ के बारे में जिज्ञासा उत्पन्न होगी जो एक स्वाभाविक गुण है।विद्यार्थी अपनी जिज्ञासा को पूर्ण करने के लिए स्वयं खोजबीन शुरू करता है और यही अनुभव उसे विज्ञान से जोड़ता है।
ReplyDeleteइस तरह से अवलोकन बच्चों को विज्ञान सीखने में एक अहम भूमिका निभाता है और उनकी सहायता करता है।
सीमा महतो,उ.उ.विद्यालय पठानमारा,सरायकेला।
Ablokan sikhnay ki ak mahatvpurn tarika hai
ReplyDeleteAblokan sikhnay ki ak mahatvpurn tarika hai
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चो के विज्ञान सीखने मे बहुत सहायक है। अवलोकन कौशल से बच्चे किसी भी वस्तु के बारे मे जिज्ञासा एव रुचि से वस्तु के विभिन्न गुणो के सारे पहलुओ का अध्ययन करते है। अवलोकन से उनका वस्तु के गुणो कि समझ बनती विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों में भी अवलोकन के बाद ही निष्कर्ष निकाला जाता है।
ReplyDeleteअवलोकन से बच्चों में जिज्ञासा बढ़ती है,विषय से जुड़ाव होता है एवम अपनी समझ विकसत करने का अवसर मिलता है।
ReplyDeleteबच्चे जिज्ञासु होते हैं, उनमें अवलोकन के गुण स्वाभाविक रूप से होते हैं। वह अवलोकन करते हैं और अपना ज्ञान बनाते हैं। किसी वस्तु को देखकर उसके आकार , उसमें गति , उसे स्पर्श कर महसूस करते हैं दूसरों से तुलना करना सीखते हैं। किसी भी सामग्री या सामने आए कुछ भी को देखकर अवलोकन करता है और उसके बारे में जानना चाहता है। इसलिए अवलोकन का
ReplyDeleteअवलोकन कौशल से छात्रों के समझ बेहतर और पक्का होता है।
ReplyDeleteजब बच्चा कोई चीज या बस तू या आसपास के चीजों को देखता है उनके मन में विभिन्न प्रकार का प्रश्न उठता है यह क्या है यह कैसे होता है यह कहां से आया यह क्या चीज है इससे क्या होता है इस प्रकार के से चीजों को जानने का बच्चा प्रयास करता है और जानने का कोशिश करता है यही विज्ञान है
ReplyDeleteअवलोकन करना अर्थात किसी चीजें को भलि-भांति देखना।यह सीखने में बहुत सहायक होता हैं। किसी चीज के बारे में बताने के लिए जैसे पौधों के बारे में ऐसी स्थिति में बच्चों को वाहर प्रृकृति के बीच में ले जाएंगे। तत्पश्चात बच्चों को बारी-बारी से वृक्ष, झाड़ियों, एवं पौधों के बारे में अवलोकन कराएंगें। इससे बच्चे आसानी से सीख पाएंगे।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चों के लिए किसी चीज या वस्तु को जानने यह समझने का कौशल को विकसित करता है वह बेहतर करता है
ReplyDeleteअवलोकन कौशल से बच्चे जल्दी सीखते हैं|
ReplyDeleteOM PRAKASH MUKUL (A.T.)UMS BHAGAIYA HEERA KHUTHARI, THAKUR GANGTI, GODDA, JHARKHAND. मनुष्य अपने आसपास के वातावरण के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहा है,उसी प्रकार अवलोकन कौशल में बच्चें अपने आसपास की वस्तुओं के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न होती है,वह कहीं ना कहीं विज्ञान को सीखने में काफी मदद करती है।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल बच्चों में जिज्ञासा उत्पन्न करता है. जिज्ञासा विषय को जानने के लिए खोज और अनुसंधान के लिए प्रेरित करता है.यह पर्यावरण के रहस्यों को समझने में मदद करता है.
