प्रिंट और नॉन
प्रिंट मीडिया दोनों में प्रचलित विज्ञापनों को देखिये इनमें उरुशों और महिलाओं को
किस प्रकार चित्रित किया गया है और विज्ञापनों में उनके द्वारा किये गए क्रियाकलापों का विश्लेषण करने का प्रयास कीजिये
(संकेत: देखिये की वे किन उत्पादों का प्रचार कर रहे हैं और किस प्रकार की भूमिका
निभा रहे हैं, इत्यादि ) अपने अवलोकनों को साझा कीजियेI
मैंने विज्ञापनों का अवलोकन किया और मैंने पाया कि पुरुष जो है वह मोटरसाइकिल, कार इत्यादि का विज्ञापन करते हैं जबकि महिलाएं जो है वह कॉस्मेटिक,ज्वेलरी और रसोई घर में जो चीजें यूज़ होती है उनका विज्ञापन करती है
ReplyDeleteMahila ka bhi bahut bada yogdan hota hai
Deleteमहिलाओं को महिला विषयक वस्तुओं के विज्ञापन के लिए एवं पुरुषों को rough and टफ dikhaya जाता hai।
ReplyDeleteMahilaon ko mahila vishayak ke vastuon ke vigyapan ke liye avam purushon ko rough and tuff dikhaya jata hai
Deleteमहिलाएं अब पुरुषों के लिए काम में आनेवाले वस्तुओं में सजावटी आइटम के रूप मे विज्ञापन का एक हिस्सा रहती हैं।
ReplyDeleteMahilayen ab purushon ke liye kam me anewale vastuon me sajavati item ke rup men vigyapan ka ek hissa rahti hai.
Deleteपुरुष को सशक्त एवं नारी को कोमल और सुंदर दिखाने का प्रयास करते हैं। परंतु वास्तविकता कुछ ओर है। नारी भी सभी क्षेत्र में अपनी लोहा मनवा चुकी हैं।
ReplyDeleteNari ka bhi bahut bada yogdan hota hai
ReplyDeletenn
ReplyDeleteविज्ञापनों में महिलाओं को कोमल और सुंदर दिखाने का एवं पुरुषों को सशक्त दिखाने का प्रयास किया गया है।
ReplyDeleteMaine bahut add dekha hai aur us add me ye dikhya jata hai ki yeh kam sirf purush ya mahila hi kar sakta hai apitu aj ka privesh yessa nahin hai
ReplyDeleteविज्ञापन में पुरुषों को पुरुष प्रोडक्ट से ही प्रचार करने को कहा जाता है और महिलाओं को महिला संबंधी प्रोडक्ट से प्रचार करने को कहा जाता है। महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं जबकि लोगों ऐड के माध्यम से इसे दिखाने का प्रयास भी करते हैं मगर कुछ प्रोडक्ट को लेकर वह इनकोअलग-अलग प्रदर्शित करवाते हैं ।समाज में महिलाएं जो प्रोडक्ट लगाती हैं उसका प्रोडक्ट महिलाएं प्रचारित करते हैं गाड़ी स्कूटी कार कार का पहिया बदलना आदि का प्रचार भी महिलाओं द्वारा भी दिखाया जाता है अतः कुछ प्रोडक्ट से यहां दिखाया जाता है कि महिलाएं भी सशक्त हैं थैंक यू अर्चना सिन्हा यूएमएचबी पचपेड़ी गढ़वा झारखंड थैंक यू
ReplyDeleteजितने भी प्रसाधन सामग्री हैं जैसे साबुन तेल की म पाउडर में सभी महिलाओं के द्वारा ही प्रचारित किए जाते हैं। इसके अलावा गहने कपड़े साड़ी भी महिलाओं द्वारा प्रचारित किए जाते हैं। लेकिन गाडियां कार बाइक लड़कों द्वारा प्रचारित किया। जाता है।
ReplyDeleteमहिलायें वे सारी काम कर सकते हैं जो पुरुष करते हैं। हमें ये भेदभाव मिटाना होगा।
ReplyDeleteमहिला और पुरुषों को सामाजिक रूढ़ियों और पूर्वाग्रहों के अनुरूप भूमिका निभाते दिखाया जाता है।
ReplyDeleteविज्ञापन में पुरुषों को पुरुष प्रोडक्ट से ही प्रचार करने को कहा जाता है और महिलाओं को महिला संबंधी प्रोडक्ट से प्रचार करने को कहा जाता है। महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं जबकि लोगों ऐड के माध्यम से इसे दिखाने का प्रयास भी करते हैं मगर कुछ प्रोडक्ट को लेकर वह इनकोअलग-अलग प्रदर्शित करवाते हैं ।समाज में महिलाएं जो प्रोडक्ट लगाती हैं उसका प्रोडक्ट महिलाएं प्रचारित करते हैं गाड़ी स्कूटी कार कार का पहिया बदलना आदि का प्रचार भी महिलाओं द्वारा भी दिखाया जाता है अतः कुछ प्रोडक्ट से यहां दिखाया जाता है कि महिलाएं भी सशक्त हैं। Bhanu Pratap Manjhi,UHS CHIPRI, ICHAGARH,Seraikela-Kharswan.jharkhand.