ReplyDeleteविज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल का काफी महत्व है। अवलोकन से ही बच्चों किसी वस्तु के प्रति जिज्ञासा पैदा होती है अतः हमें विज्ञान सीखाने में बच्चों को अवलोकन का भरपूर मौका देना चाहिए।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल प्रत्यक्षानुभूति के विना विज्ञान का वास्तविक ज्ञान नहीं हो सकता। क्योंकि विज्ञान प्रयोगों पर आधारित है। जब हम स्वयं करके देखते हैं तभी परिवर्तन सम्बन्धी घटनाऔं का वास्तविक ज्ञान होता है। अवलोकन से ही बच्चों किसी वस्तु के प्रति जिज्ञासा पैदा होती है! अतः प्रभावी शिक्षण विधियों को अपनाने हेतु छात्रों को अवलोकन कौशल आधारित शिक्षा देना आवश्यक है...जिससे छात्र स्वयं प्रयोगों के साथ अनुसंधान कर सकें।
ReplyDeleteअवलोकन कौशल का विज्ञान सीखने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
ReplyDeletePrithvi par jitni bhi vastuwe hain bacche sabhi ka avlokan dhayan se karenge to science subject se jyada judaav kar payenge
ReplyDeleteGanesh prasad विज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल का काफी महत्व है। अवलोकन से ही बच्चों किसी वस्तु के प्रति जिज्ञासा पैदा होती है। किसी भी वास्तु अथवा स्थिति के अवलोकन से हमारे मन मस्तिष्क में नए नए विचार जन्म लेते हैं। इसे प्रकट करने के पर्याप्त अवसर एवं इन विचारों का पोषण करने में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए।
ReplyDeleteविज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल का काफी महत्व है अवलोकन से ही बच्चों के किसी वस्तु के प्रति जिज्ञासा पैदा होती है किसी भी वस्तु अथवा इस स्थिति के अवलोकन से हमारे मन मस्तिष्क में नए-नए विचार जन्म लेते हैं इसे प्रकट करने के पर्याप्त अवसर एवं विचारों का पोषण करने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों को परिचित अनुभावों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतो को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए ,बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और मॉडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए।
ReplyDeleteजिज्ञासा अवलोकन से ही जागृत होती हैऔर इससे ही सीखने और जानने की ललक बढती है।
ReplyDeleteAvlokan koushal se bachcho me us vastu ke vishay me janne ki jigyasa utpann hoti hai avam avlokan koushal se bachcho ki samjh behtar hoti hai
ReplyDeletehokar paudha ke roop mein viksit hota hai.
ReplyDeleteAwlokan Kaushal vigyan ka ek mahatwapurn Ghatak hai jismein bacche dekhkar, Sunkar, Sunghnkar chchukar arthat Apne anubhaw se parichit hote
ReplyDeletehain.vigyan sikhane mein sukshma awlokan ati avashyak hai jo iske Siddhanto ko sikhane mein sahayak hai. Jaise chana ka ek bij paudha ke rup me wiksit hota hai.
विज्ञान सीखने में अवलोकन कौशल बच्चों के लिए सहायक होतें हैं।बच्चे जिज्ञासु होतें हैं।उनमें अवलोकन के गुण स्वाभाविक रूप से होता है।वह आसपास के चीज़ों को नजदीक से देखने,उसे छूने,उसकी संरचना के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहता है।अवलोकन कौशल से उनकी सोचने,तर्क करने की क्षमता का विकास होगा।
ReplyDeleteObservation is the best method of learning
ReplyDeleteजब छात्र किसी चीज का अवलोकन करते हैं तो उनके मन में उस चीज के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न होती है कि यह क्या है, कैसे है,क्यों है। इस तरह अवलोकन कौशल से सोचने,तर्क करने की क्षमता का विकास होता है। अतः अवलोकन कौशल का विज्ञान सीखने में काफी महत्वपूर्ण स्थान है।
ReplyDeleteBacche dekh kar hi kisi chis ke prati aakarshit hote hai aur us chis ko aur adhik jaanna chahte hai
ReplyDeleteअवलोकन जिज्ञासा का बीज है अर्थात जिज्ञासा का अभिप्राय अवलोकन से ही होता है, बच्चों का परिचित अनुभवों का माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतों को सीखने में प्रोत्साहित करना चाहिए, बच्चों को सरल तकनीकी इकाइयों और माडलों का डिजाइन कर सहजता पूर्वक सीखना चाहिए।
ReplyDeleteBaccho ko samajhane me asani hota h
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