ReplyDeleteNari shakti
ReplyDeleteपुरुष को सशक्त एवं नारी को कोमल और सुंदर दिखाने का प्रयास करते हैं। परंतु वास्तविकता कुछ ओर है। नारी भी सभी क्षेत्र में अपनी लोहा मनवा चुकी hai
ReplyDeleteमहिला और पुरुषों को सामाजिक रूढ़ियों और पूर्वाग्रहों के अनुरूप भूमिका निभाते दिखाया जाता है।
ReplyDeleteविज्ञापन में पुरुषों को पुरुष प्रोडक्ट से ही प्रचार करने को कहा जाता है और महिलाओं को महिला संबंधी प्रोडक्ट से प्रचार करने को कहा जाता है। महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं जबकि लोगों ऐड के माध्यम से इसे दिखाने का प्रयास भी करते हैं मगर कुछ प्रोडक्ट को लेकर वह इनकोअलग-अलग प्रदर्शित करवाते हैं ।समाज में महिलाएं जो प्रोडक्ट लगाती हैं उसका प्रोडक्ट महिलाएं प्रचारित करते हैं गाड़ी स्कूटी कार कार का पहिया बदलना आदि का प्रचार भी महिलाओं द्वारा भी दिखाया जाता है अतः कुछ प्रोडक्ट से यहां दिखाया जाता है कि महिलाएं भी सशक्त हैं
Hmare samaj m purush ko takatwar or nari ko komal.par nari v har jagah age h
ReplyDeleteभारतीय समाज में पुरुष समुदाय को बलवान एवं महिला वर्ग को कमजोर समझा जाता है जबकि आज के इस दौर में महिलाएं भी पुरुषों से कम नहीं है
ReplyDeleteमहिलाओं को हल्केएवं उनके उपयोगी उत्पादक के लिए विज्ञापन में दिखाया जाता है जबकि पुरुषों को भारी भरकम उत्पादकों के उपयोग एवं उसके निर्माण हेतु दिखाया जाता है इस तरह से देखा जाए तो विज्ञापनों में भी महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है जबकि महिलाएं हर तरफ के काम को सफलतापूर्वक करने के लिए सक्षम ह
ReplyDeleteNari ko khuda ne khubsoorat bnaya hai.Khubsoorti ko barhawa dene k liye nari ka prayog hota,whi Purus ko bal.
ReplyDeleteजब तक नर नारी के फर्क की खाई चौड़ी रहेगी तब देश व समझ प्रगति के पथ पर अग्रसर नहीं हो सकता।
ReplyDeleteVigyapan mei mahilaon ko ek utpad ke roop mei dikhaya jata hai.
ReplyDeleteVigyapan me aksar zander vibhed dekhne ko milta hai jo galat hai
ReplyDeleteVigyapan m mahilaon ko jewellery, cosmetics, kitchen utensils adi m dikhaya jata hai jabki pursho ko car, bike, adi m dikhaya jata hai. Halaki aaj kal vigyapan m gender discrimination kam hota dikh rha hai aur mahilaye v car adi ka vigyapan kar rhi hai aur purush v jewellery jaise vigyapan m dikh rhe hai.
ReplyDeleteउत्पादों के प्रति लोगों में जिज्ञासा और रूचि एवं चाहत बढ़ाने के लिए सौन्दर्य तो सौन्दर्य, वाहनों के विज्ञापनों में भी नारियों दिखाया जाता है।
ReplyDeleteBahut Acha Pahal Pahal Hai
ReplyDeleteNari ka bhi bahut bada yogdan hota hai.
ReplyDeleteNari ka bhi bahut Bada yogdaan hota hai
ReplyDeleteNirmala kumari-(teacher)
Ms karkoma,Meral
DIST-GARHWA
Jharkhand
मैंने विज्ञापन में देखा पुरुष के लिए जो उत्पाद होते हैं उसका विज्ञापन पुरुष के द्वारा कराया जाता है तथा महिला के लिए महिलाओं से । इसके अलग अलग कारण हो सकते हैं। ज्यादातर महिलाओं के विज्ञापन को रोचक मानते हैंऔर पुरूषों के विज्ञापन को नीरस।वास्तव में यह लैंगिक असमानता सामाजिक मान्यता ही है।
ReplyDeleteMartin Luther Nag
ReplyDeleteविज्ञापन में पुरुषों को ज्यादा स्टंट वाले विज्ञापनों में दिखाया जाता है जबकि महिलाओं को उतना नहीं
ReplyDeleteमहिला सशक्तिकरण बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि पुरुष प्रधान समाज में हर जग पुरुषो के अपेक्षा महिलाओं को कमजोर दिखाया जाता है।
ReplyDelete